मेरी बहनों ने मेरे लंड का मजा लिया- 3

नंगी गर्ल सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरी एक बहन ने दूसरी बहन को मुझसे चुदने के लिए तैयार कर लिया था. मैंने अपनी छोटी बहन को नंगी करके कैसे चोदा.

दोस्तो, मैं आपको बहनों की नंगी गर्ल सेक्स कहानी के दूसरे भाग
दूसरी बहन की बुर खोलने की तैयारी
में आपने पढ़ा कि मैं अपनी दूसरी बहन को चोदने की तैयारी में थी.

बाजी मेरे पास आयी और कहने लगी कि मैं राबिया को भेजती हूं.

अब आगे नंगी गर्ल सेक्स कहानी:
फिर वो राबिया के पास गयी और उसको कमरे की सफाई करने के लिए कहा.

वो कमरा बहुत दिनों से बंद पड़ा था. जीजा के जाने के बाद आसिफा और नजमा भी हमारे साथ ही रहने वाले थे. इसलिए उसकी सफाई चल रही थी.

राबिया गांड मटकाती हुई मेरे आगे चल रही थी. राबिया कमरे में आकर बोली- सब सामान को बाहर निकाल दो. फिर मैं झाड़ू पोछा लगा दूंगी।
मैं सामान बाहर निकालने लगा तो बाजी भी आ गई. थोड़ा भारी सामान उठाने में वो मदद करने लगी।

कमरे का समान बाहर निकाल कर उधर राबिया अपनी चूची हिला हिला कर झाड़ू लगाने लगी.
मुझे उसकी रात वाली चोली दिख रही थी और चूचियों के ऊपर का हिस्सा भी।

मैंने कहा- राबिया … तुम नहाई नहीं अब तक?
वो बोली- नहीं सफाई करने के बाद नहा लूंगी। मगर तुम क्यों पूछ रहे हो?
मैंने कहा- ऐसे ही!

बाजी बोली- अरे राबिया, तेरी चोली दिख रही है. रात में भी तूने ये ही पहनी थी.
उसने मुस्करा कर गर्दन झुका ली और झाड़ू लगाती रही.

मैं बाजी के पास गया और उनसे कहा- बाजी, फिर मुझे नजमा बाजी के घर जाना है जल्दी से कुछ करो. मेरा लंड पूरे उफान पर है।
बाजी बोली- तू बाहर वाला गेट लॉक कर, मैं इसराना को देख कर आती हूं. फिर तेरे लंड का इलाज करते हैं.

फिर मैं गेट लॉक करके आया तो बाजी भी आ गई और मुस्कराकर बोली- वो तो सो गई गांड उठाकर!
मैंने कहा- अब क्या करना है?
बाजी- कपड़े उतार.

मैंने बहुत जल्दी से सारे कपड़े उतार दिए तो बाजी ने भी सलवार सूट उतार दिया और मुझे बोली- इमरान मेरी पैंटी उतार दो.
मैंने उनकी पैंटी उतार दी.
राबिया हमें ही देख रही थी.

बाजी- इमरान, तुम वो कुर्सी लाओ और उस ओर बैठो.
मैं कुर्सी अंदर कमरे में डाल कर बैठ गया तो बाजी मेरी गोद में बैठ गई और अपने हाथ से पकड़ कर मेरा लंड अपनी चूत पर लगा दिया और धक्के लगाने लगी.

राबिया बिल्कुल हमारे पास आ गई और बोली- बाजी इसराना आ गई तो?
बाजी- वो सो गई है, तू परेशान मत हो. या तो मज़ा ले ले या झाड़ू लगा कर चूची हिला ले!
वो चुप हो गई।

बाजी ने बड़ी मस्ती से अपनी कमर हिलाना जारी रखा.
वो चूत में मेरा लंड बुरी तरह रगड़ रही थी. वो धक्के तो नहीं मार रही थी पर हिल रही थी.

मुझे भी उनका ये नया आसन पसंद आया और नीचे से लंड धकेल कर चोदता रहा.

बाजी आज कुछ दवाई वैगरह खाकर अपनी हिलान की रफ्तार दिखा रही थी।
कुछ ही देर में बाजी का लावा फूट गया और उनकी चूत से पानी निकाल गया.
वो मेरी गोद में ही चिपक गई थी और मुझे चूमने लगी।

ये सब देख कर राबिया की हालत पतली हो गई. मुझे पता चल गया कि इसकी चूत जरूर खुजली कर रही होगी।

बाजी उठी और राबिया को देख कर बोली- क्या हुआ? मज़ा नहीं आया?
वो कुछ नहीं बोली तो बाजी ने कहा- अरे … करेगी तभी तो मज़ा आएगा. डर मत … आज तो मौका है वर्ना नजमा और आसिफा बाजी ने आने के बाद गांड फैला दी तो फिर मौका नहीं मिलेगा.

ये सुनकर राबिया मेरी तरफ आ गई। उसे मैंने अपनी तरफ खींचा और उसको चूमने लगा.
तो बाजी ने कहा- इमरान जल्दी कर, ज्यादा टाइम नहीं है।

मैंने राबिया को कपड़े खोलने को बोला तो बाजी ने कहा- तू खुद उतार ले बहनचोद. ये रण्डी तो शर्मा गई है।
मैंने उसका शर्ट ऊपर उठाया तो उसने भी अपने हाथ ऊपर उठा कर साथ दिया और कमीज निकल गया.

फिर मैंने उसकी चोली खोल दी तो उसने अपनी चूचियों को चोली से ढक लिया. मैंने उसकी सलवार के नाड़े को खींच दिया जिससे उसकी सलवार गिर गयी.

राबिया सलवार उठाने को झुकी तो उसकी चोली भी हाथ से निकल गई. अब मैंने उसको हाथ से पकड़ा और ऊपर उठा दिया।
बाजी बोली- इमरान, इस रांड के जिस्म को चूस तो जरा!

मैंने उसके गाल, होंठ, गर्दन, चूची, सब चूसा तो वो मुझसे चिपकने लगी.
मैंने उसकी पैंटी में हाथ डाला तो उसका पानी निकल चुका था.
पैंटी गीली थी, मैंने उतारने को कहा.

उसने झुक कर पैंटी उतार दी तो उसकी चूचियां आगे की तरफ लटकने लगीं. मैंने हाथ से चूचियां पकड़ लीं और दबाने लगा. वो मेरी तरफ आ गई और मुझसे चिपक गई जिससे मुझे उसकी चूची छोड़नी पड़ीं.

शायद उसको चूची दबवाना अच्छा नहीं लगा.
मैं उसको बांहों में भर कर चूसने लगा.
वो भी मस्त आवाज निकालने लगी.
इतने में ही बाजी एक दम गुस्से से बोली- अरे लंड घुसेड़ इसके अंदर … इतना टाइम क्यों ले रहा है.

फिर मैंने राबिया को छोड़ दिया और अपना लौड़ा उसकी चूत पर रख दिया. एक हाथ से उसकी गांड़ पकड़ी और एक हाथ से लंड को सुराख दिखाने लगा.

बाजी बोली- इमरान डाल ले अब!
मैंने लंड को अंदर पेल दिया. चूत की चिकनाई पाकर लंड आधे से ज्यादा अंदर घुस गया.
राबिया की चीख निकल गई. शायद उसने कभी कुछ अंदर नहीं डाला हो।

मैं रुक गया. राबिया मुझे दूर हटाने लगी. मगर मैंने उसे छोड़ा नहीं.

मैंने राबिया की कमर पकड़ कर एक और धक्का मारा तो वो फिर शोर मचाने लगी.
तो मैंने उसके होठों को अपने होंठों में दबा लिया.

बाजी बोली- राबिया चुदाई तो सब करते हैं, पहली बार में दर्द होता ही है. फिर तो पूरी जिंदगी मज़ा आता है मेरी जान!
मैंने फिर से धक्का मारा तो राबिया ने विरोध नहीं किया. मैंने उसको लगातार धक्के मारे तो वो भी थोड़ी मस्ती में आ गई और आह … आह … की आवाज़ निकालने लगी।

मैं जोर जोर से चोद रहा था. पांच मिनट में ही राबिया की चूत का ज्वालामुखी फट गया और लावा निकल गया. वो मेरे सीने पर निढाल होकर गिर गई.

बाजी बोली- इमरान अब इसको कुर्सी पर बैठा दे।
मैंने बैठा दिया और बाजी ने कमरे की दीवार पर हाथ लगाए और झुक गई.
वो कुछ बोलती उससे पहले ही मैं उसके चूतड़ों की तरफ बढ़ गया और बाजी की चूत के सुराख में लंड डाल दिया और पेलने लगा.

रुबीना बोली- जोर जोर से करो!
मैं और जोर से करने लगा तो बाजी भी अपनी कमर काफी स्पीड से हिलाने लगी.

मेरी तरफ से भी काफी तेज धक्के लग रहे थे.

बाजी और मैं एक साथ छूट गए. बाजी ने कहा- इमरान अब निकाल ले बाहर!
मैंने कहा- बाजी दो सेकेंड में खुद ही छोटा हो जाएगा।

हमने राबिया को देखा तो वो अपनी चूत को देख रही थी. चूत पर थोड़ा खून और चूत का रस लगा था। वो उंगली से धीरे धीरे अपनी चूत साफ कर रही थी.

बाजी बोली- देख इमरान … नई दुल्हन कैसे अपनी कुंवारी चूत को फटने के बाद देख रही है.
राबिया बोली- बाजी हल्का सा दर्द है।
बाजी- दर्द की तो दवा मैं दे दूंगी. अभी पहले ये बता तुझे मज़ा आया कि नहीं?

राबिया खुश होकर बोली- बाजी, बहुत मज़ा आया।
बाजी बोली- इमरान इसको साथ ले जा और दोनों नहा लो. मैं दवाई दे दूंगी इसको।

मैं राबिया को गोद में उठाकर बाथरूम में ले गया और हम दोनों नहाने लगे. मैंने उसके ऊपर पानी डाला और उसकी चूत को साफ करवाया।

उसने अपनी झांटें साफ कर रखी थीं तो मैंने पूछ लिया.
वो बोली कि नजमा बाजी ने सिखाया साफ करना हम सबको!

फिर हम नहाकर कमरे में गए और कपड़े पहनकर मैं बाजी के पास गया.
अब भी वो चोली पहन कर झाड़ू लगा रही थी। उनका बाकी जिस्म अब भी नंगा था.

उनकी झुकी हुई पतली कमर और गोरे रंग के मोटे चूतड़ देख कर मेरी हालत खराब हो गई। मेरा दिल किया कि साली को फिर से चोद दूं।
मैंने कहा- बाजी … आपकी गांड का सुराख बहुत अच्छा लग रहा है.
बाजी मुस्कराकर बोली- तो आ जा … और चोद दे गांड को।

साली रांड बुला रही थी तो मेरा लौड़ा कैसे मानता? मैं बाजी के पास गया और उनके चूतड़ों पर हाथ फेरने लगा. वो झाड़ू लगाती हुई रुक गई. मैंने बाजी को घुमाकर हाथ से चूतड़ पकड़ लिए और होंठों को चूमने लगा.
बाजी भी पूरी मस्ती में चूसने लगी.

राबिया की चूत दिलाने के लिए मैंने बाजी को थैंक्स कहा.
वो बोली- अरे तेरे लिए तो मैं अम्मी की चूत का भी जुगाड़ कर दूंगी … राबिया तो कुछ भी नहीं. वो तो खुद ही चूत खोल कर घूम रही है, कोई भी चोद दो।

मैं हंसने लगा और बाजी को फिर से चूम लिया.
बाजी बोली- इमरान, गांड में वैसे तो बहुत दर्द होगा पर करना हो तो कर ले.
मैंने कहा- बाजी रात को करेंगे. अभी नजमा और आसिफा बाजी को लेने जाना है.

वो बोली- अरे उसी लिए तो बोल रही हूं. उन दोनों मोटी गांड वाली रंडियों के आने के बाद मौका नहीं मिलेगा. आज ही कर ले जो करना है.
फिर मैंने देर नहीं की और चेन खोल कर लंड बाहर निकाल दिया।

लंड बिल्कुल सोया हुआ था तो बाजी हाथ में पकड़ कर मुठियाने लगी।

लंड में थोड़ा तनाव आया तो बाजी बोली- इमरान ये खड़ा कब होगा? तभी राबिया वहां आ गई और बोली- बाजी, मुंह में चूसो. नजमा बाजी ने बताया तो था कि वो भी मुंह में चूसती है.

बाजी बोली- तू ही चूस, मुझे अच्छा नहीं लगेगा।
तो राबिया ने लंड पकड़ लिया और नीचे बैठ कर लंड चूसने लगी.
मैंने बाजी को अपनी तरफ खींचा और चोली खोल कर चूची दबाने लगा.

मेरे लंड में तनाव आने लगा और राबिया के गले तक लंड उतरने लगा. वो साली आइसक्रीम की तरह मज़े से चूस रही थी।

बाजी के चूचों में भी तनाव आ गया. उनकी नोक खड़ी हो गई और मैं चूची बुरी तरह दबा कर दूध निकालने की कोशिश करने लगा.

तभी राबिया ने कहा- अब पूरा खड़ा हो गया बाजी, चूत में डाल सकती हो.
बाजी बोली- आज तो गांड का जायजा लेगा ये बहनचोद!
मैंने बाजी को कहा- कुर्सी पर झुक जाओ. मैं पीछे से करूंगा.

वो झुक गई तो मैंने लंड को गांड की मोरी में डाला.
बाजी बोली- पूरा डाल दे. इतनी देर मत लगा, कुछ नहीं होगा मुझे.

मैंने थोड़ा गांड के सुराख के मुहाने पर थूक लगाया और लंड सेट करके घुसा दिया.

बाजी एकदम चीख पड़ी और खड़ी हो गई जिससे लंड गांड से बाहर निकल गया.
तभी राबिया हंसने लगी और बोली- भाई छोड़ो मत, चोद दो साली गांड़ू को। एक बार ही तो दर्द होगा फिर तो मज़ा ही मज़ा है।

रूबीना बोली- साली रण्डी, मेरी ही बात मुझे ही सुना रही है? जब तेरी गांड फटेगी तब देखना!
बाजी गुस्से में बोली- इमरान मेरी गान्ड फटे या रहे तू छोड़ना मत. बस पेलता रह! तू अबकी बार छोड़ना मत, कितना भी दर्द हो, बस पेलते रहना!

मैंने राबिया को कहा कि वो बाजी के कन्धे दबा ले.
फिर मैंने थोड़ा सा सुपारा अंदर रख कर कमर दोनों हाथों से पकड़ ली और धक्का मारा तो बाजी का सिर राबिया की चूची से टकरा गया और फिर से चीख निकल गई.

अब राबिया ने बाजी का सिर अपनी जांघों में दबा लिया और मैंने भी कमर कसकर पकड़ ली और तेज तेज धक्के मारने लगा। जैसे किसी भैंस को बांधकर चुदाई करते हैं।

करीब 2-3 मिनट धक्के मारने के बाद बाजी की आवाज बंद हो गई.
राबिया ने उन्हें छोड़ दिया और मुझे बोली- अब ठीक है, तुम करते रहो.
वो कुर्सी से उठ गई तो मैं पेलता रहा.

बाजी 10 मिनट भी नहीं झेल पाई और मुझे रुकने को बोली.
मैं रुक गया और बाजी अलग होकर अपनी गांड पर हाथ फेरने लगी और मुझे गाली देने लगी.

राबिया झाड़ू लगाती हुए हंसने लगी। बाजी गुस्से में उसको भी गाली दे रही थी.
मैंने कहा- बाजी, अब आप जाओ और नहा लो. मैं भी नजमा दीदी के घर जाता हूं।

मैंने राबिया को कहा- थोड़ा और चूस दो प्लीज!
राबिया ने मेरा लौड़ा चूसा और पानी निकाल दिया।

फिर मैं आसिफा के घर गया और पाया कि दोनों जीजा जी चुके थे.
मैंने आसिफा और नजमा का सामान गाड़ी में रखा और हम सभी वापस अपने घर आ गये.

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