पहली बार जब गांड फड़वाई

न्यू गे बॉय फर्स्ट सेक्स कहानी में मैंने बताया है कि कैसे मैंने गे पोर्न देखा तो मेरी गांड भी लंड लेने के लिए मचलने लगी. मैंने इसके लिए तैयारी की और कोई टॉप ढूंढना शुरू किया.

दोस्तो, मेरा नाम विवेक है. मैं इंदौर, मध्य प्रदेश का रहने वाला हूँ.
मेरी उम्र 20 साल है. मैं दिखने में गोरा हूँ और मेरी गांड एकदम मस्त है.

ये मेरी पहली कहानी है, अगर कोई गलती हो जाए तो माफ करना.
यह एक सच्ची गांड चुदाई की कहानी है.

यह न्यू गे बॉय फर्स्ट सेक्स कहानी आज से 2 साल पहले की है.
मुझे पोर्न देखने की आदत हो गई थी.

एक बार मैंने गे-पोर्न मूवी देखी, तो मेरी गांड में खुजली होने लगी और गांड में लंड लेने का मन होने लगा.
फिर मैंने गूगल पर एक गे डेटिंग ऐप ढूंढा और उस पर अपने लिए कोई लंड ढूंढना शुरू कर दिया.

मुझे एक ऐसे लौड़े की खोज थी जो मेरी गांड की सील सही से तोड़ सके.
मुझे डर था कि कहीं गांड मरवाने के चक्कर में कोई मामला गड़बड़ न हो जाए और मुझे डॉक्टरों के चक्कर लगाने पड़े.

इसी बीच मुझे गांड चुदाई के पूर्व में किस तरह की तैयारी करनी होती है, उसके बारे में अन्तर्वासना की साइट पर पढ़ने को मिला कि गांड में लंड लेने से पहले गांड का ढीला होना जरूरी होता है.
उसके लिए मुझे अपनी गांड में कुछ डालने का अभ्यास करना जरूरी है.

मैंने अपनी गांड में अपनी उंगलियों को चलाना शुरू किया.
शैंपू की मदद से एक उंगली बड़े आराम से अन्दर चली गई.

उसके बाद मैंने दो उंगलियों को अन्दर पेला तो मुझे दर्द हुआ.
किसी तरह से उंगलियां अन्दर चली भी गईं तो साला पूरे दिन गांड में जलन सी होती रही.

फिर मैं एक दिन बाजार में परफ्यूम की शीशियां देख रहा था तो मुझे उनमें से कुछ शीशियां गोल और लंड के आकार की दिखाई दीं.
मैंने उसमें से दो शीशियां पसंद कर लीं और उन्हें घर लाकर अपनी गांड में डालने की कोशिश की.

फिर उसके बाद आस प्लग की जानकारी हुई तो मैंने ऑनलाइन आस प्लग मँगवाया और उसे अपनी गांड में डाल कर चलने की कोशिश की.

इस सबके परिणाम अच्छे निकले और मेरी गांड अब कुछ कुछ ढीली व लचीली हो गई थी.

इसी दरमियान डेटिंग एप पर गांड मारने और मरवाने वालों की तलाश जारी थी.

कुछ दिनों बाद मुझे एक आदमी मिला.
उसका नाम सुनील था.
वह भी इंदौर का ही था.

उसका लंड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा था.
ये मुझे उससे मिलने पर पता चला.

हमारी कुछ दिन बातें हुईं, फिर हमने मिलने का प्लान बनाया.

अगले दिन मैं उसके रूम पर उससे मिलने वाला था.
वह मुझे लेने आया.

मैं उसकी बाइक पर बैठकर उसके साथ उसके रूम पर चला गया.

सुनील के रूम पर जाते ही उसने दरवाजा बंद कर दिया और मुझे किस करने लगा.
मैं भी उसका साथ दे रहा था.

किस करते-करते वह मेरे बूब्स दबाने लगा और मैं उसके लंड को उसकी जींस के ऊपर से सहलाने लगा.

उसका लंड एकदम खड़ा हो चुका था.
किस करते-करते उसने मेरी शर्ट निकाल दी और अपनी भी.
हम दोनों ऊपर से नंगे हो चुके थे.

फिर वह एक हाथ से मेरे बूब्स दबा रहा था और दूसरे से मेरी गांड सहला रहा था, साथ ही किस भी कर रहा था.
कुछ मिनट तक ऐसा ही चलता रहा.
फिर वह मेरे बूब्स चूसने लगा और जोर-जोर से मसलने लगा.

मुझे थोड़ा दर्द भी हो रहा था लेकिन मजा भी बहुत आ रहा था.

पांच मिनट बाद उसने अपनी जींस निकाल दी और मेरी भी.

अब हम दोनों सिर्फ अंडरवियर में रह गए थे.

इसके बाद वह फिर से मुझे किस करने लगा.

थोड़ी देर बाद उसने मुझे नीचे बिठाया और लंड चूसने का इशारा किया.
पहले तो मैंने मना कर दिया क्योंकि ये सब मैं पहली बार कर रहा था.

उसने कहा- मजा आएगा. एक बार चूसकर तो देखो, अच्छा न लगे तो मत चूसना.
मैंने हामी भर दी.

फिर उसने अपना अंडरवियर उतारा और एकदम से उसका 7 इंच का लौड़ा मेरे मुँह से टकराया.
मैं उसके लौड़े को देखकर डर गया कि ये तो आज मेरी गांड पूरी तरह फाड़ देगा.

मैं उसके लौड़े को हाथ में पकड़ कर आगे-पीछे करने लगा.

उसने एक बार फिर लौड़ा चूसने का इशारा किया.
मैंने धीरे-धीरे उसके लौड़े को मुँह में लेना शुरू कर दिया.

जैसे ही उसके लंड का टोपा अन्दर डालकर चूसने लगा, मुझे थोड़ा अजीब-सा महसूस हुआ और अजीब-सा टेस्ट आ रहा था.
थोड़ी देर बाद मुझे मजा आने लगा और मैं उसके लौड़े को जोर-जोर से चूसने लगा.

वह जोर-जोर से सिसकारियां ले रहा था और बोल रहा था- मजा आ गया … आह और जोर से चूस!
उसने मेरे सिर पकड़ा और जोर-जोर से मेरा मुँह चोदना शुरू कर दिया.

मेरी तो जान ही निकल गई थी. मैं सांस भी नहीं ले पा रहा था.
मैंने जैसे-तैसे उससे मुँह छुड़वाया और जोर-जोर से सांस लेने लगा.

थोड़ी देर बाद उसने फिर से लंड चूसने का इशारा किया.
मैं उसके लंड को मुँह में लेकर चूसने लगा.

दस मिनट बाद उसने अपना सारा वीर्य मेरे मुँह में ही निकाल दिया.
मैं उसका सारा वीर्य पी गया.

वह निढाल होकर बिस्तर पर लेट गया.
मैं भी उसके साथ बिस्तर पर लेट गया.

थोड़ी देर बाद हम दोनों फिर से एक-दूसरे को चूमने लगे.
वह एक हाथ से मेरी गांड सहला रहा था.

फिर उसने अपनी उंगली में थूक लगाकर मेरी गांड में एक उंगली डाल दी.
मुझे थोड़ा सा भी दर्द नहीं हुआ.

थोड़ी देर बाद मुझे मजा आने लगा, तो उसने दूसरी उंगली डाल दी.
मैं एकदम से उछल पड़ा. बहुत दर्द हो रहा था क्योंकि उसने बिना किसी चिकनाई के मेरी गांड के अन्दर दो उंगलियां एक साथ पेल दी थीं.

मैंने उससे कहा कि कुछ तेल क्रीम आदि लगा लो.

उसने कहा- हां जरूर … वैसे तो इसकी एक जैल आती है. उसे लगा लेने से जरा सा भी दर्द नहीं होता है.

मुझे यह अब तक नहीं मालूम था कि कोई जैल भी आती है.
मैंने उससे कहा- आपके पास नहीं है अभी?

वह बोला- नहीं मुझे कभी जरूरत ही नहीं पड़ी.
मैंने पूछा- वैसे उसे जैल का क्या नाम होता है?

उसने नाम बताते हुए कहा कि के-वाई जैल होती है. यह बबासीर वाले डॉक्टर्स के पास मिल जाती है. सरकारी अस्पताल में तो फ्री में मिल जाएगी.
मैंने मन ही मन उस जैल का नाम याद किया और गांड मरवाने की दिशा में आगे बढ़ गया.

वह तेल लगा कर मेरी गांड में उंगली चलाने लगा.
थोड़ी देर बाद मुझे बेहद मजा आने लगा.

मैंने उससे बोला- अब और मत तड़पाओ. डाल दो अपना लंड मेरी गांड में.
उसने कहा- पहले इसे एक बार चूसकर खड़ा तो कर दो.

मैं फिर से उसका लंड चूसने लगा.
दो ही मिनट बाद उसका लंड एकदम खड़ा हो चुका था.

उसने पूछा- डाल दूं?
मैंने भी बोल दिया- डाल दो.

उसने मुझे घोड़ी बनने का इशारा किया.
मैं उठकर घोड़ी बन गया.

उसने मेरी गांड और अपने लंड पर थोड़ा तेल लगाया और मेरी गांड में लंड डालने लगा.
लेकिन लंड फिसल गया.

एक बार फिर से उसने मेरी गांड में लंड डालने की कोशिश की.
लेकिन वह नाकाम रहा क्योंकि मेरी गांड बहुत टाइट थी.

फिर उसने लंड पर कंडोम लगाया और मेरी गांड पर थूक लगाकर मेरी गांड पर अपना लंड सैट करके एक ही शॉट में आधा लंड मेरी गांड में डाल दिया.

मेरी तो चीख निकल गई.
उसने मेरे मुँह पर हाथ रखकर एक और जोरदार शॉट मारा और पूरा लंड मेरी गांड में डाल दिया.

मेरी गांड की सीलतोड़ चुदाई में मेरी तो समझो जान ही निकल गई थी. मैं रो रहा था.
मेरी गांड से खू.न निकल रहा था.

मैं उससे अलग होने की नाकाम कोशिश कर रहा था पर उसकी पकड़ मजबूत थी और मैं दर्द के मारे तड़फ रहा था.

थोड़ी देर वह वैसे ही रुका रहा, लंड मेरी गांड में डाले हुए मुझे सहलाता रहा.

कुछ देर बाद जब मेरा दर्द कम हुआ तो मैंने उसे अपनी गांड हिलाकर इशारा किया.
उसने अपना लंड फिर से आगे पीछे करना शुरू कर दिया.

थोड़ी देर बाद वह जोर-जोर से मेरी गांड मारने लगा.
अब मुझे भी गांड मरवाने में मजा आने लगा.

न्यू गे बॉय फर्स्ट सेक्स का मजा लेते हुए मैं भी उससे जोश में बोलने लगा- आह … और जोर से चोद … और जोर से. आज मेरी पूरी गांड फाड़ दे.
वह तेजी से मेरी गांड मार रहा था.

करीब 20 मिनट तक उसने मुझे अलग-अलग पोज में चोदा और अपना सारा वीर्य मेरी गांड में ही निकाल दिया.

थोड़ी देर बाद मैं उसके लंड को पकड़ कर सहलाने लगा और फिर से चूसने लगा.

करीब 15 मिनट बाद उसका लंड फिर से खड़ा हो चुका था.

उसने इस बार मेरा लंड मुँह में लेकर चूसना शुरू किया और दस मिनट तक लंड को चूसकर उसे झाड़ दिया.
वह मेरा सारा वीर्य पी गया.

थोड़ी देर बाद उसने एक बार फिर मुझे चोदा.
कोई 30 मिनट तक अलग-अलग पोज में उसने मेरी गांड मारी.

इस बार उसने अपना वीर्य मेरे मुँह में निकाल दिया.

फिर हम दोनों ने एक-दूसरे को किस किया.
उसने मुझे एक बार फिर अपना लंड चुसवाया और अपना वीर्य पिलाया.

फिर हम दोनों ने अपने अपने कपड़े पहने.
कपड़े पहनकर मैं घर आने लगा लेकिन मुझसे चला भी नहीं जा रहा था.

उसने मुझे बाइक से मेरे घर तक छोड़ दिया.

उसके बाद हम दोनों कई बार एक दूसरे से मिले.
हम दोनों ने एक दूसरे की गांड मारी.

तो दोस्तो यही थी मेरी गे सेक्स कहानी.
आपको मेरी न्यू गे बॉय फर्स्ट सेक्स कहानी कैसी लगी, मुझे मेल करके जरूर बताएं.
धन्यवाद.
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