कार सेक्स विद यंग गर्ल का मजा मेरी क्लासमेट ने मुझे दिया मेरे साथ दोस्ती करके. मैं भी उसे चोदना चाहता था. शुरुआती सरे कम जैसे किसिंग सकिंग लिकिंग सब कार में ही हुए.
मेरा नाम यश है और मेरी हाइट 5′ 9” है मैं दिल्ली से हूँ और मेरे लौड़े का साइज़ भी ठीक है.
उस समय तक मैं वर्जिन था, मतलब मुझे चुदाई का कोई अनुभव नहीं हुआ था.
ये कार सेक्स विद यंग गर्ल कहानी 2019 की है, जब मैंने कॉलेज में अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई को शुरू किया था.
पर मेरे दिमाग में लड़कियों के बूब्स देखने की बहुत ज्यादा ललक होती थी तो मेरा लंड खड़ा हो जाता था.
शुरुआत ऐसे हुई कि 2019 में वह लड़की मेरी क्लास में थी.
मैं अपनी कार से कॉलेज जाता था और वह भी अपनी कार से आती थी.
ऐसे ही क्लास में चलता रहा.
मेरा कॉलेज कनॉट प्लेस में था तो वह काफी कॉमन जगह थी.
बात ऐसे हुई कि एक दिन क्लास में फ्रेंच का टॉपिक चल रहा था, तो मैंने बोल्डनेस में कह दिया- फ्रेंच किस भी तो फेमस है सर!
ये बात मज़ाक में दब गई.
लेकिन शायद ये बात उस लड़की के दिमाग में घर कर गई.
इधर मैं अपनी उस लड़की दोस्त का नाम अर्चना रख लेता हूँ.
अर्चना दिखने में बहुत सेक्सी थी और थिएटर भी करती थी.
उसकी हाइट 5′ 3” थी पर उसके बूब्स 34, कमर 28 और गांड 36 की थी, जो उसे बहुत अट्रैक्टिव बनाती थी.
उस दिन मैं कार नहीं लाया था तो सोचा कि मेट्रो से चला जाऊंगा.
लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था.
अर्चना ने मुझे लिफ्ट ऑफर की.
मैंने भी उसे ना नहीं कहा तो हम दोनों कार से चलने लगे.
वह कार को मेरे घर की तरफ ले जाने लगी.
हम बातें कर रहे थे.
जब मेरा स्टॉप आने वाला था तो मैंने फ्रेंच किस का टॉपिक शुरू कर दिया.
वह बोली- तो तुम किस के बारे में क्या जानते हो?
मैंने कहा- यह होता कैसे है, अब तक सिर्फ फिल्मों में ही देखा है, कभी किसी लड़की के साथ ट्राई नहीं किया है.
इस पर वह हंस कर बोली- कर लो ट्राई!
मेरा फर्स्ट टाइम था.
तो उसने अपना चेहरा आगे बढ़ाया और कार साइड में रोक ली.
मैंने उसके होंठों पर होंठ रख दिए.
यह मेरा पहली बार था तो मुझे अलग ही अहसास हुआ.
हम दोनों का ये किस करीब 30 सेकंड चला.
इसके बाद वह अलग हुई और बोली- तुम बहुत गंदे हो, मैंने गाल पर किस करने को कहा था.
मैंने कहा- अब तो हो गया.
उस वक्त मेरा लंड तब बहुत ज्यादा कड़क होकर खड़ा हो गया था.
उसकी कार से उतर कर मैं रिक्शा पकड़ कर घर आ गया.
वह अपने घर चली गई.
रात को हमारी बात हो रही थी, तो हम दोनों एक्साइटेड हो गए.
वह बोली- कैसा लगा था?
मैंने कहा- जन्नत का मजा आ गया था यार, मैं तो और भी ट्राई करना चाहूँगा!
वह हंस दी.
उसने कोई विरोध नहीं जताया था तो मैं समझ गया कि उसे भी मेरा चूमना अच्छा लगा था.
फिर अगले दिन से मैंने कार लानी छोड़ दी.
वह मुझे रोजाना उसी जगह से पिक करती जिधर उसने छोड़ा था.
कॉलेज से पहले रास्ते में कार रुकवा कर मैं उसे किस करता.
फिर हम दोनों साथ में क्लास में जाते और साथ ही बैठते.
घर वापस आते वक्त भी ऐसे ही होता.
हमारा ये लगभग रोजाना का रूटीन हो गया था.
अब मैंने इसके आगे बढ़ने की सोची.
मैं जाकर ट्रैफिक सिग्नल पर मिलने वाले आठ ब्लैक शेड्स ले आया, ताकि कार को पूरी तरह से कवर किया जा सके.
जब वह पिक करने आई, तो मैंने हर जगह वे शेड्स लगा दिए. कार अन्दर से पूरी ब्लैक हो गई.
वह मुझे शरारत भरी नजरों से देखती हुई बोली- तुम्हारे इरादे ठीक नहीं लग रहे!
उस दिन वह स्कर्ट में आई थी.
तो मैंने उसका टॉप ऊपर किया और ब्रा ऊपर करके बूब्स पर किस करने लग गया.
वह मादक आवाज में सिसकारने लगी.
मैंने उसके मम्मों लव बाइट दे दी.
निप्पलों को बारी बारी से अपने दांतों से पकड़ कर खींचते हुए चूसा.
वह आह आह करती रही और मुझसे अपने दूध चुसवाती और मिंजवाती रही.
लेकिन उस वक्त कॉलेज जाने में देरी हो रही थी, तो हम दोनों जल्दी से अलग हुए और तेज गति से कॉलेज की तरफ बढ़ गए.
कॉलेज आते ही हम दोनों क्लास में चले गए और वह क्लास में मेरे साथ ही बैठ गई थी.
वह पूरे समय मेरे लंड पर हाथ फेरती रही और मुझे हॉट करती रही.
फिर जब कॉलेज खत्म हुआ तो हम दोनों वापस कार में आ गए और हमारा खेल चालू हो गया.
मैं पूरे रास्ते उसके बूब्स दबाता और मजे से अपने मम्मों को मिंजवाती रही.
कोई देख न ले इसके लिए वह एक स्टॉल से खुद को कवर रखती थी.
मैं उसके दूध इतने ज्यादा मसलता और दबाता था कि वह दर्द से तड़फ उठती थी.
अपने घर जाकर मुझसे फोन पर बोलती भी थी- यार, बहुत बेदर्दी से मसले हैं तुमने … सोने में भी दिक्कत हो रही है इतने दर्द कर रहे हैं, पर मज़ा बहुत आ रहा है.
अब हम दोनों इस खेल में थोड़ा और आगे बढ़े.
अगले कुछ दिन बाद जब वह मुझे पिक करने आई, तो बोली- तुम कार ड्राइव करो.
मैं ड्राइविंग सीट पर बैठा, तो उसने मेरी जींस के बटन और जिप खोल दी.
मेरे अंडरवियर में हाथ डालकर मेरा लंड बाहर निकाल लिया.
ये मेरा पहला अनुभव था, जब किसी लड़की ने मेरा लंड अपने हाथ में लिया हो. वह भी तब, जब मैं ड्राइव कर रहा हूँ.
उसने मेरे लंड को हिलाना शुरू कर दिया, तो वह खड़ा हो गया.
अब उसने लंड पर किस किया और जोर-जोर से जीभ फेरने लगी. फिर मुँह में लंड लेना शुरू कर दिया.
दोस्तो, ये मेरे लिए अलग ही अहसास था.
उसके बाद तो मैं ज्यादा देर तक रुक ही न सका और उसके मुँह में ही डिस्चार्ज ही होने को हो गया था.
तभी कॉलेज भी आ गया था, तो मैंने उसके मुँह से लंड निकाल कर उसे साइड कर दिया.
वह काम पिपासा भरी नजरों से मुझे घूर रही थी. उसके भाव ऐसे थे कि मैंने उसके मुँह से लंड क्यों निकाला.
अब मैंने बदला लेने की सोची.
उसने पूरे दिन कॉलेज में मेरा हाल बुरा रखा. हर वक्त मेरा लंड उसके हाथ की मार खाता रहा.
फिर जब वापसी में वह ड्राइव करने लगी, तो मैंने भी उसे नीचे से पूरा नंगी कर दिया. उसकी पैंटी भी उतार दी और चुत में फिंगर करने लगा.
वह भी कामुक सीत्कार करने लगी.
उससे ऐसी स्थिति में ड्राइविंग भी मुश्किल से हो पा रही थी.
उसने कार साइड में लगाई क्योंकि कार उसके कंट्रोल से बाहर हो रही थी.
उसने मेरा चेहरा हाथ में लिया और जोर से मेरे होंठों को काट लिया.
फिर मैं उसकी चुत को चाटने लगा तो उसका पानी भल्ल से निकल गया.
झड़ने के बाद वह शांत हो सकी.
फिर हम दोनों अपने आपको सही करके आगे बढ़े और उसने मुझे ड्रॉप कर दिया.
इस तरह से दिन-ब-दिन हमारी हवस बढ़ती ही जा रही थी.
कॉलेज के विंटर हॉलिडे शुरू होने वाले थे.
वह कॉलेज का लास्ट डे था.
उस दिन जल्दी छुट्टी भी हो गई थी.
हम दोनों फिर से सब फ्रेंड्स से बचकर कार में चले गए और उसने कार चलाना शुरू कर दी.
उसने कार को ले जाकर नेताजी सुभाष पैलेस की पार्किंग में लगा दी.
मैंने गार्ड को कुछ पैसे देकर सैट कर दिया कि इधर कोई न आए.
अब मैं उसे कार में किस करने लगा.
मैंने उसे ऊपर से पूरी नंगी कर दिया.
वह ठंड का टाइम था, शाम को 6 बज रहे थे और अंधेरा हो गया था.
फिर मैंने नीचे से भी उसे एकदम नंगी कर दिया.
आज पहली बार वह पूरी बिना कपड़ों के मेरे सामने थी और नंगी गर्लफ्रेंड शर्मा रही थी.
उसने कहा- मुझे तुम्हें अपने में फील करना है.
उसने मुझे भी नीचे से नंगा कर दिया और वह ड्राइविंग सीट से शिफ्ट होकर मेरी सीट पर आ गई.
उसने मेरे ऊपर चढ़ कर मेरे लंड को अपनी चूत पर सैट किया और धीरे-धीरे बैठती चली गई.
मैं धीरे-धीरे पुश करने लगा, तो उसने अपने नाखून मेरी पीठ पर चुभा दिए.
वह दर्द से कराहती हुई बोली- आह जरा रुक जाओ न … थोड़ा मुझे फील करने दो!
वह ऐसे ही एक मिनट रुकी रही.
फिर धीरे-धीरे हिलना शुरू हुई.
मैं उसके एक दूध को चूसता हुआ उसे मजा दे रहा था.
साथ ही मैं उसे किस भी करता रहा और उसके बूब्स प्रेस करता जाता था.
अब वह भी जोर-जोर से हिलना शुरू हो गई, एकदम से लौड़े के ऊपर-नीचे उसने अपनी चुत को रगड़ना चालू कर दिया था.
मैं भी नीचे से जोर-जोर से धक्के लगाने लगा और मैं उसके अन्दर ही झड़ने वाला था, तो उसे अपने लौड़े के ऊपर से हटा दिया.
उसी वक्त उसके बूब्स पर मेरा पानी जा गिरा.
मैंने नीचे देखा तो वह भी गीली हो चुकी थी.
हम दोनों ऐसे ही 2 मिनट एक-दूसरे से चिपके रहे.
फिर उसने वीर्य साफ किया और कपड़े पहने, मैंने भी अपने कपड़े पहन लिए.
कुछ देर बाद उसने मुझे मेट्रो तक ड्रॉप कर दिया और अपने घर के लिए चली गई.
मुझे इसके बाद बहुत तेज़ भूख लगी तो मैंने 24*7 पर जाकर 2 बर्गर खाए और घर आ गया.
दोस्तो, ऐसी थी मेरी गर्लफ्रेंड के साथ कार में चुदाई की कहानी.
आपको कैसी लगी, प्लीज़ मुझे ज़रूर बताएं.
ये एकदम सच्ची कहानी है.
कार सेक्स विद यंग गर्ल का मजा कहानी पर मेरी ईमेल आईडी पर मुझे आपके कमेंट्स का इंतज़ार रहेगा.
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