संतान के लिए बबीता जी की तूफ़ानी चुदाई

TMKOC सैक्सी वाइफ फक स्टोरी में टीवी की कामुक बबीता जी की चूत की जोरदार चुदाई उसी के पति अय्यर ने की. बबीता जी की नाजुक चूत अय्यर के काले लंड से फट गयी.

दोस्तो, मेरा नाम अंकित गोयल है.
मैं अपनी पहली सेक्स कहानी लिखने जा रहा हूँ और आशा करता हूँ कि आपको अच्छा लगेगा.
अगर आपको यह TMKOC सैक्सी वाइफ फक स्टोरी अच्छी लगे तो आप मुझे फीडबैक के लिए ईमेल जरूर करें.

जैसा कि आप सब जानते हैं, गोकुलधाम की सारी महिलाएं माँ बन चुकी हैं लेकिन सिर्फ़ बबीता और अंजलि ही ऐसी हैं, जिनके अभी कोई बच्चे नहीं हैं.

एक दोपहर अंजलि और बबीता आपस में बात कर रही थीं.
वे सोच रही थीं कि क्यों न अब वे भी माँ बन जाएं.

इस पर बबीता ने कहा- मैं इस बारे में अय्यर से बात करूँगी.
अंजलि ने भी कहा कि वह तारक से इस बारे में चर्चा करेगी.

वह रात का समय था, जब अय्यर ऑफ़िस से घर लौट रहा था.
घर आते ही बबीता ने उसका स्वागत किया.

जूते आदि उतार कर हाथ पैर धोने के बाद अय्यर बबीता के डिनर करने के लिए बैठ गया.

डाइनिंग टेबल पर बबीता थोड़ा शर्माती हुई अय्यर से बोली- क्यों न हमें अब बच्चा कर लेना चाहिए!

अय्यर एकदम से चौंक गया और बोला- क्या!
बबीता ने अपनी बात दोहराई- हां, तुमने ठीक सुना … मैं प्रेग्नेंट होना चाहती हूँ!

अय्यर थोड़ा सोचने लगा और फिर वह मान गया.

वह बबीता से बोला- मैं सोडा पीने जा रहा हूँ. जब वापस आऊंगा, तो तुम मेरे लिए तैयार रहना!

यह कहकर वह सोडा लेने चला गया.

अय्यर के जाने के बाद बबीता पहले थोड़ा शर्माई, फिर बाथरूम में चली गई.

वहां उसने अपने सारे कपड़े उतार दिए और काले रंग की ट्रांसपैरेंट ब्रा और पैंटी पहन ली.

इसके बाद वह चमकदार नीला कुर्ता और लाल सलवार पहनने लगी.
उसके हाथों में खनकती चूड़ियां, कानों में झुमके, गले में सुंदर हार, पैरों में पायल और माथे पर सिंदूर दमक रहा था.

वह मंगलसूत्र भी सही करने लगी और बाद में कम ऊंची वाली हील्स अपने पैरों में डाल कर रेडी हो गई.

उसने मंद मंद मुसकुराते हुए घर की सारी लाइट्स को डिम कर दिया और चारों ओर एयर फ्रेशनर की खुशबू फैला दी.

बबीता ने खुद को भी बहुत अच्छा परफ्यूम लगाया और अपने बाल खुले छोड़ दिए.
अब वह पूरी तरह से अय्यर के लिए तैयार थी.

जब अय्यर सोडा पीकर लौटा, तो बबीता ने दरवाज़ा खुला रखा था.
वह सीधे अन्दर आया और देखता है कि डिम लाइट्स, मनमोहक खुशबू और रोमांटिक माहौल है.

उसने आवाज़ दी- बबीता … बबीता!
उसकी आवाज़ सुनकर बबीता बेडरूम से धीरे-धीरे कैटवॉक करती हुई बाहर आ गई.

उसकी पायल की छन-छन की आवाज़ पूरे घर में गूंज रही थी.
अय्यर उसे देखकर मंत्रमुग्ध हो गया, क्योंकि बबीता बेहद खूबसूरत लग रही थी.

उसका चुस्त कुर्ता और आकर्षक फिगर अय्यर को दीवाना बना रहा था.
वह बोला- बबीता … अब एक बच्चे से काम नहीं चलेगा, लगा 10-12 बच्चे तो करने ही पड़ेंगे!

यह कहकर वह बबीता का हाथ पकड़ कर उसे बेडरूम में ले गया.

बबीता शर्माती हुई, पायल की छन-छन के साथ बेडरूम में चली गई.
अय्यर ने दरवाज़ा बंद कर दिया.

अय्यर को पता था कि आज उसे बबीता के साथ सेक्स करना है, इसलिए उसने अब्दुल की दुकान पर ही सेक्स की दो गोलियां खा ली थीं.
बबीता इतनी हॉट लग रही थी कि अय्यर का लंड पूरी तरह खड़ा हो गया था.

उसने बबीता का हाथ पकड़ा और उसे झटके से अपनी ओर खींच लिया.

बबीता अय्यर से टकरा गई.
उसकी चूचियां अय्यर के सीने में गड़ रही थीं और अय्यर का खड़ा लंड बबीता को अपने पेट पर महसूस हो रहा था.

बबीता थोड़ी शर्मा गई.

अय्यर ने अपना एक हाथ बबीता की कमर पर रखा और दूसरे से उसके चूतड़ पकड़ कर ज़ोर से दबा दिया.
बबीता के मुँह से निकल गया- आह्ह!

अब अय्यर और बबीता इतने करीब थे कि उनके बीच कोई जगह नहीं थी.
उनकी सांसें एक-दूसरे से टकरा रही थीं और उनके होंठ एक-दूसरे को चूमने के लिए बेताब थे.

बबीता भी माँ बनने के लिए पूरी तरह तैयार थी.

अय्यर आगे बढ़ा और उसने बबीता के गाल पर एक चुम्बन धर दिया, जिससे बबीता सिहर गई.

फिर वह दोनों हाथों से बबीता के गाल पकड़ कर उसे अपने और करीब ले आया.

अय्यर ने बबीता के होंठों पर चूमना शुरू कर दिया.
वह उसके निचले होंठ को ऐसे चूसने लगा था, जैसे कोई बच्चा आइसक्रीम चूस रहा हो.

अगले ही पल वह कामांध हो गया और उसने होंठ को इतनी ज़ोर से चूसना शुरू कर दिया कि उसके दांत तक बबीता के होंठ में गड़ गए.
बबीता के होंठ से खू/न निकलने लगा.

बबीता गुस्से से बोली- पागल हो गए हो क्या? ऐसे तो तुम मुझे खा ही जाओगे!

अय्यर थोड़ा होश में आया और उसने अपनी गलती स्वीकारते हुए सामान्य तरीके से चूमना शुरू कर दिया.

अब पूरे कमरे में सिर्फ़ उनके चुम्बन की आवाज़ें गूंज रही थीं.
‘पुच … पुच … पुच … पुच!

बबीता की सांसें तेज़ हो रही थीं.

उन दोनों का यह चुम्बन लगभग 15 मिनट तक चलता रहा.

इसके बाद अय्यर और बबीता एक-दूसरे को देखने लगे.

उनके चेहरों पर एक-दूसरे का थूक लगा हुआ था.
यह देखकर वे दोनों मुस्कुरा दिए.

फिर अय्यर बेड पर बैठ गया और उसने बबीता को अपनी गोद में बिठा लिया.

अय्यर का खड़ा लंड बबीता की गांड में चुभ रहा था और उसे यह बहुत अच्छा लग रहा था.

अय्यर बबीता के बालों को उसकी गर्दन से हटाने लगा और उसका नेकलेस उतार दिया. उसने बबीता की गर्दन पर चूमना शुरू कर दिया.

बबीता धीरे-धीरे कराहने लगी- आह … आह … ऊंह … ऊंह … आह … आह … ऊंह!
जल्दी ही बबीता की चूत पानी छोड़ने लगी.

बबीता ने अपने हाथों से बेड को कसकर पकड़ा हुआ था और वह बस मज़े ले रही थी.

अय्यर उसे चाट रहा था, उसकी गर्दन को चाट रहा था और उसने अपने हाथ बबीता की जांघों पर रखे हुए थे.
बीच-बीच में वह उसकी चुत को भी छू रहा था.

इस तरह से किस करने के बाद अय्यर बबीता के हाथों को पकड़ लिया और धीरे-धीरे अपने हाथ उसकी बांहों के ऊपर ले जाने लगा.
वह उसके कंधों तक पहुंच गया और उसके कंधों से सूट को हटा दिया.

अय्यर ने पीछे की डोरी खोली तो बबीता की काले रंग की ब्रा की स्ट्रैप बाहर आ गई और कुर्ता उसकी चुचियों से थोड़ा नीचे चला गया, जिससे उसकी चूचियां भी दिखने लगीं.

बबीता की दोनों चूचियों के बीच में मंगलसूत्र फंसा हुआ बड़ा ही कामुक लग रहा था.

अय्यर फिर से बबीता की कमर पर किस करने लगा.
उसी पोजीशन में बैठे-बैठे अय्यर ने बबीता से फंसे हुए कुर्ते को बदन से बाहर निकालने को बोला.

बबीता को इस काम में जरा मुश्किल हो रही थी पर उसने अपने कुर्ते को निकाल ही दिया.

जैसे ही कुर्ता बबीता के बदन से बाहर निकला, अय्यर ने कसकर उसके पेट को पकड़ लिया और उसकी कमर को चाटने लगा.

अय्यर ने बबीता की ब्रा को भी उतार कर फेंक दिया.

अब अय्यर ने बबीता की चूचियों को ज़ोर से पकड़ लिया और ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा.

क्योंकि बबीता का मंगलसूत्र उसकी चूचियों के बीच में फंसा हुआ था, अय्यर के ज़ोर से दबाने के कारण मंगलसूत्र उसकी चूचियों में गड़ गया, जिससे बबीता को दर्द होने लगा.

बबीता के मुँह से चीख निकल गई- आहहह!
तभी मंगलसूत्र की तीखी रगड़ से उसकी चूचियों से खू/न निकल गया.

इसके बाद अय्यर बबीता के पिंक निपल्स को अपनी उंगलियों से मसलने लगा, जिसकी वजह से बबीता को दर्द हुआ.

वह बोली- आह आराम से करो ना अय्यर … ऐसे तो मैं दर्द से मर जाऊंगी!

पर अय्यर ने बबीता की बात पर ध्यान नहीं दिया और वह लगातार उसकी गोरी-गोरी चूचियों को दबाता मसलता रहा.

बीच-बीच में वह उसके पिंक निपल्स को भी मसलता रहा, जिसके कारण बबीता को दर्द हो रहा था.

वह चीख रही थी- आहहह … आहहह … आहहह … मां, मर गई आहहह!
उसकी आंखों में आंसू आ गए.

पूरे कमरे में बस बबीता की चीखें और उसके रोने की आवाज़ गूंज रही थी.

फिर अय्यर ने उसकी सलवार का नाड़ा पकड़ा और उसे झटके से खोल दिया.
उसने बबीता को खड़ा कर दिया, जिससे उसकी सलवार नीचे गिर गई.

फिर उसने उत्तेजना और जोश में बबीता की पैंटी को भी फाड़ दिया और खुद भी अपने सारे कपड़े उतार दिए.

बबीता जैसी हॉट औरत बिल्कुल नंगी अय्यर के सामने खड़ी थी, चुदने को तैयार!

अय्यर ने बबीता को अपनी गोद में उल्टा लिटा लिया, मतलब अय्यर बैठा हुआ था और बबीता का पेट अय्यर के घुटनों पर था.
वह बेड पर औंधी लेटी हुई थी, जिससे बबीता के चूतड़ अय्यर के मुँह के सामने थे.

अय्यर ने वहीं पास में रखे आइस बॉक्स से बर्फ का एक टुकड़ा निकाला और उसे बबीता की कमर पर लगा कर रगड़ने लगा.

चूंकि सर्दी का मौसम था, एकदम से बर्फ लगने से बबीता को बुरी तरह से झटका लगा.

अय्यर धीरे-धीरे बर्फ को बबीता की गांड के छेद के पास ले गया और धीरे से बर्फ को बबीता की गांड के छेद में डाल दिया.

इससे बबीता को दर्द हुआ और वह कराह उठी- आहह … आहह!

अय्यर ने अपने दोनों हाथों से बबीता के चूतड़ों को ज़ोर-ज़ोर से दबाया और बीच-बीच में उन पर थप्पड़ भी मारने लगा.
जैसे ही वह थप्पड़ मारता, बबीता के मुँह से दर्द के कारण चीख निकल जाती ‘आहह!’

उसके बाद अय्यर ने बबीता की चूत में अपना हाथ रख दिया जिससे बबीता कांप गई.

अब अय्यर ने बिना कुछ सोचे एकदम से अपनी दो उंगलियां बबीता की चूत के अन्दर डाल दीं.
इससे बबीता के मुँह से सिसकारियां निकलने लगीं- आहह … आहह … आहह.

अय्यर अपनी उंगलियों को ज़ोर-ज़ोर से अन्दर-बाहर करने लगा, जिससे बबीता की चूत ने पानी छोड़ दिया.
बबीता मादक सिसकारियां ले रही थी.

अय्यर ने बबीता को बेड पर लिटा दिया.
बबीता बिल्कुल नंगी बेड पर लेटी हुई थी और सेक्स के लिए तड़प रही थी.

उसके बाद अय्यर बबीता के ऊपर आ गया.

पहले वह उसके गालों पर किस करने लगा, फिर उसके होंठों पर बहुत ज़ोर से किस करने लगा.

इस वजह से पहले जहां होंठ फटा था, वहां से दोबारा खू/न आने लगा.

फिर अय्यर बबीता की चूचियों पर किस करने लगा और उनके निपल्स को ज़ोर से काटने लगा.
इस कारण बबीता की आंखों में दर्द के मारे आंसू आ गए.

फिर अय्यर ने उसके पेट को चूमना शुरू कर दिया.

उसका चूमना इतना तेज था मानो वह बबीता की नाभि को तो खा ही जाएगा!

अब वह बबीता की चूत के पास आया, उसकी टांगों को किस करने लगा, उसके चूतड़ों को दबाने लगा.

अब तक अय्यर का लंड भी पूरी तरह से खड़ा हो गया था.
बबीता को प्रेग्नेंट करने के लिए उसका लंड बिल्कुल तैयार था.

बबीता से भी अब रहा नहीं जा रहा था.
वह बोली- अय्यर, अब मुझे और मत तड़पाओ … प्लीज़ मेरे साथ सेक्स करो ना!

अब अय्यर और बबीता मिशनरी पोजीशन में आ गए थे.

अय्यर ने अपने लंड को बबीता की चूत के ऊपर सैट कर दिया और धीरे-धीरे अन्दर डालने लगा.
लंड का ऊपरी सिरा बबीता की चूत में चला गया.
बबीता के मुँह से ‘आह …’ निकल गई.

तभी अय्यर एक और जोरदार धक्का दे मारा जिससे उसका पूरा लंड बबीता की चूत में समा गया.

इससे बबीता को बहुत ज्यादा दर्द हुआ क्योंकि उसने बहुत लंबे समय से सेक्स नहीं किया था.

दर्द की वजह से उसके मुँह से चीख निकल गई- आहह हहह … मर गई माँ! उसकी आंखों में आंसू आ गए.

वह इतनी जोर से चीख उठी थी कि उसकी चीख बेडरूम से होती हुई हॉल तक … और फिर बाहर तक सुनाई दे गई.

उसी वक्त बाहर से गुजर रहे पोपटलाल ने यह चीख सुन ली.
वह समझ गया कि आज बबीता की अच्छी सेवा होने वाली है.

अय्यर और बबीता के बेडरूम में, बबीता नंगी लेटी हुई है.

अय्यर उसके ऊपर लेटा हुआ था और उसका पूरा लंड बबीता की चूत में घुसा हुआ था.

बबीता की आंखों में आंसू थे … दर्द के मारे उसका बुरा हाल था और उसके मुँह से चीखें निकल रही थीं.

बबीता अय्यर से बोली- थोड़ा आराम से करो ना! मुझे बहुत दर्द हो रहा है!

लेकिन अय्यर ने जवाब दिया- बबीता बेबी, अगर तुम्हें माँ बनना है, तो दर्द तो सहना पड़ेगा … और एक बार नहीं, कई बार सहना पड़ेगा!

इसके बाद वह प्यार से बबीता के माथे पर हाथ फेरने लगा और उसे चूमने लगा.
उसने अपना लंड बबीता की चूत से बाहर निकाल लिया तो बबीता को राहत मिल गई. लेकिन तभी उसने फिर से पूरा अन्दर डाल दिया.

इससे बबीता को फिर से बहुत दर्द हुआ.
उसकी आंखों से और आंसू निकलने लगे थे और मुँह से चीख निकलने लगी थी ‘आहह हहह … माँ मर गई!’

अय्यर बबीता की चूचियों को अपने हाथों से दबाते हुए बोला- बबीता बेबी, अपनी माँ को क्या याद कर रही हो? तुम्हें पैदा करने के लिए तुम्हारी माँ भी तुम्हारे बाप से इसी तरह चुदी होगी!

यह कह कर वह हंसने लगा और उसने बबीता की चूत में धक्के मारना शुरू कर दिए.

बबीता की चूत बहुत टाइट थी इसलिए उसे लगातार दर्द हो रहा था.

उसकी आंखों से आंसू निकल रहे थे और मुँह से चीखें निकल रही थीं- आहह … आह हहह … मर गई माँ आहह हह … अय्यर साले कुत्ते धीरे चोद … मुझे आज चोद-चोद कर ही मार डालेगा क्या? आहहहह … माँ बचाओ मुझे इस कसाई से आह!

लेकिन अय्यर बिना कुछ सोचे, पागलों की तरह धक्के मार रहा था.
उसने दो गोलियां खाई थीं.

बबीता बोली- इस तरह तो तुम मुझे सुबह चलने लायक भी नहीं छोड़ोगे!

अय्यर ने उसकी ये सब नहीं सुनी.
वह लगातार बबीता की चूत में तेजी से धक्के मार रहा था.

धक्कों की वजह से बबीता की चूत से थोड़ा खू/न भी निकल गया, शायद घर्षण के कारण उसकी चूत में कुछ खरोंच लग गई थी.

बबीता अब लगातार रो रही थी और चीख रही थी- आहह … माँ … आह … मर गई माँ!

फिर अय्यर बबीता से बोला- पोजीशन चेंज करते हैं!
वह बबीता को कुतिया बनने को बोला.

अब बबीता कुतिया बन गई.
उसकी दो बड़ी-बड़ी चूचियां नीचे ऐसे लटक रही थीं, जैसे बड़े-बड़े आम हों.
उनके ऊपर मंगलसूत्र झूल रहा था.

उसके हाथ बेड पर टिके हुए थे, हाथों में चूड़ियां थीं, पैरों में पायल बज रही थीं.

बबीता को दर्द हो रहा था … उस कारण से उसके पैर कांप रहे थे, जिस वजह से पायल गजब छनक रही थी.

फिर अय्यर बबीता के पीछे गया और उसने अपना लंड बबीता की रस टपकाती चूत पर सैट करने लगा.
जैसे ही छेद में सुपारा ने चुंबन किया … अय्यर ने जोर से धक्का मार दिया.

बबीता कुतिया बनी हुई थी, तो अय्यर का लंड पूरी तरह से बबीता की चुत की गहराई में उतर गया और उसके जी-स्पॉट को छूकर रगड़ देने लगा.

पूरा लंड अन्दर ब/च्चेदानी तक चला गया था.

लौड़े के पेवस्त होते ही अय्यर ने बबीता की कमर को पकड़ा और जोर-जोर से धक्के मारना शुरू कर दिए.

बबीता का दर्द अब और बुरा हो गया था.
वह रो रही थी, उसकी आंखों से आंसू बह रहे थे और मुँह से चीखें निकल रही थीं ‘आआ आईई ऊऊऊह मर गई माँ … किस कसाई के पल्ले पड़ गई आह मर गई!’

कमरे में उस वक्त सिर्फ बबीता की चीखों और अय्यर के धक्कों की आवाज ‘फट-फट-फट’ गूंज रही थी.

यह मंजर लगभग बीस मिनट तक चला.

अय्यर बबीता को चोदता रहा और बबीता रोती और चीखती रही.

अय्यर ने उसकी एक नहीं सुनी.

बीस मिनट बाद जब अय्यर बबीता के अन्दर अपना वीर्य छोड़ने वाला था, तो उसने बबीता से कहा- बेबी, क्या तुम माँ बनने के लिए तैयार हो?
बबीता ने जवाब दिया- हां प्लीज! उसी के लिए तो इतनी देर से दर्द सह रही हूँ!

बस अय्यर ने तेजी से धक्के मारना शुरू किए.
बबीता का दर्द और बढ़ गया और वह और जोर से चीखने लगी ‘आआह ईईई उफ्फ़ मर गई आह!’

तभी अय्यर ने आह आह करते हुए अपना पूरा वीर्य बबीता की चूत के अन्दर डाल दिया और अपना लंड धीरे-धीरे बाहर निकाल लिया.

अब बबीता को थोड़ी राहत मिली.
बबीता नंगी ही बिस्तर पर लेट गई और अय्यर उसके बगल में लेटा था.

बबीता ने अय्यर के कंधे पर सिर रखा और उससे चिपक गई.

अय्यर ने बबीता को गले लगा लिया और कहा- सॉरी बेबी … आज मैंने तुम्हें बहुत दर्द दिया, तुम्हें बहुत रुलाया!

बबीता ने जवाब दिया- कोई बात नहीं! माँ बनने के लिए इतना दर्द तो सहना ही पड़ता है!

अय्यर ने उसे समझाया- एक बार सेक्स करने से तुम माँ नहीं बन जाओगी. पूरी तरह से माँ बनने के लिए तुम्हें कई बार ऐसे ही अच्छा सेक्स करना होगा … खासतौर पर तुम्हारे पीरियड्स समाप्त होने के एक हफ्ता बाद, जिससे माँ बनने की संभावना बहुत बढ़ जाएगी!

यह सुनकर बबीता थोड़ी चिंतित हो गई, क्योंकि उसे आज जितना दर्द हुआ था, उतना ही दर्द उसे कई बार और सहना पड़ेगा.
फिर भी उसने कहा- ठीक है … मैं माँ बनने के लिए कुछ भी करने को तैयार हूँ. मैं कई बार ऐसे सेक्स ही करूँगी.

चूंकि बबीता को बहुत दर्द हो रहा था और खू/न भी निकला था, तो अय्यर ने वहां बर्फ लगाई.

फिर दोनों नंगे ही एक-दूसरे से चिपक कर सो गए.
सुबह जब अलार्म बजा, तो बबीता ने बिस्तर से उठने की कोशिश की.

लेकिन उसके चूतड़ों और कमर के निचले हिस्से में बहुत दर्द था.
रात की लंबी चुदाई की वजह से वह ठीक से चल भी नहीं पा रही थी.

अय्यर उसे उठाकर बाथरूम ले गया और टॉयलेट सीट पर बिठा दिया.
बबीता फ्रेश हो गई, फिर अय्यर भी फ्रेश हुआ.

इसके बाद अय्यर ने बबीता को गर्म पानी से नहलाया, उसकी चूत पर दवा लगाई और उसे एक पतली नाइटी पहनाई, जो सिर्फ़ घुटनों तक थी.

बबीता ने ब्रा और पैंटी नहीं पहनी.
फिर अय्यर ने बबीता को गोद में उठाकर बिस्तर पर बिठाया, उसके लिए नाश्ता लाया और उसे अपने हाथों से खिलाया.

खाना खाते वक्त बबीता को उल्टी जैसा महसूस हुआ.

उसने अय्यर से कहा- कहीं मैं प्रेग्नेंट तो नहीं हो गई हूँ?
अय्यर ने समझाया- इतनी जल्दी कोई लड़की प्रेग्नेंट नहीं होती, इसमें अभी समय लगेगा.

फिर अय्यर ने उसका टेम्प्रेचर चेक किया, तो पता चला कि बबीता को थकान की वजह से हल्का बुखार है.

अय्यर ने उसे बुखार की गोली दी और माथे पर चूम लिया.
अय्यर की ऐसी देखभाल देखकर बबीता को बहुत अच्छा लगा.

उसने कहा- अय्यर तुम बहुत अच्छे हो! आई लव यू!
अय्यर ने जवाब दिया- आई लव यू टू, बबीता बेबी!

फिर उसने बबीता को बिस्तर पर लिटाया, चादर ओढ़ाई और आराम करने को कहा.
इसके बाद अय्यर ऑफिस चला गया और बबीता दवा के असर से सो गई.

दोपहर में बबीता के घर की डोरबेल बजी. नींद से जागकर बबीता कांपती टांगों और लंगड़ाती हुई चीजें पकड़ कर दरवाजे तक पहुंची.
उसने दरवाजा खोला, तो सामने अंजलि खड़ी थी.

बबीता की हालत देखकर अंजलि दंग रह गई.
बबीता का होंठ फटा हुआ था और उसने सिर्फ़ एक पतली, छोटी नाइटी पहनी थी … जिसमें से उसके बूब्स पर मंगलसूत्र की वजह से लगा कट साफ़ दिख रहा था.

उसकी टांगें कांप रही थीं.
अंजलि अन्दर आई और दोनों सोफे पर बैठ गईं.

अंजलि ने पूछा- बबीता जी, क्या हुआ? आपकी ऐसी हालत कैसे हुई?
बबीता ने बताया- अंजलि भाभी, मैंने अय्यर से बच्चे के बारे में बात की थी, और उसने हां कर दी. कल रात हमने बच्चे के लिए सेक्स किया और अय्यर ने मेरा पूरी तरह बैंड बजा दिया! मेरी सुसू में सूजन आ गई है, बहुत दर्द हो रहा है, और हल्का बुखार भी है!

यह सुनकर अंजलि डर गई क्योंकि वह भी प्रेग्नेंट होने के बारे में सोच रही थी.
लेकिन जब बबीता ने बताया कि अय्यर ने उसका कितना ख्याल रखा, तो अंजलि को थोड़ी राहत मिली.

फिर अंजलि ने कहा- ठीक है बबीता जी, आप आराम करें … मैं चलती हूँ!

तो दोस्तो, मैं आशा करता हूँ कि मेरी यह TMKOC सैक्सी वाइफ फक स्टोरी आपको पसंद आई होगी. इसके फीडबैक के लिए आप मुझे ईमेल कर सकते हैं.
ऐसी ही दूसरी गर्म सेक्स कहानी लेकर मैं आपके सामने आता रहूंगा.
अगली सेक्स कहानी में हम देखेंगे अंजलि और तारक का सेक्स … तब तक के लिए अपनी जिंदगी को इंजॉय करें. थैंक्यू.
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