सगी चाची को लंड चूसना सिखाया

सेक्सी चाची को चोदा मैंने जब वे मेरे साथ मेरे शहर वाले घर में आई थी एक रात के लिए. मैं पहले से ही चाची को छेड़ता रहता था. वे मुझे कुछ नहीं कहती थी.

नमस्कार दोस्तो,
मेरी उम्र 22 साल है और मेरी चाची की उम्र 30 साल की है. हमारा परिवार सयुंक्त है. हम सब साथ में हंसी खुशी रहते हैं.

मेरी चाची को एक लड़का भी है, जो अभी दस साल का है.

मैं दो साल से चाची की चूत मारने की कोशिश कर रहा हूँ लेकिन ना तो कभी मौका मिल पाया और ना ही कभी मेरी हिम्मत हुई.

वैसे मैंने मजाक मजाक में उन्हें टच और लिप किस तक कर लिए थे; कभी कभी उनके बूब्स भी दबा देता था, वे कुछ नहीं बोलती थीं.
यह देख कर लगता था कि वे मुझे छूट देना चाह रही हैं.
पर गांड फटने के कारण मैं आगे नहीं बढ़ रहा था.

मेरी चाची दिखने में भी ऐसी हैं कि उन्हें देखते ही किसी का भी लंड खड़ा हो जाए.
उनकी एकदम टाईट गांड और माध्यम आकार के कसे हुए दूध हैं.

चाची के मम्मों के बीच की दरार देख कर तो बूढ़े आदमी का भी लंड खड़ा हो जाए.

मैं पढ़ाई करने के लिए शहर चला गया तो चाची से थोड़ी दूरी बढ़ गई.

अब पहले जैसी भी बात नहीं रही थी तो सब कुछ बदल गया था.

मैं एक दिन ऐसे ही गांव गया था.

अगले दिन चाचा जी बोले कि कल 7 बजे से तेरी चाची का शहर में कोई एग्जाम है, तो तुम रात में ही शहर के लिए निकल जाना और सुबह में एग्जाम दिलवा देना.
मैंने कहा- ठीक है चाचा जी. मैं चला जाऊंगा.

शाम होते ही चाची ने खाना बना कर पैक कर लिया और हम दोनों गाड़ी लेकर शहर के लिए रवाना हो गए.

अब सारे रास्ते में मेरे दिमाग़ में यही चल रहा कि आज रात मैं चाची को कैसे बजाऊं.
यही सब सोचते सोचते मैं चाची को लेकर शहर पहुंच गया.

अब जो मैंने रूम ले रखा था, वह कमरा छोटा ही था और उसमें बस एक ही पलंग डाल रखा था.

हम दोनों ने खाना खाया और लेटने की तैयारी करने लगे.

मैंने कहा- चलो चाची, अब आराम कर लेते हैं. काफी थक गए हैं.
चाची बोलीं- तुम सो जाओ, मैं थोड़ा पढ़ाई कर लेती हूँ … फिर सो जाऊंगी.
मैंने कहा- ठीक है.

रात में जब मैं टॉयलेट जाने के लिए उठा तो मैंने देखा चाची मेरी तरफ मुँह करके ही सो रही थीं.
उन्होंने उसी रूम में ही कपड़े चेंज कर लिए थे.
वे काले रंग की मैक्सी पहनी हुई थीं.
उन्होंने ब्रा भी नहीं पहन रखी थी क्योंकि रात को सोते समय जरा आराम के चलते ब्रा पहनना ठीक नहीं होता है.

मैं उन्हें देख कर बाथरूम में चला गया और वापस आकर लेट गया.

लेकिन मेरे से अब रूका नहीं जा रहा था क्योंकि चाची के रसीले बूब्स जो दिख रहे थे.

मैंने धीरे से उनके मम्मों पर हाथ रखा तो मेरे लंड में हरकत होने लगी.

शायद चाची भी जाग रही थीं.
इतने में चाची ने करवट ले ली और अपनी चिकनी गांड मेरी तरफ करके सोने का नाटक करने लगीं.
क्योंकि चुदना तो उन्हें भी था.

मैं उनके पीछे उनकी गांड में लंड अड़ा कर सोने का नाटक करने लगा.

कुछ पल बाद वे थोड़ी पीछे को हुईं तो मेरा लंड उनकी मैक्सी में अड़ कर उनकी गांड की दरार में जा लगा.
लंड की सख्ती से वे भी समझ गईं कि आज भतीजे का लंड चूसने का सही मौक़ा है.

वे फिर से मेरी ओर मुड़ीं तो मैं सोने का नाटक करने लगा.
चाची धीरे से बोलीं- तुम सो रहे हो तो तुम्हारा शेर कैसे जाग रहा है?

इतना सुनते ही मैं डर गया और आंखें खोल कर बोला- सॉरी चाची, वो नींद में कुछ पता नहीं चला.
चाची बोलीं- अच्छा, तुम नींद में भी सीधा गांड में कैसे लंड घुसा देते हो?

चाची के मुँह से ये सब सुनकर मेरी तो हवा टाईट हो गई.
वे फिर से बोलीं- याद है तुमने मुझको किस भी किया था!

मैंने कहा- सॉरी चाची, उस टाईम ये सब पता नहीं था … तो हो गया!
चाची बोलीं- अच्छा, इतना भोला था कि बूब्स भी दबा देता था.

उनके इतना कहते ही मैं बोला- चाची, आप बहुत सेक्सी हो, मुझे बस एक बार करने दो प्लीज़ … मैं कबसे आपके नाम की मुठ मार रहा हूँ.
चाची बोलीं- मुझे पता है तूने मेरी पैंटी पर भी मारी है. लेकिन आज तो पैंटी भी नहीं है, आज किस पर मारेगा?

मैंने कहा- आज तो आप ही सामने हो … मुठ मारने की कहां ज़रूरत है?
वो बोलीं- अच्छा … तो आज क्या करोगे?

उनके इतना कहते ही मैंने चाची के होंठों से होंठ मिलाकर खेल शुरू कर दिया और साथ में उनके बूब्स मसलने लगा.
वे भी साथ देने लगीं.

कुछ मिनट किस करने के बाद चाची बोलीं- कपड़े उतार दो ना … क्यों पहन रखे हैं?
मैंने कहा- चाची, शर्म आ रही है, पहले आप उतारो … फिर मैं.

बस इतना कहते ही चाची ने झट से अपनी मैक्सी निकाल कर फेंक दी.
उन्होंने मैक्सी के अन्दर ब्रा पैंटी कुछ नहीं पहना हुआ था.

चाची को नंगी देखकर मेरे लंड की नसें फटने लगीं.

इतने में चाची ने अपना हाथ मेरी पैंट पर रखा और लंड को महसूस करके बोलीं- बेटा, तू तो काफी जवान हो गया है.
इतना कहते हुए चाची ने मेरी पैंट और अंडरवियर दोनों को एक साथ नीचे खिसका दिया और लंड को सख्ती से पकड़ लिया.

मैं भी चाची की गांड पर हाथ फेर रहा था.
चाची की गांड टाईट थी.

मैंने धीरे से चाची की चूत पर हाथ रखा तो चाची की चूत बिल्कुल साफ … एक भी बाल नहीं था.
उनकी चूत चिकनी चमेली हो रही थी.

मैंने एक उंगली चूत के अन्दर डाल दी तो चाची मादक आवाजें निकालने लगीं.

उसके बाद मैंने चाची के एक दूध को अपने मुँह में दबाया और खींचने लगा.
चाची की आहें निकलने लगीं, वे मस्ती से मुझे अपने दूध पिलाने लगीं.

कुछ देर बाद आलम यह था कि चाची अपने हाथ से अपने दोनों दूध बारी बारी से मेरे मुँह में दे रही थीं और मस्ती से निप्पल चुसवा रही थीं.

वे कहने लगीं- न जाने कब से इस सुख के लिए तरस रही हूँ. तेरे चाचा न जाने कब मुझे ऐसा मजा देंगे?
मैंने पूछा- क्यों … क्या हुआ चाची, चाचा आपके दूध नहीं चूसते हैं?

वे कहने लगीं- नहीं, उन्हें तो कभी कभी ही मेरे साथ सेक्स करने का मन होता है और कभी हुआ भी तो झट से मेरे ऊपर चढ़ कर चुदाई शुरू कर देते हैं. उनका लंड भी टुन्नू सा है. अन्दर अहसास ही नहीं होता है कि कुछ अन्दर गया भी या नहीं!

मैंने कहा- अरे अगर ऐसी बात थी तो आपने मुझसे कभी कुछ कहा क्यों नहीं?
वे हंसने लगीं और बोलीं- मुझे क्या पता था कि तेरा इतना बड़ा होगा. मैं तो ये समझ रही थी कि चाचा के जैसा ही भतीजा का होगा.

मैंने कहा- हां मुझसे चूक हो गई.
वे बोलीं- कैसी चूक?

मैंने कहा- मुझे कभी आपको अपना हथियार दिखा देना चाहिए था.
वे बोलीं- हां ये तू सही कह रहा है. पर तू मुझे अपना लंड दिखाता कैसे?

मैंने कहा- अरे उसमें क्या बड़ी बात है. कभी भी सुसू करते समय दिखा देता.
वे बोलीं- हां, ये तो तू सही कह रहा है.

अब तक काफी देर बातें होते होते चाची की चूत में चुनचुनी होने लगी थी.
वे मेरे लंड को पकड़ कर सहलाने लगी थीं.

मैंने चाची से कहा- प्लीज़ चाची, मेरे लंड पर भी किस करो ना … फिर जरा चूस भी देना.
चाची बोलीं- मैं चूसूँगी नहीं, बस तू कह रहा है तो एक किस कर देती हूँ.
मैंने कहा- ठीक है.

वे लंड पकड़ कर चुम्मी लेने को हुईं तो मैंने फिर से कहा- चाची आप मेरे ऊपर आ जाओ. मैं आज आपको पूरा मजा दे देता हूँ.
चाची बोलीं- अच्छा, ऊपर से कैसे?

मैंने कहा- चाची आप 69 में ऊपर आकर लेट जाओ.
चाची लेट गईं उनको समझ में नहीं आ रहा था कि मैं क्या कर रहा हूँ.
कभी चाचा ने 69 शायद किया ही नहीं था.

चाची के 69 में लेटने के बाद जैसे ही मैंने अपनी जीभ से उनकी चूत को चाटना शुरू किया तो चाची एकदम से पागल सी होने लगीं.

उनको बहुत मजा आ रहा था क्योंकि उनके साथ चाचा ने सच में पहले ऐसा कभी किया नहीं था … ऐसा वे खुद ही कहने लगी थीं.

मैंने चाची से कहा- आप भी लंड को चूसो ना चाची … मजा आएगा.
वे कुनमुनाने लगीं- नहीं ये गंदा है.
मैंने कहा- कुछ गंदा नहीं होता है चाची. आप मुँह में लेकर तो देखो.

अब चाची ने भी मेरा लंड चाटना शुरू कर दिया.
उन्हें लौड़े को चूसने में मजा आने लगा था.

इधर मैंने भी चाची की चूत को चाट चाट कर गर्म कर दिया था.
उनकी चूत में से पानी निकलने लगा था.

मैंने उनकी चूत का सारा पानी चाट लिया.
चूत चाटने से चाची फिर से गर्मा गई थीं.

चाची बोलीं- अब नहीं सहन हो रहा … तू जल्दी से घुसा दे!
मैंने कहा- चाची, आप ख़ुद ही डाल लो, मैं सीधा लेट जाता हूँ.

मैं सीधा हुआ और चाची मेरे ऊपर बैठ गईं.
उन्होंने लंड को पकड़ा और अपनी चूत में डालने लगीं.

लंड चूत में घुस नहीं रहा था क्योंकि मेरा लंड का साइज़ चाचा से काफी बड़ा था.
ये लंबा और काफी मोटा है.

चाची बोलीं- तेरा लंड बहुत मोटा है. ये तो मेरी चूत फाड़ देगा!
मैंने कहा- नहीं चाची, कहां बच्चों जैसी बातें कर रही हैं. आप क्या जानती नहीं हैं कि इतनी सी चूत से तो हाथी के लंड जितने मोटे बच्चे भी बाहर निकाल आते हैं. आप बिंदास अन्दर डाल लो पूरा … कुछ नहीं होगा.

लेकिन वे नहीं ले पा रही थीं.
फिर मैंने कहा- अच्छा आप घोड़ी बन जाओ. मैं करता हूँ.

वे बोलीं- नहीं नहीं, पीछे से ज़्यादा दर्द होगा … मैं चित लेट जाती हूँ. फिर कर लो.
मैंने कहा- ठीक है.

चाची लेट गईं, मैंने उनकी दोनों टांगें उठाकर लंड घुसा दिया.
तो चाची की चीख निकल गई- आआह आहह मारेगा क्या … आराम से चोद ना.

मैंने धीरे-धीरे 3-4 धक्के लगाए.
इसके बाद चाची को भी मजा आने लगा.

फिर लंड चूत में सटासट चलने लगा और 15 मिनट की मस्त चुदाई के बाद मेरा माल निकलने वाला था.

मैंने कहा- चाची, मेरा होने वाला है!
चाची बोलीं- अन्दर ही निकाल दे.

अब तक चाची दो बार पानी छोड़ चुकी थीं.
मैंने चाची की चूत में शीरा टपकाया और उनके साथ ही ढेर हो गया.

सेक्सी चाची को चोद कर अब हम दोनों नंगे ही सो गए.

सुबह जब आंख खुली तो चाची पढ़ाई कर रही थीं और मैं नंगा लेटा हुआ था.

मैं उठा तो मेरा लंड तना हुआ था.
खड़ा लंड देखकर चाची ने चूस चूस कर मेरा माल निकाल दिया.

फिर मैं नहाने चला गया और चाची का एग्जाम दिलवाकर हम वापस गांव चले गए.
एग्जाम के बाद भी मैंने सेक्सी चाची को चोदा!

अब जब भी मौक़ा मिलता है, तो चाची चूत की सेवा दे देती हैं.