सेक्सी भाभी को पटाकर गन्ने के खेत में चोदा

देसी Xxx पोर्न कहानी में मैंने 3 चूत चोदी स्कूल के पास खेतों में! वहां एक भाभी काम करने आती थी। उसका सेक्सी फिगर देखकर मैं उसकी चुदाई करने लिए बेताब था।

दोस्तो, मैं आपको उत्तर प्रदेश के लखनऊ के एक गांव की कहानी बताने जा रहा हूं जो कि मेरी अपनी कहानी है।

मेरी हाइट 6 फीट है और लंड का साइज मैंने कभी मापा नहीं है।

या देसी Xxx पोर्न कहानी तब की है जब मैं स्कूल की पढ़ाई खत्म करने जा रहा था।

दोस्तो, स्कूल के दिनों की बात अलग ही होती थी। वहां हमारे स्कूल के बगल में ही एक सरकारी ट्यूबवेल होता था।
थोड़ा सा भी खाली समय मिलते ही हम वहां पहुंच जाते थे।

वहां गांव की कुछ महिलाएं और लड़कियां घास काटने और खेतों का काम करने भी आती थीं।

उनमें एक भाभी भी आती थी।
उसको देखकर लगता था कि उसकी हाल ही में शादी हुई थी।

रंग से वह सांवली थी लेकिन देखने में एकदम माल लगती थी।
वह कद काठी से लम्बी और भरे हुए शरीर की थी।
मोटी मोटी चूचियां और भारी भरकम गांड थी उसकी।

भाभी की गांड देखकर मेरा लंड एकदम से खड़ा हो जाता था।
जब भी मैं उसको देखता तो लाइन मारने की कोशिश करता था।

धीरे धीरे वह भी मुस्करा कर इशारे से मेरी नजरों का जवाब देने लगी।
लेकिन वहां पर बाकी औरतें भी होती थीं तो हमारे पास आने का अभी तक मौका नहीं बना था।

धीरे धीरे मुझे पता चला कि उसका नाम सीमा था।
उसके साथ कई बार एक लड़की भी आती थी जो हमारे ही स्कूल में पढ़ती थी।
उस लड़की का नाम पायल था।

एक दिन पायल मेरे पास आई और बोली कि भाभी मुझसे बात करना चाहती हैं और मेरा नम्बर मांगा है।
मैंने अपना नम्बर पायल को दे दिया।

उस वक्त सर्दियों के दिन चल रहे थे।
रात को 9 बजे मेरे पास कॉल आया।

इस तरह से भाभी और मेरी बात शुरू हुई।

भाभी से बात करके पता चला कि उनकी अभी ही शादी हुई थी और शादी के एक हफ्ते के बाद ही उसका पति मुंबई चला गया।

अब फोन पर हमारी सेक्स चैट भी होने लगीं।
धीरे धीरे दोनों के अंदर वासना बढ़ती जा रही थी।

एक दिन भाभी ने कहा- गन्ने के खेत में मिलते हैं, तुम तैयार रहना, मैं तय समय पर पहुंच जाऊंगी।
भाभी ने मुझे टाइम भी बता दिया।

मैं अब भाभी से मिलने के लिए बहुत बेचैन था; रह रहकर भाभी की चूत के ख्याल आ रहे थे, सोच रहा था कि कैसे उसकी चूत में मेरी उंगली अंदर जाएगी, कैसे उसके ऊपर लेटकर उसे चोदूंगा।

ये सब सोचते हुए मैंने रात में मुठ भी मार डाली।

फिर अगले दिन मैं उनके बताए समय पर गन्ने के खेत में पहुंच गया और उनका इंतजार करने लगा।
कुछ देर के बाद भाभी आई और उसके साथ में पायल भी थी।

मैंने पूछा- पायल को क्यों ले आई?
वह बोली- सास मुझे अकेले नहीं आने देती, इसलिए लाना पड़ा।
फिर पायल बोली- आप दोनों बातें करो, मैं यहीं पर बैठी हूं।

दोस्तो, पायल भी बला की खूबसूरत थी।
फिर वह अपना दुपट्टा देकर एक तरफ बैठ गई।

भाभी ने दुपट्टा वहां बिछा लिया।
मैंने सीमा को तुरंत बांहों में ले लिया।

मेरे हाथ उसकी पीठ और सीने पर घूमने लगे।
धीरे धीरे मैंने उसके चूचों को दबाना शुरू कर दिया।

फिर मैंने उसके ब्लाउज को खोल दिया।
अंदर उसने कुछ नहीं पहना था।
मैं मुंह लगाकर भाभी की चूचियों को पीने लगा और वह धीरे धीरे सिसकारने लगी।

भाभी का हाथ मेरी पैंट को टटोल रहा था।
वह मेरे लंड को सहलाने लगी जो कि अब तनकर फटने को हो रहा था।

फिर मैंने उसके पेटीकोट को ऊपर कर दिया और उसकी जांघों को सहलाने लगा।

जांघों के बीच में झांटों के पीछे उसकी चूत छिपी हुई थी, चूत से पानी भी रिस रहा था।
मैंने चूत को सहलाना शुरू कर दिया तो उसकी प्यास और ज्यादा बढ़ गई।

उसने मेरी पैंट को खोलकर मेरे लंड को अंडरवियर से बाहर निकाल लिया।

पायल भी पास में ही बैठी थी।
हमारी कामुक आहें सुनकर शायद वह बहुत बेचैन हो उठी थी।

बीच-बीच में वह हम दोनों को देख रही थी।
उसका हाथ भी चल रहा था और लग रहा था जैसे कि वह भी अपनी चूत को रगड़ रही है।

इधर सीमा ने मेरे लंड को अपनी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया।
मुझे बहुत मजा आ रहा था।
चूत पर लंड रगड़ने से मेरा लंड बहुत ज्यादा पानी छोड़ने लगा था और भाभी की चूत भी और ज्यादा बहने लगी थी।

इतने में पायल बोली- जल्दी करो भाभी, घर भी जाना है।
तभी मैंने पायल को लिटा लिया और लंड उसकी चूत पर लगा लिया।

मैंने लंड को हल्का सा अंदर धेकला ही था कि इतने में पायल उठकर आ गई।
उसने अपनी सलवार खोलकर नीचे की और सीमा के मुंह पर चूत लगाकर बैठ गई।

मैं हैरान था कि उन दोनों के बीच ये सब क्या हो रहा है।
मैंने धक्का दिया तो लंड अंदर घुस गया।
तभी सीमा की चीख निकल गई।

पायल बोली- क्या कर रही हो भाभी … कोई आ जाएगा।
सीमा बोली- तो क्या करूं मैं, तेरे भैया का तो बहुत छोटा है। इतना बड़ा जाएगा तो दर्द होगा ही!
फिर पायल ने पेलने का इशारा किया।

मैं भाभी की चुदाई करने लगा।

सीमा अब तेजी से पायल की चूत चाट रही थी।

उधर पायल भी हाथ नीचे लाकर सीमा की चूत के दाने को तेजी से सहला रही थी।
इससे सीमा को लंड और चूत रगड़ाई का डबल मजा मिल रहा था।
वह इतनी चुदास से भर गई कि बार बार चूत को ऊपर फेंकते हुए चुद रही थी।

उधर पायल की चूत में भी आग लग गई थी।
उसने एक हाथ से अपनी चूत में भी उंगली करना शुरू कर दिया।

चुदते हुए सीमा को बहुत मजा आ रहा था।
उसकी गर्म चूत को चोदते हुए मेरा लावा भी उबलने लगा था।

फिर जल्दी ही मैं उसकी चूत में झड़ गया और सीमा भी मेरे साथ में झड़ गई।

उधर पायल की चूत ने भी पानी फेंक दिया।
इस तरह से हम तीनों शांत हो गए।

बाद में सीमा ने बताया कि वह दोनों इस तरह से ही एक दूसरे की चूत को शांत करती हैं।

मैंने लंड सीमा की चूत से निकाला ही था कि इतने में पायल मेरे पास आई और मुझे पीछे धकेलते हुए मेरी जांघों के बीच मुंह दे दिया और लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी।
मुझे बहुत गुदगुदी हो रही थी कि क्योंकि अभी 5 मिनट पहले ही मैंने सीमा की चूत में माल निकाला था।

मेरे लंड पर भाभी की चूत और मेरा माल लगा हुआ था लेकिन पायल उसे मस्ती से चूसती जा रही था।
भाभी बोली- आह्ह … चूस ले रंडी, पहली बार तुझे लंड चूसने को मिल रहा है।

कुछ देर में मुझे मजा आने लगा और लंड फिर टाइट होने लगा।
इतने में भाभी ने अपनी चूत पर मेरा मुंह लगा दिया।

मुझे चूत चाटने का मन नहीं था लेकिन फिर भी मैं चूत को चाटने लगा।

पांच मिनट बाद मेरे लंड में पूरा तनाव आ गया था।

फिर पायल उठी और भाभी को वहां से उठाकर खुद नीचे लेट गई।
भाभी बोली- लो, चोद दो इसे भी अच्छे से, इस रंडी से रुका नहीं जा रहा।

तब भाभी ने मेरा लंड पकड़ कर पायल की चूत पर टिकवा दिया और खुद उसके मुंह पर चूत लगाकर बैठ गई।
मैं अब पायल की चूत पर लंड को रगड़ने लगा।

कुछ देर उसकी चूत को टोपे से रगड़ने के बाद मैंने लंड को अंदर सरका दिया।
मेरा लंड एक बार में ही आधा घुस गया।
लग रहा था जैसे पायल पहले भी चुदी हुई थी।

फिर दूसरे धक्के में पूरा लंड उसकी चूत में समा गया।

अब भाभी तेजी से अपनी चूत को उसके मुंह पर रगड़ रही थी।
मैं भी पायल को चोदने लगा। मैं भाभी की चूचियों को भींचते हुए पायल की चूत मारने लगा।

मुझे इसमें बहुत मजा आ रहा था।
कुछ देर चुदवाने के बाद पायल उठ गई और मुझे नीचे लेटा लिया।
अब वह लंड पर बैठ गई और खुद ही उछलते हुए चुदने लगी।

उसकी मीडियम साइज चूचियों को अब मैं दोनों हाथों से थामे हुए दबा रहा था।
भाभी ने उसकी गांड को पकड़ रखा था और उसे उछालते हुए मेरे लंड से चुदवा रही थी।

पांच मिनट में ही उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया।
मेरा लंड पूरा उसकी चूत के पानी में भीग गया।

वह जैसे ही उठी तो भाभी मेरे लंड पर आकर उछलने लगी।
भाभी को चोदते हुए मुझे और भी ज्यादा मजा आने लगा क्योंकि भाभी की चूत पायल से टाइट थी।
फिर हम दोनों साथ में झड़ गए।

इस तरह से मैंने गन्ने के खेत में भाभी और उसकी ननद की चुदाई कर डाली।

उसके बाद भी हम लोग अकसर मिलते रहे।

फिर ऐसे ही खुलने के बाद पायल ने बताया कि एक बार दारू के नशे में उसके चाचा ने उसे चोद दिया था।
उसके बाद पायल को भी चुदने की आदत हो गई। फिर उसने भाभी के साथ मिलकर मुझसे खूब चूत मरवाई।

कुछ दिन के बाद भाभी गर्भवती हो गई।
उसने मेरे बच्चे को जन्म दिया लेकिन हम तीनों के सिवाय किसी को ये सच्चाई पता नहीं थी।

फिर धीरे धीरे भाभी ने मेरे पास आना कम कर दिया लेकिन पायल लगातार अपनी चूत मरवाने आती रही।

एक दिन उसने बताया कि उसकी एक चाची है जो मां नहीं बन पा रही है।
उसने मुझसे चाची की चुदाई करने की बात कही ताकि वह मां बन सके।

मैं भी उसकी बात मान गया।
उसकी चाची का नाम सुमन था।

एक दिन वह सुमन चाची को लेकर आई।

चाची देखने में उतनी अच्छी नहीं थी लेकिन मैंने चोदने के लिए हां कह दिया था तो चुदाई तो करनी ही थी।
वह काफी दुबली पतली और सांवली सी थी।

उसने बताया कि उसके पति उसको चोद नहीं पाते हैं और उसकी सास उसे ही ताने देती रहती है।

इतने में पायल ने मेरी पैंट खोलकर लंड को बाहर निकाला और चूसना शुरू कर दिया।
सुमन चाची ने मेरा लंड देखा तो हैरान होकर बोली- हे भगवान, इतना बड़ा लंड! मेरे पति का तो इसका आधा भी नहीं है। पायल … कैसे चुदवाती हो तुम?

पायल लंड को मुंह से निकाल कर बोली- चाची, जब तुम चुदवाओगी तो खुद पता लग जाएगा।
अब मैंने सुमन के ब्लाउज को खोलना शुरू कर दिया क्योंकि लंड चुसवाने के बाद अब मैं चुदाई के लिए मरा जा रहा था।

मैं चाची की चूचियों को दबाने लगा, फिर उसकी चूचियां पीने लगा।

फिर मैंने उसकी साड़ी में हाथ देकर उसकी चूत को टटोला।

उसकी चूत क्लीन शेव थी। चाची की चूत पर एक भी बाल नहीं था।

मैं तेजी से उसकी चूत को हाथ से रगड़ने लगा।
वह बहुत चुदासी हो गई।

फिर मैंने उसकी साड़ी ऊपर उठा दी और लिटाकर उसकी चूत पर लंड को रगड़ने लगा।
वह भी चूत को नीचे से उठाते हुए मेरे लंड पर रगड़ने लगी। वह चुदने के लिए बहुत बेचैन हो रही थी।

फिर वह बोली- डाल दो अब!
तभी पायल ने उसके मुंह पर हाथ रख दिया।
पायल जानती थी कि उसकी चीख निकलने वाली थी।

मैंने लंड धकेला तो सुमन चाची की आंखें बाहर आ गईं।
वह कराहने लगी लेकिन पायल ने मुंह पर हाथ रखा हुआ था, इसलिए चीखें बाहर नहीं निकलीं।

मैं चाची की चुदाई करने लगा।
धीरे धीरे मैंने लंड को पूरा उसकी चूत में उतार दिया।

मैं उसे चोदने लगा और कुछ ही देर में लंड उसकी बच्चेदानी से टकराने लगा।
कुछ देर में सुमन चाची को मजा आने लगा और वह भी मेरा पूरा साथ देने लगी।

चोदते हुए मैंने उसकी चूत में माल भर दिया।
फिर वे दोनों घर चली गईं।

रात में सुमन का कॉल आया और वह कहने लगी कि बहुत अच्छा चोदते हो।

वह बताने लगी कि अभी तक उसकी चूत दुख रही है। पायल रंडी ने मरवा दिया होता उसे बिल्कुल!
मैंने कहा- मुझे उसकी गांड बहुत पसंद है, लेकिन वह मारने नहीं देती है।

वह बोली- ठीक है, अगली बार जब उसे लेकर आऊंगी तो उसकी गांड चुदाई भी कर लेना।

फिर वे दोनों कुछ दिन फिर से मिलने के लिए आईं।
पहले मैंने सुमन को चोदा और फिर पायल को बोला- मेरे ऊपर लेट जाओ।

इतने में पीछे से सुमन ने मेरे लंड पर तेल लगा दिया।
मैंने पहले पायल की चूत में लंड पेला और चोदने लगा।

फिर सुमन ने इशारा किया तो मैंने चूत की बजाय उसकी गांड में लंड घुसा दिया।
इससे पहले पायल कुछ समझ पाती सुमन ने उसे पकड़ लिया था।

वह दर्द में छटपटाती हुई गुस्से में चिल्लाने लगी कि हम दोनों को वह छोड़ेगी नहीं।
लेकिन अब उसकी गांड में लंड घुस चुका था।

कुछ ही देर में उसको भी देसी Xxx पोर्न में मजा आने लगा।
मैंने जमकर उसकी गांड चुदाई की और फिर माल उसकी गांड के छेद में भर दिया।

छूटने के बाद वह गुस्सा तो हुई लेकिन फिर मान गई।
मैंने उसकी चूत चोदकर फिर उसे खुश कर दिया।

कुछ दिन के बाद सुमन भी प्रेग्नेंट हो गई।
फिर धीरे धीरे हमारा मिलना बिल्कुल कम हो गया।

कई बार उनसे कॉल पर बात होती रहती थी लेकिन चुदाई हुए काफी दिन हो गए थे।

इससे आगे की कहानी मैं आपको फिर कभी बताऊंगा।
इस तरह से मैंने भाभी के साथ ही उसकी ननद और एक चाची की चुदाई की।

तो दोस्तो, आपको ये स्टोरी कैसी लगी?
मुझे इस देसी Xxx पोर्न कहानी के बारे में अपनी राय जरूर लिखना।
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