देसी लड़की फक कहानी में मैं अपनी एक पुरानी दोस्त से मिला तो उसने मुझे अपने साथ रोक लिया. रात को हम होटल में चले गए. ए सी की ठण्ड से हम आपस में चिपक गए.
दोस्तो, मेरा नाम मोहित है.
मैं सहारनपुर, उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ.
यह देसी लड़की फक कहानी मेरी बेस्ट फ्रेंड और मेरे बीच हुए सेक्स की है.
सबसे पहले मैं अपने बारे में बता दूँ.
मैं दिखने में सामान्य लड़का हूँ, मेरी उम्र 24 साल है.
मेरी बेस्ट फ्रेंड का नाम रिया (बदला हुआ नाम) है.
वह 22 साल की है. उसका फिगर 32-26-30 है.
रिया इतनी सुंदर है कि जो भी लड़का एक बार उसे देख ले, बिना लंड हिलाए नहीं रह पाए.
एक बार मैं अपनी बेस्ट फ्रेंड से मिलने दिल्ली गया.
वह दिल्ली में एक नर्स की नौकरी करती है.
उस समय तक हमारे बीच सब कुछ सामान्य था.
मैं दिल्ली में रिया के अलावा किसी और को नहीं जानता था.
मैं सुबह 11:00 बजे रिया के पास पहुंच गया.
रिया मुझसे मिलकर बहुत खुश हुई और उसने मुझे गले से लगा लिया.
इसके बाद हम दोनों लाल किला घूमने चले गए.
रिया मेरा हाथ पकड़ कर ऐसे चल रही थी जैसे वह मेरी बेस्ट फ्रेंड नहीं, बल्कि गर्लफ्रेंड हो.
घूमते-घूमते शाम हो गई.
मैंने रिया से कहा- मैं अब निकलता हूँ.
लेकिन रिया मुझे अपने साथ रुकने के लिए कहने लगी.
समस्या यह थी कि रिया जहां रहती थी, वहां उसके सहकर्मी भी रहते थे.
बहुत सोचने के बाद रिया बोली- हम दोनों किसी होटल में रुक जाते हैं.
चूँकि शाम काफी हो चुकी थी तो उसे अपने कमरे पर जाना भी ठीक नहीं लग रहा था.
उसने अपने सहकर्मी को फोन किया कि मैं आज अपनी एक फ्रेंड के साथ रुक गई हूँ.
उसके बाद हम दोनों एक होटल में कमरा ले लिया.
कमरे में पहुंच कर हम दोनों फ्रेश हुए, खाना खाया.
फिर सोने के लिए लेट गए.
रात में हमने एसी चला रखा था जिसके कारण रिया को ठंड लगने लगी और वह मुझसे चिपक गई.
धीरे-धीरे रिया के शरीर की गर्मी मुझे परेशान करने लगी, जिसके कारण मुझे नींद नहीं आ रही थी.
मैंने धीरे से रिया को अपनी ओर और खींच लिया. ठंड की वजह से वह और भी चिपक गई.
धीरे-धीरे मेरा हाथ उसकी कमर पर चला गया.
उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जिससे मेरी हिम्मत बढ़ गई.
मैंने उसकी जांघों पर हाथ फेरना शुरू कर दिया.
रिया ने हाफ निक्कर पहन रखी थी, जिसके कारण उसकी मुलायम जांघें मुझे और उत्तेजित कर रही थीं.
मेरे शॉर्ट में मेरा लंड बिल्कुल तन गया, जिससे मेरी हालत खराब होने लगी.
मैंने धीरे-धीरे अपने हाथ को रिया की चूत की ओर बढ़ाया और उस पर हाथ फेरने लगा.
अब वह भी गर्म होने लगी लेकिन उसने अपनी तरफ से कुछ नहीं किया.
बल्कि उसने अपनी आंखें बंद कर लीं.
ये देख कर मैंने अपने होंठ उसके होंठों के पास ले जाकर रख दिए.
रिया पहले से ही गर्म थी तो उसे यह अच्छा लग रहा था.
उसने मेरे मुँह में जीभ डालकर किस करना शुरू कर दिया.
मैं भी उसके होंठों का रस चूसने लगा.
वह भी मेरा साथ देने लगी.
मैंने अपने एक हाथ को उसकी टी-शर्ट के अन्दर डाल दिया और उसकी चूचियों को दबाने लगा.
इससे वह और तेजी से मेरे होंठों को चूसने लगी.
कुछ ही पल बाद मैंने उसकी टी-शर्ट उतार दी और उसकी ब्रा के ऊपर से उसकी चूचियों को चूसने लगा.
वह बहुत गर्म हो गई थी और मेरे सिर को अपनी चूचियों पर दबाने लगी थी.
फिर उसने अपने हाथों से ही अपनी चूचियों को दबाना और मुझे पिलाना शुरू कर दिया.
मैंने एक झटके में उसकी ब्रा उतार दी और उसके निप्पल को मुँह में लेकर चूसने लगा.
वह जोर-जोर से सिसकारियां लेने लगी
अब उसने मेरी टी-शर्ट भी उतार दी.
वह चुदाई के मूड में आ गई थी.
मैं उसकी चूचियों को चूसते हुए उसकी पैंटी में हाथ डाल कर उसकी चूत को अपनी हथेली से रगड़ने लगा.
इससे वह और तेज सिसकारियां लेने लगी.
फिर मैंने उसकी चूत में उंगली डाल दी और अन्दर-बाहर करने लगा.
रिया मुझसे चिपक गई और उसकी सांसें बहुत तेज हो गईं.
रिया ने मेरे अंडरवियर में हाथ डालकर मेरे लंड को पकड़ लिया और उसे हिलाने लगी.
मैं बड़ी बेताबी से उसके पेट पर किस करने लगा, जिससे वह पागल सी होने लगी.
फिर मैं उसकी नाभि में जीभ डालकर किस करने लगा.
नाभि पर किस करते हुए धीरे-धीरे मैं नीचे की ओर बढ़ा.
रिया ने शॉर्ट्स पहना था, जिसके कारण उसकी टांगें पूरी नंगी थीं.
मैं उसकी जांघों पर चुंबन करने लगा और धीरे-धीरे ऊपर चुत की ओर बढ़ने लगा.
पहले मैंने उसके शॉर्ट्स को उतार दिया और उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत पर मुँह लगा दिया.
इस कारण से वह जोर-जोर से सिसकारियां लेने लगी और पूरी तरह से चुदासी हो गई.
मैंने रिया की पैंटी को उतार दिया और अपने शॉर्ट्स और अंडरवियर को भी निकाल दिया.
फिर मैं रिया की चूत चाटने लगा.
करीब दस मिनट तक मैंने ऐसा ही किया.
अब हम 69 के आसन में आ गए.
पहले तो रिया मेरे लंड को केवल हिलाती रही लेकिन थोड़ी ही देर बाद उसने मेरे लंड के सुपारे को अपनी जीभ से चाटना शुरू कर दिया.
अब मैं भी रिया की चूत चाट रहा था और रिया मेरे लंड को मुँह में लेकर लॉलीपॉप की तरह चूस रही थी.
कुछ देर चूत पर चुंबन करने के बाद रिया मेरे मुँह में झड़ गई और मैं भी रिया के मुँह में झड़ गया.
झड़ने के बाद भी हम अभी भी एक-दूसरे को उसी तरह चुंबन कर रहे थे.
रिया ने मेरे लंड को चूमकर फिर से खड़ा कर दिया और मैंने उसकी चुत की आग को पुनः भड़का दिया.
जब मेरा लंड खड़ा हो गया, तो मैंने रिया को बेड पर लिटा दिया और उसकी दोनों टांगों के बीच जाकर उसके पैरों को अपने कंधों पर रख लिया.
मैंने अपने लंड के सुपारे को रिया की चूत पर रगड़ना शुरू किया.
रिया पहले ही झड़ चुकी थी और उसकी चूत लंड लेने के लिए मचलने लगी थी.
रिया बोलने लगी- अब मत तड़पाओ. अपने लंड को मेरी चूत में डाल दो.
मैंने धीरे से लंड के सुपारे को रिया की चूत पर सैट किया और उसे चुंबन करने लगा.
जैसे ही रिया सहज हुई, मैंने अपना लंड उसकी चूत में घुसाने के लिए दबा दिया.
मेरी दाब तेज थी तो मेरा आधा लंड उसकी चूत में चला गया.
रिया दर्द से रोने लगी और लंड को बाहर निकालने के लिए कहने लगी.
मैं रिया को लगातार चुंबन करता रहा, जिस वजह से वह कुछ ही समय बाद सामान्य हो गई और अपनी गांड को हल्के-हल्के आगे-पीछे हिलाने लगी.
मैं समझ गया कि यह अब लंड लेने को रेडी हो गई है.
फिर मैंने अपने लंड को आधा ही अन्दर-बाहर करना शुरू किया.
दो-तीन धक्कों के बाद मैंने लंड को पूरा रिया की चूत में उतार दिया.
पूरा लवड़ा अन्दर जाते ही रिया जोर से चिल्लाई.
लेकिन मैंने तुरंत अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए.
इससे उसकी चीख बाहर नहीं निकल पाई लेकिन वह बेहद जोर से तड़फ रही थी.
कुछ देर रुकने के बाद मैंने धक्के लगाने शुरू किए.
फिर मैंने अपने मुँह को उसके मुँह से हटाया तो वह लंबी सांस लेती हुई कराहने लगी.
कुछ देर बाद रिया सामान्य हो चुकी थी और मेरा साथ दे रही थी.
अब रिया हर धक्के का जवाब अपनी गांड उठाकर दे रही थी.
करीब पंद्रह मिनट तक मैंने रिया को इसी तरह चोदा.
पूरे कमरे में सिसकारियों की आवाज़ और पच-पच की आवाज़ गूँजती रही थी.
इसके बाद मैंने रिया को अपने ऊपर बिठा लिया.
वह मेरे लंड पर बैठ गई और अपनी गांड हिला-हिलाकर लंड लेने लगी.
देसी लड़की फक के दौरान रिया दो बार झड़ गई. अब मेरा लंड भी झड़ने वाला था.
मैंने रिया से पूछा- कहां निकालूँ?
वह बोली- मेरी चूत में निकाल दो.
मैंने आठ-दस धक्कों के साथ अपना सारा वीर्य रिया की चूत में निकाल दिया.
रिया मेरे ऊपर निढाल होकर लेट गई.
उसकी चूत से मेरा और उसका रस मिलकर बह रहा था.
कुछ देर तक रिया वैसे ही लेटी रही.
थोड़ी देर बाद वह मेरे बगल में लेट गई और मेरे लंड से खेलने लगी, मैं भी उसकी चूचियों से खेलने लगा.
इस खेल के कारण कुछ ही देर बाद मेरा लंड फिर से तैयार हो गया.
इस बार मैंने रिया को घोड़ी बनाया और पीछे से उसकी चूत में लंड डालने लगा.
रिया की चूत अब खुल चुकी थी, जिस वजह से उसे लंड लेने में ज्यादा दर्द नहीं हो रहा था.
धीरे-धीरे मैंने उसकी चूत में अपना लंड पूरा उतार दिया और उसकी गांड को अपने हाथों से पकड़कर हिलाने लगा.
मैं भी अपनी गांड हिला-हिलाकर धक्के लगाने लगा और रिया भी मेरा पूरा साथ दे रही थी.
इस बार हम दोनों ने बड़ी मस्ती से बीस मिनट तक चुदाई की और मैं रिया की चूत में फिर से झड़ गया.
कुछ देर तक मैं रिया के ऊपर ही लेटा रहा.
थोड़ी देर बाद हम दोनों उठ कर बाथरूम में गए और एक-दूसरे को साफ किया.
हम साथ में नहाये और कमरे में आकर लेट गए.
मैंने घड़ी में समय देखा तो रात के साढ़े तीन बज रहे थे.
इसके बाद हम एक-दूसरे से चिपक कर नंगे ही सो गए.
सुबह दस बजे उठकर हमने फिर से दो बार सेक्स किया.
मैंने रिया को मजा देकर चोदा.
दोस्तो, आपको यह देसी लड़की फक कहानी कैसी लगी … कमेंट में जरूर बताएं.
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