Xxx पोर्न सिस कहानी में मैं शादी में नाना के घर गया तो वहां मौसी की शादीशुदा बेटी भी आई थी. उसके बड़े बड़े मम्मे देख मेरा लंड खड़ा हो गया. रात को हम एक ही कमरे में सोये.
दोस्तो, मेरा नाम प्रतीक है और मैं 20 साल का हूँ।
मैं राजस्थान का रहने वाला हूँ।
मुझे हमेशा से ही अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ने में मज़ा आता था, जैसे कि भाई-बहन की।
तो मेरे दिमाग में भी ऐसे विचार आने लगे।
इस Xxx पोर्न सिस कहानी में मैं आपको मेरी और मेरी मासी की लड़की की सेक्स कहानी सुनाऊँगा।
अब मैं इस घटना के दूसरे किरदार से आपको परिचित कराता हूँ।
मैंने ये सब मेरी मासी की लड़की के साथ किया, जिसका नाम पिंकी है।
वो इंदौर की रहने वाली है।
उनकी उम्र 27 साल है और उनकी शादी इसी साल हुई थी।
उनका शरीर देखने में एकदम भरा हुआ है।
उनके मम्मे काफी बड़े-बड़े थे क्योंकि मेरे जीजू को सेक्स का बड़ा शौक था।
बात उस समय की है जब मेरे मामा के बड़े लड़के की शादी थी।
हम सब नाना के पुराने घर में रहते थे।
उस समय पिंकी दीदी भी गाँव आई थी।
मैंने जब पहली बार उन्हें देखा तो देखता रह गया।
उनके मम्मे दबाने की मेरी इच्छा होने लगी थी।
तभी से मैंने प्लान बना लिया कि इन्हें तो चोद के रहूँगा।
और मैं इस तैयारी में लग गया।
असली मज़ा तो तब आया जब मुझे पता चला कि आज दीदी रात को मेरे कमरे में ही सोएगी।
फिर रात हुई, हम सबने खाना खाया और मैं और पिंकी दीदी सोने चले गए रूम में।
मैंने दीदी से कहा, “मैं थोड़ी देर पढ़ रहा हूँ, आप सो जाइए!”
पिंकी दीदी ने पाँच मिनट मोबाइल चलाया और सो गईं।
मैं थोड़ी देर पढ़ रहा था, तभी मेरी नज़र दीदी के मोबाइल पर गई।
उसमें किसी का मैसेज था।
मैंने सोचा जीजू का होगा तो मैंने खोलकर देखा।
लेकिन जीजू नहीं, वो तो कोई और था, जिसने दीदी के साथ सेक्स किया था।
उसने एक फोटो भेजी थी, जिसमें वो दीदी के बूब्स हाथ में पकड़े हुए था और दीदी उसे चुम्मी दे रही थी।
इतने में दीदी उठ गईं और मेरे हाथ से फोन ले लिया, पर मैंने तो सब देख लिया था और जल्दी से उसे बंद भी कर दिया था।
तो दीदी को कुछ पता नहीं चला और वो सो गईं।
अब मुझे पता चल गया था कि दीदी को भी सेक्स का शौक है, वो बाहर के मर्दों से भी चुदवाती हैं।
फिर मैं भी सो गया, पर दीदी का वो नंगा फोटो देखकर मुझे नींद कहाँ आने वाली थी।
मेरे दिमाग में बस दीदी के वो बड़े-बड़े मम्मे घूम रहे थे।
अब मेरे अंदर की अन्तर्वासना और जग चुकी थी।
तभी मुझे कुछ सर-सर की आवाज़ आई, ऐसा लग रहा था कि दीदी बार-बार हिल रही हों।
तभी मुझे पता चला कि दीदी चूत में उंगली कर रही थीं।
मैं उनकी साँसों से जोश में आ गया।
मैंने दीदी से कहा, “दीदी, मुझे आपके पास नीचे सोना है!”
दीदी बोलीं, “क्यों, ऊपर नींद नहीं आ रही क्या?”
“नहीं दीदी, मुझे नीचे सोने की आदत है इसलिए!”
दीदी ने कहा, “ठीक है, आजा नीचे, पर हमें एक ही कम्बल में सोना पड़ेगा, दूसरा कम्बल नहीं है!”
“हाँ दीदी, मैं आ गया!”
मैं नीचे जाकर दीदी के पास सो गया।
मैं पहले ही पूरा नंगा होकर दीदी के पास सोने चला गया था।
कम्बल बड़ा था, तो मैं इस साइड सो गया और दीदी उस तरफ मुँह करके सो गईं।
पर मुझे नींद नहीं आ रही थी, मुझे बस दीदी के मम्मे सूझ रहे थे।
अब मैं दीदी को सोचकर अपना लंड हिलाने लगा।
लेकिन आवाज़ से दीदी को पता चल गया।
उन्होंने करवट ली ताकि मैं रुक जाऊँ।
लेकिन मैं नहीं रुका।
अचानक मुझे अपने लंड पर एक हाथ महसूस हुआ और ये हाथ दीदी का था।
मैं एकदम से डर गया और सोने का नाटक करने लगा।
इतने में दीदी पास आईं और बोलीं, “अब कितना नाटक करेगा शरारती! मुझे सब पता है कि तू क्या कर रहा था। और तूने मेरे फोन में कौन-सी फोटो देखी!”
“हाँ दीदी, मैंने आपको किसी और मर्द के साथ देखा, वो भी नंगी!”
दीदी ने कहा, “अभी भी देखना चाहेगा क्या मुझे नंगी?”
ये सुनते ही मेरे तो भाग खुल गए।
मैंने झट से कहा, “हाँ!”
इतने में दीदी ने कमरे की लाइट जलाई और सामने खड़ी हो गईं।
मैं कम्बल ओढ़े हुए था।
उन्होंने कहा, “तू ही अपने हाथ से मेरे कपड़े उतार!”
फिर मैंने धीरे-धीरे उनकी साड़ी खोली, फिर उनका ब्लाउज़ खोला।
अब वो बस ब्रा और पैंटी में थीं।
वो सीन तो मुझे जन्नत दिखा रहा था।
तभी मैंने उनके मम्मे हाथ में लिए, वो बहुत बड़े थे।
मैंने उनकी ब्रा और पैंटी भी खोल दी और उनके मम्मों को चाटने लगा।
दीदी सिसकारियाँ लेने लगीं, “आह आह आह आह! पी जा मेरे भाई, पूरा रस पी जा मेरे दूध का, निचोड़ दे! आह आह!”
मुझे और मज़ा आने लगा।
करीब 10 मिनट बूब्स चूसने के बाद मैंने उन्हें किस किया और उनके होंठों का रस पीने लगा।
किस के बाद हमने लाइट बंद की और हम वापस नीचे सो गए।
मैं दीदी के ऊपर आ गया और अब मैंने धीरे से उनकी चूत में एक उंगली डाली।
उनके मुँह से धीरे से आह निकली और वो बोलीं, “अब मुझे चोद दे मेरे भाई! अब और सहन नहीं होता, अब अपना लौड़ा डाल दे मेरी चूत में और शांत कर दे इसे!”
मैं जोश में आ गया और बोला, “अब देखो दीदी, तुम्हें आज इतना मज़ा दूँगा कि तुम मुझसे चुदे बिना कभी रह नहीं पाओगी!”
दीदी बोलीं, “चोद दे भाई, बातें मत कर और चोद मुझे!”
तभी मैंने अपना लंड एकदम से दीदी की चूत में घुसा दिया।
मुझे इतना अच्छा लग रहा था कि मतलब मैं जन्नत में आ गया हूँ।
तभी दीदी के मुँह से आह निकल गई, “आह! आराम से चोद थोड़ा, मादरचोद!”
मैंने कहा, “साली रंडी, तू और मर्दों से चुदवाती है, तब तुझे दर्द नहीं होता!”
मैं जोर-जोर से पूरे जोश से दीदी को चोदने लगा।
दीदी को अब मज़ा आने लगा, “ऊऊऊऊ येस्स्स! ऊऊऊऊ येस्सस! और जोर से चोदते जाओ मेरे राजा, मेरी चूत फाड़ दो!”
मैं ऊपर से दीदी को किस भी कर रहा था, फिर उनके मम्मे भी दबाने लगा।
दीदी बोलीं, “आह राजा, चोदते जाओ, चोदते जाओ मुझे ऐसे ही!”
थोड़ी देर, करीब 15 मिनट बाद दीदी की चूत से पानी निकल गया, पर मैं अभी शांत नहीं हुआ।
मैंने दीदी से कहा, “अब गांड मारनी है तुम्हारी!”
वो पीछे घूम गईं।
फिर मैंने उनके छेद में अपना लंड घुसाया।
दीदी उछल पड़ीं और बोलीं, “साले, चूत के साथ गांड भी पड़ेगा क्या!”
“हाँ दीदी!”
मैं जोर-जोर से Xxx पोर्न सिस को पेलने लगा।
फिर दस मिनट बाद मैंने उनके मुँह में लंड चूसने के लिए दे दिया।
मेरी नंगी बहन एकदम मिया खलीफा जैसे लंड चूसने लगीं, एकदम आइसक्रीम जैसे चूस रही थीं।
मुझे काफी मज़ा आया।
फिर मेरा माल निकलने लगा और दीदी उसे पी रही थीं।
थोड़ा अपने बूब्स पर गिराकर उससे मालिश कर रही थीं।
फिर हम दोनों ने काफी देर तक किस किया और हमें नींद आने लगी थी।
रात के तीन बज गए थे।
फिर हम दोनों नंगे ही एक-दूसरे के चिपक कर सो गए।
उम्मीद करता हूँ आपको ये Xxx पोर्न सिस कहानी अच्छी लगी होगी।
अगली बार इससे अच्छी कहानी लेकर आऊँगा।
आपको किस तरह की स्टोरी चाहिए, मुझे कमेंट करना।
धन्यवाद।
[email protected]