Xxx मोसी चुदाई कहानी में मेरी मोसी बहुर सेक्सी हॉट हैं. मैं उनके घर गया तो उनके बेड पर सोया. मोसी का मना चुदाई का था पर मौसा जी ने उन्हें नहीं चोदा.
मेरा नाम ओम है, मेरी उम्र 19 साल है.
मैं इस वेबसाइट ‘फ्री सेक्स कहानी’ पर हमेशा कहानियां पढ़ता हूँ.
लेकिन आज मैंने सोचा कि मैं भी अपनी एक कहानी लिखूँ.
इस Xxx मोसी चुदाई कहानी में मैंने बताया है कि कैसे मैंने अपनी मौसी को चोदा और उन्हें खुश किया.
मेरी मौसी का नाम कविता है, उनकी उम्र लगभग 45 साल होगी लेकिन वह आज भी बहुत सेक्सी और हॉट दिखती हैं.
उनके गोरे-गोरे बूब्स और बड़ी सी गांड देखकर कोई भी पागल हो जाए.
वे एकदम नंबर वन माल हैं.
कुछ दिनों के लिए मैं मौसी के घर गया.
वहां पहुंचते पहुंचते मुझे शाम हो गई थी तो मौसाजी अपनी गाड़ी से मुझे लेने आए थे.
मैं उनके साथ घर गया.
घर पहुंचते ही मौसी ने दरवाजा खोला और मुझे गले से लगाकर मेरे गाल पर चूम लिया.
मैं हतप्रभ था.
मौसी ने कहा- इतना लेट कैसे हो गया!
मैंने कहा- जल्दी वाली गाड़ी नहीं मिली मौसी इसलिए!
फिर मौसी ने मुझे पानी दिया और हम बातें करने लगे.
मैंने पूछा- गीता और गिरीश कहां हैं?
गीता मेरी मौसी की बेटी है, जो बहुत सेक्सी है और मेरी उम्र की है. गिरीश मौसी का बेटा है.
वे दोनों मुझसे छोटे हैं.
मौसी बोलीं- वे दोनों कुछ दिनों के लिए अपने अंकल के यहां गए हैं.
हम सबने खाना खाया और मैं ऊपर के कमरे में आकर फोन से अपनी माँ से बात करने लगा.
मौसी का घर तीन मंजिल का था.
थोड़ी देर बाद मौसी भी सोने आ गईं.
मौसी ने गाउन पहन रखा था.
वे बोलीं- अरे तू अभी सोया नहीं?
मैंने कहा- बस सोने ही जा रहा हूँ.
दूसरी मंजिल पर दो कमरे थे.
एक में मौसा-मौसी सोते थे, दूसरा हम सबके लिए था.
मैं दूसरे कमरे में जाने लगा तो मौसी बोलीं- वहां कहां जा रहा है … अकेले सोएगा क्या? यहां हमारे साथ ही सो जा न!
मैंने कहा- ठीक है!
हम लोग मौसी के कमरे में चले गए.
मौसा जी टीवी देख रहे थे.
उस कमरे में एक ही बड़ा बेड था.
मैं और मौसी पास-पास सो रहे थे.
मौसी बोलीं- रात हो गई है … सो जा!
मुझे नींद नहीं आ रही थी.
थोड़ी देर बाद मौसाजी आए और मौसी के दूसरी तरफ सो गए.
अब पहले मौसाजी, फिर मौसी और उनके बाद मैं सोया था.
मौसी बीच में थीं.
मौसी उठकर मेरी ओर देखने लगीं.
अंधेरा था, तो उन्हें लगा मैं सो गया हूँ … लेकिन मैं जगा हुआ था.
मौसी मौसाजी से चिपक कर उन्हें गर्म करने लगीं.
लेकिन मौसाजी ने मना कर दिया क्योंकि मैं उसी बेड पर था.
फिर मौसी ने मुँह फेर लिया और वे मुझसे चिपक कर सो गईं.
मैं भी मौसी से चिपक गया.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
कुछ देर बाद मुझे नींद आ गई.
सुबह उठा तो देखा कि मौसाजी सो रहे थे लेकिन मौसी उठ चुकी थीं.
मैं नीचे गया तो मौसी नहा रही थीं.
बाथरूम का दरवाजा बंद था.
मैं बाथरूम के पीछे गया और खिड़की से झांकने लगा.
अन्दर का नजारा देखकर मेरे होश उड़ गए.
मौसी पूरी नंगी होकर नहा रही थीं.
मैं उनके दूध देख कर मुठ मारने लगा.
फिर मौसी अपनी चूत सहलाने लगीं और सिसकारियां भरने लगीं.
जल्द ही उनकी चूत से मलाई निकल गई.
तभी मौसी ने मुझे देख लिया.
मैं नीचे झुक गया लेकिन मौसी समझ गईं.
मेरा भी निकल गया.
फिर मैं अन्दर आकर बैठ गया.
मौसी नहाकर आ गईं और बोलीं- उठ गया बेटा!
मैंने हां में सिर हिलाया.
मुझे लगा शायद मौसी ने मुझे देख लिया था … इसलिए मैं झेंपा सा था.
फिर मौसाजी नहा-धोकर ऑफिस चले गए.
घर में सिर्फ मैं और मौसी थे.
मैंने मौसी से कहा- मैं ऊपर बैठा हूँ!
मौसी नीचे काम कर रही थीं.
मैं ऊपर गया तो देखा मौसी की पैंटी पड़ी थी.
मैं उसे सूँघने लगा, तभी मौसी ने आकर मुझे पकड़ लिया.
मैं बहुत डर गया.
मौसी बोलीं- ये क्या कर रहा है?
मैंने कहा- कुछ नहीं!
मौसी बोलीं- चल रात को देखते हैं!
मैं खुश हो गया और सोचने लगा कि रात को जमकर चोदूँगा!
रात हुई, मौसी मेरे पास आईं और बोलीं- खाना खा ले, आज तेरे मौसाजी नहीं आने वाले!
हम दोनों ने खाना खाया.
मैं सोफे पर बैठा था.
मैंने टीवी पर ब्लू फिल्म चला दी.
मौसी आईं और मेरे पास बैठकर टीवी देखने लगीं.
फिर मौसी ने मेरी पैंट उतार दी और मुझे नंगा कर दिया.
मेरा लंड खड़ा था.
मौसी उसे देखकर बोलीं- ये तो बहुत बड़ा है … तेरे मौसाजी का तो इससे आधा ही है.
मैंने मौसी का गाउन उतार दिया.
मौसी ने अन्दर कुछ नहीं पहना था.
वे पूरी नंगी हो गईं.
उनकी गोरी चूत मेरे सामने थी.
हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.
मौसी मेरा लंड चूस रही थीं और मैं उनकी चूत.
फिर मौसी सिसकारियां भरने लगीं और मेरे मुँह में झड़ गईं.
मैं भी उनके मुँह में झड़ गया.
हम ऐसे ही पड़े थे.
तभी किसी ने डोरबेल बजाई.
मौसी ने कहा- तू कपड़े उठा और ऊपर वाले कमरे में जा … मैं अभी आती हूँ.
मौसी ने गाउन पहना और दरवाजा खोला.
देखा तो मौसाजी थे.
मौसी ने कहा- आप तो आज नहीं आने वाले थे ना?
मौसाजी बोले- काम खत्म हो गया तो आ गया … चलो हटो अब मुझे नींद आ रही है तो मैं सोता हूँ. ओम किधर है?
मौसी ने कहा- ओम सो गया है.
मौसा जी कुछ नहीं बोले.
फिर मौसी बोलीं- आप ऊपर वाले कमरे में सो जाओ, मैं ओम के पास इस कमरे में सो जाती हूँ.
मौसाजी ने कहा- ठीक है.
फिर मौसी मेरे कमरे में आई और दरवाजा बंद करके मेरे पास सो गईं.
मैंने पूछा- कौन था?
‘तुम्हारे मौसाजी!’
मैंने कहा आप तो कह रही थीं कि वे नहीं आने वाले हैं?
वे कुछ नहीं बोलीं.
‘क्या वे सो गए?’
मौसी बोली- हां!
फिर मैं मौसी को किस करने लगा.
मौसी भी मेरा साथ देने लगीं.
मैंने मौसी का गाउन उतार कर उन्हें नंगी कर दिया.
मौसी मेरे लंड को चूसने लगीं.
थोड़ी देर बाद मेरा लंड खड़ा हो गया.
मैंने मौसी को नीचे लिटाया और उनके पैर चौड़े करके उनकी चूत चाटने लगा.
थोड़ी देर बाद मौसी ने पानी छोड़ दिया.
अब उनकी चूत पूरी तरह गीली हो गई थी.
मैंने अपने लंबे और मोटे लंड को उनकी चूत के द्वार पर रखा और जोर का धक्का दे दिया.
मेरा आधा लंड अन्दर घुस गया.
मौसी जोर से कराहने लगीं- आ … ऊ … बहुत दर्द हो रहा है!
मैंने मौसी के गोल-मटोल बूब्स चूसने शुरू कर दिए.
थोड़ी देर बाद मैंने एक और जोरदार धक्के के साथ पूरा लंड घुसेड़ दिया.
कुछ देर और दर्द हुआ, फिर वे शांत हो गईं.
अब मौसी को मजा आने लगा था.
दस मिनट की ताबड़तोड़ चुदाई के बाद मौसी झड़ गईं.
उनकी चूत के रस से मेरा लंड पूरी तरह गीला हो गया.
मैं उन्हें और तेजी से चोदने लगा.
फिर मैंने मौसी से कहा- मैं झड़ने वाला हूँ!
मौसी बोलीं- अन्दर मत झड़ना, नहीं तो मैं माँ बन जाऊंगी!
लेकिन बाहर निकालने में मेरा वीर्य उनकी चूत में ही गिर गया.
मैंने मौसी से कहा- वीर्य चूत में ही गिर गया.
मौसी बोली- मैं बाथरूम जाकर आती हूँ!
मैं उनके ऊपर से हट गया.
मौसी बाथरूम से अपनी चुत साफ करके आईं और वे भी मेरे बगल में आकर सो गईं.
सुबह मैं देर से उठा. तब तक मौसाजी जा चुके थे. मौसी किचन में काम कर रही थीं.
मैंने मौसी को पीछे से पकड़ कर कहा- रात को मजा आया?
मौसी बोलीं- आह … पूछो मत यार … बहुत मजा आया … तू बड़ी अच्छी चुदाई कर लेता है.
मैंने मौसी को पीछे से किस किया तो मौसी भी मुझे किस करने लगीं.
मैंने मौसी की साड़ी ऊपर करने की कोशिश की तो मौसी बोलीं- आज नहीं करेंगे!
मैंने पूछा- क्यों?
मौसी बोली- मेरे पीरियड्स आ गए हैं.
मैंने कहा- तो आज गांड की बारी!
मौसी बोली- नहीं … तेरा बहुत बड़ा है, मेरी गांड फट जाएगी!
मैंने कहा- कुछ नहीं होगा!
लेकिन मौसी नहीं मानी.
फिर भी मैंने जबरदस्ती उनकी साड़ी ऊपर उठाई और उनकी पैंटी उतार कर चूतड़ों से नीचे सरका दी.
इसके बाद मैंने मौसी को नीचे झुकाया और उनकी गोरी गांड चाटने लगा. मस्त गांड थी मौसी की.
मैंने अपने लंड पर थूक लगाया और उनकी गांड पर भी थूक लगा दिया.
फिर मैंने लौड़ा छेद पर रख कर एक जोरदार धक्का मारा तो छेद गीला होने की वजह से पूरा लंड एक ही बार में घुस गया.
मौसी चिल्ला पड़ीं- ऊई मां मर गई … साले ने फाड़ डाली रे मेरी गांड आ … ई… फट गई … आ… आ… उफ!
उनकी गांड से खू.न निकलने लगा.
मैं लंड अन्दर-बाहर करने लगा.
Xxx मोसी चुदाई के बाद उनकी गांड से खू.न टपक रहा था.
मैंने चोदने की स्पीड बढ़ा दी.
मौसी चिल्ला रही थीं.
फिर जब मैं झड़ने वाला था, तो मैंने लंड निकाला और मौसी के मुँह पर सारा वीर्य गिरा दिया.
मेरा लंड खू.न से सना हुआ था.
मौसी की गांड और पीरियड्स की वजह से उनकी चूत से भी खू.न टपक रहा था.
मौसी लंगड़ाती हुई बाथरूम में गईं, उधर से अपने आप को साफ किया और बाहर आ गईं.
वे बोलीं- नहीं बोला था न तुझे … रात को चूत फाड़ी और अब गांड!
मैं उन्हें चूम कर प्यार करने लगा.
अब जब भी हमें समय मिलता, हम दोनों चुदाई करने लगते.
उनके घर रह कर मुझे बहुत मजा आया.
दोस्तो, आपको भी Xxx मोसी चुदाई कहानी को पढ़ कर मजा आया होगा.
आपके कमेंट्स का इंतजार है.
धन्यवाद.
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