ब्लैक डिक नीग्रो सेक्स कहानी में मेरी गर्म बीवी मेरी चुदाई से खुश नहीं थी. एक दिन मेरे ऑफिस में एक अफ़्रीकी आया तो मैंने अपनी बीवी को उससे चुदवाने की योजना बनाई.
मैं करीब 48 वर्ष का हो गया हूँ और मेरी धर्मपत्नी करीब 35 वर्ष की होगी.
हम दोनों की उम्र में लगभग 13 वर्ष का फासला है.
शायद इसी वजह से मैं अपनी बीवी की चुदाई के मामले में कमजोर पड़ गया था.
जब भी मैं उससे चुदाई की मांग करता था तो वह बुरा सा मुँह बनाकर मना कर देती.
वह कह देती- जब कुछ होता ही नहीं है, तो क्यों आग लगा कर छोड़ देते हो, चुपचाप सो जाओ!
इसी तरह से दिन कटते रहे.
एक बार की बात है हमारी कम्पनी में कोई ग्राहक साउथ अफ्रीका से आने वाला था.
उस दिन करीब 12 बजे हमारी फैक्ट्री में उसका विजिट था.
जब वह आया तो हम लोगों ने उसका बहुत गर्मजोशी से स्वागत किया.
वह आदमी था तो करीब 22 साल का, पर देखने में लम्बा चौड़ा, काला-कलूटा और करीब 6 फुट का अच्छा खासा नौजवान था!
यह ब्लैक डिक नीग्रो सेक्स कहानी इसी के साथ मेरी बीवी की है.
मालिक ने उसको मेरे साथ लगा दिया और उससे कहा कि यह आदमी आप की मदद करेगा!
उसके साथ काम करते करते रात के 10 बज गए.
अब हम लोग घर जाने की तैयारी करने लगे.
मेरी बाइक पुरानी होने के कारण जल्दी स्टार्ट नहीं हो रही थी.
यह देख कर वह कालू मेरे पास आया और उसने मुझसे पूछा कि क्या प्रॉब्लम हो गई है?
मैंने कहा- कुछ नहीं सब ठीक है.
फिर उसने मुझसे अपने होटल का पता पूछा, तो मैंने बता दिया.
मगर उसकी समझ में नहीं आया.
तो मैंने कहा- अरे सर, इतनी रात में कहां जाओगे. आज की रात आप हमारे यहां ही रुक जाओ!
उसने कुछ सोचा, फिर ओके कहा.
मैं अब उसको उसकी कार में बैठा कर अपने घर की तरफ निकल गया.
रास्ते में ही मैंने बीवी को मैसेज कर दिया- आज मेरे बॉस का ख़ास आदमी मेरे साथ घर आ रहा है, तुम उसकी खातिरदारी करने में कोई कसर नहीं छोड़ना.
इस मामले में मेरी बीवी मेरा बड़ा कहना मानती थी.
उसका ओके का मैसेज आ गया.
फिर रास्ते में शराब की दुकान देख कर मैंने कालू से उसकी मनपसंद शराब के बारे में पूछा.
उसने मुझे बताया.
तो मैंने उसकी पसंद की ब्रांड की एक बोतल ले ली और उसे लेकर घर की तरफ निकल पड़ा.
फिर घर पहुंचा तो बीवी ने दरवाजा खोला.
उस वक्त मेरी बीवी ने एक जालीदार गाउन पहना हुआ था.
कालू ने मेरी बीवी को सेक्सी नजरों से देखा और हम दोनों अन्दर आ गए.
हम दोनों ने दारू पीना शुरू की.
मेरी बीवी को भी दारू से परहेज नहीं था.
वह हम दोनों के लिए चखना में गर्म गर्म पकौड़े तल लाई.
कालू ने एक पैग बना कर मेरी बीवी को भी ऑफर किया तो उसने ले लिया.
मैंने कनखियों से देखा तो कालू मेरी बीवी की चूचियों को ताड़ रहा था और मेरी बीवी को भी उस कालू पर दिल आ गया लग रहा था.
मैंने भी सोचा कि साली मुझे तो चूत देती नहीं है, आज इसकी चुदाई कालू के लौड़े से हुई तो कम से कम ब्लू फिल्म का लाइव टेलिकास्ट तो देखने को मिलेगा.
यही सोच कर मैंने दारू पीने में दिमाग लगाया और उन दोनों की हरकतों को ताड़ने लगा.
इसी सबके बीच हम तीनों का खाने पीने का दौर चलता रहा.
अब तक मैंने भली भांति नोटिस कर लिया था कि कालू पहलवान मेरी बीवी के दूध और उसकी उठी हुई गांड को बड़ी कामुक नजरों से निहार रहा था.
मेरी बीवी भी झुक झुक कर अपने चूचे दिखा कर उसको लाइन दे रही थी.
यह सब देखकर मैंने ज्यादा नशा होने का ड्रामा किया और बीवी से कहा- यार, मुझे नशा ज्यादा हो गया है, तुम मुझे सहारा देकर बिस्तर पर लिटा दो.
मेरी बीवी ने नशीली नजरों से कहा- अरे यार, क्या तुम भी जरा सी दारू में टुन्न हो गए. चलो अब उठो.
उसने मुझे उठाने का प्रयास किया तो मैंने जानबूझ कर उसकी नाइटी को कुछ इस तरह से पकड़ा कि उसकी चूचियां आधी से ज्यादा कालू को दिख गईं.
मैंने गौर किया कि इस बात से मेरी बीवी को जरा सी भी आपत्ति नहीं हुई और उसने कालू को आवाज दे कर कहा- प्लीज हेल्प मी बडी!
कालू फट से उठ कर आया और बहन के लौड़े ने मुझे पकड़ने की जगह मेरी बीवी के चूतड़ पकड़ कर दबा दिए.
मेरी बीवी उंहुं कह कर मुस्कुरा दी.
फिर उन दोनों ने मुझे बिस्तर पर लिटा दिया.
मैं नशे का ड्रामा करता रहा और अपनी आंखों को थोड़ी सी खोल कर देखने लगा कि अब यह दोनों क्या करते हैं.
मैंने देखा कि कालू ने अपनी जेब से सिगरेट निकाली और सुलगा कर मेरी बीवी की तरफ धुआं छोड़ा.
इससे मेरी बीवी हंस दी.
वे दोनों एक दूसरे को निहार रहे थे मगर दोनों की हिम्मत नहीं हो रही थी.
कालू ने मेरी बीवी से पूछा- मैं किधर सोऊंगा!
तब मेरी बीवी ने कहा- यहीं सो जाओ इनके बगल में!
उसने आंख मटका कर पूछा कि तुम कहां सोओगी?
उसने कहा- मैं भी यहीं बगल में लेट जाउंगी.
यह कह कर वह लेट गयी.
इतने में कालू ने भी अपनी पैंट खोल कर अपनी चड्डी में फूलते लंड को हाथ सहलाया, जिसे मेरी बीवी और मैं दोनों ही देखने लगे.
उसने मेरी बीवी को अपना लंड का उभार दिखाया और पैंट को उतार कर एक तरफ रख दिया.
फिर उसने अपनी शर्ट उतारी तो उसकी छौड़ी छाती देख कर मेरी बीवी की आह निकल गई.
बीवी बोली- यू लुक्स माचो मैन!
मैंने मन में सोचा कि माचो नहीं है रंडी … यह मादरचोद है. आज तेरी चूत का कबाड़ा कर देगा.
अब कालू पहलवान जानबूझ कर मेरी बीवी के बाजू में लेट गया.
वह सिर्फ कच्छा में ही लेट गया था.
उन दोनों में बातें होने लगीं. मेरी बीवी को उसके साथ बात करने में बड़ा मजा आ रहा था.
मुझे भी उन दोनों की चुदाई देखे बिना नींद कहां आने वाली थी.
फिर वे दोनों आंख मूँद कर सोने का ड्रामा करने लगे.
मेरी बीवी ने अपने घुटने मोड़े और अपने गाउन को अपने घुटनों से ऊपर चढ़ा लिया.
कुछ देर बाद कालू ने आंखें खोल कर देखा कि मेरी बीवी घुटने मोड़ कर सोई हुई थी और उसका गाउन सरक कर उसकी जांघों तक आ गया था.
यह देख कर कालू समझ गया कि झंडी हरी है, तो उसने अपना हाथ धीरे से मेरी बीवी की जांघों पर रख दिया.
कुछ पल बाद वह मेरी बीवी की जांघों को सहलाने लगा.
उसके स्पर्श मात्र से मेरी बीवी ने अपनी दोनों जांघों को फैला दिया.
यह देख कर कालू ने अपने हाथ को सीधा उसकी फुदी पर रख दिया और वह मेरी बीवी की चूत को सहलाने लगा.
मेरी बीवी की बुर पहले से ही मजबूत लंड की चाह में पनिया गई थी.
कालू के सहलाने के कारण मेरी बीवी की चूत चिपचिपी हो गई और रस छोड़ने लगी.
मेरी बीवी भी गजब की रांड थी.
साली वह चुपचाप कालू के हाथ की हरकत का मजा लेने लगी.
अब वह धीरे से उठा और अपने एक हाथ की उंगली से मेरी बीवी की बुर के दाने को कुरेदने लगा.
फिर उसने चूत के छेद में अपनी उंगली डाल दी और अन्दर बाहर करने लगा.
मैं हैरान था कि मेरी बीवी ने अपनी पैंटी कब उतार दी.
फिर मैंने ध्यान से देखा तो उसने एक डोरी वाली पैंटी पहनी हुई थी … जिसे शायद उसने लेटते समय ही ढीली करके अपनी चूत नंगी कर दी थी.
अब खेल शुरू हुआ.
कालू की उंगली ने मेरी बीवी की चूत को चोदा,तो उसने गर्म होकर कालू का हाथ पकड़ लिया और मुस्कुरा कर उसे देखने लगी.
वे दोनों मस्त ही गए थे और चुदाई के लिए उत्तेजित हो उठे थे.
मेरी बीवी ने कालू से चूत चाटने का इशारा किया.
तो वह नीग्रो झट से बैठ गया और पोजीशन बना कर अपना मुँह मेरी बीवी की चूत पर रख कर कुत्ते की तरह चाटने लगा.
उस बहन के लौड़े की जीभ ही इतनी बड़ी थी कि मेरे लंड से ज्यादा गहराई तक जाकर वह मेरी बीवी को अपनी जुबान से चोदने लगा था.
उसकी खुरदुरी जीभ से चूत में रगड़ लगी, तो मेरी बीवी ‘आह आह उई मम्मी’ करने लगी.
वह खुद अपने हाथ से कालू का लंड उसके कच्छे से निकाल कर सहलाने लगी थी.
मैंने कालू का लंड देखा तो मेरी गांड फट गई.
साला ग्यारह इंच का गधे के लंड जैसा लंड था.
मैं समझ गया कि आज मेरी बीवी की चूत के परखचे उड़ने वाले हैं.
कालू पूरी दमखम से मेरी बीवी की चूत चाटने में लगा हुआ था.
मेरी बीवी ने उससे लंड को बाहर निकालने को कहा तो उसने जल्दी से अपना कच्छा उतार दिया.
माय गॉड क्या लंड था … खासा लम्बा और मोटा लंड देख कर मेरी बीवी की चूत ने तो पानी ही छोड़ दिया होगा.
अब कालू भाई ने उससे लंड चूसने का इशारा किया तो वह कालू का लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगी.
तभी कालू ने हाथ बढ़ा कर शराब की बोतल उठाई और वह उसे अपने लंड पर टपकाने लगा.
इस तरह से कालू ने करीब 60 mL नीट दारू मेरी बीवी को पिला दी थी, साथ ही वह सिगरेट फूँक रहा था तो मेरी बीवी उसकी सिगरेट से कश लगा कर अपना स्वाद ठीक करती जा रही थी.
करीब दस मिनट तक शराब से भीगा हुआ लंड चूसने के बाद मेरी बीवी नशे में टल्ली हो गई थी.
तभी उस कालू ने भी एक बड़ा सा घूंट पिया और मेरी बीवी के मुँह से मुँह लगा कर उसे और ज्यादा शराब पिला दी.
यह देख कर मैं समझ गया कि बंदा बहुत बड़ा मादरचोद है. यह शराब के नशे में टल्ली करके मेरी बीवी की चूत फाड़ेगा, उससे मेरी बीवी को दर्द का अहसास नहीं होगा.
अब मेरी बीवी कालू को अपनी चूत दिखा कर चोदने को बोली.
कालू ने मेरी बीवी की दोनों टांगों को फैला कर 69 की पोज लेकर उसकी चूत की दरार में अपना लंड रख कर जोरदार धक्का मार दिया.
उसका मूसल लंड मेरी बीवी की बुर को चीरते फाड़ते हुए अन्दर चला गया.
मैंने देखा कि करीब आधा से अधिक लंड बुर में घुस गया था.
मेरी बीवी की चीख न निकल पाए, इसके लिए कालू ने अपने मुँह को उसके मुँह पर जमा दिया था.
कुछ देर बाद मेरी बीवी ने अपनी गांड उठा कर दूसरा धक्का मारने का इशारा दिया.
कालू ने दूसरी बार और करारा धक्का मारा और उसका लंड चूत की जड़ तक जाकर धंस गया.
मेरी बीवी का मुँह बंद था, तो वह अपने दांतों को भींच कर दर्द को बर्दाश्त करने लगी.
करीब एक मिनट बाद मेरी बीवी अपनी गांड उठा कर चोदने को बोलने लगी.
अब कालू मेरी बीवी पर सांड की तरह चढ़ कर ताबड़तोड़ धक्के मारने लगा था.
आप खुद सोचो कि जब ग्यारह इंच का मोटा लंड मेरी बीवी की चूत के अन्दर बाहर जाने लगेगा तो मेरी बीवी का क्या हाल होगा.
साली मरी हुई कुतिया सी बिलबिला रही थी.
बहन की लौड़ी का सारा नशा फट गया था- आह आह फट गई मेरी … आह मर गई साले फ्री की चूत समझ कर चोद रहा है … आह हट जा कमीने!
कालू को उसकी हिन्दी समझ में ही नहीं आ रही थी. वह समझा कि मेरी बीवी को चुदने में मजा आ रहा है. सो वह और जोर से पिल पड़ा.
वैसे ही उस पर दारू का नशा चढ़ा हुआ था और कामांध सांड की तरह वह मेरी बीवी को रांड की तरह चोदने में लगा हुआ था.
कुछ ही देर बाद मेरी बीवी की चूत में जलजला आ गया और अब चिकनाई की वजह से लंड सटासट अन्दर बाहर होने लगा.
और कुछ ही देर में मेरी बीवी को भी मजा आने लगा- आह …और जोर से चोद कलमुँहे … आह मस्त लंड है तेरा … आज चूत चुद कर तृप्त हो गई!
उधर कालू दबा कर मेरी बीवी की चूत को भोसड़ा बनाने की नीयत से चोद रहा था.
उसके नीचे दबी मेरी बीवी खूब मजा ले लेकर अपनी गांड उछाल उछाल कर मोटा लंड गपागप ले रही थी.
करीब चालीस मिनट तक लगातार चोदने के बाद मेरी बीवी निढाल हो गई और वह कालू से लंड को बाहर निकालने को बोलने लगी.
जब कालू ने अपना लंड बाहर निकाला, तब मैंने देखा उसका लंड चूत के रस से एकदम सफेद हुआ पड़ा था.
अब वह मेरी बीवी से घोड़ी बनने को कहने लगा.
जैसे ही मेरी बीवी घोड़ी बनी, कालू भाई ने उसकी गांड के छेद पर अपना लंड रख दिया और धक्का दे मारा.
बीवी की मां चुद गई.
कालू ने अपने हाथ से उसका मुँह दबाया हुआ था तो आवाज नहीं निकल पाई.
कालू ने लगातार दूसरा, तीसरा और ताबड़तोड़ गांड फाड़ सीन क्रियेट कर दिया.
जैसे ही मेरी बीवी के मुँह से कालू का हाथ हटा, वह चीखने लगी- आह मादरचोद साले कालू … बहन के लौड़े जरा आराम से चोद हरामी! तेरी माँ की चूत कुतिया किए जने … मैं मर गयी हरामी साले!
कालू की सेहत पर झांट असर नहीं पड़ रहा था.
करीब आधा घंटा तक गांड चोदने के बाद कालू मेरी बीवी की गांड में ही झड़ गया और अपना लंड बाहर खींच कर कुत्ते की तरह हांफने लगा.
उधर मेरी बीवी की हालत तो खराब हो ही गई थी.
करीब आधा घंटा बाद वे दोनों पुनः उठ गए और एक बार फिर से चुदाई का खेल चालू हो गया.
उन दोनों ने सुबह तक चुदाई का खेल खेला और दोनों थक कर नंगे ही बिस्तर पर सो गए.
जब सुबह मैं उठा तो मैंने अपनी बीवी की बुर देखी.
बुर के नाम पर फटा हुआ भोसड़ा मुझे हँसने पर मजबूर कर रही थी.
मैं पुनः सो गया.
करीब नौ बजे वे दोनों उठे और मुझे सोता समझ कर मेरी बीवी उठी और कालू को बाथरूम में जाने को बोली.
वे दोनों उठ कर बाथरूम में जाकर नंगे नहाने लगे.
नहा धोकर मेरी बीवी ने दूसरा गाउन पहन लिया और सज संवर कर तैयार हो गई.
वह उसके लिए चाय बनाने लगी और दोनों चाय पीकर फिर से भिड़ गए.
ब्लैक डिक नीग्रो सेक्स का खेल फिर शुरू हो गया.
मैंने देखा कि इस बार कालू मेरी बीवी को गोद में बैठा कर उसको चूम चाट रहा था और एक हाथ से उसकी चूची और दूसरे हाथ से उसकी बुर को मसल रहा था.
मेरी बीवी ने उससे अंग्रेजी में पूछा- आज रहोगे ना?
उसने कहा- नहीं, आज की मेरी फ्लाइट है.
मेरी बीवी ने कहा- जाने से पहले मेरी चूत एक बार और फाड़ कर जाना.
वह राजी हो गया और उसने अपने मोटे ब्लैक डिक को मेरी बीवी के हाथ में दे दिया.
बीवी लौड़े को सहलाने लगी और चुदाई का खेल शुरू हो गया.
कालू मेरी बीवी की बुर को बुरी तरह से चूसने चाटने लगा.
वे दोनों 69 में आ गए थे और मेरी बीवी लंड चूस रही थी.
करीब एक घंटा के बाद वे दोनों चुदाई से फारिग होकर अलग हुए.
मेरी बीवी पूर्ण संतुष्ट लग रही थी.
कालू के जाने के बाद मैं उठा और मैंने अपनी बीवी को हंस कर बताया- मैं ही तुम्हारे लिए कालू को लाया था ताकि तुम मजा ले सको.
यह सुनकर मेरी बीवी मुझसे लिपट गई और मुझे प्यार करने लगी.
तो दोस्तो कैसी लगी मेरी ब्लैक डिक नीग्रो सेक्स कहानी, प्लीज जरूर बताएं.