Xxx थाईलैंड गे कहानी में मैं और मेरा दोस्त गांडू बन कर पैसा कमाने लगे. हमें थाईलैंड जाकर यशी काम करने का काफी पैसा कमाने का ऑफर मिला तो हम दोनों वहां चले गए.
साथियो, मेरी गे सेक्स कहानी के पिछले भाग
हम दो दोस्त गांडू बन गए
में आपने पढ़ा था कि विजय व समीर दोस्त थे, अनाथ होने के बाद उनको रिश्तेदारों ने पाला.
उन्नीस साल की उम्र में दोनों साथ रहकर नौकरी कर रहे थे.
उनके बीच गे संबंध हो गया.
मुश्किल यही थी कि वे दोनों बॉटम थे, उन्हें गांड मरवाने को टॉप नहीं मिल रहा था.
उन्होंने गे साइट पर सलाह के लिए बॉटम लोगों से संपर्क किया तो उधर रवि उनसे मिला. उसने बताया वह बॉटम है और गांड मरवा कर रूपए कमाता है, उसे गांड मारना भी अच्छा लगता है.
फिर रवि ने उन दोनों की गांड मारी, फिर विजय समीर को ग्राहक दिलवाये. ग्राहक विजय समीर की गांड मारते, लंड चुसवाते.
दोनों बी डी एस एम के लिए राजी हो गए.
ग्राहक विजय व समीर को सेक्स के समय पीटने भी लगे.
इसी दरमियान रवि ने विजय व समीर को थाईलैंड जाने का ऑफर दिया, वहां 30-40 दिन गुलाम की तरह रहना था, बहुत रूपए मिलने वाले थे.
विजय व समीर टूर एजेंट के साथ थाईलैंड आ गए, उनके साथ 8 और लड़के थे.
तीन दिन थाईलैंड घूमने के बाद अब आगे की Xxx थाईलैंड गे कहानी विजय की जुबानी सुनिए.
चौथे दिन सुबह टूर एजेंट ने सभी 10 लड़कों से कहा कि अब काम पर जाना है.
टूर एजेंट ने हमें एक आदमी के हवाले कर दिया.
वह आदमी हमें एक बड़े बंगले के हॉल में ले गया.
हॉल में एक आदमी और 4 सिक्योरिटी गार्ड की वर्दी पहने लोग थे.
उस आदमी ने अंग्रेजी में कहा कि मैं यहां का मालिक वांग हूँ, तुम सभी लड़के मेरे गुलाम हो. मैं जो भी कहूंगा, तुम्हें मानना पड़ेगा, हुक्म ना मानने पर सजा मिलेगी.
फिर वांग ने लड़कों के पासपोर्ट देखे सभी को अलग अलग नंबर के पतली रस्सी लगे बैज देकर कहा- बैज को हमदम गले पर पहनना है. तुम यहां नंबर से पहचाने जाओगे.
हम सभी ने अपने अपने बैज लेकर पहन लिए.
वांग ने कहा- सब लड़के कपड़े उतार कर नंगे होकर, एक लाइन में अपने सर पर हाथ रख कर खड़े हो जाओ.
सब लड़के नंगे हो गए और अपने अपने सर पर हाथ रखकर खड़े हो गए.
सभी के बदन बाल रहित चिकने थे, उनके पुरुष चूचे फूले थे.
कुछ लड़के गोरे कुछ गेहुंए कुछ सांवले थे
वांग के हाथ में एक फुट लम्बा, मोटा डंडा था, डंडे के सामने इलेक्ट्रिक प्लग पिन जैसा कुछ लगा था.
वांग हर लड़के का मुआयना उनके बदन पर हाथ फेरकर कर रहा था.
एक लड़के ने हाथ नीचे कर लिए.
वांग ने उस लड़के से कहा- मैंने हाथ नीचे करने को नहीं कहा!
यह कहकर उसने डंडे में लगी प्लग पिन उसकी जांघ पर रख दी. तो पिन से स्पार्क निकला, बिजली के झटके के दर्द से लड़का चीख उठा. उसने झट से अपने हाथ सर पर रख लिए.
हमें शार्ट और टी-शर्ट पहनने को दी गयी. सिक्योरिटी के लोग हमारा सामान और पासपोर्ट ले गए.
हमें फर्स्ट फ्लोर पर ले जाया गया, वहां एक कतार में दस कमरे थे.
पांच कमरों में चीनी नस्ल के 10 लड़के थे. हमें अन्य 5 कमरों में रखा गया.
हर कमरे में दो लड़के, उसमे अटैच्ड बाथरूम था, दो खाट थीं.
मैं और समीर एक कमरे में थे.
कमरे का दरवाज़े के ऊपरी भाग में सलाखें लगी हुई थीं.
गार्ड बाहर से हमें देख रहे थे. हर जगह सीसी टीवी कैमरे थे
हमें अच्छा खाना दिया, दोपहर को आराम करने को कहा.
फिर हमें थोंग, गले का पट्टा दिया गया और हमें नहाकर शाम 6 बजे सिर्फ थोंग पहनकर ख़ाली बदन रहने को कहा गया.
शाम 6 बजे हमने थोंग पहनी, गले में पट्टा पहना. इस थोंग से सिर्फ लंड व गोटी ढकी थीं, पीछे डोरी थी, पूरे चूतड़ नग्न दिख रहे थे.
हम अपने कमरे के बाहर खड़े थे.
हम सभी ने गले में नंबर लिखी बैच लटकाई हुई थी.
एक लड़के ने हमें ग्राहकों के सामने अपने बदन की नुमाइश कैसे करनी है, यह करके दिखाया.
वांग ने हमें ग्राउंड फ्लोर के हाल में बने स्टेज पर कतार में खड़ा कर दिया.
Xxx थाईलैंड गे का खेल अब शुरू होने को था.
स्टेज के सामने कुर्सी पर ग्राहक बैठे थे.
वांग के इशारे पर एक लड़का आगे आया, वह स्टेज पर कूल्हे थिरका कर चला, उसने फैशन परेड में घूमने वाली लड़कियों की तरह घूमकर बदन के आगे पीछे की नुमाइश की.
बाकी लड़कों ने भी उसी के जैसी नुमाइश की.
जब किसी ग्राहक को कोई लड़का पसंद आता तो वह अपना हाथ उठा देता.
गार्ड उस ग्राहक को लड़के के नंबर लिखी पर्ची देता.
इस तरह से सब लौंडे बुक हो गए, बस 4 लड़कों को कोई ग्राहक नहीं मिला.
बाकी 16 लड़कों के गले के पट्टे में गॉर्ड ने कुत्ते की चेन लगा दी.
ग्राहक वांग को पैसे देकर पसन्द के लड़के की चेन पकड़ लेता.
गार्ड ग्राहक को कमरे तक ले जा रहे थे.
मुझे (विजय को) एक ग्राहक ने चुना, वह चेन पकड़ कर मुझे एक कमरे में ले गया.
उस कमरे में बड़ा पलंग, सोफा, टेबल आदि सब सुविधाएं थीं.
टेबल पर हथकड़ी, चाबुक, रस्सी, गैग, छड़ी, पानी, शराब गिलास आदि थे.
छड़ी के छोर पर तीन इंच लम्बा चमड़े का बेल्ट लगा था.
ग्राहक छड़ी लेकर सोफे पर बैठकर बोला- गुलाम कुत्ते, मेरे जूते सूंघों, फिर चाटो!
मैं कुत्ते की तरह खड़ा होकर जूते सूंघ रहा था.
ग्राहक ने छड़ी मेरे कूल्हों पर मारकर कहा- अब जूते चाटो!
छड़ी में लगी बेल्ट चटाक से चटाक की आवाज़ हुई, तो मैं दर्द से तिलमिला उठा और उसके जूते चाटने लगा.
फिर ग्राहक के कहने पर मैंने उसके जूते उतारे और उसके पैर का अंगूठा चूसने लगा.
ग्राहक ने मुझे वाइब्रेटर लगा आस प्लग देकर कहा- इसे अपनी गांड में डालो.
मैंने डाल लिया.
उसने खड़े होकर हुक्म दिया- अब मेरी पैंट चड्डी उतारो … और मेरे लंड को खड़ा करके उस पर कंडोम लगाओ.
ग्राहक की पैंट उतराने के बाद मैं ग्राहक की जांघ गोटी चूमने लगा.
उसका लंड खड़ा हो गया, तो मैंने लंड पर कंडोम चढ़ा दिया.
ग्राहक ने मेरे हाथ पीछे करके हथकड़ी से बांध दिए तो अगला हुक्म मिला कि अब लंड चूसो.
मैं घुटनों पर खड़ा होकर लंड चूसने लगा.
ग्राहक ने आस प्लग का वाइब्रेटर को रिमोट से चालू किया, मेरा सर पकड़ा और लंड गले तक लंड डाल कर बेदर्दी से मेरा मुँह चोदने लगा.
मेरे हाथ बंधे थे, वाइब्रेटर के कारण मेरे कूल्हे जांघ कांप रहे थे.
मेरे मुँह से लार निकल रही थी.
कुछ देर बाद ग्राहक ने मेरे गले के पट्टे को पकड़ कर मुझे खड़ा किया.
उसने मुझे सामने झुकाकर मेरा सर पलंग पर रख दिया.
मेरे पांव फर्श पर थे, मैं कुतिया बन कर खड़ा था.
ग्राहक ने चाबुक उठाया मेरे कूल्हे पर मारकर कहा- पैर फैला!
वह मेरी कमर पकड़ कर कंडोम पर लुब्रिकेशन लगाकर गांड मारने लगा.
वह मेरे कूल्हों पर थप्पड़ मार रहा था, उसने रुक रुक कर मेरी गांड बहुत देर मारी.
उसके झड़ने के बाद मुझे फर्श पर बिठाकर मेरी हथकड़ी पलंग के पाये से रस्सी से बांध दी.
अब ग्राहक ने कुछ खाया और पानी पीकर आराम से पलंग पर लेट गया.
एक घंटा आराम के बाद ग्राहक उठा.
मैंने कहा- मालिक प्यास लगी है.
ग्राहक ने मेरी हथकड़ी खोल दी, मुझे बाथरूम से खाली मग लाने को कहा.
ग्राहक ने मग में मूत कर कहा कि पी जा.
मैं पी गया.
ग्राहक के हुक्म पर मैंने उसका लंड फिर से खड़ा किया और उस पर कंडोम चढ़ा कर लुब्रिकेशन लगाया.
उसने मुझे मिसनरी पोजीशन में पलंग पर लेटा कर मेरी गांड मारना शुरू की.
गांड मारते समय मेरे मुँह पर चांटा मारकर मुँह खोलने को कहा.
मैंने मुँह खोला, तो उसने मेरे मुँह में थूककर थूक पिला दिया.
उसने मेरी गांड काफी देर मारी, फिर उसने चित लेटा कर मुझे लंड की सवारी करवाई.
मैं लंड पर उछलते उछलते जब थक जाता, तो मुझे चाबुक की मार पड़ती.
मैं फिर उछलने लगता.
ग्राहक बहुत देर बाद झड़ा.
उसने खाना खाते समय शायद कुछ दवा आदि खा ली थी.
उसके बाद ग्राहक ने मुझे बाथरूम में ले जाकर मूत्र स्नान कराया.
रात के दस बजे थे तब ग्राहक चला गया.
मैं नहाकर अपने कमरे में आ गया.
थोड़ी देर बाद मेरा दोस्त समीर आया, उसने बताया उसे पीटकर ग्राहक ने उसकी गांड मारी.
मैंने अपनी आप बीती सुनाई.
हम दोनों को पिटने में मजा आता था, तो एक दूसरे की कहानी सुन कर हम हंसने लगे.
फिर हम दोनों डॉयनिंग हॉल में गए.
उधर खाना खाया और आकर सो गए.
डॉयनिंग हॉल में कुछ और लड़के थे, वे भी ग्राहक निपटा कर आये थे.
अगली रातों में भी हम स्टेज पर खड़े होते, ग्राहक अपने पसन्द के लड़के को ले जाकर गुलाम मालिक का खेल खेलते और गांड चोदते.
कुछ ग्राहक जब मेरी चूची दबाते और चूसते, तो मुझे मजा आता.
कुछ विशेष घटनाओं का जिक्र कर रहा हूँ.
एक रात मुझे एक ग्राहक कमरे में ले गया.
मुझे कुतिया की तरह पलंग पर खड़ा करके मेरे चूचे दबाने लगा.
निप्पल मरोड़ कर ऐसे खींचने लगा, जैसे दूध निकाल रहा हो.
वह मेरे कूल्हों पर छड़ी से मार रहा था, मैं उत्तेजित हो गया और मेरा लंड खड़ा हो गया.
मैं इंतजार कर रहा था कि कब वह मेरी गांड मारे.
ग्राहक ने मुझे पीठ के बल लिटा कर मेरे हाथ पलंग के सिरहाने बांध दिए, मेरे पांव छाती की तरफ करके पलंग से बांध दिए.
अब ग्राहक ने अपनी पैंट उतारी, उसका खड़ा लंड सिर्फ 2 इंच लम्बा और पतला सा था.
कंडोम पहनकर वह मेरी गांड मारने लगा, मैं हंसने लगा.
ग्राहक समझ गया कि मैं उसके छोटे लंड पर हंस रहा हूँ.
उसका चेहरा कठोर हो गया, वह थोड़ी देर में झड़ गया.
उसने थोड़ी देर आराम किया, मैं वैसे ही बंधा था.
ग्राहक ने एक बैग खोला, उसमे से उसने स्ट्रैप ऑन डिल्डो निकाला.
वह डिल्डो 8 इंच लम्बा और 2 इंच मोटा था.
मैंने इतना बड़ा लंड कभी गांड में नहीं लिया था, डर से मेरी गांड फट रही थी.
मैं बोलने लगा- इसे मत डालो, मैं मर जाऊंगा.
ग्राहक ने इत्मीनान से डिल्डो पर लुब्रिकेशन लगाया.
फिर उसने मेरी गांड में नकली लंड पूरा पेल दिया.
मैं दर्द से चीख उठा और रोने लगा, मुझे लगा मेरी गांड के दो टुकड़े हो गए हैं.
इस बार ग्राहक हंस रहा था.
ग्राहक ने रुक रुक कर मेरी गांड बहुत देर तक मारी, मैं रोता चीखता रहा पर उसे दया नहीं आयी.
फिर ग्राहक चला गया.
गार्ड ने कमरे में आकर मेरी रस्सी खोली, मैं मुश्किल से चलकर अपने कमरे में गया.
गार्ड ने मुझे दर्द निवारक दवा और बर्फ की थैली दी.
मैंने दवा ली और बर्फ से गांड की सिकाई की.
समीर ने मुझे खाना लाकर दिया.
उस घटना के बाद से मैं किसी ग्राहक के छोटे लंड पर नहीं हंसा.
एक रात बहुत सारे ग्राहक आ गए.
हम सिर्फ 20 लड़के थे.
उस रात हर लड़के की नीलामी हुई.
मुझे 4 ग्राहकों ने पसन्द किया था.
मेरे दोस्त समीर को तीन ग्राहकों ने पसंद किया.
मुझ पर सबसे ज्यादा बोली लगाने वाले ने पहले मेरी गांड मारी, उसके निपटने के बाद दूसरे ग्राहक ने भी मेरी खींच कर मारी.
मैं काफी थक गया था.
उसके बाद दो ग्राहक एक साथ कमरे में आ गए.
वे दोनों दोस्त थे. दोनों के लंड लम्बे मोटे थे.
उन्होंने कंडोम पहन कर कुछ देर मेरे मुँह को निर्ममता से चोदा.
फिर मुझे घोड़ी के समान पलंग पर खड़ा किया. मेरे कूल्हों पर छड़ी से मारकर मेरी गांड बारी बारी से मारी.
झड़ने के बाद उन्होंने थोड़ी देर आराम किया. मेरी गांड दुःख रही थी.
कुछ देर बाद दोनों ने मेरे एक एक चूचे पर कब्ज़ा कर लिया, दोनों चूचे दबाने और चूसने लगे. कुछ ही देर में उनके लौड़े खड़े हो गए.
एक ग्राहक पीठ के बल पलंग पर लेट गया, उसका कमर तक का शरीर पलंग पर था और पैर फर्श पर थे.
उसने मुझे उसकी तरफ पीठ करकर लंड की सवारी करने को कहा.
मैं उसका लंड गांड में लेकर उछल रहा था, उसने मुझे पकड़कर अपनी छाती पर लिटा दिया, जबकि लंड गांड में था.
दूसरा ग्राहक लंड लहराते हुए आया और मुझसे बोला कि अपने पैर छाती की तरफ कर ले.
मैं समझ गया कि ये दूसरा ग्राहक भी मेरी गांड में लंड डालेगा.
मैंने एक ऐसा वीडियो देखा था.
मैं दो लंड एक साथ गांड में लेने से डर रहा था इसलिए कहने लगा कि प्लीज दोनों एक साथ मत डालो.
यह सुनकर दूसरा ग्राहक मुझे चाबुक से मारने लगा, हारकर मैं राजी हो गया.
वे दोनों एक साथ मेरी गांड मार रहे थे, मुझे बेहद दर्द हो रहा था.
फिर उन्होंने आपस में जगह बदल कर मेरी गांड मारी.
इसी सब में सुबह हो गयी थी.
यानी मेरी गांड रात भर मारी गयी थी.
मैं मुश्किल से चलकर अपने कमरे में गया.
मैंने दर्द की दवा ली और बर्फ से गांड की सिकाई की.
उस रात तो लगभग सभी लड़के सुबह वापस आये थे और सभी की हालत ख़राब थी.
जब दिन के समय ग्राहक आ जाते तो भी हमें उनके सामने पेश किया जाता.
ग्राहक लड़के पसंद करके गांड मारते.
इस तरह से हम दोनों 40 दिन थाईलैंड के उस बंगले में रहे.
कुछ ग्राहक हमारे देश के भी आये, पर वे हमारे शहर के नहीं थे.
हम वापस आ गए.
रवि ने हमारी थाईलैंड की कमाई के रूपए हमें दे दिए.
रवि ने हमें सभी रूपए एक साथ बैंक में जमा करने से मना किया, पुलिस को शक हुआ तो हमें पूछ सकती थी कि इतने रूपए कहां से मिले.
थाईलैंड की कमाई हम सिद्ध नहीं कर कर पाएंगे.
मैं और समीर किराने की दुकान में काम कर चुके थे.
हमने छोटी सी किराने की दुकान खोल ली.
उससे हमारी कमाई होने लगी.
हम दोनों हर हफ्ते थोड़े थोड़े रूपए बैंक में जमा करने लगे.
मैं और समीर बारी बारी साल में दो बार 35-40 दिन के लिए थाईलैंड जाते, गुलाम बंगले में काम करते.
हम दोनों में से जो नहीं जाता, वह दुकान चलाता.
हम चार साल तक लगातार थाईलैंड गए, उसकी कमाई से दुकान को बड़ा कर लिया.
Xxx थाईलैंड गे गुलाम बंगले में हम दोनों को कई ग्राहक हमारे शहर के मिले.
कुछ ग्राहकों ने अपने फ़ोन नंबर हमें देकर कहा कि उनसे संपर्क करें.
उन ग्राहकों को हमारे शहर में हमारे साथ गुलाम का खेल खेलना था.
हमने किसी को अपने फ़ोन नंबर नहीं दिए.
हम चार साल रवि की मदद से साल थाईलैंड गए.
फिर रवि का फ़ोन आना बंद हो गया.
रवि हर बार नए नंबर से फ़ोन करता था.
लंड न मिलने से हमारी गांड चुलबुला रही थी.
हमारे पास कुछ ग्राहकों के फ़ोन नंबर थे, हमने उनमें से हमारी पसंद के कुछ ग्राहकों से सम्पर्क किया.
वे ग्राहक कभी हमारे घर में, कभी हमें बाहर ले जाकर हमारे साथ गुलाम का खेल खेलते हैं, हमारी गांड मारते हैं.
अब हम दोनों खुश हैं.
आपको यह Xxx थाईलैंड गे कहानी कैसी लगी, प्लीज मेल करके जरूर बताएं.
मैंने अनेक कहानियां लिखी हैं, प्लीज मेल भेजते समय कहानी का नाम अवश्य लिखें.
रवि और समीर कौन से शहर में रहते हैं और उनका फ़ोन नंबर मुझे उन्होंने नहीं बताया है, कृपया उनके बारे में जानने के लिए मुझ पर दबाव न बनाएं.
आपका रतन दत्त
[email protected]