Xxx कजिन भाई का लंड लिया मैंने … हमारे साथ में थी उसकी सगी बहन. भाई की तो लाटरी खुल गयी थी, दो दो जवान चूतें उसके सामने थी, वह बदल बदल कर चोद रहा था.
दोस्तो, मैं अंजलि शर्मा मेरी उम्र अब 22 साल है और मैं कॉलेज के अंतिम वर्ष में हूं.
मेरा फिगर 32-30-34 का है और रंग गोरा है।
Anjali Sharma
अभी तक मैं आपको अपने सेक्स जीवन की कई घटनाएँ कहानी के रूप में बता चुकी हूँ.
मेरी पिछली कहानी
ममेरे भाई से किया प्यार देने का वादा
में मैंने अपने मामा के बेटे अचिंत के साथ चुदाई का मजा लिया था.
अचिंत की सगी बहन है इनारा!
इनारा अपने सगे भी के साथ सेक्स करती है.
अब Xxx कजिन भाई का लंड लिया मैंने:
अपने मामा के बेटे का लंड खाने के बाद मैं सोचने लगी थी कि क्या इनारा को पता होगा उसके भाई ने मुझे चोद दिया?
या दोनों भाई बहनों में मिल कर मेरी चुदाई का खेल रचा?
मैं इनारा के बारे में सोचते हुए सो गई। मुझे अब पता लगाना था क्या इनारा को मेरी और अचिंत की चुदाई का पता है?
मम्मी रोज रात को मामा जी के साथ सोने चली जाती थी इसलिए मेरे लिए पता लगाना आसान था।
मैं जानती थी अब अचिंत मुझे और इनारा दोनों को चोदेगा।
शाम को मैं और अचिंत छत पर बैठे हुए थे.
तब अचिंत ने मुझे कहा- रात को मैं पहले इनारा को चोद कर फ्री कर दूंगा. फिर वह अपने कमरे में आकर सो जायेगी. तब तुम मेरे कमरे में आ जाना। फिर हम दोनों मस्ती करेंगे।
मैं रात को अचिंत से चुदने के लिए तैयार होकर इनारा के कमरे में लेट गई और सोने का नाटक करने लगी।
कुछ देर बाद इनारा धीरे से कमरे के बाहर गई और अचिंत के कमरे में चली गई।
मैंने सबसे पहले मामा के कमरे में देखा तो मामाजी मेरी मम्मी की चुदाई कर रहे थे तो मुझे उनके बाहर आने की फिक्र नहीं थी।
अब मैं अचिंत के कमरे के बाहर जाकर उनको देखने लगी।
अचिंत अपनी बहन इनारा के कपड़े उतार रहा था और वे दोनों मेरे बारे में बात कर रहे थे।
इनारा- भाई कैसा लगा अंजलि को चोद कर?
अचिंत- क्या बताऊं सच में मजा आ गया! तू अब यहां से जाते ही सो जाना ताकि अंजलि आ जाए … उसको रात भर चोदूंगा।
इनारा- ठीक है भाई, आप पहले मुझे तो चोद लो।
ऐसी बाते करते करते वो दोनों भाई बहन चुदाई करने लग गए।
चुदाई करने के बाद इनारा कपड़े पहनने लगी तो मैं अपने (इनारा के) कमरे में आकर सो गई।
कुछ देर बाद इनारा भी आ गई और मुझे सोती देख खुद भी सो गई।
मुझे पता चल गया था कि इनारा को सब पता है.
इसलिए मैं तुरंत उठ कर अचिंत के कमरे में चली गई।
मैं जानती थी इनारा ने भी मेरी तरह अचिंत और मेरी चुदाई देखी होगी और आज भी देखेगी।
इसलिए मैं अचिंत से चुदते समय जानबूझ कर धीरे धीरे सेक्सी आवाज निकल रही थी जिससे इनारा फिर से गर्म हो जाये।
मैं अचिंत को बोली- भाई, आप इनारा को भी चोदते हो और मुझे भी … तो क्या आप हम दोनों को साथ में नहीं चोद सकते?
अचिंत- यार, इनारा को नहीं पता ना कि मैं आपको चोदता हूँ। आप कहो तो मैं इनारा से बात कर लूंगा इस बारे में!
मैं- हां, आप करना बात … वह मान जाये तो कल हम दोनों को साथ में चोदना आप!
अचिंत- ठीक है। आज इनारा को तो चोद दिया इसलिए अब तो आपको ही चोद लेता हूँ।
फिर मैं और अचिंत चुदाई करने लग गए।
और मैं चुदवा कर इनारा के कमरे में आकर सो गई।
अगले दिन इनारा ने आगे से अचिंत से इस बारे में बात की और दोनों बहनों को एक साथ चोदने के लिए अचिंत को तैयार किया।
अचिंत ने कहा- अंजलि भी ये चाहती है कि मैं तुम्हें और अंजलि को साथ में चोदूं. लेकिन अंजलि को यह नहीं पता कि तुम मेरी और अंजलि की चुदाई के बारे में जानती हो। अंजलि को अब ये बताएंगे तो उसको लगेगा मैंने उससे बात छुपाई है कि इनारा हम दोनों की चुदाई के बारे में जानती है। मैं तुम दोनों को साथ में चोदने के लिए एक साथ कैसे बुलाऊंगा?
इनारा- मेरे पास एक तरीका है, तुम बस रात में तैयार रहना।
अगली रात इनारा की योजना के अनुसार इनारा ने मुझसे कहा- तुझे एक बार रात में मैंने बताया था ना कि मुझे चोदने वाले बदलते रहते हैं। और चूत सिर्फ लंड देखती है चाहे वो किसी का भी हो।
मैं- हां, आपने बताया था चाहे वो लंड भाई का ही क्यों ना हो। चूत तो सिर्फ लंड देखती है।
इनारा ने अपने कपड़े उतार दिए और अपनी चूत दिखाते हुए बोली- मेरी चूत अब तक 16 लड़कों का लंड ले चुकी है। तेरी चूत ने भी लंड लिए होंगे। चल तू भी कपड़े उतार दे, लेस्बियन करते हैं, मजा आयेगा।
ऐसा बोलकर इनारा मेरे कपड़े उतारने लगी और मुझे भी अपनी तरह बिल्कुल नंगी कर दिया।
इनारा मेरे बूब्स दबाने और चूसने लगी।
फिर इनारा ने मेरी चूत चाट कर मुझे गर्म कर दिया- यार, मेरा तो चुदने का मन हो रहा है।
मैं- मेरा भी यार!
इनारा- इस समय तो किसको बुलायें यार?
मैं- कोई तो होगा यार!
इनारा- बाहर से तो कोई नहीं आ पाएगा इस समय यार … घर में तो है एक!
मैं- कौन?
इनारा- भाई!
मैं- क्या उससे सही रहेगा?
इनारा- चूत सिर्फ …
मैं- लंड देखती है😌
इनारा- बुला लें क्या उसको … तू चुदवा लेगी उससे?
मैं- आप चुदवा लोगी?
इनारा- अगर वो चोदेगा तो चुदवा लूंगी मैं तो!
मैं- ठीक है, फिर बुला लो उसको!
इनारा ने अचिंत को फोन करके अपने कमरे में बुलाया।
हम दोनों कंबल ओढ़ कर लेटी हुई थी।
भाई दरवाजा खोल कर अंदर आ गया।
इनारा- अंदर से दरवाजा बंद कर दो, कुछ काम है हमको!
अचिंत ने दरवाजा बंद कर दिया और कहा- बताओ क्या काम है?
इनारा ने कंबल हटा दिया।
हम दोनों अचिंत के सामने नंगी थी।
इनारा- तू नहीं चाहता तेरी दोनों बहनें किसी और से चुदें तो आज तुम्हें हम दोनों को चोदना पड़ेगा।
अचिंत- चोद दूंगा … लेकिन मेरे कपड़े तुम दोनों को उतारने होंगे।
इनारा- क्या बोलती हो अंजलि?
मैं- ठीक है उतार देंगे।
तब मैं और इनारा अचिंत के कपड़े उतारने लगी।
अचिंत का लंड उत्तेजना में सांप की तरह फड़फड़ा रहा था।
इनारा ने अचिंत की चड्डी उतार कर लंड को आजाद कर दिया।
उसने तुरंत ही अचिंत के लंड को अपने मुंह में भर लिया और अपने भाई के लंड को चूसने लगी।
अचिंत ने मुझे अपनी तरह खींचा और मेरे होठों से अपने होठों का मिलन करने लगा।
वह मेरे होठों को चूसते हुए साथ में मेरे बूब्स भी दबा रहा था।
इनारा ने भाई के लंड को चूस चूस कर गर्म सरिये की तरह लाल कर दिया।
भाई ने इनारा के मुंह से अपने लंड को निकाला और हम दोनों बहनों को बेड पर लिटा दिया।
अब भाई बारी बारी मेरी और इनारा की चूत चाटने लगा।
हम दोनों तो पहले से ही गर्म थी।
भाई हमारी चूत चाट कर हमारे अंदर की ज्वाला को और भड़काने लगा।
हमारी चूत गीली हो चुकी थी।
इनारा से रहा नहीं गया और उसने गुस्से में कहा- चिकनी हो गई हो तो डाल दो अंदर!
अचिंत ने भी देरी किये बिना अपना लंड इनारा की चूत में डाल दिया।
इनारा की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था, उसने सिसकारियां भरते हुए कहा- आह्ह भाई … क्या लंड है यार तेरा … आज तो अपनी दोनों बहनों को चोद दे … फाड़ दे हमारी चूत बहनचोद … आह्ह भाई … और तेज चोदो आज 2 बहनों को चोदना है तुझे!
अचिंत- मजा तो आज आ रहा है। मेरी दोनों बहनें मेरे नीचे हैं। आज तो दबा के चोदूंगा तुम दोनों को। आज मैंने तुम दोनों के लिए स्पेशल टैबलेट ली है। देखना आज तुम्हारा भाई कैसे रण्डी बनाता है तुम दोनों को।
मैं- कौन सी टैबलेट ली है भाई?
अचिंत- तुझे बड़ा मन है जानने का … रूक तुझे टैबलेट का असर दिखाता हूँ पहले!
फिर भाई ने अपना लंड इनारा की चूत से निकाल कर मेरी चूत में डाल दिया और मुझे पेलने लगा।
भाई लगातार 8 मिनट तक मेरी जोरदार चुदाई करता रहा।
उसकी धमाकेदार चुदाई से मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया।
भाई ने मेरी चूत के जूस से भीगे हुए लंड को मेरी चूत में से निकाल कर इनारा की चूत में डाल दिया और इनारा को पेलने लगा।
इनारा पड़ी पड़ी अपनी चूत में भाई के लंड के झटके खा रही थी।
भाई भी पूरा उत्तेजना से भरा हुया था।
वह इनारा को पेले जा रहा था।
करीब 10-12 मिनट तक वह इनारा को पेलता रहा जिससे इनारा की चूत ने भी पानी छोड़ दिया।
अब भाई ने हम दोनों बहनों को घोड़ी बना दिया।
भाई पीछे से मेरी तरह आया और अपना लंड मेरी गांड पर रगड़ने लगा।
धीरे धीरे वह अपना लंड मेरी गांड में धकेलने लगा।
भाई का आधा लंड मेरी गांड में समा चुका था तभी भाई ने जोर से अपना लंड मेरी गांड में धकेला।
मैं दर्द से उछल पड़ी लेकिन भाई मेरी कमर को कसकर पकड़े हुए था इसलिए भाई का पूरा लंड मेरी गांड में समा चुका था।
अब भाई मेरी पीछे से लेने लगा।
भाई ने 5 मिनट मुझे पीछे से पेलने के बाद अपना लंड निकाल कर इनारा की गांड में डाल दिया।
अब भाई बारी बारी अपने लंड से मेरी और इनारा की गांड को पेल रहा था।
काफी देर तक वह हम दोनों की गांड से खेलता रहा.
फिर भाई हम दोनों बहनों को लिटाकर 2-2 मिनट का समय सेट करके हमारी चूत से खेलने लगा।
भाई ने कहा- तुम दोनों में से जिसकी चूत मेरे माल से भीगेगी मैं उसकी एक ख्वाइश पूरी करूंगा।
2-2 मिनट की चुदाई में आठवें राउंड में जब भाई चौथी बार इनारा की चुदाई कर रहा था तो भाई ने अपनी स्पीड बहुत बढ़ा दी थी।
मैं समझ गई कि भाई अपने चरमसुख पर पहुंचने वाला है.
लेकिन भाई का माल इनारा की चूत में निकलने से पहले 2 मिनट निकल गए।
भाई ने तुरंत ही अपना लंड इनारा की चूत से निकाल कर मेरी चूत में डाल दिया।
मैं भाई को चरमसुख तक पहुंचाने के लिए पूरी तरह तैयार थी।
जैसे ही भाई ने अपना लंड मेरी चूत में पेला, मैंने अपनी टांगों से भाई को जकड़ लिया।
भाई अब मुझे बहुत बुरी तरह से पेले जा रहा था।
मैं अचिंत की उत्तेजना को भड़काने के लिए आहें भरने लगी- आआह्ह ह्ह भाई … आआह्हह भाई … भाई … भाई … और तेज … मेरी चूत में डाल दो पूरा माल … आह्ह्ह मजा आ रहा है … और तेज चोदो भाई … आह्ह्ह चोदते रहो … भाई भिगो दो अपनी बहन की चूत को अपने जीवन रस से … चोदते रहो भाई!
भाई मुझे और तेज पेलने लगा.
तभी भाई की धमाकेदार चुदाई ने भाई को चरमसुख तक पहुंचा ही दिया।
भाई थक कर मेरे ऊपर लेट गया।
धीरे धीरे भाई का माल मेरी चूत में टपक रहा था।
उसके गर्म गर्म रस के अहसास से मेरी चूत ने भी अपना रस छोड़ दिया।
हम दोनों भाई बहनों की चूत और लंड हमारे जीवनरस के मिलन का अहसास कर रही थी।
भाई करीब 2 घंटे से लगातार हम दोनों बहनों को चोद रहा था इसलिए वो थक कर लेट गया।
तो मेरे प्यारे दोस्तो, कैसी लगी यह कहानी जिसमें Xxx कजिन भाई का लंड लिया मैंने!
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इससे आगे की कहानी: बहन के टीचर से चुद गयी मैं