मैंने अपनी सेक्सी बहन की मस्त चुदाई की

Xxx दीदी सेक्स कहानी में मेरी बड़ी बहन मस्त माल है. एक दिन हम दोनों घर में अकेले थे. वह नहाने गयी तो उसने बाथरूम का दरवाजा खुला रखा. मैंने उसे नंगी देखने लगा.

दोस्तो, मेरा नाम अली है.
मैं महाराष्ट्र का रहने वाला हूँ.
मेरी उम्र 19 साल है और मैं एक स्वीट बॉय हूँ.

यह Xxx दीदी सेक्स कहानी मेरी और मेरी चुदक्कड़ बहन की है.
उसका नाम फातिमा है.

फातिमा की उम्र 22 साल है और वो एकदम गोरी और हॉट है.
साली एकदम सनी लियोनी लगती है!
उसके बड़े बड़े और रसीले दूध देख कर किसी का भी मन उसे चोदने का करने लगेगा.

एक बार की बात है, उस दिन हमारे अम्मी अब्बू डॉक्टर को दिखाने के काम से शहर गए थे.

उधर अचानक अब्बू की जांच खराब आने की वजह से वे लोग कुछ दिनों के लिए वहीं रुक गए.
अब हम दोनों भाई-बहन घर में अकेले ही रह गए थे.

मैंने यूँ तो कभी अपनी बहन के बारे में ऐसा नहीं सोचा था लेकिन उस दिन जब मैं बाहर से घर आया तो बाथरूम से पानी की आवाज़ आ रही थी.

मैं करीब गया तो देखा मेरी बहन नहा रही थी और दरवाज़ा खुला ही था.

मैं उसके दूध देखने लगा.
एकदम बड़े-बड़े मम्मे, जिन पर काले-काले निप्पल गुलाब जामुन की तरह चमक रहे थे.

फिर दीदी ने अपना हाथ अपनी चूत के पास लगाया और उसे सहलाने लगी.

शायद उसने अभी-अभी चूत के बाल साफ किए थे.
एकदम चिकनी चूत लग रही थी; मेरा तो लंड टाइट होने लगा.
मैंने जब खुद पर काबू किया और टॉयलेट में चला गया.

वहां अपनी बहन के नंगे बदन को सोचकर मुठ मारने लगा.
दोस्तो, मेरा लंड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है.

मुठ मारते समय मुझे सिर्फ अपनी बहन के दूध ही नजर आ रहे थे.
उस दिन से ही मेरी नज़रें अपनी बहन के लिए बदल गई थीं.

फिर नहाने के बाद जब दीदी कपड़े पहन कर हॉल में आईं, तो मैं उन्हें कामुक और वासना से भरी निगाहों से घूर रहा था.

उस वक्त वह नहा कर आई थी तो गीले होने की वजह से उसके कपड़े उसके मम्मों से चिपक रहे थे.

उस वक्त शायद दीदी ने ब्रा भी नहीं पहनी थी इसलिए उसके निप्पल बाहर से ही दिख रहे थे.

बड़े बड़े निप्पलों को देख कर मैंने खुद पर बहुत कंट्रोल किया.
लेकिन मेरा लंड पुनः खड़ा हो चुका था.

यह सब दीदी ने देख भी लिया, लेकिन कमाल की बात यह थी कि उसने नजरअंदाज कर दिया.

अब हम दोनों ने साथ में बैठ कर खाना खाया और कुछ देर बात करने लगे.

चूंकि उस वक्त हम दोनों की बातें सिर्फ खाना कैसा बना था आदि इत्यादि.

फिर दीदी ने पूछा- अब और क्या खाना पीना है?
मैं उस वक्त सिर्फ दीदी की चूचियों की सोच रहा था तो मैंने भी न जाने किस झौंक में कह दिया कि दूध!

वह हंसने लगी और बोली- दूध खाएगा … या पिएगा?
मैंने कहा- अरे वह ऐसे ही मुँह से निकल गया … मैं तो दूध ही पियूँगा!

जिस वक्त मैं दूध पीने की बात कह रहा था उसी वक्त दीदी झुक कर खाने की प्लेट उठा रही थी तो उसकी गहरे गले की टी-शर्ट में से आधे से अधिक दूध साफ दिखाई दे रहे थे.
मैं भी उसके दूध देखता रहा और वह भी मुझे अपने चूचे दिखाती रही.

शायद हम दोनों ही एक दूसरे की प्यास को समझ चुके थे.

फिर हम दोनों अपने अपने कमरे में सोने के लिए चले गए.

कुछ मिनट बाद मैं दीदी के कमरे में चला गया और कहने लगा- दीदी, मैं यहीं तुम्हारे पास सोऊंगा. उधर मुझे नींद नहीं आ रही है.
दीदी ने हां कह दिया.

मैं बेड के नीचे सोया था और दीदी बेड पर.
दोस्तो, लेटने के बाद मैंने अपने कानों में ईयर फोन लगाए और फोन में चुदाई वाले वीडियो चलाने लगा.

मैं ब्लू फिल्म देखने लगा.

उसमें मुझे एक ब्रदर-सिस्टर वाली चुदाई की वीडियो दिखी.
मैंने देखी और फिल्म में सेक्स करने वाली एक्ट्रेस की जगह अपनी बहन को महसूस करने लगा.

मस्त लौंडिया की मोटे लंड से चुदाई होते देख कर मैं उत्तेजित होकर मुठ मारने लगा.

मेरे कानों में इयरफोन होने की वजह से मुझे पता नहीं चला कि दीदी मेरे पीछे से अधलेटी हुई सब देख रही थी.

मैं डर गया और एकदम से उठ गया.
मैंने उसी पल झटके से अपने लंड को पैंट में डाल लिया.

दीदी मुझे घूर रही थी और मैं उससे नज़रें नहीं मिला पा रहा था.

फिर अचानक दीदी ने मुझे धक्का दिया, जिससे मैं गिर गया.

उसने झटके से मेरी पैंट को नीचे खींच दिया और मेरे लंड को चूमने लगी.
मुझे शर्म आ रही थी.

मैंने कहा- दीदी, तुम ये क्या कर रही हो!
उसने कहा- चुप बहनचोद … वीडियो में चुदाई देखने से शर्म नहीं आती तुझे … आज मुझे यह सब करता देख शर्मा रहा है!

मैंने कहा- दीदी नहीं … प्लीज ऐसा मत करो!
दीदी ने कहा- अब जैसे मैं कहूँ, वैसे कर साले … वर्ना अम्मी अब्बू को सब बता दूँगी कि तू मेरी ब्रा-पैंटी पर मुठ मारता है!

मैंने कहा- लेकिन दीदी, मैं तो ऐसा नहीं करता!
उसने कहा- साले चूतिये … वे तुझ पर यकीन करेंगे या अपनी जवान लड़की पर … जिस पर कोई भी लट्टू हो सकता है!

मैं समझ गया कि दीदी की चूत को लंड चाहिए और मुझे भी तो दीदी को चोदना ही था.
मैंने हां कह दिया.

अब दीदी और मैं नंगे होने लगे.
मैंने दीदी को किस किया.

क्या बताऊं यार … कितना मज़ा आने लगा था … साली बहन ही रांड थी.
दीदी के रस भरे होंठ मैं किस करता रहा और हम दोनों एक-दूसरे का थूक पीने लगे.

फिर दीदी ने कहा- अब बर्दाश्त नहीं होता भाई, अब जल्दी से मुझे औरत बना दे!
मैंने कहा- क्यों अभी सील पैक है क्या तुम्हारी?

वह हंसी और बोली- हां तू क्या समझा कि मैं चुद चुकी हूँ?
मैंने कहा- तुम्हारी हरकतें तो यही बता रही थीं कि तुम अपनी चुत में लंड ले चुकी हो.

वह हंस कर बोली- तूने कैसे अंदाजा लगाया?
मैंने कहा- तुम्हारे लंड चूसने की स्टाइल से तो मैं यही समझा था!

वह हंस कर बोली- आजकल किसी भी ब्लू-फिल्म में बिना लंड चूसे चुत चुदती देखी है तूने?
मैंने उसके दूध मसलते हुए कहा- अच्छा तो ब्लू-फिल्म से लंड चूसने की ट्रेनिंग ली है!

वह हंस कर चित लेट गई और बोली- अब चल ज्यादा बकचोदी न कर … मेरी चुत चाट भोसड़ी के!
मैंने अपनी बहन की टांगें फैलाईं और उसकी गद्देदार चुत पर अपना मुँह लगा दिया.

उसकी चुत चाटना शुरू हुई तो वह मेरे बाल पकड़ कर मेरी चुत पर दबाने लगी और गाली देती हुई बड़बड़ाने लगी ‘आह … बहनचोद भाई … चूस ले अपनी बहन की रसभरी चुत को!’

मैं भी पूरी ताकत से Xxx दीदी की चुत पर मुँह मार रहा था.
फिर जैसे ही उसकी चुत झड़ने के करीब हुई तो उसने अपनी गांड उठा कर मेरे मुँह से लगा दी और बोली- आह मां के लौड़े … चूस बहन के लंड आह.

उसी वक्त मैंने अपनी बहन की चुत से मुँह हटा लिया और अपना लंड पेल दिया.
मेरी इतनी फुर्ती से लंड घुसेड़ने की कार्यवाही की कि उसे समझ में ही नहीं आया कि यह क्या हुआ.

चुत चाटने के कारण एकदम चिकनी थी, तो लौड़े ने भी सटाक से एंट्री ले ली.
इधर लंड घुसा और उधर दीदी की आवाज ने मुझे एकदम से डरा दिया ‘ऊई अम्मी मर गई आह रे … फट गई मेरी चुत … आई!’

मैं कुछ नहीं कह पाया बस मैंने झट से उसके मुँह पर अपना हाथ रखा और चुपचाप उसके ऊपर पड़ा रहा.

कुछ देर तक मेरी बहन बिन पानी की मछली की तरह तड़फी और फिर बेहोश हो गई.
मेरी और गांड फट गई कि यह क्या नाटक हो गया Xxx दीदी सेक्स के चक्कर में!

फिर कुछ समझ में नहीं आया तो मैंने लंड चुत से खींच लिया. उसकी चुत से खू.न की धार बह निकली.
मैं और डर गया. मैंने उधर रखी पानी की बोतल से दीदी के मुँह पर छींटे मारे.

कुछ देर बाद वह होश आ गई.

उसने मेरी तरफ देखा और बोली- साले पागल चोदे … तुझे मालूम नहीं था कि मैं सीलपैक आइटम हूँ!
मैंने कहा- मैं भी तो पहली बार कर रहा था … मुझे क्या मालूम कैसे क्या होता है?

कुछ देर बाद दीदी बोली- चल अब फिर से कर!

मैंने भी दीदी की चुत पौंछी और वापस चुत चाटने लगा.
इससे दीदी को राहत मिलने लगी और वह वापस गर्म होने लगी.

मैंने दीदी से पूछा- अब तैयार हो?
उसने कहा- हां बहनचोद … धीरे से पेलना भोसड़ी के … अपनी बहनिया चोद रहा है तू … कोई रंडी नहीं चोद रहा है मादरचोद!

मुझे मां की गाली सुनकर गुस्सा आ गया.
मैंने कहा- हां रंडी … बहन की लौड़ी आज तेरी चूत का भोसड़ा ही बना दूँगा!

ऐसा कहकर मैंने बहन की चूत में लंड को पेला और एक हल्का सा झटका लगा दिया.
इससे मेरा आधा लंड चूत में चला गया और चूत से खू.न फिर से निकलने लगा.

बहन रोने लगी और कहने लगी- लंड निकाल ले … कुत्ते दर्द हो रहा है!
लेकिन इस बार मुझे गुस्सा आ गया था तो मैंने उसकी एक नहीं सुनी और ज़ोर से एक और झटका दे मारा.

मेरा पूरा लंड चूत में घुस गया. मेरी बहन रोने लगी.
मैंने जरा रुकना सही समझा और उसके बाद जब बहन ने कमर हिलाई तो मैं लंड अन्दर-बाहर करने लगा.

कुछ देर बाद मेरी बहन का दर्द मज़े में बदल गया था.
अब वह भी मेरा साथ दे रही थी.

करीब बीस मिनट बाद हम दोनों झड़ कर अलग हो गए.

मैंने उस रात अपनी बहन को 3 बार चोदा.
अब वह मेरे साथ रोज ही चुदाई का मजा लेने लगी है.

तो दोस्तो, यह थी मेरी भाई-बहन चुदाई की कहानी.
आपको मेरी Xxx दीदी सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज जरूर बताएं.
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