पड़ोसन लड़की को पटाकर उसी के घर में चोदा

इंडियन टीन चुदाई कहानी में मेरे पड़ोस की एक लड़की मुझे अच्छी लगी. एक दिन मैंने उससे बात की और उसका नाम पूछा. उसके बाद बात आगे बढ़ती गयी और उसकी चूत की सील तोड़ने तक पहुँच गयी.

दोस्तो,
मेरा नाम विशाल है. मैं उत्तर प्रदेश के कानपुर का रहने वाला हूँ.

तो क्या हाल हैं आपके?
उम्मीद है कि आप सभी अच्छे होंगे.

मैं आपको इस सेक्स कहानी में बताऊंगा कि कैसे मैंने अपने पड़ोस में रहने वाली एक लड़की को पटाकर चोदा.
यह कहानी मेरे पड़ोस में रहने वाली एक लड़की की है.

इंडियन टीन चुदाई कहानी में आगे बढ़ने से पहले मैं उसके और अपने बारे में थोड़ा बता देता हूँ.
उस लड़की का नाम मुस्कान है और उसकी उम्र 19 साल है.

यह सेक्स कहानी आज से लगभग पांच साल पुरानी है.
उस समय मेरी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होने वाली थीं.

एक दिन मैं अपनी छत पर बैठकर पढ़ रहा था.

तभी हमारे घर के पीछे वाले घर की छत पर कुछ लड़कियां आकर बैठ गईं.
मुस्कान उनमें से ही एक थी.

पहले तो मैंने उस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया मगर जब मैं उठकर नीचे जाने लगा … तब मेरी नजर उस पर पड़ी.

उसका छोटा-सा मासूम चेहरा और उसकी छोटी-छोटी आंखें … आह मैं तो मानो उनमें खो सा गया था.
लेकिन तभी मां ने आवाज लगाई और मैं नीचे चला गया.

फिर यही सिलसिला शुरू हो गया.
मैं छत पर जाता और उसे देखने लगता.

कुछ दिन तक तो ऐसा ही चलता रहा.

फिर एक दिन मैंने उससे इशारे से पूछा- नाम क्या है?
उसने मुस्कुरा कर इशारा किया- यही नाम है!
मैं समझ गया कि उसका नाम मुस्कान है.

फिर कुछ दिन ऐसे ही बीतते रहे.
हम दोनों छत पर आकर एक दूसरे को देखते और फ्लाइंग किस करते मुसकुराते और मस्त निगाहों से एक दूसरे से प्यार की पींगें दौड़ाते.

हम दोनों का हाल यह हो गया था कि बिना एक दूसरे को देखे चैन नहीं पड़ता था.
मिलने के लिए जिस समय का वादा हो जाता था, उस समय दुनिया इधर की उधर क्यों न हो जाए, हम दोनों छत पर आ ही जाते थे.

इस तरह करते-करते हमें एक महीना हो गया लेकिन अभी तक हमारी आमने-सामने से बात नहीं हुई थी.

फिर मेरे बोर्ड के एग्जाम पास आ गए.

एक दिन कोचिंग जाते समय वह मुझे बाहर मिल गई.

मैंने उससे बात की और बताया- मेरे एग्जाम पास आ रहे हैं, तो अब ज्यादा बात नहीं हो पाएगी!
उसने मुस्कुरा कर कहा- ठीक है, पर अपना मोबाइल नंबर तो दे दो!

सच में उस वक्त तो ऐसा लगा मानो मुझे भारत रत्न के लिए नामित किया जा रहा हो और उसी के लिए मेरे से नंबर मांगा जा रहा है.

उसकी फिर से आवाज आई- क्या हुआ नंबर नहीं देना है क्या?
‘हां हां क्यों नहीं … तुम अपना नंबर बोलो … मैं डायल कर देता हूँ.’

उसने अपना नंबर बताया और मैंने झट से अपने फोन के कीपैड पर डायल करके घंटी दे दी.

अगले ही पल उसके फोन की घंटी बजी और गाने की आवाज आई- मेरा पिया घर आया … हो राम जी!
मुझे हंसी आ गई.

उसने भी झट से अपने मोबाइल को साइलेंट किया और हंसने लगी.

इस तरह से हम दोनों ने जल्दी से अपने नंबर एक-दूसरे के साथ एक्सचेंज कर लिए.

अब हम रोज़ फोन पर बात करने लगे.
लेकिन 15 मिनट से ज्यादा नहीं.

फिर जब अगले दिन से मेरी परीक्षाएं शुरू हुईं, तो मैंने उससे कहा- अब हम 20 दिन बात नहीं कर पाएंगे, क्योंकि कल से मेरी परीक्षा है!

उसने ‘ठीक है’ कह दिया और बोली- अगर तुम्हारी परीक्षा 80 प्रतिशत से पास हुई, तो तुम्हें मुझसे कुछ सरप्राइज़ मिलेगा!

मैंने कहा- क्या सरप्राइज़ मिलेगा?
वह बोली- सरप्राइज़ भी बताया जाता है क्या?

मैं मुस्कुरा दिया और बोला- यदि ज्यादा आ गए तो क्या सरप्राइज़ में कुछ एक्स्ट्रा भी मिलेगा?
वह आँखें नचाती हुई बोली- यह उसी वक्त सोचा जाएगा!

मैंने कहा- कुछ लालच तो दो यार … तभी तो मेहनत करूंगा!
वह बोली- अच्छा तो चलो एक्स्ट्रा भी मिलेगा … पक्का वादा!

बस फिर क्या था, मैं और ज्यादा मेहनत करने लगा.

एग्जाम हुए और दो महीने बाद मेरा रिजल्ट आया.
मैं 82 प्रतिशत से पास हो गया.

मैंने उसे फोन किया और पूछा- मेरा सरप्राइज़ कहां है?
वह बोली- एक्स्ट्रा वाला या बिना एक्स्ट्रा वाला!

मैंने कहा- दो परसेंट ज्यादा आए हैं तो एक्स्ट्रा वाला सरप्राइज़ ही मिलना चाहिए!

उसने ओके कहते हुए चार दिन रुकने को कहा.

हालांकि अभी तक हमारे बीच में सेक्स जैसा कुछ नहीं था.
यहां तक कि मैंने उसे अभी तक किस भी नहीं किया था.

चार दिन बाद उसने बताया कि उसके सारे घर वाले बाहर शादी में जा रहे हैं, लेकिन वह नहीं जा रही.

उसने अपने घर पर बोल दिया था कि उसकी अर्धवार्षिक परीक्षा आ रही है, इसलिए वह नहीं जा पाएगी.

अगले दिन जब उसके घर वाले चले गए तो उसने मुझे कॉल किया.
वह बोली- आज रात को तैयार रहना, मैं 11 बजे कॉल करूँगी!

मैंने कहा- ओके, सरप्राइज़ रेडी रखना!

वह हंसी और बोली- नॉटी बेबी!
आह … उसके मुँह से खुद के लिए नॉटी बेबी सुनना शहद जैसा मीठा मीठा सा लगा.

दिल में हेनू हेनू होने लगा था कि आज रात में अपनी छमिया से मिलना है.

उस दिन नहाने घुसा तो लौड़े पर हाथ फेरने लगा.
झांटों के बाल हाथ में आ गए तो तुरंत रेजर से लंड की सफाई करना शुरू कर दी.

सारा दिन बड़े बेचैनी से कटा.
रात को ठीक 11 बजे उसका कॉल आया.
उसने पूछा- क्या कर रहे हो?

मैंने जवाब दिया- तुम्हारा इंतज़ार!
उसने कहा- इंतज़ार खत्म हुआ, छत पर आओ, कुछ बात करनी है!

मैंने घर में देखा, सब सो रहे थे.

फिर मैं चुपके से छत पर गया.
वह वहां मेरा इंतज़ार कर रही थी.

जब मैंने पूछा, तो उसने कहा- चलो, नीचे चलते हैं!
हम दोनों उसके कमरे में आ गए.

हम दोनों बिस्तर पर लेट गए.

लेटते ही उसने मेरे गाल पर किस किया और बोली- ये रहा तुम्हारा सरप्राइज़!
उसका इतना कहते ही मैंने उसके होंठों पर किस कर दिया.
वह भी मेरा साथ देने लगी.

हम दोनों लगभग दस मिनट तक किस करते रहे.

फिर मैंने धीरे-धीरे उसके दूध दबाए तो वह मादकता से सिसकारने लगी.

मैंने उसका टॉप उतारा, तो वह नीचे गुलाबी रंग की ब्रा में थी.
मैं ब्रा के ऊपर से ही उसके दूध दबाने और चूसने लगा.

वह गर्म हो गई.

फिर मैं धीरे-धीरे नीचे बढ़ने लगा.
मैंने उसकी नाभि में जीभ से चाटना शुरू किया तो वह और पागल होने लगी.

अब तक वह जोर-जोर से कामुक सिसकारियां लेने लगी थी.
घर में कोई नहीं था, तो कोई समस्या नहीं थी.

फिर मैंने धीरे से उसके लोअर को नीचे सरका दिया और उसकी चूत को दबा दिया.
जैसे ही मैंने उसकी चूत को दबाया, उसने जोर से सिसकारी ली और मेरे हाथ को पकड़ लिया.

उसने कहा- जोर से करो!
उसने मेरे हाथ को अपनी चूत पर दबा दिया.

अब मैं एक हाथ से उसकी चूत को रगड़ रहा था और दूसरे हाथ से उसकी चूची को दबा रहा था.
साथ ही मैं उसे चूम भी रहा था.

फिर मैं धीरे-धीरे उसके गले पर, फिर उसकी छाती पर, फिर पेट पर चूमता हुआ नीचे आया.

मैंने अपनी दांतों से उसकी पैंटी खींचकर उतार दी और उसकी चूत को चाटने लगा.
मैं तो जैसे स्वर्ग में था.

वह अभी भी बहुत तेज-तेज सिसकारियां ले रही थी और मेरे सिर को अपनी चूत पर दबा रही थी.

मैं उसकी चूत को अपनी जीभ से चोद रहा था.

कुछ ही देर में उसने मुझे और जोर से पकड़ना शुरू कर दिया.
फिर एक पल तो ऐसा आया, जब उसने मेरे सिर को अपनी चूत में इतनी ताकत से दबा दिया कि मुझे सांस तक लेना मुश्किल हो गया.

तभी अचानक से उसकी चूत ने ढेर सारा पानी मेरे मुँह पर छोड़ दिया.

उसने मेरे सिर को छोड़ दिया तो मैं समझ गया कि यह सख्ती इसके स्खलन के कारण थी.

अब मैंने उसकी चुत से रिसा उसका सारा पानी पी लिया.

कुछ देर बाद मैंने दोबारा से उसकी चूचियों को चूसना शुरू कर दिया.
कुछ ही मिनटों में वह फिर से गर्म हो गई.

अब वह मेरे ऊपर आकर मुझे चूमने लगी.
मैं अभी भी अपने अंडरवियर में था.

वह धीरे-धीरे नीचे सरकती गई.

उसने मेरे सीने पर चूमा, फिर पेट पर और फिर सीधे मेरे लंड पर आ गई.
उसने मेरी चड्डी भी उतार दी और मेरे लंड के सुपारे पर चूमने लगी.

धीरे-धीरे उसने मेरे लंड को अपने मुँह में लेना शुरू किया.
मगर वह पूरा नहीं ले पा रही थी क्योंकि मेरा लंड सात इंच लंबा और दो इंच मोटा है.

फिर भी वह मेरा पूरा लंड अन्दर लेने की कोशिश कर रही थी, पर ले नहीं पा रही थी.

कुछ देर बाद यह हुआ कि मेरा लंड उसके गले तक जाने लगा था और मैं उसके मुँह को मस्ती से चोद रहा था.

धीरे-धीरे मैं आनन्द के चरम पर पहुंच गया और उसके मुँह में ही झड़ गया.

वह मेरा सारा वीर्य बाथरूम में जाकर थूक आई और मुँह धोकर वापस आ गई.

वह दोबारा से मेरे लंड से खेलने लगी.

कुछ ही देर में मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.

लेकिन हम दोनों का पहला अनुभव होने की वजह से हमें ज्यादा कुछ नहीं पता था.
फिर भी मैंने पोर्न से काफी कुछ सीख लिया था.

मैंने उसी तरह उसके साथ करना शुरू किया.
मुझे पता था कि पहली बार सेक्स करने में दर्द होता है.

मैंने ये बात उसे बताई, तो उसने कहा- तुम आगे बढ़ो, मैं देख लूँगी!

मैंने अपने सुपारे पर और उसकी चूत पर क्रीम लगाई और सुपारा उसकी चूत पर घिसने लगा.
इससे वह तड़प उठी और कमर उठाकर लंड अन्दर लेने की कोशिश करने लगी.

मैंने धीरे से उसकी चूत में अपना सुपारा फँसाया, इंडियन टीन चुदाई से उसे दर्द होने लगा.
मगर उसने मुझे रोका नहीं.

मैंने फिर धीरे से एक झटका लगाया तो दो इंच लंड अन्दर चला गया.

इस बार वह चुदाई में दर्द से तड़प उठी और मुझे पीछे धकेलने लगी.
मगर मैंने उसे पकड़ लिया और चूमने लगा.

एक मिनट में उसे आराम मिला, तो उसने धीरे से कमर उठाई.

इस बार मैंने लंड को थोड़ा पीछे खींचा और फिर से एक जोरदार धक्का लगा दिया.

इस बार मेरा पूरा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ अन्दर घुस गया.
वह चिल्लाने को हुई, मगर मैंने तुरंत उसके होंठों को अपने होंठों से बंद कर दिया.

वह चिल्ला नहीं सकी, पर मुझे पीछे धकेलने लगी.
मैं उसे चूमता रहा और उसकी चूचियों को दबाता रहा.

कुछ समय बाद उसे आराम मिला.

फिर उसने अपनी कमर उठाई तो मैंने धीरे-धीरे उसे चोदना शुरू कर दिया.

अब उसे भी मजा आने लगा, तो वह जोर-जोर से सिसकारने लगी.
वह बोली- आह और जोर से चोदो और जोर से!

लगभग दस मिनट में उसने अपना पानी छोड़ दिया.

मगर मेरा काम अभी बाकी था.
मैं उसे चोदता रहा और करीब बीस मिनट बाद मैंने अपने माल से उसकी चूत को भर दिया.

मैं उसके ऊपर ही गिर गया.
उस रात हमने तीन बार सेक्स किया.

फिर लगभग सुबह चार बजे मैं अपने घर आकर सो गया.

उसके बाद जब भी हमें मौका मिला, हम दोनों चुदाई कर लेते.

आज भी हम दोनों रिश्ते में हैं.

इसके आगे की सेक्स कहानी फिर कभी सुनाऊंगा कि कैसे मैंने उसकी गांड मारी.
वह सब आपके कमेंट्स मिलने के बाद अगली सेक्स कहानी में लिखूँगा.

दोस्तो, यह मेरी पहली और सच्ची सेक्स कहानी है, इस इंडियन टीन चुदाई कहानी में नाम पते के अलावा सब कुछ सच्चा है.

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मेरी मेल आईडी है
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