डबल सेक्स का मजा मुझे दिलवाया मेरे नए बॉयफ्रेंड ने. एक दिन मेरी चूत मारते हुए उसने मुझे पूछा कि क्या मैं एक साथ दो लंड से चुदाना पसंद करूंगी. मैंने हाँ कर दी.
कहानी के पहले भाग
नए बॉयफ्रेंड ने थ्रीसम सेक्स का प्लान बनायामें आपने पढ़ा कि मुझे मेरे नए बॉयफ्रेंड ने डबल सेक्स का प्रोपोज़ल रखा तो मैंने उसे हाँ कर दी. वह मुझे चोदने और चुदवाने अपने दोस्त के कमरे पर ले गया.
यह कहानी सुनें.
अब आगे डबल सेक्स का मजा:
रोमिल का लन्ड मेरी चूत मारने के लिए पूरी तरह से तैयार था।
मैं फलित का लन्ड चूस रही थी.
तभी रोमिल ने कहा़- चलो सोफे पर चलते हैं. और मज़ा आएगा।
फिर हम तीनों सोफे के पास गए।
फलित सोफे पर बैठ गया और मैं उसके लन्ड को चूसने लगी।
रोमिल ने मुझे कहा- तुम डॉगी स्टाइल में हो कर फलित का चूसो।
मैं डॉगी स्टाइल में हो गई और फलित का लन्ड चूसने लगी।
रोमिल मेरी चूत पर अपनी उंगलियां फिराने लगा और फिर उसने अपनी दो उंगलियां मेरी चूत में डाल दी।
रोमिल अपनी उंगलियां मेरी चूत में घुसा कर हिलाने लगा।
मेरी चूत गीली थी.
रोमिल ने कहा- सच में बहुत मस्त माल हो तुम, आज मज़ा आएगा तुम्हें चोदने का!
मैंने फलित का लन्ड चूसते हुए रोमिल को इशारा किया- अपना हाथ हटाओ मेरी चूत से!
पर तभी रोमिल ने मेरी चूत पर अपना लन्ड रगड़ते हुए एक जोर का झटका लगाते हुए अपना लन्ड मेरी चूत में घुसा दिया।
मेरे मुंह से फलित का लन्ड निकल गया और मेरे मुंह से जोर से आह्ह्ह्ह् करते हुए चीख निकली।
फिर रोमिल ने पीछे से मेरी चूत में अपना लन्ड आगे पीछे हिलाना चालू कर दिया।
रोमिल मुझे चोद रहा था और मैं धीरे धीरे फलित का लन्ड मुंह में लेकर चूस रही थी।
फलित ने मेरा सिर पकड़ कर अपने लन्ड पर दबाए रखा था।
रोमिल लगातार मेरी चूत में अपना लन्ड आगे पीछे करते हुए मुझे अच्छे से चोद रहा था।
मुझे चोदते हुए रोमिल ने फलित से कहा़- यार इसकी गांड भी बहुत मस्त है।
रोमिल ने मेरे कूल्हों पर थप्पड़ लगाते हुए दस मिनट तक लगातार मुझे चोदा।
फिर फलित खड़ा हुआ और उसने कहा़- अब मुझे चोदने दे थोड़ी देर!
रोमिल ने अपना लन्ड मेरी चूत से निकाल दिया।
फलित ने मुझे सीधा सोफे पर लेटा दिया और मेरे पैरों को फैला कर मेरी चूत में अपना लन्ड डाल दिया।
मेरी चूत में अपना लन्ड डाल कर फलित ने मुझे शुरू में धीरे धीरे चोदना शुरु किया।
मैं लेटे हुए रोमिल का लन्ड मेरे हाथ में लेकर हिला रही थीं।
रोमिल मेरे पास खड़े होकर मेरे बूब्स को दबा रहा था।
फलित का आधा लन्ड मेरी चूत में जाते ही मैं झड़ गई थी।
लेकिन अभी तो उसने मुझे चोदना शुरू किया था।
फलित ने मेरे पैरो को अपने कंधों पर रख कर लंबे लंबे झटके मारते हुए अपना पूरा लन्ड मेरी चूत में डाल दिया और मुझे जोर जोर से चोद रहा था।
उसने भी मुझे करीब दस मिनट तक चोदा, फिर उसने अपना लन्ड मेरी चूत से बाहर निकाल लिया।
फलित ने जैसे ही मुझे छोड़ा तो रोमिल ने मेरे पैरों को फैला कर मेरी चूत में अपना लन्ड डाल दिया।
रोमिल मुझे दुबारा चोदने लगा.
फलित मेरे पास बैठा हुआ था और उसने मेरे सिर को अपनी गोद में ले रखा था।
रोमिल मुझे चोदते हुए फलित से बात कर रहा था।
रोमिल ने फलित से कहा़- यार, बहुत मस्त माल है ये, चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है।
फलित ने रोमिल से कहा़- मैं तो कई बार चोद चुका हूं, बहुत मज़ा देती है।
रोमिल मुझे चोद रहा था और मैं दुबारा से झड़ चुकी थी।
लेकिन वो दोनों में से कोई भी अभी तक एक बार भी झड़ा नहीं था।
मैं रोमिल से चुदवाते हुए फलित का लन्ड मुंह में लेने लगी।
थोड़ी देर बाद फलित ने मुझे फिर से चोदना शुरू किया और रोमिल मेरे मुंह के पास आकर मुझे अपना लन्ड मुंह में देने लगा।
फलित मुझे जोर जोर से चोद रहा था।
उसने मुझे फिर से सात से आठ मिनट तक चोदा फिर वो झड़ने वाला था।
फलित ने अपना लन्ड मेरी चूत से बाहर निकाल कर मेरे मुंह में दे दिया।
फलित के लन्ड से वीर्य छुटने लगा और उसने अपना सारा माल मेरे मुंह में भर दिया।
रोमिल ने मेरा नाक दबा कर मुझे फलित का पूरा माल निगलवा दिया।
फिर रोमिल ने मुझे कहा- इसका तो हो गया, चल अब मैं तुझे चोदता हूं। डॉगी स्टाइल में आ जा।
मैं डॉगी स्टाइल में हो गई और रोमिल ने मेरी चूत में अपना लन्ड डाल दिया।
उसका लन्ड एक ही बार में पूरा मेरी चूत में चला गया।
फिर उसने मेरे कूल्हों को दबा कर मेरी चूत में अपना लन्ड हिलाना शुरू कर दीया।
मैं भी खुद को आगे पीछे करते हुए उससे चुदवाने लगी।
मैं एक बार फिर से झड़ गई और मेरे बाद रोमिल का भी छुटने वाला ही था।
उसने अपने धक्के तेज कर दिए।
तेज़ी से मुझे चोदते हुए उसने कहा- सीधी हो कर नीचे बैठ जा, मेरा छुटने वाला है।
फिर उसने भी अपना सारा माल मेरे मुंह में भर दिया और मुझे पिला दिया।
फिर उन दोनों ने मुझे कहा- जाओ फ्रेश हो जाओ. और सामने बेडरूम है, थोड़ी देर आराम कर लो।
मैं मेरे कपड़े उठाने लगी तो रोमिल ने कहा- अभी मत पहनो, अभी और चोदना है तुम्हें!
मैं हंसते हुए मेरे कपड़े ले कर बाथरूम में चली गई और फ्रेश हो कर बेडरूम में चली गई।
वो दोनों अपने कपड़े पहने हुए थोड़ी देर टीवी देखने लगे।
थोड़ी देर बाद रोमिल और फलित बेडरूम में आए।
उन्होंने मुझे कहा़- क्या खाना चाहोगी?
मैंने कहा- कुछ भी ले आओ।
फिर रोमिल हम सब के लिए खाना लेने बाहर गया।
मैं बेडरूम से बाहर निकल कर फलित के पास बैठ कर उससे बातें करने लगी।
बातों ही बातों में हमने धीरे धीरे एक दूसरे को किस करना चालू कर दिया।
किस करते हुए फलित ने मुझे नंगी कर दिया और मैंने भी उसके कपड़े उतार दिए।
फिर मैंने फलित का लन्ड मुंह में लेकर चूसा और कहा़- चोद दो मुझे … मुझे तुमसे चुदना है।
फलित ने मुझे कहा- टेबल के पास झुक कर खड़ी हो जाओ।
मैं झुक कर खड़ी हो गई और फलित ने मेरी चूत में अपना लन्ड डाल दिया।
फलित मेरी चूत में अपना लन्ड हिलाते हुए मुझे चोद रहा था।
मुझे उससे चुदवाते हुए बहुत मज़ा आ रहा था।
मैं चाहती थी कि रोमिल को आने में ज्यादा वक्त लगे और फलित मुझे ऐसे ही चोदता रहे।
फलित का पूरा लन्ड मेरी चूत में चला गया था और वो मुझे बहुत मज़े से चोद रहा था।
मुझे भी उसका लन्ड लेते हुए मज़ा आ रहा था और मैं एक बार झड़ चुकी थी।
फलित मुझे चोद रहा था तभी दरवाज़े पर दस्तक हुई.
फलित दरवाज़ा खोलने जा रहा था।
मैंने फलित को रोका और कहा- तुम्हारा दोस्त ही होगा, खड़ा रहने दो बाहर। तुम चोदते रहो यूं ही!
फलित ने मुझे कहा- चोद रहा हूं, लेकिन उसको तो अंदर आ जाने दो।
मैंने कहा- थोड़ी देर खड़ा रहने दो, बस तुम मुझे चोदते रहो। मुझे तुमसे और चुदना है।
फलित मुझे चोदने लगा।
तभी दूसरी बार दरवाज़े पर दस्तक हुई.
और बाहर से कोई चिल्लाया- रोमिल दरवाज़ा खोल!
मैं और फलित दोनों चौक गए।
हम दोनों को कुछ समझ में नही आ रहा था कि क्या करें।
फलित ने मुझे कहा- तुम जाओ जल्दी से बेडरूम में छुप जाओ। मैं देखता हूं कि कौन है।
मैं जल्दी से बेडरूम में चली गई और फलित ने मेरे कपड़े बेडरूम की तरफ फेंक दिए।
फलित ने भी फटाफट से अपने कपड़े पहने।
लेकिन मेरी पैंटी वहीं सोफे के पास रह गई थी।
फलित ने अपने कपड़े पहने और मैंने बेडरूम का दरवाज़ा अंदर से बंद कर दिया।
उसने घर का दरवाज़ा खोला तो रोमिल का कोई रिश्तेदार उसको मिलने आया था।
वो फलित से रोमिल के बारे में पूछने लगा और तभी पीछे पीछे रोमिल भी घर पर आ गया।
रोमिल का रिश्तेदार घर के अंदर आ गया और बातें करने लगा।
मैं, फलित और रोमिल तीनों बहुत ही टेंशन में आ गए थे।
मैं बेडरूम के दरवाज़े पर खड़ी होकर उनकी बातें सुन रही थी।
रोमिल अपने रिश्तेदार से फलित की जान पहचान करवा रहा था।
रोमिल के रिश्तेदार की आवाज़ सुनकर लगता था कि वो भी एक जवान लड़का है।
वे तीनों बाहर बैठकर बातें करने लगे।
मुझे उनकी बातें साफ सुनाई दे रही थीं।
वो तीनों मिलकर नॉर्मल बात कर रहे थे।
मैं मेरे कपड़े पहनने लगी थी और तभी मुझे पता चला कि मेरी पैंटी बाहर ही छुट गई हैं।
मैं और ज्यादा टेंशन में आ गई।
थोड़ी ही देर बाद रोमिल का रिश्तेदार चला गया.
और फलित ने मुझे कहा़- मधु, तू बाहर आजा। खाना आ गया है।
मैंने धीरे से बेडरूम का दरवाज़ा खोला और देखा।
रोमिल का रिश्तेदार चला गया था और रोमिल ने दरवाज़ा बंद कर दिया था।
मैंने फलित से कहा़- मेरी पैंटी नहीं मिल रही है, देखो ना, सोफे के पास ही पड़ी होगी।
फलित ने कहा़- हां, यार, यहीं पर पड़ी हुई है। अच्छा हुआ नीरज ने देखा नहीं। नहीं तो फंस जाते हम सब!
फिर मैं मेरी पैंटी ले कर बाथरूम में जाने लगी।
तभी रोमिल ने कहा- अरे, अभी क्यूं पहन रही हों। खाना खा ले, फिर दुबारा चोदेंगे तुम्हें!
फलित ने भी रोमिल की बात में हां मिलाते हुए कहा़- रहने दो फिर वापस उतारनी पड़ेगी।
मैं उन दोनों की तरफ हंसते हुए देख कर बाथरूम में चली गई और पैंटी पहन कर उनके साथ खाना खाने बैठ गई।
हम तीनों ने साथ में मिलकर खाना खा लिया।
फिर फलित और रोमिल ने मुझे पकड़ चूमना चालू कर दिया।
फलित मुझे होंठों पर किस कर रहा था और रोमिल मेरे गले पर किस कर रहा था।
मैं बीच में थी, मेरे एक ओर फलित तो दूसरी ओर रोमिल था।
मुझे किस करते हुए उन दोनों ने मिलकर मुझे नंगी कर दिया और फिर उन्होंने भी अपने कपड़े उतार दिए।
फिर फलित ने मेरा एक हाथ पकड़ कर रोमिल के लन्ड पर रख दिया और दूसरे हाथ में अपना लन्ड पकड़ा दिया।
एक साथ दो-दो लन्ड पकड़ने का मस्त अहसास था!
मैं डबल सेक्स का मजा लेती हुई मस्त होकर दोनों को प्यार से सहलाने लगी।
वो दोनों कभी मुझे चूमते चाटते, कभी मेरे बूब्स दबाते और सहलाते!
अब वे दोनों मेरे पूरे बदन की मसाज कर रहे थे और चूम चाट रहे थे।
कभी दोनों मेरे एक-एक बूब्स को चूसते तो कभी गाल और होंठ चूसते।
मैं तो पूरी तरह से गरम हो चुकी थी और मेरी चूत गीली हो कर रस टपकाने लगी थी।
तभी फलित ने मुझे पूछा- अब मेरी जान क्या चाहिए तुम्हें?
मैंने कहा़- जो तुम बोलो वही।
फलित ने कहा- चूस दे मेरा, अब पहले मैं चोदूंगा तुझे!
मैं फलित का लन्ड मुंह में लेकर चूसने लगी।
रोमिल ने अपना हाथ मेरी चूत पर घूमना शुरू कर दिया।
मैं खड़ी हुई थी और झुक कर फलित का लन्ड चूस रही थी।
थोड़ी देर बाद मैंने रोमिल का लन्ड मुंह में ले लिया और फलित मेरे पीछे खड़ा हो कर मेरी चूत में अपना लन्ड डाल कर मुझे चोदने लगा।
मैं बड़ी मस्ती से चूत में और मुंह में लन्ड ले कर चुद रही थी।
फलित भी मज़े ले कर मुझे चोदने लगा था।
तभी फिर से घर के दरवाज़े पर जोर जोर से दस्तक होने लगी।
फलित, मैं और रोमिल तीनों एकदम से चौंक गए।
रोमिल ने फटाफट से मेरे कपड़े मेरे हाथ में दिए और कहा- जाओ, अंदर जा कर छुप जाओ।
मैं फटाफट से मेरे कपड़े ले कर बाथरूम में चली गई।
फलित ने भी अपने कपड़े उठाए और मेरे पीछे पीछे बाथरूम में आ गया।
रोमिल अपने कपड़े पहनने लगा।
दरवाज़े पर दस्तक ओर तेज़ हो गई थी।
रोमिल ने जल्दी से अपने कपड़े पहने और दरवाज़ा खोला।
रोमिल ने दरवाज़ा खोलते ही देखा तो सामने उसका चचेरा भाई नीरज था।
नीरज तुरंत ही अंदर चला आया और रोमिल से पूछने लगा- इतना टाइम क्यूं लगा दरवाज़ा खोलने में?
रोमिल ने घबराते हुए कहा- वो मैं बाथरूम में था।
मैंने हल्के से फलित से पूछा- कौन हैं ये?
फलित ने कहा़- इसका भाई हैं, जो थोड़ी देर पहले आया था।
मैंने फलित से पूछा- अब क्या होगा?
फलित ने मुझे इशारे में कहा़- चिंता मत करो, रोमिल संभाल लेगा।
फलित अपने कपड़े पहनने लगा और मैंने भी मेरे कपड़े पहन लिए।
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