ऑफिस में नई आई सहकर्मी को होटल में चोदा

हॉट ऑफिस लेडी सेक्स कहानी में मेरे ऑफिस में एक नई लड़की आई. उसे मेरे साथ ऑफिशियल काम से बाहर जाना पड़ा. रात को होटेल के कमरे में क्या हुआ?

नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम पंकज है.
मैं पिछले दो साल से एक ऑफिस में मैनेजर के पद पर काम कर रहा हूँ.

ये मेरी सच्ची हॉट ऑफिस लेडी सेक्स कहानी है, जो मेरे साथ पांच महीने पहले घटी थी.

मेरे ऑफिस में लगभग 30 लोग काम करते हैं, जिनमें से 10 महिलाएं हैं.

हमारे ऑफिस में एक लड़की जॉइन हुई थी, जिसका नाम रेखा था.
यह उसका बदला हुआ नाम है.

रेखा की उम्र लगभग 25 साल की रही होगी.
वह लड़की एकदम टिप-टॉप रहती थी.
मैचिंग के कपड़े, गहरी लिपस्टिक, नुकीले सैंडल … तने हुए दूध … उठी हुई गांड मतलब उसका सब कुछ परफेक्ट रहता था.
उसकी हाइट 5.2 इंच थी और फिगर 36-32-38 के आस-पास का रहा होगा.
एकदम भरी हुई गदीली सी माल थी.

एक बार जो भी उसे देख लेता था, तो उसकी नजर हटाए नहीं हटती थी.

उसे मेरे साथ काम करते हुए तीन महीने हो गए थे और वह काम भी बहुत अच्छा करती थी.

रेखा कोलकाता से थी और अब मुंबई में काम कर रही थी.

हमारी बातें सामान्यत: काम के सिलसिले में ही होती थीं.
फिर जब वह बात करके वापस जाती थी तो मेरी नजरें बरबस ही उसके चूतड़ों पर टिक जाती थीं.

एक दिन की बात है, मुझे ऑफिस के कुछ काम से बाहर जाना था.
मुझे पुणे में किसी क्लाइंट से मिलने जाना था.
मेरे साथ रेखा भी गई थी.

हम दोनों बस से जा रहे थे.
फुल AC बस थी.

मेरे दिमाग में उसको लेकर कोई गलत इरादा नहीं था.
बस वह मुझे सेक्सी लगती थी.

हमारा दो दिन का काम था.
वह खिड़की की तरफ बैठी थी और मैं उसके बगल वाली सीट पर.
हम दोनों प्रोजेक्ट के बारे में बात कर रहे थे.

कुछ 15 मिनट बाद वह अपनी फैमिली के बारे में बताने लगी.
मैंने भी उसे अपनी शादीशुदा जिंदगी के बारे में बताया.

जब मैंने उसके बारे में पूछा तो उसने बताया कि उसका डायवोर्स एक साल पहले हो गया था. अब वह मुंबई में एक दोस्त के साथ रहती है.

मैंने पूछा- डायवोर्स क्यों हुआ?
तो बोली- मेरे पति बहुत शराब पीते थे और हमेशा घर में झगड़ा होता था. जिंदगी में कुछ नहीं था.

ये बातें उसे उदास कर गई थीं.

फिर मैंने कहा- आपको देखकर लगता ही नहीं कि कोई आपके साथ ऐसा भी करेगा!
उसने जवाब दिया- दुनिया में हर किसी की जिंदगी में खुशी नहीं होती!

मैं चुप रहा.

उसने फिर से कहा- मैं आपको काफी दिनों से देख रही हूँ, आज बात करने का मौका मिला!
मैंने उसे अपनी फैमिली की तस्वीरें दिखाईं.

वह बोली- बहुत अच्छी हैं!

तस्वीरें दिखाते वक्त उसका कंधा मेरे कंधे से टच हो रहा था.

फिर हम दोनों इधर-उधर की बातें करने लगे.

एक घंटा बीत चुका था, दोपहर के 2 बज रहे थे.
अगले दिन सुबह मीटिंग थी.

फिर वह सो गई.
मैं उसके चेहरे को देख रहा था.

कुछ देर बाद बस चाय के लिए रुकी.
हम दोनों बस से उतरे, चाय पीने के बाद बस की तरफ जा रहे थे कि उसका पैर स्लिप हो गया और वह मोच खा गई.

किसी तरह हम दोनों बस में वापस आने लगे.
मैंने अपना हाथ दिया और वह मेरे सहारे बस में आई.
बस चलने लगी.

मैंने कहा- ठीक हो न?
वह बोली- ज्यादा नहीं लगा, बस थोड़ी मोच है!

फिर भी मैंने कहा- लाओ, थोड़ा मैं देखता हूँ.
उसने कहा- ठीक है!

उसकी हाई हील की सैंडल की वजह से मोच आई थी.

मैंने थोड़ा देखा और कहा- बस से उतरने के बाद बाम लगा दूँगा.
वह बोली- कोई बात नहीं.

मैंने कहा- ठीक हो जाएगा, नहीं तो डॉक्टर के पास चलते हैं!
वह बोली- अरे नहीं, बाम से ठीक हो जाएगा!

फिर उसने हल्का सा स्माइल किया और सो गई.
हम दोनों पुणे पहुंच गए.
उसे चलने में दिक्कत हो रही थी.

मैंने ऑटो लिया और होटल की तरफ निकल गए.
रास्ते में मैंने पेनकिलर और बाम ले ली.

होटल पहुंचने के बाद हम दोनों के कमरे अलग-अलग बुक थे.

मैंने उसे उसके कमरे में छोड़ा और कहा- थोड़ी देर में आता हूँ.
उसने जवाब दिया- ठीक है.

फिर मैं थोड़ा फ्रेश हुआ और दस मिनट बाद उसके कमरे में गया.

उसने दरवाजा लॉक किया हुआ था.
वह बोली- मैं कपड़े बदल रही हूँ.
मैंने कहा- ठीक है.

पहले उसने सलवार सूट पहना था.

पांच मिनट बाद उसने दरवाजा खोला.
मैंने देखा कि उसने अब नाइटी पहन ली थी लेकिन उसे चलने में दिक्कत हो रही थी.

मैंने कहा- आप बैठो … आपको जो भी चाहिए, मैं देता हूँ.
उसने कहा- ठीक है.

फिर मैंने उसे पेनकिलर दी और बोला- तीस मिनट में थोड़ा आराम मिलेगा. अब मैं आपके पैर में थोड़ी बाम लगा देता हूँ!

पहले तो उसने मना किया, फिर बोली- ठीक है, लगा दो.

मैंने उसके पैरों में बाम लगाना शुरू किया.
पांच मिनट बाद उसने कहा- आप कितने अच्छे हो ना!
यह कह कर वह मुस्कुरा दी.

मैंने कहा- थोड़ी देर में ठीक हो जाएगा!
उसने कहा- हां.

मैंने कहा- दो घंटे बाद फिर मालिश करूँगा.
उसने जवाब दिया- ठीक है.

फिर हम दोनों बातें करने लगे.

मैंने कुछ खाने का ऑर्डर किया.
हम सोफे पर बैठे थे.

वह अपने घर वालों की तस्वीरें दिखाने लगी.

मैं दूसरे सोफे पर था.
उसने कहा- आप इधर बैठ जाओ न!

अब हम दोनों बगल बगल में बैठ कर तस्वीरें देखने लगे.

कुछ देर बाद वह मेरे बिल्कुल पास चिपक कर तस्वीरें दिखाने लगी थी.

हालांकि अभी तक भी मेरे मन में उसके लिए कुछ नहीं था लेकिन अब उसके स्पर्श से मुझे कुछ कुछ होने लगा था.

फिर उसने अपनी शादी की तस्वीरें दिखाईं, वह उस वक्त अपने मम्मे मेरे जिस्म से रगड़ने लगी थी.

मैं भी अब उसे हल्के-हल्के छूने लगा.
वह कुछ नहीं बोली बस मुस्कुराती रही.

मैंने कहा- आप जैसी पत्नी को कोई छोड़ दे, वह पागल ही होगा!

तभी मेरा नाश्ता वाला ऑर्डर आ गया.
हम दोनों ने नाश्ता किया और बातें करते रहे.

मैंने कहा- अब मैं अपने कमरे में जा रहा हूँ!
उसने कहा- कमरे में जाकर क्या करोगे? क्या मेरे साथ बात करके अच्छा नहीं लग रहा है?

मैंने कहा- नहीं, मुझे लगा आप बोर हो रही हो!
वह बोली- नहीं, आपके साथ तो मुझे अच्छा लग रहा है … हां यदि आप बोर हो रहे हों तो बात अलग है.

यह बात कह कर उसने अपने दूध आगे को किए.
मेरे लंड में जोश आ गया.

मैं वापस उसके नजदीक बैठ गया और हम दोनों फिर से चिपक कर बात करने लगे.
उस समय मैं उसे कुछ ज्यादा ही छूने लगा था.

वह भी सहज थी और शायद मेरे छूने से उसे भी गर्मी चढ़ रही थी.

मैंने कहा- आपको फिर से बाम लगा दूँ?
उसने कहा- ठीक है, लगा दो.
मैं बाम लगाने लगा.
अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था.

मैंने कहा- ऊपर तक थोड़ा बाम लगा दूँ?
वह कुछ नहीं बोली और दूसरे टॉपिक पर बात करने लगी.

मैं उसके घुटनों तक उसके गाउन को उठा कर बाम लगाने लगा.

यह देख कर वह चुप हो गई और कुछ नहीं बोल रही थी.

उसकी चुप्पी से मेरी हिम्मत और बढ़ गई.
मैं उसकी टांगों में और ऊपर को जाकर हाथ फेरने लगा.

वह भी टांगें खोल कर मुझसे हाथ फिरवा रही थी.

अब मैं पागल हो रहा था.
मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था.

मैंने कहा- आप बेड पर लेट जाओ, मैं अच्छे से बाम लगा देता हूँ!
उसने कहा- नहीं!

फिर भी मैंने कहा- ठीक हो जाएगा, आप मानो तो सही!
वह कुछ नहीं बोली.

मैं उसे अपने कंधे पर उठाकर बेड की तरफ ले गया.

फिर मैं मालिश करने लगा.
मैंने उसकी नाइटी को धीरे-धीरे ऊपर किया और मालिश करता रहा.

अब उससे भी रहा नहीं जा रहा था. वह मचल रही थी और अपने बालों को सहला रही थी.

मैं समझ गया कि अब उसका भी मन है.

मैंने हिम्मत की और उसे होंठों पर चूम लिया.
उसने भी जवाब देना शुरू कर दिया और वह भी मुझे चूमने लगी.

मैंने उसके स्तनों को दबाना शुरू किया और पागलों की तरह चूमता रहा.

अब मैंने अपनी शर्ट उतारी और उसकी नाइटी खोलने लगा.

वह मस्त मदभरी नजरों से मुझे देख रही थी. मैं जल्दी से उसकी सामने से खुलने वाली नाइटी खोल दी.

वह मेरे सामने ब्रा और पैंटी में थी.
मैं उसके पूरे बदन को चूमने लगा था. वह पागल हो गई थी.

फिर मैंने उसकी ब्रा उतारी. उसके स्तनों को बिना ब्रा के देखकर मैं पागल हो रहा था.
उसके स्तन एकदम सख्त, निप्पल भी सख्त.

मैंने उसके एक निप्पल को मुँह में लिया और चूसने लगा.
वह मेरे सर को सहलाती हुई मुझसे अपने दोनों दूध बारी बारी से चुसवा रही थी.

कुछ ही मिनट बाद मैं उसके पूरे बदन को चूमने लगा और अपना ट्राउजर उतार दिया.

अब वह भी मुझे चूमने लगी.
उसने मेरे लौड़े को छुआ और मेरा अंडरवियर खोल दिया.

उसने कहा- हुम्म … आपका काफी बड़ा है!
वह मेरे लंड को अपने मुँह में लेने लगी.

मैंने उसे लिटाया और उसकी पैंटी खींच कर अलग कर दी.
उसकी एकदम सुंदर चुत थी, मैंने आज तक ऐसा छेद नहीं देखा था.

मुझसे रहा नहीं गया और मैं उस प्यारी सी नंगी चूत को चाटने लगा.
इससे वह और पागल हो रही थी.

उसकी बुर काफी गीली हो गई थी. बुर का पानी काफी नमकीन और लिसलिसा लग रहा था.

अब हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.
हमें बहुत आनन्द आ रहा था.

उसकी चुत मेरे मुँह में, मेरा लंड उसके मुँह में.

कुछ ही देर में मामला एकदम हॉट हो गया और उससे रहा नहीं जा रहा था.

मैंने उसका पैर फैलाया और लंड डालने लगा.
उसकी चुत सच में बहुत टाइट थी.

मैंने पूछा- कितने दिनों से आपकी चुत में लंड का पानी नहीं गया है?
उसने कहा- एक साल से!

यह सुनकर न जाने मुझे क्या हुआ कि मैंने जोर से धक्का दे मारा.
मेरा पूरा लंड उसकी चुत में अन्दर तक घुसता चला गया.

वह चीख पड़ी और ‘आआ … उह … आआ … उह’ की आवाजें निकालने लगी.

कुछ देर बाद मैंने उसकी दोनों टांगें अपने कंधों पर रखीं और धकापेल मचा दी.

वह मस्ती से चिल्ला रही थी.
उसकी कामुक आवाजें सुनकर मुझे बेहद मजा आ रहा था.

हॉट ऑफिस लेडी सेक्स करते हुए दस मिनट बाद मैं झड़ गया और उसके ऊपर लेट गया.
उसने कहा- आज तक मेरे पति ने मुझे कभी ऐसा खुश नहीं किया!

हम दोनों रात भर बातें करते रहे.
पूरी रात में मैंने उसे चार बार चोदा.

अगले दिन मैंने मीटिंग की और शाम को हम दोनों मुंबई निकल गए.

उसका पैर ठीक न होने की वजह से वह मीटिंग में नहीं आ पाई.

उस दिन के बाद जब भी हमें मौका मिलता, हम एक-दूसरे के बिना रह नहीं पाते थे.

मैंने उसे ऑफिस में, उसके घर पर, अपने घर पर, होटल में, हर जगह चोदा.
पिछले महीने वह कोलकाता चली गई.
उसकी शादी फिक्स हो गई है.

आपको मेरी यह हॉट ऑफिस लेडी सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज कमेंट करके जरूर बताएं.
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