ऑफिस की कुलीग होटल में आकर चुद गई- 1

मराठी गर्ल सेक्स कहानी में पुणे में मेरे ऑफिस में एक नई लड़की आयी. हम दोस्त बन गये. उसका भरा पूरा बदन मुझे सेक्स के लिए उत्तेजित करता था. एक दिन उसने पिकनिक पर चलने को कहा.

हाय दोस्तो, मेरा नाम ऋषि है.
मैं पुणे में रहता हूँ.

अंतर्वासना में यह मेरी पहली सेक्स कहानी है.
मैं आशा करता हूँ कि आपको मेरी मराठी गर्ल सेक्स कहानी पसंद आएगी.

मैं पुणे में एक अच्छी कंपनी में जॉब करता हूँ और वहीं मुझे मेरी सेक्स पार्टनर मिली, जिसकी यह कहानी है.

मैं दिखने में कुछ खास नहीं हूँ लेकिन मैंने कॉलेज के दिनों में जिम किया है तो मेरा शरीर बहुत मस्कुलर है और किसी भी लड़की या औरत को पसंद आएगा ही, इसकी गारंटी है.

मेरी हाइट साढ़े पांच फीट है और मेरा लंड साढ़े सात इंच लंबा और ढाई इंच मोटा है, जो हर लड़की को खुश करने के लिए काफी है.

अब मैं वाणी (ऑफिस की मेरी दोस्त) के बारे में बताता हूँ.
मराठी गर्ल वाणी दिखने में बहुत क्यूट लड़की है और मुझे वह बड़ी सेक्सी लगती है.

उसके 36 इंच के बूब्स और 38 की गांड मुझे बहुत आकर्षित करती है.

वैसे तो हम पहले ऑफिस में मिले थे लेकिन बाद में हम एक-दूसरे से बहुत घुल-मिल गए.

हम दोनों रोज़ ऑफिस के बाद एक-दो घंटे बाहर घूमने चले जाते.
इस तरह हमने एक ही महीने में पूरा पुणे शहर घूम लिया.

फिर हम दोनों ऑफिस खत्म करके कभी पब जाते, तो कभी होटल में खाना खाने चले जाते.

एक बार खाना खाते समय मैंने वाणी को पुणे के आस-पास के एरिया के बारे में बताया तो उसने कहीं बाहर घूमने का प्लान करने को कहा.

अब तक मेरे मन में उसके बारे में बिल्कुल कोई बुरे ख्याल नहीं थे.

फिर ऐसे ही 2-4 हफ्ते बीत गए.
वह मेरे पीछे पड़ी रही कि कहीं बाहर घूमने चलते हैं.

मैंने वाणी को महाबलेश्वर के बारे में बताया तो वह तुरंत मान गई.

हमने शनिवार और रविवार का प्लान बनाया.

प्लान के अनुसार हम शनिवार सुबह जल्दी पुणे से कार लेकर निकल गए और सुबह करीब दस बजे महाबलेश्वर पहुंच गए.

मैंने पहले से ही वहां एक रिसॉर्ट में एसी रूम बुक करवाया था.
वहां पहुंचने के बाद हमने रिसॉर्ट में चैक-इन किया और दोनों फ्रेश होने चले गए.
हमने तय किया था कि थोड़ा आराम करके शाम को घूमने निकलेंगे.

प्लान के मुताबिक हम दोनों ने फ्रेश होकर कपड़े बदले और खाना खाने के लिए बाहर गए.

खाना खाते समय बातों-बातों में वाणी ने बहुत सारी रोमांटिक बातें भी कह दीं.
बहुत सारा हंसी-मज़ाक भी हुआ.

हम दोनों बहुत खुश थे.
मैं किसी लड़की के साथ पहली बार ऐसे होटल में रह रहा था तो थोड़ी शर्मिंदगी महसूस हो रही थी.

लेकिन हमने खुलकर बातें की जिससे मुझे थोड़ा खुला-खुला महसूस हुआ.

कुछ समय बाद मुझे नींद आने लगी.

तभी वाणी ने कहा- मुझे तुम्हें कुछ बताना है!
मैंने तुरंत पूछा- क्या हुआ?

वह बहुत सीरियस मूड में आ गई और बोली- मेरा यहां जॉब जॉइन करने से दो दिन पहले ही ब्रेकअप हो गया था.
यह बता कर वह रोने लगी.

मुझे बिल्कुल समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूँ.
तभी मुझे शाहरुख खान की मूवी याद आईं और मैंने उसकी पीठ सहला कर उसे शांत करने की कोशिश की.

मैंने उसे बहुत समझाया.
लेकिन वह शांत होने का नाम ही नहीं ले रही थी.

मैंने उसकी आंखें पौंछीं और उसे टाइट हग किया, फिर उसकी पीठ सहलाने लगा.

तब वह थोड़ी शांत हुई.
लेकिन उसका हल्का-हल्का रोना अभी भी जारी था.

वह मेरे कंधे पर सिर रखकर रो रही थी.
उसके बाल बिखरे हुए थे और उसके दोनों हाथ मेरी बांहों के चारों ओर लिपटे हुए थे.

मैं उसे बहुत समझाने की कोशिश कर रहा था.

कुछ देर बाद वह शांत हो गई और मेरी बांहों से बाहर आई.
उसने मेरी आंखों में देखना शुरू किया.

ऐसी बुरी स्थिति में मेरे मन में कोई गंदे ख्याल नहीं थे.
मुझे मन ही मन उसके लिए बहुत बुरा लग रहा था.

मैं भी बहुत भावुक हो गया था.
तभी अचानक उसके होंठ मेरे होंठों से चिपक गए.

मुझे ऐसा लगा जैसे बिजली गिर गई हो.
मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि कैसे रिएक्ट करना है.
मेरे दिमाग में अभी भी कुछ नहीं था, तो मुझे थोड़ा अजीब लग रहा था.

उसने मेरे सिर को पकड़ रखा था और मुझे किस किए जा रही थी.
इस वक्त भी मैं बिल्कुल नॉर्मल था. मेरी रिएक्शन ‘थ्री इडियट्स’ के आमिर खान जैसी थी जब करीना आमिर को पहली बार किस करती है.

वाणी मुझे छोड़ने के मूड में बिल्कुल नहीं थी.
उसने करीब दस मिनट तक मुझे किस किया, फिर जाकर अलग हुई.

हम दोनों ने करीब आधा घंटा एक-दूसरे से बात नहीं की.

मुझे सचमुच समझ नहीं आ रहा था कि जो हुआ, वह सही था या गलत.
लेकिन दोस्तो, सचमुच मुझे मेरी जिंदगी की पहली किस का बहुत मज़ा आया था.

अब तक मैंने कभी सेक्स नहीं किया था इसलिए मुझे थोड़ा डर लग रहा था.

मेरे पास कोई प्रोटेक्शन (कंडोम) भी नहीं था तो वह मेरा दूसरा टेंशन था.

मैंने कमरे से बाहर जाकर अपने एक बहुत क्लोज़ फ्रेंड को कॉल किया और उसे सब कुछ बता दिया.

उसने कहा- भाई अगर लड़की तैयार है, तो तू क्यों डर रहा है. तुझे भी पहला सेक्स का अनुभव मिल जाएगा. एक बार ट्राय तो कर ले, बहुत मज़ा आएगा!

मैंने उसे बताया कि मेरे पास कंडोम भी नहीं है.
उसने मुझे तुरंत किसी मेडिकल शॉप से कंडोम खरीदने की सलाह दे दी.

मैंने कॉल खत्म करके कमरे में प्रवेश किया.
उस समय वाणी शांत थी, कुछ बोल नहीं रही थी.

मैंने कार निकाली और बाहर मेडिकल शॉप पर पहुंच गया.
रास्ते में वाणी का कॉल आया.

शायद उसे लग रहा था कि मुझे बहुत बुरा लगा और मैं नाराज़ हूँ.
लेकिन मैंने मन बना लिया था कि आज मुझे उसके साथ सेक्स करना ही है.

मैंने उसे कॉल पर बताया- मैं नॉर्मल हूँ और थोड़ा बाहर घूमने आया हूँ.

मेडिकल शॉप के पास पहुंच कर मुझे कंडोम मांगने में शर्मिंदगी महसूस हो रही थी.

फिर भी मैंने हिम्मत जुटाकर कंडोम का एक पैक ले लिया और साथ में एक हेयर रिमूवल क्रीम भी खरीदी क्योंकि मेरे दोस्त ने मुझे झांटें साफ करने की सलाह दी थी.

ये सब सामान लेकर मैं तुरंत बाथरूम में घुस गया.
झांटें साफ करने के बाद मैं बाहर आकर बिस्तर पर लेट गया.

तभी वाणी मेरे पास आई और सॉरी बोलने लगी.
मैंने उसे समझाते हुए कहा- सॉरी कहने की कोई ज़रूरत नहीं है. जो कुछ भी हुआ, मुझे बहुत अच्छा लगा.

मेरी बात सुनकर वह थोड़ा खुल गई और हमारी अच्छी बातचीत शुरू हो गई.
मैंने उसे बताया- वह मेरी ज़िंदगी का पहला किस था और मुझे बहुत मज़ा आया.

ये सुनकर वह हंस पड़ी और मेरे गालों पर पप्पी ले ली.
मैंने उसे अपनी बांहों में जकड़ लिया और कहा- आई लव यू.

फिर मैं अपने होंठ उसके होंठों के पास ले गया.
उस पल वाणी थोड़ा पीछे हटी लेकिन पलक झपकते ही उसने मेरे होंठों को अपने होंठों में जकड़ लिया.

दोस्तो, उस किस के दौरान मैं मानो सातवें आसमान पर था.
हम दोनों बड़े आराम से किस का आनन्द ले रहे थे.

मुझे उसके गुलाबी पंखुड़ियों जैसे होंठों का रस पीने में मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
साथ ही मेरा सात इंच का लंड खड़ा हो गया था.

वह मेरी जीभ के साथ बहुत अच्छे से खेल रही थी जिससे मैं बहुत उत्तेजित हो रहा था.
उत्तेजना के कारण मेरा लंड और सख्त हो गया और मैं इसे साफ़-साफ़ महसूस कर पा रहा था.

वाणी भी मेरे सख्त लंड को महसूस कर रही थी.

उसकी जीभ का स्वाद इतना रोमांचक था कि मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकता.
इसके सही अनुभव के लिए आपको अपने किसी प्यार करने वाले को किस करना होगा.

हम दोनों एक-दूसरे को चूमते हुए बिस्तर पर लेट गए और होटल के मुलायम कंबल को अपने ऊपर ओढ़ लिया.

हम एक-दूसरे की जीभ से खेल रहे थे और खूब मज़ा ले रहे थे.

अब मैं आगे बढ़ना चाहता था इसलिए मैं उसके ऊपर आ गया और उसके स्तनों को सहलाने लगा.
उसके स्तन बहुत मस्त थे, शायद 38 इंच के होंगे.

मैं उसके ऊपर चढ़ा हुआ था और उसके होंठों को चूम रहा था.
उस जोरदार चुंबन के साथ मुझे ट्रिपल संडे का अनुभव हो रहा था, जिसे मैं कभी नहीं भूल सकता.

वाणी भी अपनी तरफ से मेरा पूरा साथ दे रही थी, जो मेरे लिए बहुत सुखद अनुभव था.
मैंने पहले कभी नहीं सोचा था कि एक लिप किस मुझे इस हद तक उत्तेजित कर देगा.

मैं उसके मम्मों को टॉप के ऊपर से दबाने लगा और अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ने लगा.
एक हाथ से मैंने उसकी गर्दन पकड़ रखी थी और मेरा दूसरा हाथ उसके स्तनों पर घूम रहा था.
मैं उसके निपल्स के साथ खेल रहा था.

मैंने उसके कड़क हुए निपल्स को महसूस किया, जिससे मैं और उत्तेजित हो गया.

लगभग पांच मिनट तक ऐसा करने के बाद मैं अपनी पैंट में ही झड़ गया.

मैंने उसके माथे, पलकों और होंठों पर चूमना जारी रखा और बीच-बीच में उसकी गर्दन और कानों को चाटता रहा.
धीरे-धीरे मैंने उसके टॉप के अन्दर हाथ डालकर उसके मम्मे दबाए.

उसी वक्त उसने मेरा हाथ हटा दिया और मुझसे दूर चली गई.
उसने कहा- ऋषि, हम बहुत तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं. मैं अभी शारीरिक संबंध या सेक्स में नहीं पड़ना चाहती. हमें कुछ और समय साथ बिताना चाहिए.

मराठी गर्ल सेक्स के लिए मना करने लगी तो शुरू में मुझे बहुत बुरा लगा लेकिन मैं उसकी राय से सहमत था.
मुझे लगा कि मुझे उसकी भावनाओं का सम्मान करना चाहिए.
मैं दूर हट गया.

दोपहर के 2 बज रहे थे तो हम दोनों फ्रेश हुए और खाना ऑर्डर किया.
खाना खाने के बाद मैं झपकी लेने बिस्तर पर चला गया.

करीब एक घंटे बाद मुझे महसूस हुआ कि कोई मेरे बालों को सहला रहा है और मेरी छाती पर हाथ घुमा रहा है.
मेरे होंठों से भी कोई खेल रहा था.

जैसे ही मैंने आंखें खोलीं, हमने फिर वही दोहराया जो हमने दोपहर के भोजन से पहले किया था.
मैंने उससे अब कोई बात नहीं की और बाहर निकल गया.

फिर बाद में कमरे में आकर उससे बात करता रहा.
कुछ देर बाद मैंने रात के खाने के लिए खाना ऑर्डर कर दिया.
यूं ही बातचीत होती रही.

फिर रात को खाना खाने के बाद मैं चुपचाप अपने बिस्तर पर चला गया.
कुछ देर बाद वाणी मेरे पास आई और मेरे माथे, आंखों और गालों को चूमने लगी.

धीरे-धीरे वह मेरे ऊपर आ गई और मेरी शर्ट व इनरवियर उतार दी.

उसने मेरी छाती और निपल्स को चाटना शुरू कर दिया और वह बीच-बीच में मेरे निपल्स को काट भी रही थी.

जैसे ही उसने पहली बार मेरे निपल्स को काटा, मेरे मुँह से अपने आप ‘आआह्ह’ निकल गया.

इतने में ही मेरा लंड अपने मूल आकार साढ़े सात इंच का होकर अकड़ कर खड़ा हो गया.

चूँकि वाणी मेरे ऊपर थी, वह आसानी से मेरे लंड को महसूस कर सकती थी.

दोस्तो, इसके आगे की सेक्स कहानी को मैं अगले भाग में लिखूँगा.
प्लीज आप मुझे अपने कमेंट्स व मेल से जरूर बताएं कि आपको मेरी यह मराठी गर्ल सेक्स कहानी कैसी लग रही है.
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