ठरकी बुआ की मस्त चुदाई

सेक्सी बुआ चुदाई कहानी में पढ़ें कि मैसे मेरी बुआ ने मुझे अपने घर बुलाया और धीरे धीरे अपना नंगा शरीर दिखा कर मुझे गर्म किया. तो मैंने बुआ की चूत गांड मारी.

फ्रेंड्स, मेरा नाम सन्नी है और मेरी उम्र 21 साल है.
मैं एक हेयरड्रेसर हूँ.

मेरी एक बुआ हैं, जिनका नाम सीमा है. वो 36 इंच के मम्मों वाली 45 साल की मस्त सेक्सी शादीशुदा औरत हैं.

ये सेक्सी बुआ चुदाई कहानी करीब 3 साल पहले की है जब मैं हेयरड्रेसर का कोर्स सीख रहा था.
उस समय मुझे सिर्फ़ थ्रेडिंग करना ही बहुत अच्छे तरीके से आता था.

मेरे घर में जितनी भी महिलाएं हैं, उन सबकी आइब्रोज भी मैं ही बनाता था.
इसी कारण से वो कहीं बाहर पार्लर में अपनी आइब्रोज बनवाने नहीं जाया करती थीं.
अगर कहीं पार्लर चली भी गईं, तो आईब्रो के अलावा बाकी का काम वैक्सिंग फेशियल आदि करवाने ही जाती थीं.

इसी कारण से मेरी बुआ जी को भी मेरे ही हाथों से अपनी आइब्रोज थ्रेडिंग और फुल फेस थ्रेडिंग करवाना पसंद था.

मेरी बुआ जी का हमारे घर से कोई 5 किलोमीटर दूर है.
जब मैं शाम को अपनी क्लास पूरी करके घर आया, तो मेरी बुआ जी का मुझे कॉल आया.

बुआ जी- हैलो सन्नी बेटा.
मैं- हां बुआ जी, बोलिए?

बुआ जी- क्या तुम अभी अर्जेंट मेरे घर में आ सकते हो?
मैं- हां बुआ जी, क्या हुआ?

बुआ जी- बेटा बात यह है कि कल मुझे अपनी फ्रेंड के यहां शादी में जाना है. मेरी आइब्रोज की ग्रोथ काफ़ी बढ़ गई है. मुझे आइब्रोज बनवाना था.
मैं- ओके बुआ जी, मैं आता हूँ.

फिर मैंने कॉल कट किया और फ्रेश होकर अपने गाड़ी से बुआ जी के घर के लिए निकल गया.

कुछ ही देर में मैं अपनी बुआ जी के घर पहुंच गया.
मैंने डोरबेल बजाई.

थोड़ी देर में बुआ जी ने दरवाजा खोला.
मैं तो बस बुआ जी को देखता ही रह गया.

क्या मस्त लग रही थीं उस दिन बुआ जी.
उन्होंने पिंक कलर का बेबीडॉल वाला हाफ गाउन भी पहन रखा था जिसमें उनके बूब्स गांड और बगलों के बाल साफ साफ दिख रहे थे.
शायद उन्होंने अन्दर ब्रा और पैंटी भी नहीं पहनी थी.

उनके घर में उस दिन कोई भी नहीं था.

मुझे देखते ही बुआ जी ने मुझे गले से लगाया और मैं उनके बूब्स को अपने छाती में महसूस करने लगा था.

फिर हम दोनों अन्दर गए.
हमारे बीच यहां-वहां की बातें शुरू हो गईं.

कुछ देर बाद बुआ जी ने कहा- चलो अभी थ्रेडिंग करना स्टार्ट करते हैं.
बुआ जी मुझे अपने रूम में लेकर गईं और वहां वो चेयर में बैठ गईं.

मैंने अपना बैग खोला और उसमें से टेल्कम पाउडर निकाला. बुआ जी की आइब्रोज में पाउडर लगाया और उनकी थ्रेडिंग करना शुरू कर दिया.
फ़िर मैंने बुआ जी से उनकी आइब्रोज को स्ट्रेच करने के लिए कहा, तो उन्होंने वैसा ही किया.
इससे उनके दोनों हाथ ऊपर हो गए. इस वजह से उनकी बगलों के बाल और उनके बूब्स साफ़ दिख रहे थे.

मेरा लंड एकदम से खड़ा हो गया और शायद उन्होंने इस बात को नोटिस कर लिया था.
उसके बाद वो जानबूझ कर गर्मी का बहाना करके अपने मम्मे दिखा रही थीं और मेरी पैंट में खड़े लंड को देख रही थीं.

बातों ही बातों में उनकी आइब्रोज बन कर तैयार हो गईं.
उनकी आइब्रोज बन जाने के बाद उनका चेहरा काफ़ी सेक्सी लग रहा था.

उन्होंने कहा- सन्नी बेटा जरा अपर लिप्स भी थ्रेडिंग कर दो न प्लीज़!
मैंने हां कहकर काम चालू कर दिया.

बुआ मुझसे बात कर रही थीं और मुझे बुआ के मुँह से बास भी आ रही थी.
हालांकि मैंने उन्हें इस बारे में कुछ नहीं कहा, क्योंकि मुझे लगा कि वो शायद मेरी इस बात से बुरा मान जाएंगी.

कुछ ही देर में उनके अपर लिप्स भी बन गए.
अब बुआ जी बोलीं- सन्नी बेटा, मैं कल शादी में हाफ़ ब्लाउज और साड़ी पहन कर जाऊंगी. मेरे बगल के बाल भी काफ़ी बढ़ गए हैं, तो इन्हें भी निकाल दो प्लीज़.

मैंने हां कह कर अपने बैग से शेविंग किट निकाली और उनकी बगल में क्रीम लगाना शुरू किया.
बगल में से भी बहुत गंदी बदबू आ रही थी.

मैंने जैसे तैसे करके बगल की शेविंग कर दी. अब मुझे उनकी बगलें और चेहरा पूरा चिकना लगने लगा था.
मेरा लंड अभी भी खड़ा ही था.

ये सब देखकर बुआ जी ने मौके का फायदा उठाया और कहा- बेटा एक बात कहूँ, बुरा तो नहीं मानेगा न!
मैंने कहा- नहीं बुआ जी, आप कहिए!

बुआ जी- सन्नी प्लीज़ मेरी जाँघों के बाल भी निकाल दो प्लीज़.
इतना कह कर उन्होंने अपने गाउन को ऊपर कर दिया और मुझे अपनी चूत दिखा दी.
पहले तो मैं सन्न रह गया कि बुआ मुझे अपनी चूत दिखा रही हैं.

वो बोलीं- क्या हुआ सन्नी, क्या तू अपने प्रोफेशन में चूत के बाल नहीं साफ़ करता है?
मैंने कहा- नहीं बुआ, अभी मुझे किसी ने ऐसा काम करने के लिए नहीं कहा.

बुआ हंसी और बोलीं- अरे तू तो इतना चिकना लौंडा है … तेरे हाथ से तो लड़कियां और औरतें बड़े मजे से अपनी झांटें बनवाएंगी.

मैं समझ गया कि बुआ की चूत में चुल्ल होने लगी है.
मेरा लंड भी फुंफकार मार रहा था.

बुआ के चुचों ने मुझे पहले से ही गर्म कर दिया था और अब तो उनकी चूत को ही नंगी देख लिया था.

बुआ अपनी चूत सहलाती हुई बोलीं- मेरी झांटें बना कर अपनी प्रेक्टिस कर ले!
मैंने लंड सहलाते हुए बुआ को देखा और कहा- मेरा पहली बार है न बुआ, तो मुझे कुछ अजीब सा लग रहा है.

बुआ मेरे लंड को देखती हुई बोलीं- हां, वो तो तेरा हथियार बता रहा है कि उससे रहा नहीं जा रहा है. चल आजा, तू पहले मेरी झांटें तो साफ़ कर. फिर तेरे हथियार का भी कुछ देखती हूँ.

मुझसे भी रहा नहीं गया, मैंने तुरंत ही बुआ जी को गोद में उठाया और उन्हें बेड पर लिटा दिया.

उनके गाउन को मैंने ऊपर कर दिया और शेविंग करना शुरू कर दिया.
उनकी झांटें साफ़ करने के बाद अब बुआ जी की सेक्सी चूत मेरे सामने थी और पूरी क्लीन चकाचक थी.

उनकी झांटें साफ़ करने के बाद बुआ जी की सेक्सी चूत मेरे सामने थी और पूरी क्लीन चकाचक थी.
मुझसे रहा नहीं गया और मैं ‘आय एम सॉरी बुआ …’ कहते हुए उनके ऊपर चढ़ गया.

मैं अपना मुँह उनके मुँह में डालते हुए किस करने लगा.
उनके मुँह से बदबू भी आ रही थी तो मैंने जल्द ही अपना मुँह हटा दिया.

मैंने लंड निकाला और थोड़ा थूक लगा कर बुआ जी की चूत में पेल दिया.

एकदम से लंड पेला तो बुआ जी चीख उठीं और बोलीं- साले ठरकी … इतनी ज़ोर से भी कोई चूत में लंड डालता है क्या … थोड़ा आराम से चोद साले कमीने!
मैं हंस दिया मगर लंड पेले पड़ा रहा.

वो कराहने लगीं और मुझसे छूटने की कोशिश करने लगीं.

मैंने उनकी एक चूची को अपने मुँह में दबाया और निप्पल पकड़ कर खींचा.
उससे वो फिर से उन्ह आंह करने लगीं.

मैंने लंड फंसाए हुए ही बुआ के दूध चूसना शुरू कर दिए.
मैं बारी बारी से दोनों मम्मों के निप्पलों को अपने होंठों से पकड़ कर खींचता और छोड़ देता.

बुआ जी कुछ ही देर में लंड से होने वाले दर्द से निजात पा गईं और कमर हिलाने लगीं.
मैंने ये देखा, तो फिर से लंड को दाब दे दी.
मेरा लंड चूत में और अन्दर सरक गया.

बुआ कसमसाईं और बोलीं- ज़रा रुक कर ले … आह मेरी बहुत दिनों से चुदाई नहीं हुई है.
मगर अब मैंने उनकी एक नहीं सुनी और उन्हें चोदता रहा.
धीरे धीरे करके मेरा लंड चूत में सटासट चलने लगा और बुआ को भी मजा आने लगा.

वो भी नीचे से गांड उठा उठा कर लंड से टक्कर लेने लगीं.
कुछ ही देर में न जाने कैसे, बुआ जी की चूत से खून निकलने लगा और सफेद पानी भी निकल गया.

वो झड़ गयी थीं तो वो मुझे हटाने लगीं.
अब तक मेरी ठरक कुछ हद तक कम हो चुकी थी लेकिन लंड अभी भी तनतना रहा था.

मैंने भी हार नहीं मानी और बुआ जी को उठा कर पेट के बल लिटा दिया.
मैंने उनसे डॉगी स्टाइल में होने को कहा.

अब वो भी मेरा पूरा सहयोग कर रही थीं.
मैंने बुआजी की गांड में थप्पड़ मार मार कर उसे लाल कर दिया.

बुआ जी आह आह कर रही थीं और कह रही थीं कि चमाट मत मार साले, गड़बड़ हो जाएगी.
मैंने उनकी एक न सुनी और अपनी धुन में लगा रहा.

मैंने अपने लंड का सुपारा बुआ जी की गांड में सैट किया और अपना बड़ा लंड बुआ जी की गांड में तेज़ी से पेल दिया.
वो चिल्ला दीं- उई मादरचोद … आह साले … मेरी गांड फाड़ दी भैन के लंड!

मैंने और तेज रफ़्तार से उनकी गांड मारना चालू कर दिया.
वो कराहने लगीं मगर मैंने एक बात महसूस की कि बुआ गांड मराने में उतना नहीं चिल्ला रही थीं, जितना चूत में लंड लेने में चिल्लाई थीं.
शायद वो अपनी गांड में कुछ न कुछ डालती रहती थीं.

कुछ ही देर में मैं झड़ने ही वाला था.
वो भी समझ गई थीं.

दस बारह झटके मारकर मैं उनकी गांड में ही झड़ गया.
मैंने बुआजी की गांड से अपना लंड निक़ाला, तो देखा कि मेरा लंड उनके गू से सना हुआ है.
ये देख कर मुझे गुस्सा आ गया और मैं बुआ जी के ऊपर चिल्लाने लगा.

इतने में बुआजी ने मुझसे कहा- तुमने मेरी गांड के ऊपर इतनी ज़ोर से थप्पड़ मारे कि मुझे संडास आ गई थी. मैं तुम्हें मना भी कर रही थी, मगर तुमने मेरी एक न सुनी और गांड मारने में लगे रहे.

मैंने एक कपड़े से लंड पौंछा और बुआ के बाल पकड़ कर उन्हें झुका दिया.
बुआ हंसने लगीं और मुझे रूकने का कहने लगीं.

मैंने उनके बाल पकड़ कर अपना लंड उनके मुँह में डाल दिया और चुसवाने लगा.
वो लंड निकालने की कोशिश करने लगीं मगर मैंने उनके मुँह को ही पेलना चालू कर दिया और कुछ ही देर में मैं फिर से उनके मुँह के अन्दर झड़ गया.

बुआ जी मुझसे छूट कर बाथरूम में चली गईं और फ्रेश होकर आईं.
वो मुझसे कहने लगीं- सन्नी बेटा, मेरी प्यास बुझाने के लिए थैंक्यू. तुम्हारे फूफा जी का तो अब उठता भी नहीं है. न जाने कबसे, मैं लंड की भूखी थी.

मैंने बुआ से कहा- अरे बुआ, मुझे पता ही नहीं था कि आपको लंड नहीं मिलता है. अब आप फ़िक्र मत करना. अब मैं आपकी हर बार चुदाई करूंगा. बस, आप मुझे फोन कर दिया करना.
बुआ जी ने मुझे सीने से चिपका लिया.

मैंने उसके कान में कहा- बुआ, आपकी चूत चुदाई से ज्यादा मजा गांड मारने में आया.
वो हंस दीं और बोलीं- हां, तेरे फूफा जी को बैकडोर ज्यादा पसंद आता था.

उसके बाद से सीमा बुआ जी मेरे साथ बहुत मस्ती से पेश आने लगी हैं.
मैंने भी उनका नाम सीमा ठरकी रख दिया है.

अब जब भी मुझे मौका मिलता है … या बुआ फोन करती हैं.
मैं सीमा ठरकी की चुदाई बड़े इत्मीनान से करके आ जाता हूँ.

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