पहाड़ी लड़के ने पहली बार गांड मरवाई

मैं राजीव, एक बड़े शहर में एक जिम में काम करता था अपने गांव से दूर.

मेरे साथ एक लड़का भी मेरे किराये के कमरे में रहता था.
सोम एक दुकान में काम करता था.

मैं और सोम पहाड़ी इलाक़े से थे. हमारे गोरे शरीर पर बहुत कम बाल थे.
हम दोनों ही करीब 20 साल के थे.

जिम में आने वाले लड़कों का कसरती बदन मुझे अच्छा लगता था.
कसरत में मदद के समय कोई लड़का जब मुझे छूता, तब मुझे बहुत अच्छा लगता था.

जब मैंने यह बात सोम को बताई, तो सोम बोला- लगता है तू गे है साले!

मैंने उससे गे का मतलब पूछा.
तो सोम ने मुझे एक गे Xxx वीडियो दिखाया.

वीडियो में दो नंगे लड़के एक दूसरे को चूम रहे थे.
एक लड़का दूसरे का लंड चूसने लगा.
फिर लड़का कंडोम पहनकर दूसरे लड़के की गांड में अपना लंड डालने लगा और धक्के से अपना लंड अन्दर बाहर करने लगा.

वो वीडियो देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया.

सोम बोला- इसी को गांड मारना कहते हैं और जो इसको पसंद करता है, वो गे कहलाता है. समझा!
मैं हां में सर हिलाने लगा.

सोम बोला- जो गांड मार रहा है, उसे टॉप कहते हैं और जो गांड मरवा रहा है, उसे बॉटम कहते हैं. बता राजीव क्या तुझे वीडियो देखकर मज़ा आया?
मैंने हां कहा.

सोम ने पूछा- राजीव, तुझे कभी मौका मिला तो तुम बॉटम बनना पसंद करोगे या टॉप?
मेरे मुँह से निकला- बॉटम.

सोम बोला- मैं भी बॉटम हूँ. पास में नौकरी करने वाले लड़कों का हॉस्टल है, वहां मैं लड़कों से अपनी गांड मरवाता हूँ. बड़ा मज़ा आता है यार, लड़के खुश होकर रुपये भी देते हैं. तुम बोलो तो तुम्हारे लिए भी मैं लड़कों का इंतजाम कर सकता हूँ.

मैं खुश हो गया कि सोम मेरे जैसा ही है.

फिर सोम ने मुझे पैंट उतारकर उल्टा लेटने को कहा.
उसने अपनी उंगलियों में तेल लगाकर पहले उसने अपनी एक उंगली मेरी गांड में डाली और उंगली अन्दर बाहर करने लगा.
मुझको मज़ा आ रहा था.

फिर सोम ने मेरी गांड में दो उंगलियां डालीं, तो मुझे थोड़ा दर्द हुआ.
कुछ देर बाद मेरी गांड ने दो उंगलियों को झेल लिया.

अब जब वह अपनी तीन उंगलियां डालने लगा तो मैंने मना कर दिया.

सोम ने मुझे बताया कि गांड कैसे ढीली होगी, इसी के लिए वो अपनी तीन उंगलियां मेरी गांड में डाल रहा है.
मैंने कहा- ठीक है.

सोम ने कहा- जब कोई लड़का पहली बार तेरी गांड मारेगा, तब तुझे दर्द होगा. उस वक्त तू अपनी गांड को टाइट नहीं करना, ढीली छोड़ देना. फिर एक दो बार गांड मरवाने के बाद तुझे मज़ा आने लगेगा. एक बार लड़का जब गांड मारना शुरू करेगा, वह झड़ने तक तुम्हें नहीं छोड़ेगा.

मैंने समझ लिया था कि गांड चुदाई कैसे करवाई जाती है.

मेरी इतवार को छुट्टी होती थी.

शनिवार की शाम सोम एक लड़के रणवीर को लेकर आया.
उसने रणवीर और मुझे मिलाया.

सोम रणवीर से बोला- मेरे दोस्त मेरी गांड अभी कुंवारी है, ज़रा प्यार से शुरू करना.

रणवीर गांड मारने में अनुभवी था.

सोम हम दोनों को कमरे में छोड़कर चला गया.

मुझको घबराहट हो रही थी.
रणवीर ने दरवाजा बंद किया और कहा- टेंशन मत करो. सब कुछ आराम से होगा, तुम्हें आज जन्नत का मज़ा आएगा.

रणवीर ने मुझको एक गिलास पानी देकर कहा- अभी आराम से बैठो और पानी पियो.

पानी पीकर मेरी घबराहट थोड़ी कम हुई.

मैंने हाफ पैंट पहना था.
रणवीर मेरी चिकनी जांघों पर हाथ फेरने लगा.

फिर उसने मुझको हाथ पकड़कर खड़ा किया और अपने आलिंगन में ले लिया.
मेरा दिल ज़ोर ज़ोर से धड़क रहा था.

रणवीर मेरे होंठ चूमने लगा.
मैं उत्तेजित हो गया.

रणवीर ने अपनी और मेरी शर्ट उतार दी और उसने मुझको पलंग पर लिटा दिया.

अब रणवीर मेरे होंठ चूसने लगा, मुझको भी जोश आने लगा था और मैं भी रणवीर के होंठ चूस रहा था.

रणवीर मेरे छोटे छोटे से चुचों को दबा रहा था, मेरे निप्पल चूस रहा था.

मेरे बदन पर बेहद सिहरन हो रही थी.
इतना मज़ा मुझे आज से पहले कभी नहीं आया था.
मेरा लंड खड़ा हो गया था.

फिर रणवीर ने अपनी पैंट और चड्डी उतार दी.
उसका खड़ा लंड मेरे लंड से बड़ा और मोटा था.

रणवीर ने पीठ के बल चित्त लेटकर अपना लंड सहलाया और मुझसे पूछा- लंड पसंद आया?
मैं शर्मा गया.

रणवीर बोला- चल अब मेरा लंड हाथ में लेकर देख. मैंने रणवीर का लंड पास से देखा और हाथ में पकड़कर महसूस किया.
रणवीर बोला- अब लंड को चूम!

मैं पागलों की तरह रणवीर का लंड और उसकी गोटियां चूमने लगा.

कुछ देर बाद रणवीर ने लंड पर कंडोम पहन लिया, उस पर चिकनाई के लिए के-वाइ जैल लगाया और मुझको उल्टा लिटा दिया.

रणवीर ने मेरे नितंबों की मालिश की, नितंबों को चूमा.

फिर रणवीर ने मुझसे कहा- पैर फैलाकर गांड को ढीला करो.
मैं उसके कहे अनुसार हो गया.

रणवीर ने अपनी उंगली में चिकनाई लेकर मेरी गांड में उंगली डाल दी, अन्दर तक ढेर सारी चिकनाई लगा दी.
मुझे उसकी उंगली से बड़ी लज्जत मिल रही थी.
ऐसा लग रहा था कि जल्दी से बस अब वो मेरी गांड में अपना लंड पेल दे.

कुछ देर बाद रणवीर ने अपना लंड मेरी गांड के छेद पर रखा और मुझसे कहा- थोड़ा दर्द होगा … चीखना मत. अपना मुँह तकिए पर रखो. चीखने से पड़ोसी आ सकते हैं.

मैं समझ गया कि सोम ने जो कहा था कि पहली बार में दर्द होगा, वो समय आ गया है.

तो मैं अपने मन को स्थिर करके गांड मराने के लिए रेडी हो गया.

तभी रणवीर ने एक झटके ने अपना लंड मेरी गांड में डाल दिया और वो मेरे ऊपर चढ़ कर लेट गया.

मुझको बहुत तेज दर्द हुआ, मैं कराहते हुए बोलने लगा- उई उई … प्लीज़ अपना लंड निकाल लो, बहुत दुख रहा है.
रणवीर ने मेरी गर्दन चूमकर कहा- थोड़ी देर में दर्द ठीक हो जाएगा.

मैं अपनी मुठ्ठियां भींच कर दर्द सहन करने लगा.

थोड़ी देर बाद मेरी गांड का दर्द कुछ कम हो गया.
मैंने अपनी गांड ढीली कर दी.

रणवीर अनुभवी टॉप था. उसको समझ में आ गया. वह धीरे धीरे मेरी गांड मारने लगा.
अब मुझको दर्द के साथ मज़ा भी आ रहा था.

रणवीर ने गांड मारने की गति बढ़ा दी.
कमरे में थप थप की आवाज़ आ रही थी.
मेरी गांड में जलन हो रही थी.

रणवीर ने काफ़ी देर तक मेरी गांड मारी.
फिर वह कंडोम में झड़ गया.
वह मेरे ऊपर से उतर गया.

मैंने देखा कि बिस्तर पर खून लगा था. मैं जरा डर गया.
रणवीर ने मुझे समझाया कि पहली बार में ऐसा होता है.

मैं सुबकते हुए बोला- अब मैं कभी गांड नहीं मरवाऊंगा.
रणवीर मुस्करा दिया. उसे मालूम था कि एक बार गांड मरवाने का मज़ा आने के कुछ दिनों बाद ही मेरी गांड फिर से लंड के लिए खुजलाने लगेगी.

रणवीर ने उंगली से बोरोलीन मेरी गांड के अन्दर तक लगा दी और एक दर्द निवारक दवा मुझको पानी के साथ खिला दी.
फिर वो मुझे कुछ रुपये देकर चला गया.

मैं अपनी गांड सहलाते सहलाते सो गया.

कुछ दिनों बाद मेरी गांड में खुजली होने लगी.
मुझे रणवीर का लंड याद आ रहा था.
मैं कल्पना करने लगा था कि रणवीर मेरी गांड मार रहा है और ये सोच कर मैं हस्तमैथुन करने लगा.
हालांकि इसमें मुझको उतना मज़ा नहीं आ रहा था.

जब मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने रणवीर को फोन किया.
रणवीर बोला- आज तो नहीं लेकिन दो दिन बाद आ सकता हूँ.

दो दिन बाद रणवीर आ गया.

आते ही वह मुझको चूमने लगा.
फिर रणवीर कपड़े उतारकर नंगा खड़ा हो गया.
मैंने भी अपने कपड़े उतार दिए.

रणवीर ने खड़े होकर चॉकलेटी कंडोम पहना और मुझको लंड चूसने को कहा.
मैंने वीडियो में लंड चूसना देखा था.

मैं घुटनों के बल खड़ा होकर लंड चूसने लगा.
रणवीर मेरे मुँह को चोदने लगा.

वह अपने लंड को मेरे गले तक डाल रहा था. जब मेरी सांस घुटने लगती, तो रणवीर अपना लंड थोड़ा सा बाहर निकाल लेता.

कुछ देर तक मेरा मुँह चोदने के बाद रणवीर बोला- राजीव, मैं आज तुम्हें एक नये आसन में चोदूंगा. जिसमें हम एक दूसरे का चेहरा देख सकेंगे और बात कर सकेंगे.
मैंने हामी भर दी.

रणवीर ने मुझको पीठ के बल लिटा दिया. उसने मुझसे अपने घुटने अपनी छाती की तरफ करके पकड़ने को कहा.

फिर उसने मेरी कमर के नीचे तकिया लगा दिया. रणवीर को मेरी गांड का छेद स्पष्ट दिख रहा था.

रणवीर के अपने लंड पर पहने कंडोम पर चिकनाई को लगाया. वो धीरे धीरे अपना लंड मेरी गांड में डालने लगा.

मैंने शिकायती लहजे में कहा- आज भी दर्द हो रहा है.
रणवीर- हां थोड़ा सहन करो, फिर मज़ा आएगा.

वह मेरी गांड धीरे धीरे मारने लगा.
अब मुझको दर्द के साथ मज़ा भी आ रहा था.

रणवीर थोड़ी देर गांड मारता, फिर रुककर मेरे होंठ चूसता और फिर से चोदना शुरू कर देता.

कुछ ही देर में रणवीर की चोदने की स्पीड बढ़ गयी थी.
मैं उससे बोल रहा था- यार थोड़ा रूको.

पर रणवीर जोश में था, वह नहीं रुका.
वो काफी देर तक मेरी गांड मारने के बाद झड़ गया और तभी रुका.

मैंने अपने पांव सीधे किए. मुझे मज़ा तो आया था पर मेरी गांड और कमर दुख रही थी.

रणवीर पलंग पर लेटकर हांफ़ रहा था.
थोड़ी देर बाद रणवीर ने अपने बैग से शराब की बोतल निकाली.

उसने दो गिलासों में शराब डाली, पानी मिलाया और मुझे देखने लगा.
रणवीर बोला- ले राजीव पी ले … थकान उतर जाएगी.

हम दोनों ने नंगे बैठकर शराब पी.

रणवीर का लंड फिर से खड़ा हो गया. वह मुझको चूमने लगा- आज मैं तेरी गांड एक बार और मारूंगा.

मैं- मेरी गांड दुख रही है, मैं और नहीं झेल सकता यार!
रणवीर- आज तो मेरा मूड बन गया है. घबरा मत यार … मैं प्यार से चोदूंगा.

फिर से गांड मरवाने की मेरी इच्छा तो हो रही थी पर दर्द होने का भी डर लग रहा था.

रणवीर ने मुझको उठाकर पलंग पर उल्टा लिटा दिया, मेरे पांव फैला दिए और मेरे नितंबों की मालिश करने लगा.

मुझको अपनी गांड खाली खाली सी लग रही थी.
मैंने अपने दोनों नितंबों को हाथ से फैला दिया.
अब मेरी गांड का छेद रणवीर को साफ दिख रहा था.

मैंने रणवीर से कहा- थोड़ा धीरे से!
रणवीर ने जल्दी से कंडोम पहना और धीरे धीरे अपना पूरा लंड मेरी गांड में डालकर मेरे ऊपर लेट गया.

इस बार मुझे दर्द न के बराबर हुआ.

रणवीर थोड़ी देर मेरी गांड मारता, फिर मेरे ऊपर लेट जाता.
ऐसे करके उसने मेरी गांड एक घंटे तक मारी.

इस बार मुझको दर्द कम और मजा ज्यादा आ रहा था.

फिर रणवीर झड़ गया और मेरे ऊपर से उतर कर बोला- राजीव, तूने आज मुझे खुश कर दिया.
मैं बोला- मज़ा तो मुझे भी आया, काश यह दर्द नहीं होता, तो और मज़ा आता.

रणवीर ने मुझको कुछ रुपये दिए और बोला- हम दोस्त लोग, कभी कभी एक आंटी से सीखकर आए लड़कों की गांड मारते हैं. उन लड़कों को गांड मरवाने में कोई दर्द नहीं होता.
मैं रणवीर की बात समझने की कोशिश करने लगा.

वो- हम 3-4 लड़के एक लड़के की गांड बारी बारी से मारते है. फिर भी उसको दर्द नहीं होता है. बस वो लड़के ज़्यादा रुपये लेते हैं.
मैं- मैं भी आंटी से सीखना चाहता हूँ, क्या तुम मुझे आंटी से मिलवा सकते हो?

रणवीर- मैं आंटी से नहीं मिला हूँ, पर आंटी के एक आदमी को जानता हूँ. मैं उससे तुम्हें मिला सकता हूँ. आंटी से सीखने के बाद तुम्हारी कमाई भी बढ़ जाएगी.
मैंने आंटी से क्या और कैसे सीखा, वो आप अगली कहानी में पढ़िएगा.

आपको मेरी ये गे Xxx कहानी कैसी लगी, मुझे मेल से जरूर बताएं.
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लेखक की पिछली कहानी थी: एक घरेलू लड़की से कालगर्ल बनने तक का सफरनामा