Xxx मॅाम्मी सेक्स कहानी में मेरी दूसरी मम्मी के साथ मैं काफी खुला हुआ था. एक बार मैंने मम्मी पापा की लाइव चुदाई देखी तो मेरा मन भी मम्मी के साथ सेक्स का होने लगा था.
दोस्तो, कैसे हो आप सब!
मैं राहुल कुमार!
मेरी मां का नाम बबीता देवी है, मेरे पापा मोहन मिश्रा, मेरी बहन राखी कुमारी हैं.
हम लोग मिडल क्लास फैमिली से हैं.
पापा 55 साल के हो गए हैं.
जबकि मां बबीता 38 साल की हैं.
मैं 21 साल का हूँ और मेरी बहन अभी छोटी है.
आज इस Xxx मॅाम्मी सेक्स कहानी में आप सबको मैं अपनी सौतेली मां की चुदाई के बारे में बताने जा रहा हूँ.
पापा ने मेरी मां की मृत्यु के बाद बबीता जी से दूरी शादी की थी और उनसे ही मेरी बहन पैदा हुई थी.
मेरे घर में तीन कमरे हैं, एक किचन और एक गेस्ट रूम व एक बाथरूम है.
पापा बाहर जॉब करते हैं. मां घर का काम करती हैं. मैं बीए के सेकंड ईयर में हूँ.
मेरी मां और मेरे बीच काफी खुल्लम खुल्ला बात होती थी.
जब मैं इंटर कालेज में पढ़ता था, तभी से मेरे और मेरी सौतेली मां के बीच चुदाई की बात होना शुरू हो गई थी.
मैं घर का इकलौता जवान बेटा था और मां सौतेली होने के बावजूद हमेशा ही मेरा काफी ख्याल रखती थीं.
यह बात उस समय की है, जब मैं इंटर कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था.
उस दिन पापा घर आए हुए थे. वे कुछ दिन की छुट्टी लेकर आए थे.
मम्मी पापा सभी लोग आपस में बातें कर रहे थे. तभी पापा के ऑफिस से उन्हें कॉल आया.
पापा बात करने के बाद बोले- मुझको कल ड्यूटी पर जाना होगा, मेरी छुट्टी कैंसिल हो गई है.
मां बोलीं- ठीक है, मैं नाश्ता तैयार कर देती हूं. आप सामान पैक कर लीजिए.
अगले दिन सुबह मैं पापा को ट्रेन पर चढ़ा कर वापस आ गया.
शाम को मैं और मम्मी आपस में बात कर रहे थे.
मैं मम्मी से बोला- मम्मी, पापा हम लोगों को कभी भी कहीं घुमाते नहीं ले जाते हैं. वे घर में ज्यादा टाइम ही नहीं देते हैं.
यह सुनकर मम्मी ने मुझे अपने गले से लगाया और बोलीं- बेटा क्या करें, पापा की कुछ मजबूरी है. उनका ऑफिस है … वे छोड़ तो सकते नहीं न … पर मैं हूँ ना तुम्हारे पास … बोलो तुम्हें क्या चाहिए, कहां जाना है. मुझे बोलो मैं तुम्हें घुमाने ले जाऊंगी.
मैंने कहा- मां चलो आज मूवी देखने चलते हैं.
मां बोलीं- नहीं बेटा, अभी इंटर की परीक्षा दे लो, तब मैं तुमको खुद लेकर जाऊंगी. अभी पढ़ाई में मन लगाओ.
मैं भी मान गया.
मम्मी बोलीं- बेटा अगर तुम 85% नंबर लाकर दिखाओगे तो तुम जो बोलोगे, मैं वही दूँगी!
मैंने मां से बोला- पक्का मम्मी?
मां बोलीं- हां बेटा प्रॉमिस.
मैंने कहा- तो ठीक है.
मां ने मुझको फिर से अपने गले से लगाया और गाल पर चूमा भी!
मैंने भी मां को ‘लव यू मां’ बोला और बाहर घूमने निकल गया.
मैंने अब अपनी मां की बात को ध्यान में रख कर मन लगा कर पढ़ाई पर ध्यान दिया.
कुछ दिन के बाद पापा को छुट्टी मिली, तो वे घर आए.
रात में काफी देर तक पढ़ने के बाद मैं टॉयलेट जा रहा था.
तभी मैंने देखा कि मम्मी पापा आपस में कुछ फुसफुसा रहे थे.
मैंने बहन को जाकर देखा तो वह दूसरे कमरे में सोई हुई थी.
उसके बाद मैं टॉयलेट चला गया.
जब वापस आ रहा था तब मैंने देखा कि पापा मम्मी एक साथ आपस में किस कर रहे थे.
मेरे मन में उनका यह खेल देखने की ललक पैदा हुई तो मैं उधर ही छिप कर देखने लगा.
कुछ देर बाद पापा बोले- बबीता, आज तुमको चोदने का मन कर रहा है!
तो मम्मी बोलीं- इसमें पूछने की क्या बात है, बहुत दिन बाद घर आते हैं तो बीबी के साथ सेक्स करने का मन तो करेगा ही! मैं तो आपकी हूँ आप जैसे बोलो … मैं आपको दे दूंगी.
पापा ने यह सुनते ही मम्मी को बांहों में भर कर बोला- आई लव यू बबीता!
मम्मी बोलीं- आप बहुत अच्छे हो पिया जी!
पापा बोले- बिना कंडोम के ही करें … कोई दिक्कत तो नहीं!
मम्मी बोलीं- दिक्कत की क्या बात है लेकिन अगर मैं गर्भवती हुई तो अपना जवान बेटा क्या सोचेगा!
पापा बोले- उसकी कोई दिक्कत नहीं है यार. बच्चा पैदा कर लेंगे.
तब मम्मी हंस कर बोलीं- आपको जैसे अच्छा लगे, आप मेरे साथ वैसे चुदाई कीजिए.
यह सब सुनकर मेरे अन्दर भी हलचल पैदा हो गई.
फिर मम्मी बोलीं- आज आप मेरी गोद में बैठिए, आपको बच्चे के जैसे मैं अपना दूध पिलाती हूँ!
यह सुनकर पापा बोले- चलो आज मैं भी तुम्हारी मर्जी से ही तुमको चोदूंगा.
मम्मी बोलीं- ओके फिर जैसा मैं बोलूँ, आप वैसा करते जाना!
अब पापा मम्मी की गोद में सर रख कर लेट गए और मम्मी ने अपना ब्लाउज ऊपर करके पापा का मुँह अपने दूध पर लगा लिया.
वे पापा के सर को अपनी बांहों में लेकर अपना दूध पिलाने लगीं.
पापा भी मां की चूची को दबा कर चूसने लगे.
कुछ देर बाद मां बोलीं- आप धीरे धीरे हमको पूरी नंगी करते जाइए.
पापा ने मां का ब्लाउज खोल दिया, फिर ब्रा को भी खोल दिया.
मां भी पापा के पैंट में अपना हाथ डाल कर उनके लौड़े को हिला रही थीं.
अब मां लेट गईं और पापा से बोलीं- मुझे पूरी नंगी करके मेरे ऊपर चढ़ जाओ!
कुछ देर बाद मम्मी ने पापा को पूरा नंगा कर दिया और वे दोनों एक दूसरे के विपरीत लेट कर गुप्तांगों से खेलने लगे.
पापा मां की चूत चाटने लगे और मम्मी पापा का लंड मुँह में लेकर चूस रही थीं.
कुछ मिनट बाद मम्मी बोलीं- आइए अब आप अपने लंड को मेरी फुदी में पेल दीजिए … मुझसे अब रहा नहीं जा रहा है!
पापा झट से मम्मी की फुद्दी में अपना लौड़ा सैट करके पोजीशन में आ गए.
उन्होंने एक झटका दिया, तो मम्मी चीख उठीं.
पापा उनकी चूची को दबाते हुए बोले- ज्यादा दर्द हुआ क्या?
मां बोलीं- आपका दर्द मुझको अच्छा लगता है … बस आप चोदते रहो.
करीब दस मिनट बाद पापा बोले कि मेरा माल गिरने वाला है!
मम्मी बोलीं- अन्दर ही गिरा दो जान. मैं भी बस झड़ने वाली हूं.
वे दोनों एक साथ झड़ गए.
यह सब देख कर अब मेरे मन में मां को चोदने का ख्याल आने लगा.
कुछ दिन बाद पापा ऑफिस चले गए, मेरा भी एग्जाम अगले महीने से शुरू होने थे.
एग्जाम देने के बाद मैं अपने रिजल्ट आने का इंतजार करने लगा.
तभी मार्च के शुरुआती हफ्ते में रिजल्ट घोषित कर दिया.
मैंने अपना रिजल्ट देखा तो 88% नंबर आए थे.
तो मैंने मां को बताया.
मां ने मुझे अपनी बांहों में भर लिया और बधाई दी.
मैंने मां को उनका वादा याद दिलाया.
मेरे अन्दर तो मां की चुदाई करने का प्लान सैट करना था.
मां बोलीं- हां, अब तुम बोलो क्या चाहिए है … मैं दूंगी.
मैंने कहा- ठीक है, मैं आपसे बाद में मांग लूंगा.
कुछ दिन बाद मेरा जन्मदिन था.
मैंने मां से कहा- मैं अपने हिसाब से इस बार जन्मदिन मनाना चाहता हूँ!
मां ने भी हामी भर दी.
मैंने मां को चोदने की योजना बनाई.
अपने जन्मदिन से एक दिन पहले मैंने मां को बोला- मां, इस बार हम लोग किसी को इनवाइट नहीं करेंगे!
मां बोलीं- ठीक है.
रात में मैं अपने रूम में सोया.
मां बहन एक रूम में सो रही थीं.
मैं जानबूझ कर रात में चड्डी उतार कर और केवल एक गमछा पहन कर सो गया.
अगले दिन मां सुबह मेरे कमरे में आईं तो उन्हें मेरा आधा लंड दिख रहा था.
मैं सोने का नाटक कर रहा था.
मां लंड देख कर बोलीं- उठ बेटा … हैप्पी बर्थडे.
मैंने उठ कर मां को गले लगाया.
मेरा लौड़ा खड़ा था.
मां मुझसे अलग होकर अपना काम करने लगीं.
मैं भी फ्रेश होकर काम निपटाने लगा.
शाम हुई तो घर में सजावट की और सब तैयार हुए.
मैंने केक काटा और मां को खिलाया.
मां ने भी मुझको केक खिलाया.
मैंने मां के गाल पर केक लगाया और आधा केक रख दिया.
मां ने मुझको एक फोन गिफ्ट दिया.
मैं बोला- मां, मेरा अभी मनचाहा गिफ्ट बाकी है.
मां बोलीं- मांगो?
मैं बोला- कुछ देर बाद मांग लूँगा!
तो वे बोलीं- ओके.
फिर हम सब होटल गए और उधर खाना आदि खा कर घर आ गए.
बहन रास्ते में ही सो गई थी.
मैंने बहन को एक अलग कमरे में सुला दिया और मेरा बर्थडे वाला कमरा सजा ही था.
फिर सोने के समय मां मेरे पास आईं और बोलीं- तुम अपना उपहार अभी लोगे या सुबह?
मैं बोला- मम्मी अभी ही मांगना है.
मैंने मां को बेड पर बैठाया और कमरे का गेट बंद कर दिया.
मां बोलीं- बोलो भी अब!
मैं बोला- जो मांगूगा, आपको देना होगा … अगर नहीं दी न … तो मैं कुछ भी कर लूंगा!
मां बोलीं- ठीक है बोल तो सही!
मैंने मां से कहा- आई लव यू बबीता!
मां बोलीं- आज तुमने मेरा नाम क्यों बोला?
मैंने कहा- मां आज आपको मेरी गर्लफ्रेंड बनना होगा.
मां समझ गईं कि मैं क्या बोल रहा हूँ.
वे मुझको डांटने लगीं- मां को भी कोई जीएफ बनाता है क्या?
मैं चुप हो गया और मैंने अपना मुँह लटका लिया.
कुछ देर बाद मां ने मुझको अपने सीने से लगाया और समझाने का प्रयास किया.
पर मैंने कहा- वादा पूरा करो, नहीं तो आप सोने जाओ. मैं क्या करूंगा मुझे खुद भी पता नहीं है.
यह सुनकर मां चुप हो गईं और बोलीं- ठीक है, लो मैं तेरी जीएफ बन गई. अब बोलो क्या करें!
मैं बोला- आज रात भर आपको मैं जो कहूँ, वह करना होगा!
मां ने हामी भर दी.
फिर मैं आधा बचा केक लाया और मां के गाल और होंठों पर लगा दिया.
अब मैं मां के जिस्म को चाट कर केक खाने लगा.
अपनी सौतेली मां को बांहों में भरकर मैं उनके होंठ खाने लगा.
कुछ देर बाद मां भी मेरा साथ देने लगीं.
मैं बोला- मां, आपको कैसा लग रहा है?
मां धीमी आवाज में बोलीं- अच्छा लग रहा है राहुल बेटा! बस तुम करते जाओ.
यह सुनते ही मैंने मां का ब्लाउज खोल दिया और उनके एक दूध पीने लगा.
मां भी बोलीं- बेटा, अब सब कुछ खोल दो मेरा … मुझे भी मजा लेना है.
मैंने मां को नंगी कर दिया.
मां का 36-32-38 का फिगर देख कर मैं पागल हो गया.
तभी मां ने भी मेरा सब कुछ खोल दिया.
फिर मां मेरा मोटा लंड देख कर हैरान रह गईं और बोलीं- बेटा, आज जी भर के मजा ले लो अपनी मम्मी के!
मैं मां को बोला- मां मेरे लंड पर केक लगा कर चूसो ना!
मां बोलीं- हां अभी करती हूं बेटा!
मां ने मेरे लंड पर केक लगाया और उसे मुँह में डाल कर चूसना चालू कर दिया.
मुझे तो ऐसा लगा मानो मैं जन्नत में पहुंच गया हूँ.
फिर मां बोलीं- तुम भी मेरी चूत पर केक लगा कर चाटो ना!
मैं बोला- मां आपकी चूत में काफी बाल हैं.
मां बोलीं- आज भर कर लो … कल तुम खुद साफ कर देना.
मैं भी मां की चुत केक लगा कर चाटने लगा.
पांच मिनट बाद मां बोलीं- बेटा आ जा … अब अपनी मां को चोद दे!
मैंने भी मां को बेड पर लिटा दिया.
मेरी सौतेली मां बोलीं- बेटा पहले अपने लंड के मुँह पर केक लगाओ … और मेरी चूत के मुँह को खोल कर छेद में थोड़ा सा ऊपर रखो … फिर जोर से धक्का देना.
मैं बोला- ठीक है मां.
मैंने वैसा ही किया और जोर से धक्का लगा दिया.
मां चीख उठीं.
मेरा आधा लंड अन्दर चला गया था.
मैंने मां को किस किया तो मां बोलीं- फिर से धक्का लगा!
मैंने फिर से जोर का धक्का दे दिया.
Xxx मॅाम्मी सेक्स में उनको मजा आया, उन्होंने तुरंत मुझको कसके बांहों में भर लिया और चूमने लगीं.
कुछ देर बाद वे बोलीं- बेटा तुम्हारा लंड काफी बड़ा है. यह मेरी बच्चादानी तक पहुंच गया है … अब तुम बस चोदते रहो मुझको … जितना मन करे अपनी मां को चोदो!
मैंने धकापेल में लग गया.
मां कामुकता भरी बातें करती हुई बोलीं- आह, आज तुम मेरी चूत को चोद रहे हो, जिस चूत ने शुरू से ही तुमसे चुदाई की चाहत की थी. आह मैं बहुत खुश हूं आज … आह आह अब तेरे बूढ़े बाप के लंड में दम नहीं बचा है … आह राहुल बेटा आज मेरी चूत को फाड़ दे पूरा … हचक कर चोदो अपनी मां को!
मैंने कहा- हां मां … मुझको भी आपकी चूत को चोदने में पूरा मजा आ रहा है. मैं भी बहुत खुशनसीब हूं, जो तुम जैसी मां मिली मुझको … आह मां लो अपने जवान बेटे का लंड लो.
मां- बेटा यह बात हम दोनों के अलावा कहीं और नहीं जानी चाहिए, मुझसे वादा करो!
मैं- वादा है मां, मैं किसी को नहीं बताऊंगा.
वे खुश होकर मुझे चूमने लगीं.
मैं- मां क्या आज के बाद मैं आपको जब मन किया तब चोद सकता हूँ?
मां- ओह मेरे प्यारे राहुल बेटा, आज के बाद मैं तेरी मां, बीवी, गर्लफ्रेंड, रंडी सब कुछ हो गई हूँ!
मैं- इतना प्यार करने लगी मां मुझसे! तो मैं भी आज से आपका बेटा, पति बॉयफ्रेंड सब कुछ हूँ और मैं आपको अकेले में बबीता नाम से ही बुलाऊँगा.
मां- ओके राजा बेटे!
कुछ देर बाद मां ने कहा- राहुल बेटे, अब तुम बेड पर लेटो, मैं ऊपर से चुदूंगी … तुम थक गए हो न!
‘ओके मां … मेरा मन करता है कि मैं आपकी चूत में अपना लंड डाले ही रखूँ!
मां मेरे लौड़े पर चूत सैट करके बैठ गईं- आह बेटा मजा आ गया … तेरा लंड बहुत बड़ा है मेरे पेट में अन्दर तक जाता हुआ महसूस हो रहा है.
कुछ ही देर में मैं मां के मम्मों को पकड़ कर उन्हें चोदने लगा और मां थक कर मेरे सीने पर गिर गईं.
वे कहने लगीं- आह मैं झड़ने वाली हूं राहुल … तुम भी तेज रफ्तार से चोदो मुझे … हम दोनों साथ में ही झड़ेंगे.
‘हां मां यस येस मां कहां गिराऊं मैं अपना माल मां!’
‘बेटा, मेरी चूत के अन्दर ही डाल दे.’
मैं- कोई दिक्कत तो नहीं होगी मां?
मां- नहीं बेटा, आओ साथ दो मेरा!
‘हां मां यस ऊह!’
‘हां बेटा … आह यस बेटा!’
हम दोनों झड़ गए.
मां- बेटा कुछ देर मेरी बांहों में ही रहो, मेरे दोनों को बूब्स को सहलाओ … मुझे कमजोरी महसूस नहीं होगी!
‘ओके मां.’
कुछ मिनट बाद मां बोलीं- बेटा रात काफी हो गई है अब सो जा!
मैं बोला- मां नंगे ही सोते हैं न!
मां बोलीं- ठीक है.
मैंने मां से कहा- मां, सुबह में एक बार से और चोदना है!
मां बोलीं- ठीक है बेटा, अगर तुम पहले उठो तो मुझको चोद लेना, नहीं तो मैं तुम्हें उठा दूँगी फिर अपनी मां को चोद लेना.
‘आई लव यू मां.’
मां- आई लव यू बेटा गुड नाईट.
फिर सुबह में मां ने मुझको साढ़े चार बजे जगा दिया और मां ने मेरा लंड को चूस कर खड़ा कर दिया.
मैंने उनके ऊपर चढ़ कर उन्हें काफी देर तक चोदा.
चुदाई के बाद हम दोनों झड़ गए और मां उठ कर अपने दैनिक काम करने लगीं.
मैं अगली कहानी में लिखूँगा कि हम दोनों मां बेटे ने होली कैसे मनाई.
इस Xxx मॅाम्मी सेक्स कहानी पर आप अपने विचार मुझे बताएं.
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