मल्टीपल सेक्स एनस स्टोरी में मेरे चार मामा छड़े थे. एक बार मैं उनके घर गया. तो वे मेरे सामने नंगे हो जाते थे. एक बार मेरे मामू ने मुझे नंगा करके मेरी मुठ मारी.
नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम इकबाल है.
अब मेरी उम्र 23 साल है.
मैं बचपन से ही एकदम गोरा और बहुत शरारती लड़का रहा हूँ.
यह मल्टीपल सेक्स एनस स्टोरी 5 साल पुरानी है, जब मेरा शरीर पतला था, लेकिन मेरी गोलाई वाली गांड बहुत मस्त थी.
मेरी हाइट करीब 5.4 फीट रही होगी.
हमारे घर में मैं, मम्मी और पापा जी रहते हैं.
मम्मी और पापा जी डॉक्टर हैं और उन्हें किसी जरूरी काम से एक महीने के लिए चेन्नई जाना था.
चूंकि यह उनकी ऑफिशियल मीटिंग ट्रिप थी इसलिए वे मुझे साथ नहीं ले जा सकते थे.
उन्होंने मेरे मामा को फोन करके मुझे ले जाने के लिए कहा.
अगली सुबह, मुझे नहीं पता था कि मम्मी ने मामा को बुलाया है.
तभी अचानक मेरे कमरे में किसी ने मुझे सोते हुए पीछे से पकड़ लिया.
मामू- उठ जा, मामू की जान!
मैं- अरे मामू, आप कब आए?
ये मेरे दूसरे नंबर के मामू हामिद हैं.
उनकी उम्र 45 साल, हाइट 5.8 फीट है.
उनका रंग एकदम गोरा है और वे मजबूत कद-काठी के मालिक हैं.
मैं बचपन से ही अपने सभी मामुओं के साथ बहुत करीब रहा हूँ.
हामिद- चल हम तुझे लेने आए हैं. अब कुछ दिन तक तुझे गांव में ही रहना है!
तभी मम्मी और पापाजी आए और उन्होंने मुझे सब कुछ बता दिया.
शाम को मैं मामू के साथ उनकी कार में चल दिया.
रास्ते में…
हामिद- इकबाल, बहुत साल हो गए तुझसे मिले. याद है बचपन में हम कितना मजे करते थे? जब से तेरे अम्मी और अब्बू जॉब में बिजी हुए, तब से तेरा आना भी बंद हो गया. कोई बात नहीं, अब तू सबसे मिल लेना … सब तुझे बहुत याद करते हैं!
रास्ते में बातें करते-करते पता ही नहीं चला कि कब रास्ता पूरा तय हो गया और हम लोग मामू के गांव पहुंच गए.
घर के अन्दर जाते ही सभी मामू गेट पर खड़े थे.
मैं इधर सभी का परिचय दे रहा हूँ.
पहले मामू का नाम सोहेल है, वे 47 साल के हैं और उनका कद 5 फीट 8 इंच का है जबकि रंग सांवला है.
दूसरे मामू हामिद के बारे में ऊपर बता ही दिया है.
तीसरे नंबर के मामू का नाम अजहर है, वे 40 साल के हैं और उनका कद 5 फुट 9 इंच का है.
अजहर मामू एकदम एकदम गोरे रंग के हैं और किसी फिल्म स्टार के जैसे लगते हैं.
उनके बाद चौथे नंबर वाले मामू का नाम इरफान है.
ये मेरे सबसे सेक्सी मामू हैं.
इनकी उम्र 38 साल है और 6 फीट की हाइट है.
सभी मामू पहलवानी और खेतों में काम करते हैं इसलिए सबका शरीर एकदम मजबूत और तगड़ा है.
बड़े तीनों मामुओं की पत्नियां आपस में बहनें थीं.
एक बार सोहेल और हामिद मामू की पत्नियां कहीं जा रही थीं, तभी उनका एक्सीडेंट में निधन हो गया.
इस वजह से अजहर मामू की पत्नी ने भी उनके घर आने से मना कर दिया और उनका तलाक हो गया.
मेरे प्यारे इरफान मामू ने तो कभी शादी की ही नहीं.
इसलिए घर में उनके अलावा कोई और नहीं रहता है. महिला नाम की चिड़िया भी उनके घर में नहीं है.
सभी ने मेरा बहुत अच्छे से स्वागत किया.
हम सभी ने सारा दिन घूमने, बातें करने और क्रिकेट खेलने में बिताया.
ऐसे ही 2-3 दिन निकल गए और धीरे-धीरे मैं सभी मामुओं के और करीब हो गया.
वैसे भी बचपन से ही मैं उनके साथ बहुत पंगे लिया करता था.
उधर रहते हुए यह मेरा चौथा दिन था.
उनके घर में सभी आंगन में ही नहाते हैं.
हामिद मामू नहा रहे थे, तभी मामू ने मुझे भी बुला लिया ओर हम दोनों साथ में नहाने लगे.
मामा धीरे धीरे मेरे जिस्म को छू रहे थे … मुझे उनका इस तरह से छूना बहुत मस्त लग रहा था.
सोहेल मामू ने कहा- जल्दी नहा ले … मुझे भी नहाना है.
हामिद मामू नहा कर कपड़े मेरे सामने ही चेंज करने लगे.
उनका लौड़ा देख कर मेरी आंखें खुली की खुली ही रह गईं.
सोई हुई अवस्था में भी उनका लौड़ा 4 इंच लंबा था.
सोहेल- क्या हामिद यार, इकबाल के सामने ही!
अजहर- क्या हुआ भाई जान, अब ये छोटा थोड़ी रह गया है. अब तो यह मर्द हो गया है.
यह बोलकर सब हंसने लगे.
मैं अभी भी गीला खड़ा था.
सोहेल- तू भी बदल ले कपड़े इक़बाल!
मुझे बहुत शर्म आ रही थी.
तभी अजहर मामू ने पीछे से मेरी अंडरवियर उतार दी … और हंसने लगे.
अजहर- ऐसे तो बड़े पंगे लेता है अपने मामू से … और अब नंगा होने के लिए भी सोच रहा है!
तभी मेरे सबसे प्यारे मामू भी बाहर आ गए.
मैं अभी भी नंगा ही खड़ा था.
इरफ़ान- इक़बाल, तुम अपनी गांड दिखाते हुए क्यों घूम रहे हो?
यह सुनते ही मैंने अपनी गांड पर हाथ रख लिया.
अजहर मामू मेरी गांड पर हाथ रखते हुए बोले- क्यों छुपा रहा है बे … तू कौन सा लड़की है!
हामिद- लड़कियों से कम थोड़ी है इसकी गांड …
सोहेल- लगता है इक़बाल का डर दूर करना पड़ेगा. अब से हम सब अंडरवियर में या नंगे ही रहेंगे … बोलो ठीक है न!
अजहर मामू ने मुझे पीछे से पकड़ कर कहा- हां बहुत बढ़िया भाई जान!
अब घर पर सब या तो नंगे रहते या फिर अंडरवियर में.
सभी के लंड सोए हुए भी 4-4 इंच लंबे और 2 इंच मोटे लगते थे.
इरफ़ान मामू नंगे नहीं रहते थे.
वे अंडरवियर में ही होते थे.
सभी को ऐसे देख देख कर मेरा लौड़ा कई बार खड़ा हो जाता था, जिसे मैं अंडरवियर में ही छुपाने लगता.
हामिद- सोहेल भाई जान, लगता है इक़बाल को लौड़ा खड़ा करना आता है बैठाना नहीं.
अजहर- इक़बाल को सीखा देते हैं कि खड़े लंड को कैसे बिठाया जाता है.
हम सब घर के आंगन में ही थे. इरफ़ान मामू कमरे में थे.
सोहेल मामू ने मुझे नंगा करके मेरे लंड को अपने हाथ में ले लिया और बहुत मस्ती से हिलाने लगे.
मैं भी मस्ती में आ गया.
फर्स्ट टाइम किसी ने मेरे लौड़ा पकड़ा था.
थोड़ी देर बाद मेरा सारा पानी निकल गया.
हामिद- भाइयो, अब हमें भी तो करवाना चाहिए क्यों क्या बोलते हो!
यह सुनते ही सबने एक साथ अपने अपने लंड अपने अपने अंडरवियर से बाहर निकाल दिए.
सभी के लंड एकदम खड़े हुए थे और 7 इंच लंबे और खीरे जैसे मोटे मोटे लौड़े मेरे सामने तन्ना रहे थे.
सोहेल- मामू के लौड़ों की सेवा का टाइम है दोस्त … चल शुरू हो जा!
मैंने तीनों मामू के लौड़ों को बारी बारी से हिला हिला कर उनके सारे पानी निकाल दिए.
सबको इसमें खूब मजा आया क्योंकि उनके लंड पानी निकालने के लिए तड़फ रहे थे.
ऐसे ही दो दिन तक मैं तीनों मामू का पानी निकालता रहा था.
फिर एक दिन अजहर मामू मेरे कमरे में आए और बोले- इक़बाल यार, आज मुँह से ट्राइ कर … तुझे बहुत मज़ा आएगा!
मुझे भी यह सब करना अब बहुत अच्छा लगने लगा था.
मैंने भी हां बोल दिया और मामू का लौड़ा मुँह में ले लिया.
मैं मस्ती से लंड चूसने लगा.
कुछ 15-20 मिनट तक चूसने के बाद सारा पानी मामू ने मेरे मुँह में ही निकाल दिया.
अजहर- तू बहुत मस्त चूसता है यार … मज़ा आ गया. अब से मेरा पानी तू चूस कर ही निकाला कर … और किसी को मत बोलियो.
अजहर मामू चले गए.
शाम को सोहेल और हामिद मामू मेरे पास आए.
दोनों ने गुस्से से बोला- इक़बाल अजहर का पानी तू चूस कर निकालता है और हमारा हाथ से?
मैं- नहीं मामू …!
हामिद- मैंने दिन में सब देख लिया था.
सोहेल- अब हमारा भी मुँह से निकाल और तेरी पनिशमेंट यह है कि अब तुझे हम दोनों से गांड भी मरवानी पड़ेगी.
मैं- मामू नहीं … प्लीज़.
तभी हामिद मामू ने आपना लौड़ा मेरे मुँह में दे दिया और सोहेल मामू मेरे लंड को चूसने लगे.
थोड़ी देर तक लौड़ा चूसने और चुसवाने के बाद उन दोनों ने पोजीशन चेंज कर ली.
अब हामिद मामू मेरी गांड पर तेल लगाने लगे … और अपनी एक उंगली मेरी गांड में डालने लगे.
मेरे मुँह में सोहेल मामू का लौड़ा था इसलिए मैं चिल्ला भी नहीं पा रहा था.
धीरे धीरे मामू ने अपनी 2 उंगलियां डाली, फिर तीन उंगलियों को मेरी गांड में डाल कर गांड को चौड़ी करके फाड़ने लगे थे.
सोहेल- अब डाल भी दे यार … मैं हिलने नहीं दूँगा इसे. तू बस डाल जल्दी से.
हामिद ने लंड का टोपा मेरी गांड में डाल दिया और दूसरे झटके के साथ पूरा लौड़ा मेरी गांड में पेल दिया.
मैं दर्द से रोने लगा लेकिन सोहेल मामू का लौड़ा अभी भी मेरे मुँह की चुदाई करने में लगा था.
हामिद मामू ने चुदाई की स्पीड तेज कर दी.
हमारा पलंग पूरा हिल रहा था.
दस मिनट बाद मेरा दर्द थोड़ा कम होने लगा.
मुझे भी लंड से लज्जत मिलने लगी थी.
तभी मामू ने पोजीशन चेंज कर दी और अब सोहेल मामू ने मेरी गांड की चुदाई करना स्टार्ट कर दिया.
करीब तीस मिनट तक उन दोनों ने मेरी गांड को चोद चोद कर गहरा गड्डा कर दिया था और मेरा हाल बुरा कर दिया था.
जब उन दोनों का मन भर गया तो वे दोनों मेरी गांड और मुँह में अपने लौड़ों का पूरा पानी निकाल कर बाहर चले गए.
मुझे बहुत दर्द हो रहा था व मेरी गांड से खू.न भी निकल रहा था.
ऐसे ही मुझे नींद आ गयी.
अगली सुबह मैं नहाने के लिए बाहर आया.
सोहेल और हामिद मामू बाहर गए हुए थे.
इरफ़ान और अजहर मामू आंगन में थे.
मेरी गांड से निकलता खून देख कर मामू ने पूछा.
इरफ़ान मामू- अबे तेरी गांड में से यह खू.न कैसे आ रहा है?
अजहर मामू गुस्से से मुझे पकड़ कर बोले- सोहेल और हामिद ने गांड मार ली क्या तेरी … बोल?
मैं- हां … कल शाम को …
अजहर मामू- हम अच्छे नहीं लगते क्या तुझे?
अजहर मामू ने यह कह कर मेरे सामने अपना लौड़ा बाहर निकाला और हिलाने लगे.
मैं समझ गया कि अब ये दोनों मल्टीपल सेक्स करके मेरी गांड का बाजा बजाएंगे.
मैं डर गया और बोला- नहीं मामू … अभी नहीं … अभी बहुत परपरा रही है!
तभी इरफ़ान मामू बोले.
इरफ़ान मामू मेरी गांड सहलाते हुए बोले-मेरे साथ भी नहीं मरवाएगा क्या … गांड तो मस्त है तेरी!
यह सुनकर मैं बहुत हैरान था.
क्योंकि इरफ़ान मामू ने अभी तक मेरे साथ कुछ गलत नहीं किया था.
दोनों मेरी तरफ़ आने लगे.
अजहर मामू मेरी गांड में अपना लौड़ा लगाने लगे और तभी इरफ़ान मामू ने भी अपना लौड़ा आज़ाद कर दिया.
उनका लौड़ा सबसे लंबा था … शायद 8 इंच लंबा और 4 इंच मोटा रहा होगा.
उनका लौड़ा देखकर ही मेरा मूड बन गया और मैंने झट से उसे अपने मुँह में ले लिया.
इरफ़ान मामू- आराम से जान, तुम्हारा ही है.
फिर दोनों ने एक एक करके मेरी गांड की चुदाई स्टार्ट कर दी. मस्त गांड चुदाई हुई.
मुझे भी लज्जत आई क्योंकि कल रात को ही गांड खुल गई थी तो दर्द कम ही हुआ.
चुदाई के बाद हम तीनों बहुत थक गए थे इसलिए ऐसे ही नंगे कमरे में जाकर सो गए.
दोपहर में इरफ़ान और अजहर मामू फिर से मेरी गांड मारने लगे.
तभी हामिद मामू और सोहेल मामू भी वापस घर आ गए.
सोहेल- अरे वाह … पर अकेले अकेले गलत बात है.
यह फर्स्ट टाइम था जब सभी मामू मेरी गांड और मुँह की चुदाई कर रहे थे.
ऐसे ही 15-20 दिन निकल गए.
सभी मामू लोग मेरी दम से ले रहे थे. जब उनका मन करता, वे मेरी गांड चोद देते.
घर का कोई भी हिस्सा ऐसा बाकी नहीं रहा था, जहां मेरी गांड नहीं चोदी गई हो.
ऐसे ही एक दिन चारों मामू मेरी गांड मार रहे थे, तभी घर पर इरफ़ान मामू का दोस्त आ गया. उसका नाम तारिक़ था.
तारिक़- ओ बहनचोद … यह क्या चल रहा है … क्या मस्त माल चोद रहे हो यार … कहां से मिल गया यह चिकना लौंडा?
इरफ़ान- बड़े सही टाइम पर आया है … मेरी बहन का लड़का है यार … तेरे लिए रेडी किया है. चल आ जा!
तारिक़ ने यह सुनते ही अपने सारे कपड़े उतार दिए.
उनका लौड़ा भी इरफ़ान मामू जैसा ही था.
फिर क्या था अब 5 बड़े बड़े मूसल ब्रांड के लंड मेरी गांड की सेवा में लग गए.
ऐसे ही पूरा महीन निकल गया … मेरी एनस सेक्स कर कर के अब बहुत ज्यादा खुल चुकी थी.
कई बार तो मामू अपने 2-2 लंड भी मेरी गांड में ट्राइ करते थे.
लेकिन सही से अन्दर नहीं जा पाते थे … इसलिए सब एक एक करके मेरी गांड का भोसड़ा बनाते थे.
तारिक़ तो बहुत बार मुझे अपने घर बुला कर भी चोदता था.
जब वह घर पर अकेला होता था, तो फट से मुझे फोन करके बुला लेता था.
आज भी जब मेरा मूड करता है, मैं गांव चला जाता हूँ और अपने मर्द मामू लोगों के हब्शी लंड लौड़ों से गांड मरवा लेता हूँ.
आज इस बात को 5 साल हो गए हैं.
लेकिन अपने सारे मामुओं और तारिक़ के लंड आज भी मुझे बहुत प्यार करते हैं.
दोस्तो, आपको मेरी यह मल्टीपल सेक्स एनस स्टोरी कैसी लगी, प्लीज जरूर बताएं.
[email protected]