GF फर्स्ट फक स्टोरी में मैं अपनी गर्लफ्रेंड के साथ पार्क गया तो वहां एक प्रेमी जोड़े को चूमाचाटी करते देख हम भी किसिंग करने लगे. हमारा मन चुदाई करने का हो गया.
नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम विक्की है.
मैं बिहार का रहने वाला हूँ.
यह मेरी पहली सेक्स कहानी है जिसे मैं आप लोगों के साथ साझा कर रहा हूँ.
GF फर्स्ट फक स्टोरी मेरी गर्लफ्रेंड की है.
मेरी गर्लफ्रेंड का नाम अनन्या है.
मैं उससे स्कूल के समय से ही प्यार करता हूँ.
बात उन दिनों की है, जब हम दोनों 12वीं कक्षा में थे.
एक दिन हम आपस में बात करने के लिए पार्क गए.
मैं उससे बातें कर रहा था, तभी हमें कुछ आवाज़ें सुनाई दीं.
हमने इधर-उधर देखा, तो पता चला कि पार्क की झाड़ियों में दो प्रेमी जोड़े प्यार कर रहे थे.
उन्हें देख कर अब हमें भी जोश चढ़ गया और हम दोनों भी किस करने लगे.
मैं अनन्या की चूचियां दबाने लगा.
धीरे-धीरे वह भी गर्म हो गई.
मैं भी खुद पर काबू नहीं कर पा रहा था.
मैंने उससे होटल चलने को कहा लेकिन उसने मना कर दिया.
वह बोली- वहां खतरा है और तुम्हें यहां हर कोई जानता भी है.
उसकी यह बात सही थी क्योंकि मैं अपने शहर के एक बड़े परिवार का लड़का हूँ. मेरे पास बहुत सारी बिल्डिंग्स हैं, जो दुकानों के लिए किराए पर दी गई हैं. इस वजह से सभी लोग जानते हैं कि मैं कौन हूँ.
उस दिन तो हम दोनों बस अपनी कसक को किसी तरह शांत करके रह गए.
मगर तब से ही हम दोनों के अन्दर एक दूसरे को पाने की प्यास जाग गई थी.
हमारी बात रोजाना होती थी क्योंकि हम रोज़ एक साथ स्कूल जाते थे.
उसके पापा प्रोफेसर थे और मम्मी हाउसवाइफ थीं.
एक दिन अनन्या के मम्मी पापा को एक शादी में जाना था.
उनके साथ जाना तो अनन्या को भी था … लेकिन उसने अपने इंटर मीडिएट के एग्जाम्स का हवाला देकर जाने से इंकार कर दिया था.
उसके मम्मी पापा दूसरे दिन वापस आने की कह कर चले गए.
अनन्या के मम्मी पापा के जाते ही उसका फोन आ गया- हैलो जानू, अभी मिल सकते हो क्या?
मैंने पूछा- हां क्यों नहीं … पर कहां?
वह बोली- मेरे घर पर आ जाओ.
मैंने कहा- क्यों घर पर कोई नहीं है क्या?
वह हंस कर बोली- हां आज मम्मी पापा शादी में आउट ऑफ स्टेशन गए हैं.
मैंने अगले ही पल फोन काटा और अगले 30 मिनट में उसके घर पहुँच गया.
अनन्या को कोचिंग क्लास जाना था पर वह अकेली होने की वजह से उधर भी नहीं गई थी.
जैसे ही मैं घर में घुसा, वह मुझसे लिपट गई.
हम दोनों बेताबी से एक दूसरे को किस करने लगे.
हमारा किस शायद 5 मिनट तक चला होगा.
फिर मैंने उसकी चूचियां दबानी शुरू कीं.
आग दोनों तरफ लगी हुई थी.
वह बोली- जानू, मुझसे रहा नहीं जाता!
यह सुनकर मैंने फट से उसका टॉप उतारा और अगले ही पल जींस को भी उतार दिया.
अब वह मेरे सामने सिर्फ़ पिंक रंग की ब्रा और पैंटी में थी.
कसम से पिंक कलर उस पर बहुत सूट कर रहा था.
उसने भी कच्छे को छोड़कर मेरे सारे कपड़े उतार दिए और हम दोनों एक दूसरे के होंठों को चूमने लगे.
मेरा लंड तनकर मेरे कच्छे में फटने को तैयार था.
मैंने उससे कहा- मैं कुछ करूँ?
उसने घुटनों पर बैठते हुए कहा- हां करो.
यह कह कर बस फटाक से उसने मेरे लौड़े को कच्छे से आज़ाद कर दिया.
मेरा मूसल फनफनाता हुआ बाहर आ गया और उसके चेहरे से लगा.
उसने एकदम से घबरा कर कहा- बाप रे बाप इतना बड़ा! क्या कुछ लगाते हो इस पर जो यह इतना बड़ा हो गया है?
उसने अभी तक मेरे लौड़े को सिर्फ़ पैंट के ऊपर से ही पकड़ा था तो उसे अंदाज़ा बिल्कुल भी नहीं था कि मेरा लंड इतना बड़ा होगा.
मैंने कहा- मेरा तो शुरू से ही ऐसा है.
वह काफी डर गई थी.
फिर मैंने उसे समझाया- कुछ नहीं होगा चूत बड़ी से बड़ी तोप को निगल जाती है.
यह कह कर मैंने उसे अपने पास खींचा और फिर से किस किया.
वह मेरी बात पर हंस रही थी कि चूत बड़ी से बड़ी तोप को निगल जाती है.
अब मैंने मौके की नज़ाकत को समझते हुए उसकी ब्रा और चड्डी उतार दी और उसके बूब्स को पीने लगा.
वह अपने दूध चुसवाने से बेहद कामुक हो उठी थी और मेरे सर को अपने मम्मों पर दबाती हुई मादक आहें और कराहें भर रही थी.
मैं उसकी गर्दन पर किस कर रहा था.
वह कुछ ही देर में बहुत ज़्यादा उत्तेजित हो गई और मेरे इशारे पर वह मेरे लंड को चूसने लगी.
कुछ देर तक लंड चुसवाने के मजा लेने के बाद मैंने उसे उठाया और बेडरूम में ले गया.
वहां उसे बेड पर लिटाया और उसकी गुलाबी बुर को चाटने लगा.
वह जोर-जोर से सिसकारियां लेने लगी- म्म्म … उफ्फ … आउच!
कुछ ही पलों में वह झड़ गई और निढाल हो गई.
अब तक मेरे लंड का बुरा हाल हो चुका था.
मुझसे अब बर्दाश्त नहीं हो रहा था.
मैंने अपना लंड उसके छेद पर रखा और पूछा- जान, क्या लेने के लिए तैयार हो?
उसने हां कहा और बोली- जान, तुम्हारा यह दस इंच का मूसल मेरे अन्दर कैसे जाएगा? मुझे बहुत डर लग रहा है. मेरा पहली बार है!
मैंने उसे बहुत समझाया तो वह फिर राज़ी हो गई.
मैंने वहां रखी उसकी क्रीम ली और अच्छे से लंड और बुर पर लगाई.
फिर पोजीशन बना कर मैंने उसकी चूत पर लंड को घिसा और एक झटका डे दिया.
इस झटके से मेरे लंड का टोपा घच की आवाज करके चूत के अन्दर घुस गया.
लौड़े के अन्दर घुसते ही अनन्या जोर से चीख पड़ी और बोली- आह विक्की प्लीज़ … बहुत दर्द हो रहा है … आह निकाल लो प्लीज़!
लेकिन मैं जानता था कि अगर निकाल लिया, तो वह दोबारा नहीं घुसेड़ने देगी.
इसलिए मैंने एक और शॉट दे मारा.
इस बार मेरा लंड उसकी कौमार्य झिल्ली को चीरता हुआ आधा अन्दर चला गया.
मैंने उसके होंठ चूसने शुरू किए.
वह रो रही थी और मैं उसके ऊपर चढ़ा हुआ था.
मैं एक हाथ से उसकी एक चूची मसल रहा था.
कुछ ही देर बाद मैंने देखा कि वह गांड उठा रही है.
तो मैंने फिर से एक शॉट मारा.
इस बार मेरे होंठ उसके होंठों से अलग थे तो वह जोर से चिल्लाई- मार दिया साले ने … आह मुझे कहीं का नहीं छोड़ा कमीने ने … निकाल भोसड़ी के … निकाल!
उसकी गाली देने से मुझे हंसी आ रही थी लेकिन मैं लंड पेले पड़ा रहा.
कुछ देर बाद मैं धीरे-धीरे उसके बूब्स दबाने लगा.
अब वह भी मेरे साथ देने लगी और बोली- और जोर से चोद आह … जोर जोर से पेल लवड़े आह!
मैं धक्के पर धक्के देने लगा.
उसकी बुर काफी टाइट थी तो मुझे भी तकलीफ हो रही थी.
मैं कुछ 15 मिनट में ही खाली हो गया और फिर उसी के ऊपर सो गया.
GF फर्स्ट फक के बाद हम लोग एक घंटा तक सोते रहे. फिर उठे, तो एक-दूसरे को किस किया.
वह बाथरूम जाने की कोशिश करने लगी, लेकिन उससे चला नहीं जा रहा था.
मैंने उसे सहारा देकर उठाया और बाथरूम ले गया.
वहां उसने मुझे और खुद को साफ किया.
फिर पेशाब करके मेरी बांहों में सिमट गई.
मैं उसे बाहर रूम में लाया, तो उसने चादर देखी और रोने लगी.
मैंने उससे सॉरी कहा, तो वह बोली- तुम बहुत बेरहम हो. मैं रोती रही, तुम मुझे चोदते रहे. तुम्हें मेरा ज़रा भी ख्याल नहीं!
मैं उसे काफी देर तक समझाता रहा, तब जाकर वह मानी.
कुछ देर बाद हम दोनों फिर से गर्म हो चुके थे और हमने एक बार फिर से सेक्स किया.
इस बार वह चुदाई का भरपूर मज़ा ले रही थी.
उसके बाद मेरा अनन्या के घर आना जाना बढ़ गया.
चूंकि मैं बहुत अच्छा लड़का हूँ.
ये उसकी मम्मी और पापा को भी पता था, क्योंकि मैं और अनन्या 6 साल से एक ही स्कूल में पढ़ते थे इसलिए वे लोग हमें मिलने से नहीं रोकते थे.
फिर मैंने अनन्या के साथ मैंने बहुत बार सेक्स किया.
मैं यहाँ अपने साथ हुआ वह वाकिया भी लिखूँगा कि कैसे मैंने अनन्या की एक सहेली को पेला.
हुआ यूं कि जब अनन्या की सहेली को पता चला कि मैंने और अनन्या ने सेक्स किया है तो वह भी अनन्या से मेरे लौड़े से खुद को चुदवाने की बात करने लगी.
अनन्या को इस बात से बहुत ताज्जुब हुआ कि उसकी सहेली ऐसा कैसे बोल सकती है.
अनन्या इसके लिए राज़ी नहीं हो रही थी.
इस बात पर उसकी सहेली ने मुझसे कहा कि अगर मैं उसके साथ सेक्स नहीं करूँगा, तो वह उसके पापा को सब बता देगी.
उसकी बात से हम दोनों डर गए.
फिर अनन्या भी राज़ी हो गई और बोली- श्री, बस एक बार, दोबारा कभी नहीं … और हां, पीछे मत हटना!
अनन्या यह बात मेरी तरफ देखकर बोली.
मैं भी हँस दिया.
लेकिन अनन्या की सहेली को समझ में नहीं आया कि हम दोनों क्यों हँस रहे थे.
उस दिन जगह को लेकर समस्या थी, तो अनन्या की सहेली चली गई.
फिर कुछ दिन बाद उसकी सहेली का फोन मेरे पास आया.
उसने पूछा कि कहां हो?
उस समय मैं अनन्या के साथ उसी के रूम में उसे चोद रहा था, लेकिन बोल नहीं सकता था.
मैंने कहा- क्लास में हूँ!
वह बोली- तुम मेरे घर आ जाओ. मेरे घर में अभी कोई नहीं है.
मैंने कहा- मेरे साथ अनन्या भी आएगी.
पहले तो वह नाटक करती रही, फिर उसने हामी भर दी.
अब मैं अनन्या के साथ उसकी सहेली के घर गया और उधर मैंने अनन्या की सहेली को नंगी कर दिया.
वह भी पहले तो मेरे लंड को देख कर हैरान रह गई.
फिर उसे समझ आ गया कि मैं और अनन्या उस दिन क्यों कह रहे थे कि पीछे नहीं हटना.
खैर … अनन्या की नंगी सहेली भी मेरे दस इंच के लौड़े से खूब खुल कर चुदी क्योंकि उसका बॉयफ्रेंड उसे सेक्स का सही से मज़ा नहीं दे पाता था.
बाद में मुझे पता चला कि अनन्या के मम्मी पापा मुझे अनन्या के लिए पसंद करते हैं, तो मैंने अनन्या के अलावा किसी और से मिलना बंद कर दिया.
जल्द ही हम दोनों की शायद शादी भी हो जाएगी.
तो दोस्तो, यह मेरी सच्ची GF फर्स्ट फक स्टोरी है, जो मैंने आप लोगों के साथ साझा की.
यह मेरी पहली कहानी है और अब तो मेरी ज़िंदगी ही बदल गई.
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