गर्लफ्रेंड ने मुझे पालतू कुत्ता बना कर चूत दी

Xxx BDSM सेक्स का पता मुझे तब लगा जब मेरी गर्लफ्रेंड ने मुझे चुदाई के लिए अपने घर बुलाया. मेरा पहली बार था. वहां उसने मेरे साथ कुत्ते जैसा बर्ताव किया.

दोस्तो, मेरा नाम रोहन है. मैं बिलासपुर छत्तीसगढ़ का रहने वाला हूँ.
मेरी उम्र अभी 25 साल है और मैं दिखने में एक साधारण लड़का हूँ.

यह Xxx BDSM सेक्स कहानी मेरी पहली कहानी है.
मैं आशा करता हूँ कि यह कहानी पढ़कर लड़के अपने लंड में हाथ डालने में और लड़कियां अपनी बुर में उंगली करने को मजबूर हो जाएंगी.

मेरी स्कूल लाइफ से ही प्रिया नाम की एक गर्लफ्रेंड थी, वह दिखने में एकदम मस्त और सेक्सी थी.
उसके चूचे न ज्यादा बड़े और न ज्यादा छोटे थे, बिल्कुल सही साइज के थे.

वो हमेशा टाइट कपड़े ही पहनती थी जिससे उसकी बॉडी के सभी पार्ट सही और सेक्सी दिखते थे.

हम दोनों में काफी अच्छी दोस्ती थी जिस कारण वो मुझसे अपनी हर बात बता दिया करती थी, चाहे वो घर की कोई बात हो या अपनी पर्सनल.

ये दोस्ती कब प्यार में बदली, मुझे नहीं पता … पर ये बात उसे भी पता थी.
हम दोनों अपने प्यार का इजहार करने में डरते थे.

मैंने एक बार हिम्मत करके उसे प्रपोज किया, उसने तुरंत एक्सेप्ट कर लिया.
फिर हमारी लगातार बात होने लगी.

मैं बता दूँ कि मेरी फ्रेंड प्रिया का फिगर काफी अच्छा है. उसका साइज 34-30-36 का है और वो दूध सी सफेद गोरी है.
उसके होंठ गाढ़े लाल रंग के एकदम रसीले होंठ हैं.
कोई भी उसको देखे, तो चोदने का मन करने लगे.

इस तरह हमारी बातें चलने लगीं.
हम दोनों ने फ़ोन पर काफी बार सेक्स की बातें की और मैंने कई बार अपनी कामुक बातों से उसकी चूत का पानी निकलवा दिया.

अब हम दोनों असली सेक्स करने के लिए तड़प रहे थे.
तभी उसके घर में उसके पापा का एक्सीडेंट हो गया और उनको अस्पताल में एडमिट होना पड़ा.

उन दिनों उसकी मम्मी हॉस्पिटल में ही रहती थीं तो उसने मुझे फ़ोन करके घर बुलाया.

मैं घर गया तो उसको देखता ही रह गया.
उस दिन उसने ट्रांसपरेंट गाउन पहना हुआ था जिसमें से उसकी ब्रा और चड्डी साफ दिख रही थी.

उसने मुझे अन्दर बुलाया और बैठने के लिए कहा.
मैं अन्दर आकर सोफे पर बैठ गया.

उसने पानी लाकर दिया और मुझे खाने को एक सेक्सपॉवर बढ़ाने की टेबलेट पकड़ा दी.

मैंने उसकी तरफ सवालिया नजरों से देखा, तो उसने आंख दबा दी.
मैं समझ गया कि आज जो चाहिए, वो मिल जाएगा.

मैंने गोली खा ली.
वो मेरे बगल में आकर बैठ गई.

मैंने हिम्मत करके उसे किस किया, वो पीछे को हट गई और बोली- इतनी जल्दी क्या है?
तो मैंने भी सब्र से काम लिया और उसे छूने लगा, कभी जांघ सहलाने लगा, तो कभी बगल में हाथ फेरने लगा.

फिर हम दोनों बात करने लगे.
इसी बीच मैंने उसके सिर को पकड़ कर अपने होंठ उसके होंठ से मिला दिए और किस करने लगा.

वो भी मेरा साथ देने लगी.
करीब दस मिनट के किस के बाद दोनों अलग हो गए.

उसके बाद उसने मुझे उठने को कहा और मैं उसके साथ बेडरूम की तरफ जाने लगा.
तभी उसने मेरे गाल में एक तमाचा मारा और मैं जमीन में गिर गया और वो हंसने लगी.

मैंने पूछा तो बोली- तुम मेरे कुत्ते हो, तो कुत्ते की तरह आओ.
मैं समझ नहीं पा रहा था कि ये क्या चाहती है. बस मैं उसे देख रहा था.

तभी उसने फिर से एक और झन्नाटेदार तमाचा मेरे गाल में खींच दिया.
वो बोली- अबे कुत्ते, ऐसे क्या देख रहा है, तू मेरे प्यार के काबिल नहीं है. तू बस मेरा गुलाम है, मेरा कुत्ता, मेरा सुअर बनने के लायक है.

मैं हैरान था कि ये हो क्या रहा है!

तभी उसने एक कुत्ते का पट्टा मेरे गले में बांधा और मुझे खींचती हुई अपने बेडरूम में ले गई.
वो मुझसे कपड़े निकालने को बोली.

मैं नंगा हो गया.
उसने मेरे मुँह के पास आकर अपने हाथ से मेरा मुँह खोला और आक-थू करके मेंरे मुँह में थूक दिया.

मैं अकबका गया, वो हंसने लगी.
मुझे घिन आ रही थी.

वो थूक को निगलने को बोली.
मैंने कहा- प्रिया, ये तुम क्या कर रही हो?

उसने एक और तमाचा मारा और बोली- साले मेरा नाम लेता है कुत्ते … ले मजा चख और अबसे मालकिन बोलना.
ये कह कर उसने मेरे गोटों पर एक लात जमा दी.

मैं दर्द से कराहने लगा.

तभी उसने अपनी पैंटी निकाल कर मुझे दे दी और पहनने को बोली.
मुझे पहनना पड़ी.

फिर इसी तरह उसने मुझे अपनी ब्रा भी पहना दी. वो मेरी फ़ोटो खींचने लगी.
मेरी गांड फट गई कि साला ये सेक्स करने का कौन सा तरीका है.

कुछ देर बाद उसने मुझसे अपनी बुर चाटने का बोला और पलंग पर टांगें फैला कर लेट गई.
उसकी बुर से बहुत ही बुरी बदबू आ रही थी, जैसे बहुत दिनों से साफ नहीं की हो.

उसने हंसते हुए कहा- कुत्ते, मैंने सिर्फ तुम्हारे लिए ही अपनी बुर को 20 दिन से धोया नहीं है. अब देख क्या रहा है सुअर … चाट साले मेरी बुर को जल्दी से!
ऐसा कहते हुए मेरा चेहरा अपनी बुर से लगा दिया.

उसकी बुर की बदबू से मैं लगभग बेहोश होने वाला था कि तभी मेरी गांड में एक जोरदार चांटा पड़ा.
मैं चिहुंक गया.

वो हंसती हुई बोली- चाट मादरचोद … अपनी मालकिन की बुर चाट.
मैं मजबूर होकर उसकी बुर को चाटने लगा और वो आह आह आह आह उम्म उम्म करने लगी.

इसी तरह दस मिनट तक चूत चाटने के बाद उसने मुझे जमीन में लेटाया और मेरे मुँह में अपनी बुर रख कर रगड़ने लगी.

कुछ देर बाद वो मेरे मुँह में पेशाब करने लगी.
उसकी पेशाब से बहुत गन्दी बदबू आ रही थी, बहुत ही खारा सा टेस्ट था. मैं मुँह बंद करके उसकी पेशाब खत्म होने का इन्तजार करने लगा.

वो मुझसे अपना पेशाब पीने का बोली और मुझे उसका पेशाब पीना पड़ा.

मुझे उल्टी आने लगी तो उसने कहा- साले, अगर उल्टी की तो उसे भी तुझे ही चाटना पड़ेगा … मेरे कुत्ते.
मैं अपनी उल्टी रोक कर पड़ा रहा.

फिर उसने मुझे कहा कि मेरी बुर को अच्छे से चाटो.
मैं आधा घंटा तक अपनी मालकिन की बुर को चाटता रहा.

अब उसने कहा- चलो बहुत हुआ, अब मुझे चोदो.
मैं चुदाई की बात सुनकर खुश हो गया.

उसने कहा- ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है. अगर तुमने मुझे लगातार आधा घंटा तक नहीं चोदा, तो उसकी सजा इससे भी दस गुना ज्यादा होगी.

मैं सिर झुका कर बस ‘जी मालकिन …’ कह पाया.
चूंकि मैंने सेक्स पॉवर बढ़ाने वाली दवा ली हुई थी तो मुझे इस बात का भरोसा था कि मैं प्रिया के साथ लम्बा सेक्स कर पाऊंगा.

वो अपनी चूचियों को दबा कर मुझे आकर्षित करने लगी.
मेरा दिमाग अभी तक के सेक्स से भन्नाया हुआ था तो मेरा मूड बनने में कुछ समय लग रहा था.

मैंने उसके एक दूध के निप्पल को अपने होंठों में दबाया और चूसने लगा.
वो आह आह करने लगी और मेरे सर को अपने मम्मों पर दबाने लगी.

मैंने उसे दोनों मम्मों को बारी बारी से चूसा, तो वो कहने लगी- जान जरा बेदर्दी से चूसो न!
मैंने कहा- ओके.

तब मैंने उसके निप्पल को अपने दांतों से पकड़ कर जोर से खींच दिया.

वो चिल्ला पड़ी- उई मादरचोद … जरा धीरे काट साले भैन के लंड.
मैंने भी उसे गाली दे दी- साली, गांड फट गई क्या … भोसड़ी की रांड.

वो मेरी गाली से खुश हो गई और मुझे चूमने लगी.

मैं पहले तो सकपकाया कि साली अब चूमने क्यों लगी है. पहले मैं चूम रहा था तब चटक गई थी. कहीं फिर से चांटा न मार दे.
मैं जरा दूर को हो गया.

वो हंसने लगी- अब करीब आ जाओ मेरी जान. मुझे तुम्हारा लंड चूसना है.
मैंने कहा- ओके.

मैंने डरते हुए अपना लंड उसके हाथ में दे दिया.
उसने मेरी आंखों में झांका और फिर से मुस्कुरा दी.

जैसे ही उसने मेरे लंड को अपने मुँह में लिया, मैं काँप गया.
मुझे लगा कि कहीं इसका दिमाग न सटक जाए और लंड को काट न ले.

मैंने उसके मुँह में लंड देते समय पूरी सावधानी बरती थी और उसके एक दूध को अपने हाथ में भर लिया था ताकि ये कुछ ऐसा वैसा करने की कोशिश करे, तो मैं उसका दूध मसल दूँगा और इसका मुँह खुल जाएगा, जिससे मैं अपने लंड को सलामत रख सकूँगा.
वो मजे से मेरे लंड को चूसने लगी और जल्द ही मुझे लगने लगा कि अब ये सामान्य सेक्स ही करना चाहती है.

फिर उसने लंड मुँह से निकाला और चूत की तरफ इशारा किया.

जैसे ही मैं उसे चोदने के लिए आगे बढ़ा, उसने मुझसे कहा- यह मेरा पहला बार है, तो जरा देख कर चोदना.
मैं बोला- जी मालकिन.

मैं उसे किस करने आगे बढ़ा, तो उसने मेरे एक गोटे को दबाते हुए कहा- अब क्या मैं अपने कुत्ते को भी किस करूंगी … चल चुपचाप चोद मुझे सुअर कहीं के.

मैंने उसकी बुर को हाथ से मसला.
वो कराहने लगी- आह इस आह … उउम्म अहह आह.

फिर मैं अपना लंड उसकी बुर से रगड़ने लगा.
वो मदहोश होकर कामुक आवाज निकालने लगी- आह कुत्ते ऐसे ही … आह.

मैंने एक जोर का धक्का दे दिया.
मेरा लंड उसकी बुर को फाड़ता हुआ आधा अन्दर चला गया.

वो रोने लगी- उई मां मर गई, निकालो इसे बाहर … आह बहुत दर्द हो रहा है.

मैं गुस्से में था. मैंने बिना देरी किए एक और धक्का दे मारा.
‘उई मां … आह उई मां मर गई रे.’

मैं पेलता रहा.
उसने कहा- साले तू बहुत बेदर्दी है. अब तुझे इसकी सज़ा मिलेगी.

मैं उसके दर्द की परवाह किए बिना उसे चोदता चला गया.

वो चिल्लाती रही- उई मां दर्द हो रहा है … आह धीरे करो आह.

मैं आधा घंटा तक उसे चोदता रहा और हांफने लगा.

दवा के असर के चलते मैंने उसे आधा घंटा तक दम से पेला था.

फिर मैं झड़ गया क्योंकि ये मेरा पहला अनुभव था.

तब उसने मुझे जोर से लात मारते हुए अपने ऊपर से नीचे गिरा दिया.
वो बोली- साले कुत्ते, तूने मुझे बेरहम तरीके से चोदा है, इसकी सज़ा मिलेगी.

ये कहते हुए वो मेरे मुँह में गांड लगा कर बैठ गई और गांड चाटने को बोली.

वो मेरे गोटों को पकड़ कर दबाने लगी.
मेरी आवाज उसकी गांड की वजह से बाहर नहीं आ पाई और और वो मज़े से गांड चटवाने लगी.

वो मेरे ऊपर लदी थी तो मैं सांस भी नहीं ले पा रहा था.

वो हंसती हुई बोली- तो मेरी टट्टी खा या मर जा.
मैंने उससे रहम की भीख मांगी, तब वो मेरे ऊपर से हटी.

कुछ देर बाद हम दोनों सामान्य हो गए.

फिर उसने मुझे चूमते हुए कहा- जान मुझे माफ़ कर देना. ये मेरी फैंटेसी थी कि मैं तुमसे इसी तरह से चुदूं.
बाद में मैंने गूगल किया तब मुझे मालूम पड़ा कि ये भी सेक्स का एक रूप होता है. इसे BDSM- Bondage, Discipline, Dominance and Submission, Sadomasochism कहते हैं.

कुछ स्त्रियों को इसी तरह से अपने पुरुष साथी से चुदने का मन होता है.

तो दोस्तो ये थी मेरी पहली सेक्स कहानी और मेरी जिन्दगी का पहला Xxx BDSM सेक्स!
मुझे [email protected] पर मेल करें.