Xxx इंडियन गर्ल सेक्स कहानी एक मस्त लड़की की है जो लड़कों के छेड़छाड़ का मजा लेती थी. एक दिन उसने एक लड़के के साथ मजाक किया पर
उस लड़के ने उसे गर्म कर दिया और …
यह कहानी सुनें.
दोस्तो, मेरा नाम वैशाली है और मैं मुंबई से हूँ.
मैं पहले से ही काफी हॉट और गुंदाज माल दिखने वाली लड़की हूँ.
मेरी फिगर साइज़ भी भरी हुई है.
मेरे कॉलेज में सब लड़के मेरे पर लाइन मारते रहते हैं और मैं भी वह सब मस्ती में लेती रहती और मजा करती हूँ.
मैं सब लड़कों से बातचीत करती हूँ. उनके साथ घूमने भी चली जाती हूँ और अपने लड़के दोस्तों के साथ बाइक पर यूं ही मौज मस्ती के लिए निकल जाती हूँ.
मेरे जीवन में ऐसा ही सब चलता रहता है.
मैं आपको अपनी फिगर के बारे में बताऊं तो मेरे बूब्स 36 इंच के हैं, कमर 30 की और हिप साइज़ 40 की है.
जबकि मेरी उम्र अभी सिर्फ 23 साल की है.
यह Xxx इंडियन गर्ल सेक्स कहानी मार्च महीने के खत्म होने की है.
उस दिन फर्स्ट अप्रैल था तो मुझे अपने दोस्त के साथ मजाक करने का मूड हुआ.
मैंने अपने कॉलेज के एक दोस्त रोहित को मैसेज किया- चलो आज हम मिलते हैं, साथ में घूमेंगे और मौज मस्ती करते हैं!
रोहित एक बहुत ही हॉट लड़का है. वह मेरा क्लासमेट है और मुझ पर लाइन भी मारता रहता है.
हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं.
जब मैंने उसको मिलने का मैसेज किया तो वह यह देखकर बहुत ही ज्यादा खुश हो गया कि मैंने उसे खुद से ऐसा मैसेज किया.
वह सच में बहुत एक्साइटिड हो गया था.
उसने झट से रिप्लाइ दिया- हां चलो चलते हैं, तुम बताओ कि कितने बजे और कहां मिल रही हो … हम दोनों बहुत एंजाए करेंगे!
मुझे लगा कि आज मुर्गा फंस गया.
मन ही मन हंसते हुए मैंने भी उसको बोल दिया कि 4 बजे दादर स्टेशन के बाहर मिलेंगे.
तो वह ‘हां ठीक है, मिलते हैं.’ बोला.
पर उससे नहीं पता था कि मैं उसका अप्रैल फूल बना रही थी.
मैं अपने घर में ही रह कर मस्ती कर रही थी.
उसका 4.20 पर मुझे कॉल आया कि तू कहां पर है, मैं दादर पहुंच गया हूँ. जल्दी आ जा, नहीं तो बता कि तू कहां पर है, मैं तुझे लेने आ जाता हूँ!
उसने ऐसा बोला तो मैं जोर जोर से हंसने लगी और उससे बोली- अरे बेवकूफ़, मैंने तो तुझे अप्रैल फूल बनाया है.
वह बहुत गुस्सा हो गया क्योंकि वह बहुत ज़्यादा एक्साइटिड था.
पर मुझसे ‘कुछ नहीं’ कहते हुए वह घर चला गया.
फिर वापस 6 बजे मुझे उसका मैसेज आया- तुमने ऐसा क्यों किया यार … मैं सच में आज तुमसे मिलने के लिए बहुत एक्साइटिड था!
मैंने उससे सॉरी कह दिया.
तभी वह बोला- क्या अब हम मिल सकते हैं … मेरा बहुत मन है तुमसे मिलने का!
मैं पहले तो ‘नहीं नहीं’ बोली, फिर वह बहुत फोर्स करने लगा तो मैं मान गई.
उसने मुझे तो 7 बजे दादर स्टेशन पर बुलाया.
मैं ठीक 7 बजे पहुंची, वह मुझे वहां लेने आया.
उसने मुझे देखते ही हग किया और मेरे माथे पर किस की, फिर बाइक पर बैठने को कहा.
हम दोनों बाइक पर थोड़ा घूमे.
अब वह मुझे मरीन लाइन लेकर गया.
वहां थोड़ी देर हम दोनों बैठे, बातें की.
उसने मेरे कंधे पर हाथ रखा हुआ था.
बात करते बीच बीच में वह मेरा हाथ अपने हाथ में ले लेता और मुझे अपने पास को कर लेता.
वहां दरिया की बहुत मस्त लहरें आ रही थीं तो मैंने उससे कहा- चलो नीचे पानी के पास चलते हैं.
उसने मेरे कंधे पर हाथ डाला और हम दोनों चलते चलते नीचे आ गए.
पानी में 5 मिनट रहे, कुछ फोटो निकालीं.
फिर वह मुझे और नीचे रॉक्स के पास मुझे ले गया. हम दोनों एक पत्थर पर बैठ गए.
वहां पर बहुत सारे कपल थे.
चारों तरफ बहुत अंधेरा था तो ज़्यादा ढंग से नहीं दिख रहा था … पर लोग हैं यह दिख रहा था.
हम दोनों आमने सामने बैठ गए.
उसने मुझे अपने कंधे से लगाया, मेरे दोनों हाथ उसके हाथ में लिए और किस किया.
फिर उसने अपने दोनों हाथ मेरी कमर पर रखे और मुझे किस करने लगा.
पहले मैं थोड़ा इंकार कर रही थी पर उसने कहा- चुप हो जाओ यार … आजू बाजू बहुत लोग हैं.
मैं भी चुप हो गई.
उसने लिप किस करना चालू कर दिया, साथ ही वह मेरी कमर को सहला रहा था.
मुझे भी अन्दर ही अन्दर कुछ कुछ होने लगा.
अब उसने मेरी गर्दन पर हाथ रखा.
उस वक्त मैंने गहरे गले वाला टॉप और शॉर्ट स्कर्ट पहनी थी.
वह मेरी गर्दन को किस करने लगा.
अपनी जीभ मेरी गर्दन पर घुमाने लगा.
मैं बहुत उत्तेजित हो रही थी.
ऐसे ही वह अपनी जीभ से मेरी गर्दन को चाटने लगा था और वह जीभ से चाटते चाटते मेरे बूब्स के बीच में आ गया.
मुझे सनसनी होने लगी तो मेरे मुँह से हल्की आह निकलने लगी.
मुझे लग रहा था कि अब ये मेरे साथ यह सब करता जाए, रुके नहीं.
जब मैंने उसे नहीं रोका तो वह भी बिंदास हो गया और ऐसे ही मुझे चूमते चाटते हुए उसने मेरे मम्मों को टॉप के ऊपर से दबाना चालू कर दिया.
मैं भी उसके बाल पकड़ कर सहला रही थी.
टॉप का गला गहरा होने के कारण उसने मेरे मम्मों को ऊपर से ही बाहर निकाल लिए.
वह मेरे दूध देख कर सिसिया उठा- ओह माय गॉड … सो बिग!
उसने यह कहा, तो मैं और ज्यादा गनगना उठी क्योंकि मेरे बूब्स मेरे उम्र के अनुपात में काफी बड़े थे.
वह मेरे दूध दबाने लगा और उसने एक को मुँह में भर कर चूसना चालू कर दिया.
मुझे अपने दूध चुसवाने में बहुत मजा आ रहा था.
मैं जोर जोर से उसके बाल खींच रही थी और वह भी जोर जोर से मेरे बूब्स को काटते हुए निप्पल चूस रहा था.
साथ ही वह बोल रहा था- आह … ऐसे सुंदर बूब्स कभी नहीं लिए मैंने … तू बहुत हॉट है बेबी … आज तूने मेरा मूड बना दिया. बोल मेरी जान तुझे क्या चाहिए! आज मैं तुझे वह सब देने को तैयार हूँ.
वह मुझसे ऐसे बोलने लगा.
अब उसको मेरी चूत देखनी थी.
मैंने स्कर्ट के नीचे स्टॉकिंग्स पहने थे तो उसे कुछ समस्या थी.
एक पल सोचने के बाद उसने मेरी स्कर्ट के अन्दर हाथ डालते हुए मेरे स्टॉकिंग्स के ऊपरी सिरे से अपना हाथ अन्दर डाला और मेरी चूत को हाथ से सहला दिया.
अपनी चूत पर उसका हाथ पाते ही मैं मचल गई और उसी पल उसने मेरी चूत को रगड़ना चालू कर दिया.
मेरी चूत में बहुत खुजली हो रही थी तो उसका हाथ मुझे बड़ी लज्जत दे रहा था.
मैंने खुद से अपनी टांगें फैला दीं.
उसने मेरी चूत को थोड़ी देर ही सहलाया क्योंकि हम लोग रॉक्स पर बैठे हुए थे, तो उससे वहां सही से करते नहीं बन रहा था.
उसने यहां वहां देखा तो अंधेरा हो इतना था कि कोई नंगा भी हो जाए तो किसी को नहीं पता चलेगा.
उसने खड़े होकर अपनी पैंट की ज़िप खोल दी और अपना लंड बाहर निकाल कर मेरा हाथ लौड़े पर रख दिया.
मेरा हाथ अपने हाथ में लेकर वह लंड हिलवाने लगा और मुझसे खेलने का कह रहा था.
मैंने भी आस पास देखा कि कोई नहीं है और हिलाना चालू कर दिया.
फिर मैंने अपना मुँह नीचे किया और उसके लौड़े को अपने मुँह में भर लिया.
मस्त कड़क केला था, तो मैं चूसने लगी.
उसे बहुत जोश आ रहा था और वह मेरे बालों को पकड़ कर मेरे मुँह को अपने लौड़े पर आगे पीछे कर रहा था.
साथ ही वह एक हाथ से मेरी कमर को सहलाता रहा.
मैंने अंधेरे में पूरी मस्ती से उसका लंड चूसा, फिर मुँह से लंड निकाला तो वह वापस मेरे बूब्स पीने लगा.
अब हम दोनों ने टाइम देखा तो साढ़े नौ बज रहे थे.
मैंने उससे निकलने को कहा तो हम दोनों लोग उधर से उठ गए और अपने अपने कपड़े सही किए.
उसने मुझे जोर से हग किया, माथे पर किस की और हम दोनों बाइक की तरफ निकल पड़े.
हम दोनों बाइक पर बैठ कर घर के लिए निकले.
उसने मुझे मेरे स्टेशन पर छोड़ दिया और वह आगे चला गया.
मैं घर पहुंची तो रात में उसका मुझे मैसेज आया- थैंक्यू सो मच बेबी … यू आर रियली टू हॉट एण्ड सेक्सी! मैंने ऐसे बूब्स पहले कभी नहीं देखे. तुम्हारे साथ सिर्फ़ रोमांस करके ही इतना मजा आया तो चोदने में कितना मजा आएगा. जब भी तुझे चोदूंगा, तुम्हारे बूब्स कैसे उछलेंगे … क्या नजारा होगा … मैं उस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूँ. बहुत बहुत थैंक्यू फॉर कमिंग.
उसके मैसेज को पढ़ कर मैं एक बार फिर से चुदासी हो गई और अपनी चूत में एक डिल्डो डाल कर मैंने मुठ मारी और सो गई.
सुबह उठी तो उसी की याद आ रही थी.
मेरे बूब्स में हल्का हल्का दर्द भी हो रहा था क्योंकि उसने जीभर कर मेरे दोनों दूध जो चूसे थे.
मैंने बाथरूम में जाकर अपने टॉप को उतारा और शीशे में दूध देखे, तो लाल हुए पड़े थे.
उसकी उंगलियों की छाप तो अब नहीं थी पर कुछ कुछ सूज से गए थे.
मैंने अपने निप्पल पर उंगली फेरी तो एक मीठा सा दर्द हुआ.
उस दर्द को सहते ही मेरे होंठों पर एक मुस्कान आ गई और मैंने जल्दी से रेडी होकर नाश्ता किया और घर से कॉलेज निकल गई.
कॉलेज आते ही रोहित दिख गया.
उसने दूर से हाई किया.
मैंने भी उसे हाई कहा.
वह मेरे नजदीक आया और बोला- कैसी हो?
मैंने उसे देख कर शर्मा कर कहा- बहुत दर्द हो रहा है यार!
वह भी बोला- सेम हियर!
मैंने उसकी तरफ आश्चर्य से देखा और पूछा- मतलब?
वह आंख दबा कर हंसता हुआ बोला- यू नो बैटर बेबी … व्हाट यू डिड!
मुझे और जोर की शर्म आ गई.
मुझे उसका लंड चूसना याद आ गया.
कुछ देर तक हम दोनों चुप रहे, फिर रोहित ने कहा- आज होटल चलें!
मैंने उसकी तरफ देखा और हंस दी.
सच में मुझे लंड की जरूरत थी.
हम दोनों पहले अलग हुए … फिर फोन से बात करते हुए अलग अलग कॉलेज से बाहर निकल आए.
वह बाइक पर मेरा इंतजार कर रहा था.
मैं लपक कर उसके पीछे बैठी और मैंने उसे अपनी छाती से दबोचते हुए कहा- साले आज ढंग से रगड़ना, वर्ना मां चोद दूँगी.
वह Xxx इंडियन गर्ल सेक्स वासना पर हंसा और जल्द ही हम दोनों एक होटल के कमरे में थे.
उसने कमरे का गेट बंद करते ही मेरे ऊपर छलांग लगाई और मुझे उठा कर बिस्तर पर फेंक दिया.
अगले एक मिनट में हम दोनों पूरे नंगे थे.
उसने 69 का पोज बनाया और हम दोनों ने एक दूसरे को चुदाई के लिए तैयार कर दिया.
उसने सीधे होकर मेरी टांगें फैला दीं और चूत में लंड लगा दिया.
फिर उसने मुझे देख कर कहा- ओपनिंग सेरेमनी है!
मैंने कहा- हां और ना दोनों!
वह बोला- मतलब!
मैंने कहा- आई यूज्ड डिल्डो!
वह बोला- ओह … मतलब खून खराबा नहीं होने का!
मैंने कहा- हां … चूत में खून खराबा मैं खुद से कर चुकी.
असली लंड से यह मेरी पहली चुदाई थी.
उसने झटका दे दिया और मेरी चूत चिरती चली गई.
डिल्डो और लंड में जमीन आसमान का फर्क होता है.
डिल्डो चलाते समय खुद को अहसास होता है कि कब अन्दर करना है और कब नहीं करना है.
लेकिन लंड को नहीं समझाया जा सकता है.
उसका लंड अन्दर लेते ही बेहद तेज दर्द हुआ और आवाज निकल गई- रुक जा मादरचोद … आह दर्द हो रहा है!
वह नहीं रुका और धकापेल मचा दी.
चूत ने कुछ ही देर में मजा लेना शुरू कर दिया था और उस दिन दो घंटे में मुझे तीन बार लंड लेना पड़ा.
वह हंस कर बोला- अब बोल रानी अप्रैल फूल!
मैं हंस दी और उसे चूम कर उससे लिपट गई.
तो दोस्तो, कैसी लगी मेरी Xxx इंडियन गर्ल सेक्स कहानी, ज़रूर बताना और ऐसे ही मजा करते रहना.
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