फक ओल्ड फ्रेंड स्टोरी में मैं अपनी गर्लफ्रेंड को खूब पेलता था. लेकिन उससे मेरी शादी नहीं हुई. एक दिन वह मुझे मिली. मुझे पुराने दिन याद आ गए. उसे भी पति के लंड का स्वाद बदलना था.
रेणुका और दीपक की शादी को 2 साल हो गये थे।
दीपक का एक जिम था और रेणुका एयर होस्टेस थी।
जाहिर है दोनों अपने शरीर और फिटनेस का खूब ख्याल रखते थे।
रेणुका का फिगर 34 बी 30 और 36 का था।
जब वह कहीं से गुजरती तो लोग उसे चोदने को मचल उठते थे।
दोनों की सेक्स लाइफ भी अच्छी चल रही थी।
सप्ताह में किसी भी दिन बिना चुदाई के दोनों सोते नहीं थे।
कभी कभी तो सुबह सुबह भी दोनों जोरदार चुदाई करते थे।
रेणुका को अपनी चूत चुसवाना बहुत पसंद था इसलिए चुदाई के दौरान फोरप्ले और 69 अवस्था खूब चलती थी.
और अंत में दीपक उसे कुतिया बना कर अच्छे से चोदता।
कुल मिलाकर इनकी लाइफ अच्छी गुजर रही थी।
तभी एक दिन जिम में दीपक की पुरानी गर्लफ्रेंड साक्षी आती है।
दीपक उसे देखकर चौंक जाता है कि कॉलेज के दिनों की पटाखा साक्षी में कोई परिवर्तन नहीं आया।
वो तो दीपक को कोई सरकारी नौकरी नहीं मिली वरना साक्षी दीपक से ही शादी करती।
यहीं से इस फक ओल्ड फ्रेंड स्टोरी की शुरुआत हो गयी.
दीपक ने उसका हाल चाल लिया और पूछा कि गाजियाबाद में कैसे।
तो उसने बताया कि उसके पति शुभम जोकि एक्साइज इंस्पेक्टर है, का तबादला अभी एक सप्ताह पहले ही यहीं हुआ है।
दीपक ने इधर उधर की बातें की और जिम में सारा समय उसी के पास लगा रहा।
रात में जब दीपक और रेणुका सेक्स कर रहे थे तो रेणुका ने कहा, “कल उसकी सुबह की फ्लाइट है तो जल्दी सो जाते हैं!”
लेकिन आज दीपक में आज अलग ही जुनून था।
दो राउंड करने के बाद भी आज उसका लंड एकदम अकड़ रहा था तो रेणुका ने पूछा, “आज क्या हो गया है?”
तो दीपक ने कुछ बताया नहीं लेकिन आज वो रेणुका की जगह साक्षी को मान कर उसकी ही चुदाई कर रहा था।
एक दिन दीपक और रेणुका मॉल में घूमने गए तो वहाँ उन्हें शुभम – साक्षी मिल गये।
रेणुका ने जीन्स टॉप पहना था तो साक्षी ने गहरे गले वाली वन पीस ड्रेस पहनी थी।
दोनों बेहद सेक्सी लग रही थीं और दीपक की नजर साक्षी के स्तनों से हट ही नहीं रही थीं.
वो तो जब शर्मा गई तो दीपक झेंप गया और साक्षी और शुभम का परिचय कराया।
बातों ही बातों में सबने पब जाने का प्रोग्राम बना लिया।
पब में दो -तीन पैग पीने के बाद सुरूर चढ़ने लगा।
थोड़ी देर में दीपक और रेणुका डांस करने लगे।
साक्षी का मन भी डांस करने को था लेकिन शुभम संकोच कर रहा था।
तभी जब रेणुका बैठी तो दीपक ने साक्षी को डांस के लिए कहा और वो तुरंत तैयार हो गई।
डांस करते हुए उसे दीपक के लंड खड़े होने का अहसास हो रहा था लेकिन वो लगातार डांस में साथ दे रही थीं और उसे दीपक का स्पर्श भी बहुत अच्छा लग रहा था और उसकी चूत भी पनिया रही थी।
खाना खाने के बाद दोनों कपल अपने घर चले गये।
रास्ते में शुभम ने दीपक के बारे में पूछा तो साक्षी बात टाल गई लेकिन रात में शुभम से जबरदस्त चुदाई की और उसके लंड को पूरा चूस गई।
शुभम भी साक्षी का यह रूप देख खुश हो रहा था।
उधर दीपक ने भी रेणुका की चूत का आज बाजा बजा दिया।
उस दिन से दीपक साक्षी से खुल गया था और जिम में एक्सरसाइज के बहाने कभी स्तनों को दबाता तो कभी चूतड़ में हाथ लगाता।
और रात को दोनों अपने जोड़ों (दीपक रेणुका को साक्षी और साक्षी शुभम को दीपक मान) को दूसरे को समझ चुदाई करते।
एक दिन साक्षी को शुभम का फोन आया कि आज कहीं एक्साइज विभाग की रेड डालनी है तो वह 2 दिन घर नहीं आ पाएगा।
उस दिन जब साक्षी जिम आई तो थोड़ी उदास थी.
दीपक ने जब उससे पूछा तो बोली, “आज शुभम घर पर नहीं तो रात में बोर होऊंगी।”
दीपक ने तपाक से कहा, “कहो तो आज रात मैं सेवा दे दूं!”
साक्षी झेंप गई और कुछ बोलने के बजाय एक्सरसाइज करने लगी।
तभी रेणुका का फोन आया कि उसकी फ्लाइट आज लेट है और घर आते आते उसे सुबह हो जाएगी।
दीपक को साक्षी को चोदने का यह मौका अच्छा लगा और वो उसी के जुगत में लग गया।
उसने साक्षी से कहा, “रेणुका भी सुबह तक आएगी तो क्यों न डिनर एक साथ किया जाए।”
साक्षी भी मान गई।
जिम के बाद दीपक और साक्षी दोनों साक्षी के घर गये।
रास्ते में दीपक ने एक पैग के बहाने से वाइन भी ले ली।
घर पहुंच कर साक्षी नहाने चली गई।
दीपक उसको नंगी महसूस करके अपना लंड रगड़ रहा था।
नहा कर जब वो वापस आई तो उसने दीपक के पजामे में उभार साफ देखा और मुस्कुराते हुए कहा, “गर्मी बहुत है, तुम भी नहा लो, तब तक मैं खाना लगाती हूं।”
तो दीपक ने कहा, “नहीं खाने से पहले एक पैग लगाया जाएगा।”
दीपक ने नहा कर शुभम की बॉक्सर और टी शर्ट पहन लिया।
साक्षी ने नाइटी पहनी थी।
वाइन पीते पीते दीपक ने कहा, “अगर मेरी सरकारी नौकरी लग गई होती तो आज तुम मेरी होती!”
और उसकी तरफ देखने लगा।
तभी साक्षी ने कहा, “मान लो मैं आज तुम्हारी हूं तो तुम क्या करते?”
इशारा मिलते ही दीपक साक्षी के होंठों को चूमने लगा और उसके उरोजों को दबाने लगा।
साक्षी भी अब गर्म हो गई थी उसने दीपक के लंड को पकड़ कर रगड़ने लगी।
तभी दीपक ने उसकी नाइटी उतार दी।
अब वो केवल ब्रा और पैंटी में ही थी।
साक्षी ने भी दीपक का बॉक्सर उतार कर लंड मुंह में ले लिया और उसे चूसने लगी।
दीपक को खूब मजा आ रहा था।
उसने उसको उठाकर सोफे पर लिटा दिया और ब्रा पैंटी उतार दोनों 69 की अवस्था में आ गये।
अब दीपक ने उसकी चूत को अपने मुंह में भर लिया और जीभ से क्लिटोरिस को खुरदने लगा।
साक्षी आहें भरने लगी लेकिन मुंह में लंड होने से हूं.. हूं … हूं … ओह…. की आवाज निकल रही थी।
कुछ देर की चुसाई के बाद साक्षी बुरी तरह से झड़ गई।
दीपक ने उसके योनि रस को चाट करके पूरा निगल लिया।
अब साक्षी को घुटने के बल बैठा कर लंड उसके मुंह में चोदने लगा।
थोड़ी देर में दीपक का वीर्य निकल आया और साक्षी उसे अमृत की तरह पी गई।
दोनों एक दूसरे को देख कर मुस्करा रहे थे।
तभी दीपक का लंड फिर से हिचकोले लेने लगा उसने साक्षी को सोफे पर लिटाया और उसके ऊपर आ, लंड को चूत पर रगड़ने लगा।
साक्षी पागल हुई जा रही थी और “ओह … ओह … मजा आ गया… चोदो मुझे चोदो… चोद… निचोड़ दो मुझे” कह करके चूतड़ उठाकर लंड लेने का प्रयास कर रही थी।
तभी दीपक ने लंड को एक झटके में चूत में डाल दिया और साक्षी की चीख निकल गई।
साक्षी के पैर उठाकर उसने अपने कमर में लपेट दिया और तेजी से चोदने लगा।
कमरे में लंड और चूत के मिलन की मधुर संगीत चप… चप … आह… ओह… बज रहा था।
ऐसे ही चुदाई करते हुए दीपक ने साक्षी को सोफे के किनारे खड़े करके घोड़ी बना दिया और जोर जोर चोदने लगा।
साक्षी की चूत लगातार पानी बहा रही थी और दीपक के लंड में न जाने कहाँ की अकड़ आई हुई थी वो लगातार चोदे जा रहा था।
साक्षी के चुचों को उसने मसल मसल कर लाल कर दिया था।
कुछ देर चोदने के बाद फर्श पर साक्षी को कुतिया पोजिशन में आने को कहा और वो झट से रंडी की तरह कुतिया बन कर लंड का इंतजार करने लगी।
तभी दीपक ने उसके चूतड़ों को मार मार के लाल कर दिया और फिर एक झटके में गप्प की आवाज से लंड उसकी चूत में डाल दिया और जोर जोर से चोदने लगा।
करीब दस मिनट की लगातार चुदाई के बाद दीपक का लंड अकड़ने लगा और उसने चूत में ही सारा वीर्य भर दिया।
और हांफते हुए सोफे पर लेट गया।
साक्षी भी संतुष्टि का भाव लेकर उसके ऊपर नंगी ही लेट गई और अपने स्तन उसके मुंह में डाल दिये।
दीपक ने भी स्तन चूसना शुरू किया तो थोड़ी देर में साक्षी फिर से झड़ गई।
अब दोनों उठे और खाना खाने लगे।
फक ओल्ड फ्रेंड के बाद दीपक और साक्षी खाना खाने लगे थे।
दीपक साक्षी के चुचों को खाते हुए भी सहला रहा था।
खाना खाने के बाद दीपक और साक्षी बेड पर जाकर आराम करने लगे।
तभी रेणुका का फोन आया तो दीपक ने उसे बताया कि उसने बाहर से खाना मंगा कर खा लिया है और इधर-उधर की बातें कर कर फोन रख दिया।
उसने देखा कि साक्षी उसे बड़े ध्यान से देख रही थी तो उसने पूछा, “क्या हुआ?”
तो साक्षी ने बताया, “कॉलेज के दिनों की तमन्ना आज पूरी हो गई। मैं तो तुमसे ही शादी करती लेकिन घर वाले माने नहीं।”
दीपक ने कहा,”कोई बात नहीं, लो आज मैं तुम्हारी सिंदूर भर देता हूं!”
दीपक ने सिंदूर उठाया और उसकी मांग भर दी।
उसके बाद बोला, “अभी तो सिंदूर भर दिया है अब तो मेरा हक है कि तुम्हें रात भर चोदूं।”
ऐसा कहकर दीपक साक्षी को फिर से किस करने लगा और उसके स्तनों को दबाने लगा।
धीरे-धीरे उसके हाथ साक्षी के योनि पर चलने लगे और क्लिटोरिस को सहलाने लगे।
साक्षी भी गर्म हो गई थी और दीपक का साथ देने लगी।
तभी दीपक ने कहा,”अब मैं तुम्हारी गांड मारूंगा।”
साक्षी ने कहा, “शुभम ने मेरी गांड अभी तक नहीं मारी है, लेकिन तुम मेरे पति बन गये हो तो तुम्हारा हक तो बनता ही है।”
ऐसा कह कर वह उसके लंड को चूसने लगी थी।
दीपक आंखें बंद करके लंड चुसाई का मजा ले रहा था।
थोड़ी देर बाद उसने वापस साक्षी को लिटा दिया और उसकी चूत में अपना मुंह डाल चूसने लगा था और एक हाथ से उसकी चुचों को रगड़ भी रहा था।
ऐसे ही फोरप्ले के बाद दीपक ने अपना लंड साक्षी के चूत पर रख दिया और एक झटके में अंदर डाल दिया और तेजी से चोदने लगा।
साक्षी को मजा आ गया और वह बोली, “दीपक… मुझे चोदो … राजा और जोर से चोदो! चौद्दो… मुझे रंडी बना लो… मेरी सारी गर्मी निकाल दो.”
ऐसा बोल बोल कर वह चुदाने लगी।
दीपक अब बिस्तर पर लेट गया था और साक्षी उसके लंड पर बैठकर उसको चोद रही थी।
थोड़ा झुक कर साक्षी और दीपक एक दूसरे के होंठ भी चूसने लगे और नीचे से दीपक लगातार उसके चूत का बाजा बजा रहा था।
साक्षी अचानक से झड़ गई और दीपक के ऊपर लेट गई।
दीपक ने उसको सहलाया और थोड़ी देर में उसको डॉगी की पोजीशन में आने को कहा और उसकी चूत में अपना लंड डालकर चोदने लगा और उसकी गांड को सहलाने लगा।
दीपक ने गांड पर थूक लगा दिया और लंड को बाहर निकाल कर गांड पर लगा दिया और एक झटके में उसकी गांड में लंड डाल दिया।
साक्षी के आंसू निकल आए, थोड़ी देर रुक कर दीपक उसकी गांड मारने लगा।
अब साक्षी को भी अच्छा लगने लगा और वह भी दीपक का साथ दे रही थी।
ऐसे ही चुदाई करते-करते दीपक 20 मिनट बाद उसके गांड में ही स्खलित हो गया।
दोनों एक दूसरे को चिपट कर चूमने लगे, सहलाने लगे।
साक्षी ने कहा,”अब मैं तुम्हारी हो चुकी हूं और जब तुम्हारा मन करे तो, तुम मुझे चोद सकते हो।”
उसे रात दीपक ने साक्षी की एक बार और चुदाई की और वापस घर आ गया।
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