बीच सेक्स इन पब्लिक प्लेस का मजा मेरी मम्मी को दिलवाया मैंने जब मैं और मम्मी गोवा घूमने गए थे. पापा मम्मी को चुदाई का पूरा मजा नहीं दे पाते थे तो मम्मी गर्म रहती थी.
हाय दोस्तो, मेरा नाम रवि है।
मैं कोलकाता का रहने वाला हूँ।
आप इस कहानी में पढ़ेंगे कि कैसे मेरी माँ को चार लोगों ने चोदा और उनकी गांड मारी।
पढ़िए और आनंद लीजिए!
समय बर्बाद न करके मैं सीधे बीच सेक्स इन पब्लिक प्लेस कहानी पर आता हूँ।
मेरी माँ का नाम हंसिका है।
मैं, मेरी माँ, पापा और एक बहन, हम सब घर में रहते हैं।
पापा रेलवे में काम करते हैं इसलिए ज्यादातर समय बाहर ही रहते हैं।
वे महीने में तीन-चार दिन ही घर आते हैं।
मेरी माँ एक मॉडर्न ख्यालों वाली औरत हैं।
माँ के बारे में बता देता हूँ। माँ की लंबाई 5 फीट 6 इंच है, रंग गोरा, गठीला बदन, साइज 36-32-36 है।
वे देखने में पूरी तरह हॉट माल जैसी लगती हैं।
अगर बाजार जाएँ, तो लोग उन्हें ऐसे देखते हैं जैसे अभी उनकी सलवार फाड़कर चोद देंगे।
शादी के बाद पापा उन्हें ठीक से चुदाई नहीं कर पाते तो मैंने माँ को उंगली करते हुए देखा है।
उनकी चूत एकदम गुलाबी है, उसमें छोटे-छोटे काले बाल हैं।
माँ मॉडर्न ख्यालों वाली हैं इसलिए घर में छोटे कपड़े भी पहनती हैं।
एक बार पापा, मम्मी, मैं और मेरी बहन ने गोवा जाने का प्लान बनाया।
लेकिन पापा का कुछ जरूरी काम आ गया तो वे और मेरी बहन रुक गए।
मैं और माँ घूमने के लिए निकल गए।
हमने गोवा पहुँचकर होटल बुक किया और पहले दिन कालंगुट घूमने गए।
वहाँ ढेर सारी मस्ती की।
मम्मी तो पूरी तरह बिकिनी में गोवा घूम रही थीं।
उन्होंने जानबूझकर छोटी बिकिनी ले रखी थी ताकि दूसरों को देखकर चिढ़ा सकें।
दूसरे दिन हमने बागा और उसके पास वाले बीच पर घूमा और रात को क्लब जाने का प्रोग्राम बनाया।
मैंने कहा, “नहीं, क्लब नहीं, बीच पार्टी में जाएँगे!”
मैं जानबूझकर माँ को दूसरे मर्दों से चुदवाना चाहता था इसलिए मैंने यह प्लान बनाया।
मम्मी मान गईं।
शाम को हम बीच पार्टी में पहुँच गए।
वहाँ सारे लोग डांस और नशे में थे।
मम्मी ने भी वोडका लिया और डांस करने लगीं।
मम्मी सिर्फ़ शॉर्ट्स और बिकिनी में थीं।
जब वे नाच रही थीं तो उनके बूब्स उछल रहे थे।
इसका मज़ा वहाँ बैठे चार लोग ले रहे थे। वे चारों देखने में हट्टे-कट्टे थे।
उनमें से एक बोला, “भाई, क्या गजब का माल है! अगर एक बार मिल जाए, तो पूरी रात चोदूँगा!”
मैंने यह सुन लिया और कहा, “चोदना है, तो पैसे लगेंगे!”
वे चारों राजी हो गए।
मैंने एक लाख में डील की।
उन्होंने मम्मी को चारों तरफ से घेर लिया और उनके साथ डांस करने लगे।
वे कभी पेट, कभी बूब्स, कभी गांड और कभी चूत को छूने लगे।
मम्मी नशे में थीं और ऐसे छूने से हॉर्नी होने लगीं।
पापा भी तो चुदाई नहीं कर पाते थे।
फिर उनमें से एक ने मम्मी के होंठों पर किस किया।
मम्मी ने भी उसका साथ देना शुरू कर दिया।
यह देखकर वे चारों समझ गए कि मम्मी चुदने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने मम्मी को पार्टी के साइड में एक अंधेरी जगह ले गए।
मैं उनके पीछे-पीछे देखने के लिए गया।
वहाँ चारों ने बारी-बारी मम्मी को किस करना शुरू किया।
एक आदमी किस करता, तो दूसरा मम्मी के बूब्स दबाता।
एक ने उनकी गांड दबाई।
ऐसे ही दस मिनट तक मम्मी के बूब्स और गांड दबाते रहे।
मम्मी सिर्फ़ मोन कर रही थीं, “आआह… स्स्स… स्स्स… आआह…”
फिर चारों ने मम्मी को घुटनों के बल नीचे बिठाया और अपना लंड निकालकर चुसवाने लगे।
मम्मी बारी-बारी सबके लंड चूसने लगीं।
ऐसे ही पंद्रह मिनट तक लंड चूसने के बाद उन्होंने मम्मी को नंगी कर दिया, उनकी बिकिनी फाड़ दी जिससे मम्मी के बूब्स उछलकर बाहर आ गए।
अपने सामने गोल-गोल बूब्स देखकर दो-तीन लोग रुक नहीं पाए और मम्मी के बूब्स पर टूट पड़े।
एक ने एक बूब्स अपने मुँह में भर लिया और चूसने लगा, साथ ही अपना लंड मम्मी को पकड़ा दिया।
मम्मी दोनों का लंड हिलाने लगीं।
एक ने अपना मुँह मम्मी की गांड पर लगाया और उनकी गांड को चबाने और किस करने लगा।
चौथे ने अपना मुँह मम्मी की गुलाबी चूत पर लगाकर चाटना शुरू किया।
वे चारों मम्मी के शरीर से ऐसे चिपके थे जैसे शहद पर मधुमक्खी।
मम्मी उनके ऐसे चूसने से संभल नहीं पा रही थीं और मोन कर रही थीं, “आआह… आह… आह्ह्ह…”
ऐसे ही चारों ने बारी-बारी जगह बदलकर मम्मी के बदन को तीस मिनट तक चाटते-चूसते रहे।
इस बीच मम्मी ने एक बार पानी छोड़ दिया जिसे दो लोगों ने पूरा पी लिया।
फिर चारों ने अपने कपड़े उतार दिए।
एक ने मम्मी को अपनी गोद में उठा लिया और अपने 8 इंच लंबे और 3 इंच मोटे लंड को मम्मी की चूत पर रगड़ने लगा।
वह मम्मी को किस करने लगा और फिर झटके से अपना लंड उनकी चूत में घुसा दिया।
मम्मी इसके लिए तैयार नहीं थीं और चीख पड़ीं, “उई माँ… जरा धीरे करो!”
एक ने कहा, “साली रंडी, बहुत नखरे हैं तेरे!”
फिर उसने नीचे बीच पर पटककर चोदना शुरू कर दिया।
मम्मी दर्द से मोन कर रही थीं, “आह… आह… आह… उई माँ… आह…”
पाँच मिनट बाद मम्मी की आवाज़ें कम होने लगीं और वे सिसकारियाँ भरने लगीं, “उम्म… आआह… उम्म्म…”
एक दूसरे आदमी ने अपना लंड मम्मी के मुँह में दे दिया और मम्मी उसे चूसने लगीं।
पाँच मिनट बाद वे चारों जगह बदल-बदलकर मम्मी को चोदने लगे।
उनकी चुदाई तीस मिनट तक चली।
मम्मी की चूत से एक लंड निकलता, तो दूसरा घुसा देता।
ऐसे ही एक के बाद एक चोदने लगे।
जब तीसरे ने चोदा तो उसका झड़ने का समय आ गया।
उसने अपनी स्पीड बढ़ा दी और घपाघप चोदने लगा।
मम्मी बस चिल्ला रही थीं, “आह… आह… आह… आह…”
उसने एक “आह” के साथ अपना पानी पूरा अंदर डाल दिया और मम्मी की बच्चेदानी तक भर दी।
यह देखकर मम्मी बोलीं, “प्रेग्नेंट हो जाऊँगी तो!”
उसने कहा, “मैं तो तुझे अपनी बच्चे की माँ बनाना चाहता हूँ!”
मम्मी शरमा गईं और वह उन्हें किस करने लगा।
फिर वह हट गया।
अब चौथे ने मम्मी को ऊपर चढ़ाया और अपना लंड घुसा दिया।
मम्मी थोड़ा चीखीं और वह चोदने लगा।
थोड़ी देर चुदाई के बाद उसने मम्मी को डॉगी स्टाइल में करके चोदा।
मम्मी भी मज़े से चुदने लगीं।
उसने अपना पानी मम्मी के मुँह पर छोड़ दिया।
बाकी दोनों ने भी अपना पानी एक ने मम्मी के बूब्स पर और एक ने पेट पर छोड़ दिया।
एक राउंड के बाद जब मम्मी उठकर आने लगीं, तो एक ने मम्मी को खींचकर नीचे गिरा दिया और बोला, “अभी कहाँ, हमारा मन नहीं भरा!”
फिर वे मम्मी को किस करने लगे और लंड चुसवाने लगे।
इस बार उनका प्रोग्राम मम्मी की गांड मारने का था।
वे चारों इस बारे में बात करने लगे।
चौथे ने अपने 9 लंड पर मम्मी को बैठने को कहा।
मम्मी उसके लंड पर बैठकर उछलने लगीं और वह मम्मी के बूब्स दबाने लगा।
फिर उसने इशारे से एक को मम्मी की गांड मारने को कहा।
चौथे ने मम्मी को अपनी बाहों में कसकर पकड़ लिया और उनके मुँह को अपने होंठों से भर लिया।
दूसरे ने अपने लंड पर थूक लगाकर मम्मी की गांड पर सेट किया।
मम्मी समझ गईं कि अब गांड की बारी है और छटपटाने लगीं।
लेकिन उनकी छटपटाहट काम न आई।
उसने एक धक्का मारा, मम्मी की गांड में सिर्फ़ टोपा गया।
मम्मी दर्द से रोने लगीं।
लेकिन उसे कोई फर्क नहीं पड़ा।
उसने एक और धक्का लगाया और आधा लंड अंदर घुसा दिया।
फिर धीरे-धीरे चोदने लगा।
नीचे वाला भी धक्के लगाने लगा।
हर धक्के के साथ मम्मी की आवाज़ निकल रही थी, “आह… आह… आह…”
थोड़ी देर चोदने के बाद मम्मी की आवाज़ कम होने लगी।
फिर उसने एक और ज़ोर का धक्का मारा और पूरा लंड अंदर घुसा दिया।
वह नॉन-स्टॉप पाँच मिनट तक चोदता रहा।
वे बारी-बारी जगह बदलकर चोदने लगे।
बीच सेक्स इन पब्लिक प्लेस करते हुए पंद्रह मिनट ऐसे चोदने के बाद बाकी दोनों हट गए और बचे हुए दो आए।
एक ने मम्मी की गांड में और एक ने चूत में डालकर चोदना शुरू किया।
मम्मी बस चुदने का मज़ा ले रही थीं और मादक आवाज़ें निकाल रही थीं, “आह… आह… आह… यस, फक मी… आह… आह…”
यह सुनते ही उन्होंने मम्मी को पागलों की तरह नॉन-स्टॉप चोदना शुरू कर दिया।
तीस मिनट तक मम्मी की बिना रुके चुदाई होती रही।
इस बीच मम्मी दो बार पानी छोड़ चुकी थीं।
जब चारों का पानी छोड़ने का समय आया तो सबने मम्मी की चूत में पानी छोड़ दिया।
उनकी स्पर्म से मम्मी की चूत पूरी तरह भर गई और बाहर निकलने लगी।
उनकी यह चुदाई खत्म होने तक रात के एक बज चुके थे।
मैंने सोचा कि अब मम्मी को छोड़ देंगे लेकिन उनका कुछ और प्लान था।
सबने अपने कपड़े पहने और एक ने मम्मी को अपने कंधे पर उठा लिया।
वे सड़क की ओर चलने लगे।
मम्मी बोलीं, “अरे, मुझे कपड़े तो पहनने दो!”
एक ने कहा, “तुझे चोदने के लिए पैसे दिए हैं, तेरे कपड़ों को नहीं!”
यह सुनकर मम्मी थोड़ा उदास हो गईं कि मेरे बेटे ने यह किया।
लेकिन खुश भी हुईं कि चलो, मेरा बेटा मेरा ख्याल रखता है।
तब मम्मी बोलीं, “सुनो, एक दिन के लिए नहीं, तुम चारों मुझे गोवा में जब तक हूँ, तब तक चोद सकते हो!”
मम्मी उनके साथ हँसते हुए जाने लगीं।
रास्ते पर सब मम्मी की नंगी गांड और झूलते हुए गोल-गोल बूब्स को देख रहे थे।
मैं उनके पास गया और पूछा, “कहाँ ले जा रहे हो?”
वे बोले, “इसको हम अपने घर ले जा रहे हैं। वहाँ इसकी और चुदाई होगी। अभी मन नहीं भरा इसका। तेरी मम्मी को चोदकर प्रेग्नेंट करने के बाद ही छोड़ेंगे!”
मैंने मम्मी को देखा, तो उन्होंने हाँ में सिर हिलाया और बोलीं, “तू होटल जा, मैं मज़े करके आती हूँ!”
वे लोग मम्मी को ले गए और मैं होटल चला गया।
इतनी सारी चुदाई देखकर मेरा मूड बन गया था।
मैंने एक रशियन लड़की ली और होटल ले जाकर मम्मी की चुदाई इमेजिन करके चोदने लगा।
फिर पानी निकालकर सो गया।
तो आप सबको बीच सेक्स इन पब्लिक प्लेस कहानी कैसी लगी?
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