पहली चुदाई में गान्ड मराई भाई से

Xxx ऐस सेक्स कहानी में मेरी मम्मी बहुत चुदक्कड़ हैं. मुझे पता तब चला जब मैंने एक दिन उनको मेरे भाई से गांड मरवाती देखा. उसके बाद तो मुझे भी गांड मरवाने का चाव लगा.

यह कहानी सुनें.

दोस्तो, मैं एम.पी. के सागर शहर के पास के एक छोटे से गांव की निवासी हूँ.
मेरा नाम नीरू है.
मेरे घर में पांच लोग हैं.

मैं 22 साल की हूँ, मुझसे छोटा एक भाई है 20 साल का … और उससे छोटी एक बहन है.
और मम्मी पापा हैं.

मेरी मम्मी बहुत चुदक्कड़ औरत है. वे शुरू से ही बहुत लोगों से चुदवाती रही हैं.
और अभी भी मेरे पापा के अलावा वे मेरे पड़ोस में 30 और 28 साल के दो भाइयों से चुदवाती हैं.

मेरे पापा की उम्र 47 साल है पर किसानी के काम की वजह से वे कमजोर हो गए हैं और मम्मी की जवानी अभी भी उतरी नहीं है.

दोस्तो, मुझे अपनी मम्मी की ये करतूतें कैसे पता चली?
आपिस Xxx ऐस सेक्स कहानी में पढ़ कर मजा लें.

ये सब मुझे मेरे छोटे भाई ने बताया क्योंकि मेरी हरामन मम्मी मेरे छोटे भाई से भी चुदवाती है.
और तो और … वे मेरे मामा यानि अपने सगे भाई से भी चुदती हैं.

मेरी मम्मी चुदक्कड़ हैं और उन्हीं के हार्मोंस जींस मेरे अंदर है तो मैं भी बैगर सेक्स के नहीं रह पाती.
दोस्तो, मैं बहुत छोटे से ही अपनी चूत में उंगली करने लगी थी.

हर दिन मैं कम से कम दो या तीन बार झड़ जाती थी.

रात भर मैं अपनी चूत पर हाथ रखे रहती हूँ.
अब मुझे आदत हो गई है पेंटी में हाथ डालकर सोने की, चूत सहलाने की!

दोस्तो, यह मत सोचना कि मैंने किसी का लंड नहीं लिया तो मेरी चूत टाइट होगी.
नहीं मैं सेक्स के लिए हर रोज कुछ नया करती हूँ, मैंने मेरी चूत में बहुत ककड़ी और बैगन डाली है. एक जगह नहीं, गांड और चूत दोनों में घण्टों डाले रहती हूँ.
मेरी गांड और चूत मम्मी से भी ज्यादा खराब हो गई होगी.

दोस्तो, ये सब बातें बाद में करेंगे, पहले मेरी दर्द भरी पहली चुदाई बता देती हूँ कि कैसे मैंने अपने भाई से चुदवाया.

एक दिन मैं स्कूल से जल्दी घर वापिस आ गई.
मैं घर पहुंच गई तो मैं जैसे ही घर में अंदर जाने लगी तो मुझे रूम में कुछ आवाज आई- उह … आह … और तेज … जल्दी जल्दी चोदो!

तभी मैं समझ गई कि पापा मम्मी की चुदाई कर रहे हैं.
तो मैंने धीरे से बैग रखा और बाहर आ गई.

मैंने सोचा कि 15-20 मिनट खेत पर घूम आती हूँ.

फिर मैं खेत पर गयी तो तभी मुझे खेत पर पापा काम करते दिखे.
मैंने सोचा कि पापा तो यहाँ हैं. तो मम्मी किससे अपनी चूत पिलवा रही हैं?

मैं दौड़कर घर पहुंची और धीरे से खिड़की में से झांक कर देखा तो मेरी आंखें फटी की फटी रह गई.

मैंने देखा कि मेरा छोटा भाई नीचे जमीन पर नंगा लेटा है और मेरी मम्मी ने उसका लंड अपनी गांड में डलवा रखा है और जल्दी जल्दी उछल रही हैं.
नीचे से भाई भी मम्मी को पेल रहा है.
कमरे में फच फच की आवाज गूंज रही है.

मम्मी बोल रही है- जल्दी जल्दी डाल … गांड फाड़ दे!

देखते देखते 10 मिनट हो गए.
भाई मम्मी की गांड अभी भी मार रहा था.

धीरे धीरे मेरी चूत भी गीली हो गई, मैंने भी चूत में उंगली डाल ली.

और मैंने भाई का लंड देखा … इतना मोटा लंड … मम्मी की गांड में कैसे जा रहा है?
असलमें मेरे भाई का लंड बहुत ही मोटा है.

देखते देखते भाई के मुंह से आवाज निकली- उह आह … मम्मी मम्मी!
और उसने मम्मी के हाथ पकड़ लिए और आंखें बंद कर ली.

2-3 मिनट में भाई झड़ गया और वह शांत हो गया.
मम्मी भी झड़ गई थी.

और मम्मी जब उसके लोड़े पर से उठी तो मम्मी की गांड का छेद उतना ही खुला रहा जितना भाई का लौड़ा था.
मम्मी की गांड में से वीर्य गिरने लगा.

लेकिन मम्मी थोड़ी झुकी रही और पूरा वीर्य नीचे गिरा दिया और जमीन पर पैर से फैला कर साफ करने लगी.

भाई बोला- मम्मी, दर्द हो रहा है.
फिर मम्मी भाई से बोली- कुछ नहीं होगा. ऐसा ही होता है. थोड़ी देर बाद ठीक हो जाओगे.

मम्मी ने भाई को कपड़े पहनाए और समझने लगी कि किसी से नहीं बोलना!

भाई ने पहली बार सेक्स किया था शायद!
और मैं बाहर से सब सुन रही थी.

भाई मम्मी से बोला- इसमें बहुत जलन हो रही है!
तो मम्मी बोली- ऐसा ही होता है शुरू में … सुबह तक ठीक हो जाएगा.

मां क्रीम लेकर आई और भाई के लंड पर लगाने लगी.
तो उसको आराम मिला.

फिर मम्मी साड़ी पहनने लगी.

तबी मैं दौड़कर घर से बाहर आई और घर से बहुत दूर चली गई.

जब मम्मी बाहर आई तो मैं भी घर की तरफ आने लगी.
मम्मी को देख कर मैंने प्यार से उन्हें आवाज़ लगाई- मम्मी!

तो मम्मी बोली- आ गई नीरू … आज बहुत जल्दी आ गई?
मम्मी की सांसें अभी तेज चल रही थी.

मैंने बोला- हाँ आज तबियत ठीक नहीं है तो मैं जल्दी घर आ गई.

मम्मी ने पूछा- क्या हुआ?
मैंने बोला- कुछ नहीं, बस सिर दर्द कर रहा है.

तो मम्मी ने गोली लेने के लिए बोला.

तभी मैंने पूछा- आपको क्या हो गया? आपकी सांसें तेज क्यों चल रही हैं? और भाई कहाँ है?
मम्मी बोली- हाँ बेटा, मैं काम कर रही थी. और तेरा भाई सो रहा है!

इतना कहकर मम्मी चली गई.

रात में मैं उसी के बारे में सोच रही थी कि मम्मी ऐसा कर सकती है तो मैं भी कर सकती हूँ.
तो मैंने भी प्लान बना लिया भाई से चुदाने का!

और दूसरे दिन मौका मिल ही गया.

दिन में 11 बजे मम्मी पापा काम के लिए खेत में चले गए.
मैं और भाई घर पर थे.

मेरी छोटी बहन अपनी सहेली के घर गई थी.

मैंने भाई से बोला- कल तुम मम्मी की गांड चोद रहे थे मैंने देख लिया था.
मेरा भाई थोड़ा सीधा है, वह मेरे पास आया और बोला- दीदी, पापा से नहीं बोलना, गलती मेरी नहीं है. मम्मी ने खुद से किया है, मैंने कुछ नहीं किया.

भाई ने आगे बताया- मुझे पोर्न वीडियो देखना अच्छा लगता है. मैं रूम में बैठ कर पोर्न देख रहा था. तभी मम्मी आ गई, उन्होंने ये देख लिया. मैं अपना लौड़ा भी बाहर निकाल कर सहला रहा था. तो मम्मी ने आकर गुस्से में अपनी पेंटी निकाली और उस पर बैठ गई. मैंने तो उन्हें रोका था.

मैंने बोला- हम नहीं बोलेगे पापा से … पर तुझे मुझे भी चोदना पड़ेगा!
उसने मना कर दिया.
मैंने बहुत समझाया पर वह मान नहीं रहा था.

फिर मैंने बोला- तुम पोर्न वीडियो देख लो, मैं सब कर लूंगी.

तो मैंने एक पोर्न वीडियो उसको चला कर दे दी.

वह पोर्न देख रहा था, मैं भी देख रही थी.

उसका लंड जब तन गया तो मैं समझ गई कि अब शुरू करना चाहिए कुछ!

मैंने उसकी पैन्ट में हाथ डाल दिया और लोड़ा हाथ में ले लिया और उसको मसलने लगी.
तो वह उत्तेजित हो गया.

तबी मैंने सोचा कि देर नहीं करनि चाहिए अब!

मैंने उसको खड़ा किया और उसकी पैन्ट और अंडरवीयर नीचे खिसका दी.
अब वह कुछ नहीं कर रहा था.

उसका मोटा लंड और लंबा भी था.
मैंने थोड़ी देर ऐसे ही सहलाया फिर मैंने उसको मुंह में ले लिया.

भाई बोला- दीदी, ये क्या कर रही हो? आप बहुत गंदी हो. मुंह में न लो.
मैंने बोला- इसमें ऐसे ही लार लगाई जाती है.

अच्छे से लार छपा कर मैं खड़ी हुई और अपनी सलबार और पैंटी उतारी और मैं दीवाल की तरफ मुंह करके खड़ी हो गई.

तब मैं भाई से बोली- तुम मेरे पीछे आओ, मेरी गांड में लंड डालो. मुझे भी चूत से ज्यादा गांड मरवाने का चाव था.

उसने मेरी गांड में लौड़ा लगाया और दबाने लगा.
वो अंदर जा नहीं रहा था.
तो मैं थोड़ी झुकी और अपनी उंगली मुंह में दी और उंगली पर लार लगा कर गांड में डाली.

गांड में दो तीन बार मुंह से लार लगाकर गांड को चिकनी कर ली.
फिर मैंने खुद भाई का लंड पकड़ा और छेद पर लगाया और भाई से बोली- दबाओ!

अब मैं लोड़े को पकड़े हुई थी कि फिसले ना!
और थोड़ा मैं भी हाथ से घुसाने की कोशिश कर रही थी.

बहुत देर में मेहनत के बाद उसका टोपा मेरी गांड के अंदर चला गया.

मैं थोड़ी और झुकी और उससे बोली- जोर से धकेल लंड को!
उसने वैसा ही किया.

पूरा का पूरा लंड गांड चीरते हुए अंदर चला गया.
मेरी बहुत जोर से चीख निकली.
और दोस्तो … मुझे बहुत दर्द हो रहा था.

मेरी आंखों में आंसू आ गए थे.

मैं उससे बोली- ऐसे ही खड़े रहो, निकालना नहीं.
क्योंकि मेरे सिर पर सेक्स सवार था!

थोड़ी देर रुकने के बाद मैंने दर्द में ही उसे चोदने के लिए कहा.
मैं अपने हाथ पीछे करके उसकी गांड पकड़े थी और उसकी मदद कर रही थी अंदर तक डालने के लिए!

मेरी गांड उसका पूरा लंड लीले हुई थी.

अब भैको भी मजा आ रहा था, वह जोर जोर से और जल्दी जल्दी गांड में लंड डाल रहा था.
पूरे रूम में फच फच की आवाज गूंज रही थी.

मैं भी मुंह बंद किए थी.

पर जब वह अंदर तक डालता तो मेरे मुंह से ‘उह ऊ आह आह …’ की आवाज निकल जाती थी जिससे वह और तेज चोद रहा था.

दोस्तो, मेरी चूत और आंखों से आंसू निकल रहे थे.
भाई की जांघें मेरे कूल्हों से टकराकर फट फट की आवाज कर रही थी.

मेरे भाई का स्टैमिना बहुत ज्यादा था, उसने 30 मिनट तक मुझे चोदा.

मैं साथ में चूत में उंगली भी करती जा रही थी.
और अब तक मैं दो बार झड़ गई थी तो मेरा हाथ गंदा हो गया था.

थोड़ी ही देर में भाई एक जोर का झटका दिया और मुझे अपनी बांहों में भर लिया.
और उसने पिचकारी मार दी और मेरी गांड में सारा माल भर दिया.

वह मुझसे थोड़ी देर चिपका रहा, फिर मैंने धीरे से बोला- अब निकाल लो लौड़ा बाहर!

उसने मुझे छोड़ा और लोड़ा बाहर निकाला तो पक्क की आवाज आई.
तो भाई हंसने लगा.

उसका लंड गंदा हो गया था तो मैंने अपनी पेंटी से उसे साफ किया और बोली- तुम बाहर जाओ!

वह बाहर चला गया पर Xxx ऐस सेक्स के कारण मेरे पेट में बहुत दर्द हो रहा था, गांड में जलन हो रही थी.

मैंने कपड़े पहने और नहानी (बाथरूम) में पहुंच गई.
मैं आधा घण्टा नहानी में बैठी रही, फिर बाहर आई.

मुझसे अच्छे से चलते नहीं बन रहा था.
भाई बोला- दर्द हो रहा है?
मैंने हाँ बोला!

फिर मैं सोने चली गई.

दोस्तो, तीन दिन तक मेरी गांड और पेट दर्द करता रहा था.

उसके बाद उसने मम्मी के बारे में बताया.
मम्मी की और कहानी भी मैं आप लोगों से शेयर करुंगी.

पहले मुझे इस Xxx ऐस सेक्स कहानी पर अपने कमेंट दो.
मेरी ईमेल [email protected] पर!
धन्यवाद.