जिगोलो ने भाभी की सुहागरात मनाते हुए चुत चोदी

फुल नाईट सेक्स विद सेक्सी भाभी का मजा मैंने लिया जब एक भाभी ने मुझे अपने पास बुलाया लॉकडाउन के दौरान. उसके पति बाहर कहीं फंसे हुए थे.

दोस्तो, सभी गीली चुतों और खड़े लंडों को मेरा प्रणाम.
मैं संदीप आज आपको अपनी पहली सेक्स कहानी सुनाने जा रहा हूं जिसे पढ़कर आप सभी खुद को झाड़ने पर मजबूर हो जाएंगे.

इस फुल नाईट सेक्स विद सेक्सी भाभी में पढ़ें कि कैसे एक भाभी ने मुझे रात भर के लिए अपना पति बनाया और मैंने उनकी रसभरी चूत की जमकर चुदाई की.

मेरी उम्र अभी 30 साल है. मैं उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले का रहने वाला हूँ.

मैं एक अच्छे बदन का मालिक हूँ. मेरी हाइट 5 फीट 8 इंच है और मेरा लंड 6.5 इंच का है.
मैं एक अच्छी फैमिली से हूँ.

आज से सात साल पहले मेरी जॉब दिल्ली में एक अच्छी कंपनी में लगी थी.
मैं जॉब करने दिल्ली चला गया लेकिन पैसे की बचत न कर पाने के कारण मैं थोड़ा परेशान रहता था.

काफी दिन बीतने के बाद ऑफिस की एक मीटिंग के दौरान मेरी दोस्ती एक लड़के से हुई जो काफी रईस था.

अब हम रोज़ साथ में चाय पीने जाते और कभी-कभी पार्टी भी करते.

एक दिन बातों-बातों में मैंने उसे अपनी पैसे की समस्या बताई.
लेकिन उसने कुछ नहीं कहा.

कुछ दिन बाद उसने कहा कि वह मुझसे एक बात करना चाहता है.
मैंने कहा- हां, बोल न … क्या बात करनी है?

वह बोला- पहले तू प्रॉमिस कर कि तू किसी को नहीं बताएगा!
मैंने कहा- प्रॉमिस!

वह बोला- ये बात मैं तुझसे उस दिन भी कहने वाला था, जिस दिन तूने अपनी पैसे वाली बात बताई थी, पर मैंने तब कुछ कहा नहीं था!
मैंने कहा- तो अब बता दो!

उसने बताया- मैं कंपनी के अलावा एक और जॉब करता हूँ, जिससे मुझे कभी तेरी जैसी पैसे की दिक्कत नहीं होती!

मैंने उसे हैरत भरी नज़रों से देखा.

तब उसने मुझे जिगोलो सर्विस के बारे में सब कुछ बताया.

कुछ दिनों बाद मैंने भी जिगोलो सर्विस जॉइन करने का फैसला लिया और मेरे दोस्त ने मुझे जॉइन करा दिया.

मुझे आई-कार्ड और कुछ सामान मिल गया.

मेरे पास हफ्ते में दो या तीन क्लाइंट्स आती थीं, जिन्हें संतुष्ट करके मैं अच्छी कमाई करने लगा था.

चुदाई के इस काम में जितना पैसा मिलता, उसमें से कुछ जिगोलो कंपनी को देने के बाद भी मेरे पास अच्छा पैसा बच जाता था.

मेरे लंड का साइज़ अच्छा होने के कारण मेरी डिमांड बढ़ती चली गई.

मेरी क्लाइंट्स मुझसे बहुत खुश थीं और मुझसे मेरा पर्सनल नंबर ले लेतीं ताकि वे मुझे कभी भी बुला सकें.

उस दौरान मैंने बहुत सी भाभियों, आंटियों और कॉलेज की लड़कियों की जमकर चुदाई की और उन्हें संतुष्ट किया.

लेकिन लॉकडाउन लगने के बाद मेरी जॉब छूट गई.
अब बस जिगोलो सर्विस का ही सहारा था.

लॉकडाउन के समय भी मुझे उन क्लाइंट्स के कॉल आते, जिन्हें मैं पहले चोद चुका था या वे मुझे किसी नई क्लाइंट का नंबर दे देतीं.

मैं उनकी बताई जगह पर चला जाता और पूरी सावधानी के साथ उनकी चुदाई करके उन्हें संतुष्ट करता था.

एक दिन घरवालों ने कोरोना के डर की वजह से मुझे वापस घर बुला लिया.
जैसे-तैसे मैं टिकट कराकर कानपुर आ गया.

तब से मैं अब तक कानपुर में ही हूँ.
यहां रहते हुए मेरा मन फिर से चुदाई करने को करने लगा.
मेरा लंड जब भी खड़ा होता, तो मुझे मुठ मारकर शांत करना पड़ता.

कुछ ही दिनों बाद मुझे एक भाभी का कॉल आया.
उन्होंने बताया कि वे लखनऊ से बोल रही हैं और मैं उनकी चुदाई दिल्ली में जिगोलो बनकर कर चुका हूँ.
तभी उन्होंने मेरा नंबर लिया था.

उन्होंने बताया कि उन्हें मेरी ज़रूरत है, क्योंकि उनके पति पुणे में लॉकडाउन की वजह से वहीं फंसे हैं. वे तीन महीने से अपने पति से दूर थीं.

मैंने उन्हें एक हफ्ते बाद कॉल करने को कहा और अभी न आने की वजह बताई.

अब मैं सोच में पड़ गया कि लॉकडाउन में एक शहर से दूसरे शहर कैसे जाऊं.
तभी मुझे मेरे एक दोस्त की याद आई जो मेडिकल विभाग में था.

उससे संपर्क करके मैंने कुछ दिनों में अपना मेडिकल कार्ड बनवा लिया.
अब मुझे कहीं आने-जाने में कोई दिक्कत नहीं थी.

कुछ दिनों बाद मैंने भाभी को कॉल किया और हमारा मिलने दिन और समय तय हो गया.

मैं सही समय पर उनकी बताई जगह पर पहुंच गया.

उनकी शक्ल देखकर मैं उन्हें पहचान गया.
वे भी मुझसे मिलकर बहुत खुश हुईं.

वे एक खुले मिजाज़ की औरत थीं.
उनकी उम्र 30 या 32 साल की होगी. उनका फिगर 32-30-32 का रहा होगा.

उन्होंने मुझे कॉफी ऑफर की.
कॉफी देने के बाद वे अपने कमरे में गईं और अन्दर से दुल्हन की ड्रेस पहनकर आईं.

मैं उन्हें देखता ही रह गया!
वे हंस कर बोलीं- आज रात के लिए मेरे पति बनोगे?
मैंने हां में जवाब दिया.

मेरे लंड में तनाव आने लगा!

उनके खुले बाल, बड़ी बड़ी आंखें, होंठों पर गहरी लिपस्टिक और दूध-सा गोरा बदन देखकर खुद पर काबू रखना बहुत मुश्किल था.
वे एकदम अप्सरा लग रही थीं.

मैंने उन्हें अपने पास बैठने को कहा.
वे मुझसे इतना चिपक कर बैठीं कि उनकी जांघें मेरी जांघों से सट गईं.

उन्होंने मेरे कंधे पर सिर रख लिया.
मैं भी उनके गालों को सहलाने लगा.

अचानक से वे उठीं और मुझे धक्का देकर मुझे गिरा कर पलक झपकते ही मेरे ऊपर आ गईं.

भाभी मेरी आंखों में देखने लगीं.
उनकी आंखों में वासना की चमक साफ दिख रही थी.

उन्होंने मुझे ज़ोर से गले लगा लिया.
उनकी गर्म सांसें मेरी गर्दन पर महसूस होने लगीं.

मैं भी उन्हें गले लगाए रहा.
कुछ देर बाद मैं उनसे अलग हुआ और उनके चेहरे को पकड़ कर किस करने लगा.

मैंने उनके होंठों पर अपने होंठ रख दिए.
उन्होंने भी मेरा पूरा साथ दिया.

करीब पंद्रह मिनट तक हम एक-दूसरे के होंठ चूसते रहे, एक-दूसरे के मुँह में जीभ डालकर स्वाद लेते रहे.

अब वे मुझे अपने कमरे में ले गईं और बेड पर गिरा दिया.
फिर से मेरे ऊपर चढ़कर मुझे किस करने लगीं.

मैं भी किस करते-करते उनके बूब्स दबाने लगा जिससे वे और जोश में आ गईं.
उनके मुँह से ‘इश … आह आह!’ की आवाज़ें लगातार आने लगीं.

अब भाभी मेरे बगल में आईं और मेरी शर्ट के बटन खोलने लगीं.
वे मेरी छाती पर किस करने लगीं.

धीरे-धीरे उन्होंने मेरे सारे कपड़े उतार दिए.
अब मैं सिर्फ़ अंडरवियर में रह गया था.

मैंने उन्हें पीठ के बल लिटाया और किस करने लगा, उनके कपड़ों के ऊपर से ही उनके बूब्स दबाने लगा.

फिर मैंने एक-एक करके उनकी ड्रेस उतार दी.
भाभी ब्रा-पैंटी में गजब लग रही थीं!

मैंने उनकी ब्रा के हुक खोल दिए और उनके चूचों को आज़ाद कर दिया.

उनके मुँह से ‘आह!’ की आवाज़ निकलने लगी.
मैं उनके चूचों को दबा-दबाकर चूसने लगा.

भाभी भी मेरा सिर अपनी चूचियों पर दबाने लगीं.
चूचों के बाद मैं उनकी नाभि चूसने लगा.

मैंने अपना एक हाथ उनकी पैंटी के ऊपर रखा और उनकी चूत को ऊपर से सहलाने लगा.
उनकी पैंटी उनके पानी से पूरी गीली हो चुकी थी.

वे कमर उठाने लगीं और अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ने लगीं.

मैंने देर न करते हुए अपना अंडरवियर उतार दिया और उनकी पैंटी भी उतार दी.

उनकी चूत को देखकर मैं देखता ही रह गया.
एकदम गुलाबी, कसी हुई चूत, फूल की तरह फूली हुई!

उनकी चूत से बहता रस देखकर मेरे मुँह में पानी आ गया.
उन्होंने अपनी झांटें पूरी साफ की हुई थीं.

मैंने 69 की पोजीशन बनाई और अपनी जीभ से उनकी चूत चाटने लगा.
उन्होंने भी मेरा लंड अपने मुँह में लिया और चूसने लगीं.

मुझे चूत चाटना बहुत पसंद है.

थोड़ी देर बाद भाभी मेरा लंड ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगीं और अपने कामरस से मेरा पूरा मुँह भर दिया.

मैंने उनके नमकीन पानी को चाटकर साफ कर दिया.

कुछ देर चूसने के बाद उन्होंने मेरा लंड मुँह से निकाला और मेरे ऊपर आकर अपनी चूत में लंड सैट करने लगीं.
मैं उनकी चूचियां दबाने लगा.

जैसे ही मेरा लंड उनकी चूत में थोड़ा अन्दर गया, उनके मुँह से ‘आह!’ निकल गई.

उन्होंने फिर से थोड़ा दबाव बनाया तो चूत गीली होने के कारण मेरा पूरा लंड उनकी चूत में समा गया.

पति से दूर रहने के कारण उनकी चूत काफी कसी हुई थी.
भाभी के चेहरे पर दर्द और खुशी एक साथ झलक रही थी.

कुछ देर वो मेरे लंड पर बैठी रहीं.
फिर धीरे-धीरे उन्होंने ऊपर-नीचे करना शुरू किया.

उनकी गति बढ़ने लगी.
मैं भी उनकी कमर पकड़ कर पूरा दबाव बनाने लगा.

उन्हें भी मज़ा आने लगा.
वे आवाज़ें निकालने लगीं- इश … आह उफ़ … कितनी गहराई तक लंड पेल रहे हो!

मैं उनकी कामुक आवाज़ें सुनकर और उत्तेजित होने लगा.

अब मैंने उन्हें ऊपर से हटाया और पीठ के बल लिटा दिया.
भाभी की दोनों टांगें ऊपर करके मैंने उनकी चूत में लंड सैट किया और एक ज़ोर का झटका लगा दिया.

भाभी ‘आह मर गई!’ करके रह गईं.
धीरे-धीरे मैंने अपना पूरा लंड उनकी चूत में उतार दिया.

अब मैंने भी झटके देने शुरू किए.
भाभी अपनी कामुक आवाज़ों से मेरा जोश बढ़ा रही थीं ‘आह और ज़ोर से … आह और ज़ोर से चोद दो मुझे आह!’

वे अपने हाथों से मेरी कमर पर हर झटके के साथ दबाव बना रही थीं!

कुछ देर बाद मैं उनके ऊपर लेटकर उनकी चुदाई करने लगा और उनके होंठों को चूसने लगा.

पंद्रह मिनट बाद उनकी सांसें तेज़ होने लगीं.
अब भाभी चिल्लाने लगीं- आह आने वाली हूँ और ज़ोर से आह और ज़ोर से!

वे तो अंट-शंट बड़बड़ाने लगीं- आह मां के लौड़े ने चोद दी मेरी चुत … आह आह उफ़ आज बहुत दिनों बाद लंड मिला है … आह इश यस फक मी फास्ट अहह … चोदो साले मुझे चोद डाल … बना लो मुझे अपनी रखैल … आह फाड़ मेरी चूत … अहह अहह!

मैं भी अब ज़ोर-ज़ोर से उन्हें चोदने लगा.
वे अपनी कमर उठा उठा कर मेरा पूरा लंड अपनी चूत में लेने लगीं.

भाभी अब अपने नाखून तक मेरी पीठ में गड़ाने लगीं और मुझे ज़ोर से अपनी बांहों में भरने लगीं.

बीस मिनट बाद मेरा निकलने को हुआ, तो मैंने इशारों में उनसे पूछा.
उन्होंने अन्दर ही डालने का इशारा किया.

दस-पंद्रह झटकों के साथ भाभी भी झड़ने लगीं और मैंने उनकी चूत को अपने वीर्य से भर दिया.

झड़ने के बाद भाभी के चेहरे पर परम संतुष्टि के भाव दिख रहे थे और वे मुस्कुरा रही थीं.

उन्होंने मुझे ज़ोर से गले लगाया और मेरे कानों में बोलीं- आई लव यू!
मैंने भी जवाब दिया- आई लव यू टू भाभी!

वे अपने कपड़े पहनने लगीं.
मैं भी कपड़े पहन कर बेड पर बैठ गया.

भाभी मेरे लिए पानी लेकर आईं और मुझसे खाने के लिए पूछा.

मैंने हां में जवाब दिया, तो उन्होंने खाना ऑर्डर किया और हम दोनों ने साथ में बैठ कर ड्रिंक करना शुरू कर दिया.

उसके बाद खाना आ गया तो हम दोनों ने एक साथ खाना खाया.

अब तक रात के 10 बज चुके थे.
मैं जाने लगा तो उन्होंने मुझे रात भर रुकने के लिए कहा.

मैं सोच में पड़ गया. तब मुझे भी रुकना ठीक लगा.

फुल नाईट सेक्स के बारे में सोच कर मैं वापस बेड पर बैठ गया.
उन्होंने लाइट ऑफ कर दी और मेरे बगल में लेट गईं.

मैं भी अपने कपड़े उतार कर उनके बगल में लेट गया.

वे मुझसे बात करने लगीं, मेरे बारे में पूछने लगीं.

मैंने उन्हें अपने बारे में सब कुछ बता दिया और लॉकडाउन की वजह से क्लाइंट्स की कमी के बारे में बताया.

वे मेरे बालों को सहलाने लगीं, मेरे सीने पर हाथ फेरने लगीं और उन्होंने मुझे नए क्लाइंट्स दिलाने का वादा किया.

हमारे होंठ फिर से मिल गए.
उस रात मैंने तीन बार उनकी जमकर चुदाई की.

सुबह 10 बजे उन्होंने मुझे ‘गुड मॉर्निंग!’ कहकर उठाया और चाय पीने को कहा.

मैं फ्रेश होकर अपने कपड़े पहन कर चाय पीने लगा.

भाभी मेरे पास बैठ गईं और बोलीं- मुझे बहुत मजा आया तुम्हारे साथ!

मैंने उन्हें किस कर लिया और जाने लगा तो उन्होंने मुझे ‘बाय!’ कहा और नए क्लाइंट्स दिलाने का पुनः वादा किया.

फुल नाईट सेक्स का मजा लेकर मैं अपने घर वापस आ गया.

लॉकडाउन में भी उन्होंने मुझे कई बार अपने घर बुलाया और बहुत सारे नई क्लाइंट्स दिलाईं.

अब भी मेरी क्लाइंट्स के पास मेरा नंबर होने की वजह से मेरे शहर और आसपास के शहरों में अच्छे क्लाइंट्स मिल जाते हैं, जिन्हें खुश करके मैं अपना गुज़ारा कर लेता हूँ.

तो दोस्तो, कैसी लगी मेरी फुल नाईट सेक्स विद सेक्सी भाभी?
मुझे मेल करके ज़रूर बताएं.
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