सगी भाभी से प्यार और सेक्स का मजा

प्यासी भाभी पोर्न कहानी मेरे बड़े भाई की पत्नी के साथ सेक्स की है. भाई उनको सेक्स में संतुष्ट नहीं कर पाता था. तो मैंने उनका प्यार प्राप्त करने की कोशिश की.

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम राज है. यह मेरी पहली और एकदम सच्ची प्यासी भाभी पोर्न कहानी है जो मेरी जिंदगी में बीती थी.

मैं फिरोजाबाद का रहने वाला हूँ और मेरी उम्र 20 वर्ष है. मेरे लंड का साइज़ 8 इंच है.

मैं दिखने में स्मार्ट हूँ. मेरे परिवार में मैं, मेरे मम्मी पापा, बहन और भैया भाभी रहते हैं.

मेरे भाई का नाम विशाल है और भाभी का नाम अमृता है. भाभी पतिव्रता नारी है और मेरे भैया से बहुत ही प्यार करती हैं.

भाभी की उम्र 24 वर्ष है और उनका फिगर 32-28-34 का है. उनकी गांड काफी उभरी हुई है. वो बहुत ही खूबसूरत व हॉट लगती है.
उनको देखकर अच्छे अच्छे के लंड खड़े हो जाते है.

मैं अपनी भाभी से बहुत प्यार करता हूँ और उन्हें चोदना चाहता था.
मेरा कमरा भाभी के कमरे के पास ही है.

मेरे भैया की शादी को 5 साल हो गए थे, परन्तु अभी तक उनको बच्चा नहीं हुआ था.
उन्होंने कई डॉक्टरों को दिखाया किन्तु कुछ भी नहीं हुआ.

एक दिन मैं रात को 11 बजे बाथरूम गया, तो मैंने भैया और भाभी की आवाज सुनी.
भाभी भैया से बोल रही थीं- आप से जब कुछ होता ही नहीं है, तो मत किया करो. आप रोज रोज खुद का पानी निकाल लेते हो और मेरा रह जाता है.

यह सुनकर मुझे समझ आ गया कि बच्चा न होने की कमी मेरे ही भैया में है और भाभी प्यासी रह जाती हैं.

मेरे भैया प्राइवेट जॉब करते हैं. वो सुबह 9 बजे घर से निकल जाते हैं और शाम को 6 बजे आते हैं.
दिनभर मैं और भाभी हंसी मजाक करते रहते हैं.

एक दिन दोपहर को मम्मी पापा अपने कमरे में सो रहे थे और मैं भाभी के कमरे में टीवी देख रहा था.
भाभी में मेरे पास आकर बैठ गईं और हम दोनों हंसी मजाक करने लगे.

बातों ही बातों में मैंने भाभी से बोल दिया- भाभी आप मुझे बहुत ही अच्छी लगती हो. मुझे आपको किस करना है.
इस बात पर भाभी ने मुझे डांट दिया.
मैं चुप हो गया.

मगर उन्होंने मुझसे ज्यादा कुछ नहीं कहा था तो मैं अब रोज रोज भाभी से बार बार चुम्मी के लिए जिद करने लगा.
वो मुझे हर बार मना कर देती थीं.

इस तरह करीब एक महीना गुजर गया.

एक दिन दोपहर को मैं क्रिकेट खेल कर घर आया तो देखा भाभी अपने कमरे में सो रही थीं.

उनकी गांड दरवाजे की तरफ थी तो मैं भी भाभी के पास आया और उनसे चिपककर सो गया.

मैंने अपना लंड भाभी की साड़ी के ऊपर से ही उनकी गांड में सैट कर दिया और पीठ पर किस करने लगा.
तभी भाभी अचानक से उठीं और उन्होंने मेरे गाल पर एक जोरदार थप्पड़ मार दिया.

भाभी बोलीं- देवर जी मुझे आपसे ये उम्मीद नहीं थी.
मैं बोला- भाभी, आप मुझे सेक्सी लगती हो … और देवर भाभी में इतना सा तो चलता है.

वो बोली- देवर जी मैं उस टाइप की औरत नहीं हूँ, जो तुम समझ रहे हो. तुम्हारे भैया को पता चल गया, तो वो मुझे जान से ख़त्म कर देंगे. तुम्हारा तो कुछ नहीं बिगड़ेगा क्योंकि तुम तो उनके सगे भाई हो और तुमसे वो बहुत प्यार करते हैं.
मैं बोला- भाभी, किसी को कुछ पता नहीं चलेगा, यह बात सिर्फ हम दोनों के बीच रहेगी. मैं ज्यादा कुछ नहीं सिर्फ किस ही करूंगा.

ये कह कर मैंने भाभी को कमर से पकड़कर अपनी तरफ खींच लिया.
परन्तु भाभी ने मुझे धक्का मारा और बाहर चली गईं.

मुझे उन पर बहुत गुस्सा आया.
अगले 3 दिन तक मैंने उनसे बात नहीं की.

फिर वो खुद ही मुझे मनाने के लिए मेरे पास आईं और प्यार से बातें करने लगीं.
मैं उनका चेहरा देखकर मान भी गया.

यह सिलसिला कई दिनों तक चलता रहा.

मैं उन्हें किस करने के लिए कहता और वो मना कर देती थीं.

तब मैं उनको व्हाट्सअप चैट पर किस के फोटो और वीडियो भेजने लगा, किन्तु उन पर कोई असर नहीं हुआ.

एक दिन घर में कोई नहीं था.
मेरे सभी घर वाले मेरे मामा के घर चले गए थे. मेरे भैया ऑफिस चले गए थे.
घर में सिर्फ मैं और भाभी ही थे.

तो मैंने सोचा इससे अच्छा मौका दोबारा नहीं मिलेगा.

दोपहर को मैं भाभी के पास आया और उनसे बातें करने लगा. बातों ही बातों में मैंने अपना हाथ उनके कंधे पर रख दिया और धीरे धीरे मसलने लगा.

वो बोलीं- देवर जी ये सब ठीक नहीं है.
मैं बोला- भाभी अभी घर में सिर्फ हम दोनों है, किसी को कुछ पता नहीं चलेगा.

मेरे बार बार जिद करने पर भाभी बोलीं- सिर्फ किस ही करने दूंगी, इससे आगे कुछ नहीं.
मैं मान गया.

मैंने भाभी की कमर में हाथ डाला और उन्हें कसके पकड़ लिया. मैंने अपने होंठ भाभी के होंठों पर रख दिए और चूसने लगा.
मेरा हाथ उनकी पीठ पर से खिसकता हुआ उनकी गांड पर जा टिका.

करीब 10 मिनट तक हम होंठों पर किस करते रहे.
इससे भाभी भी गर्म हो रही थीं.
मैंने पीछे से भाभी की साड़ी को ऊपर करके जांघों तक खिसका दिया और उनकी जांघों को मसलने लगा.

इसके बाद मैंने अपना हाथ उनके ब्लाउज में डाल दिया.
तभी भाभी ने मुझे धक्का दे दिया और पीछे खिसक गईं.

मैंने भाभी को पीछे से पकड़ लिया और उनकी पीठ पर किस करने लगा.
मैंने अपना लंड भाभी की गांड पर टिका दिया.

अब भाभी ने मेरे पजामे में हाथ डाल कर लंड पकड़ लिया और मसलने लगीं.
भाभी के हाथ के स्पर्श से मेरा लंड तनकर खड़ा हो गया.

इधर मैं दोनों हाथों से भाभी के बूब्स मसल रहा था, उधर भाभी लंड को लगातार मसल रही थीं और मुझे मजा आ रहा था.

तभी मेरे लंड ने एक पिचकारी मारी और मैं पजामे में ही झड़ गया.
भाभी ने अपना हाथ पौंछा और मुझे धक्का देकर बाहर चली गईं.

मैं बाथरूम गया और अपने लंड को साफ़ करके वापस आ गया.

तभी भाभी मेरे पास आईं और पास आकर रोने लगीं.
मैंने पूछा तो बोलीं- देवर जी मेरे से आज बहुत बड़ी गलती हो गयी. मुझे ये सब नहीं करना था. तुम्हारे भैया को मैं धोखा नहीं दे सकती.

मैं बोला- भाभी हमने अभी गलत थोड़े किया है, देवर भाभी में तो ये सब चलता है. वैसे भी हमारे बीच जो भी हुआ, इसका किसी को कुछ नहीं पता चलेगा.
मैं भाभी का डर समझ रहा था.

वो कुछ देर बाद सामान्य हो गईं.

अब तो जब भी मुझे मौका मिलता, मैं भाभी को पकड़कर किस करने लगता और उनके मम्मों को मसल देता था.
भाभी भी मुझसे अब कुछ नहीं कहती थीं.

ये लगभग रोज का काम हो गया था.

अब मैं भाभी को चोदना चाहता था, इसके लिए जब भी मैं भाभी से बोलता, वो मना कर देती थीं.

तभी एक दिन ऐसा मौका फिर मिला.

उस दिन भैया, मम्मी पापा और बहन के साथ मौसी के लड़के की शादी में चले गए थे.
उस समय मेरे बीए के एग्जाम चल रहे थे तो मैं नहीं गया.

अब घर में सिर्फ मैं और भाभी ही थे.
रात को मैं भाभी के रूम में टीवी देख रहा था.

तभी भाभी अपना काम निपटाकर रूम में आ गईं.
भाभी बोलीं- देवर जी, अब अपने रूम में जाओ और मुझे सोने दो.
मैं बोला- भाभी, मुझे आज आप ही के पास सोना है.

तो वो मना करने लगीं.
मैंने भाभी का हाथ पकड़कर बेड पर लिटा दिया और उनके पास सोने लगा.

भाभी बोलीं- देवर जी, गलती से कुछ करने की मत सोचना भी मत.
मैं बोला- भाभी, थोड़ा बहुत रोमांस तो बनता है.

मैंने भाभी के पास आकर उन्हें पकड़ लिया, उनके बूब्स दबाने लगा.
मेरा हाथ उनके गोरे गोरे बूब्स को मसल रहा था.
तभी भाभी मुझसे छुड़ाकर खड़ी हो गईं.

मैंने भाभी को पकड़कर दीवार से चिपका दिया और उनकी गांड मसलने लगा.
तभी भाभी ने अपना मुँह दूसरी तरफ कर लिया.

मैंने अपने हाथ उनके पेट पर रखा और खिसकाता हुआ उनकी चूत तक पहुंचा दिया.

तो मैंने महसूस किया कि भाभी की चूत पर छोटे छोटे बाल थे.
मैं भाभी की चूत को मसलने लगा और अपनी एक उंगली उनकी चूत में डाल दी.

मेरी प्यारी भाभी मादक सिसकारियां लेने लगीं. शायद वो भी अब गर्म हो गयी थीं.
मैं लगातार भाभी की चूत में फिंगरिंग कर रहा था.

फिर मैंने भाभी की साड़ी की पिन निकाली और उसे खोल दिया. भाभी मेरे सामने अब पेटीकोट और ब्लाउज में थीं.
तभी भाभी ने अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए और अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल दी.

मैंने भाभी के ब्लाउज के हुक खोल दिए और ब्रा निकाल दी.
भाभी के नंगे बूब्स मेरे सामने आ गए.

मैंने अपना मुँह भाभी के एक दूध पर रखा और निप्पल चूसने लगा.
भाभी की कामुक आह निकली और वो मुझे अपना दूध पिलाने लगीं.

मैं लगातार भाभी के दोनों बूब्स को बारी बारी से चूस रहा था और भाभी मदमस्त सिसकारियां ले रही थीं.

फिर मैंने भाभी के पेटीकोट का नाड़ा खींचा जिससे भाभी का पेटीकोट नीचे गिर गया और अगले ही पल मैंने भाभी की चड्डी भी उतार दी.
अब भाभी मेरे सामने बिलकुल नंगी खड़ी थीं.
मैं उन्हें निहारने लगा.
ये देख कर भाभी शर्म के मारे बेड पर लेट गईं.

अगले ही मैं भी पूरा नंगा हो गया और भाभी के ऊपर चढ़ गया.
मैं भाभी को चूमने लगा.

मेरी भाभी क्या मस्त माल लग रही थीं; उनका पूरा शरीर एकदम रबर की तरह मुलायम व लचीला था.

मैंने अपनी जीभ भाभी की चूत में डाली और चूसने लगा. क्या मस्त खुशबू आ रही थी.
मेरी भाभी लगातार वासना भरी सिसकारियां ले रही थीं.

मैं लगातार भाभी की चूत को चूस रहा था.
भाभी ने मेरा सर पकड़ा और अपनी चूत में दबाने लगीं.

तभी मेरी भाभी का शरीर अकड़ने लगा और वो आंह आह करती हुई झड़ गईं.
मैं भाभी की चूत का रस पी गया. उनकी चूत के रस में नमकीन सी खुशबू आ रही थी.

कुछ देर बाद मैंने भाभी की चूत पर अपना लंड रखा और एक जोरदार झटका दे दिया.
मेरा लंड भाभी की चूत को चीरता हुआ गहराई में चला गया और भाभी जोर से चिल्ला उठीं.

वो बोलीं- देवर जी, आपका लंड तो बहुत बड़ा है, मुझे बहुत दर्द हो रहा है, इसे बाहर निकालो.
किन्तु मैं अब लगातार झटकों पर झटके देने लगा और भाभी दर्द से चिल्ला रही थीं.

कुछ पल बाद मैं बेड से नीचे आकर खड़ा हो गया और अपनी भाभी की टांगों को अपने कंधों पर रखकर चूत में लंड के झटके देने लगा.

मैंने करीब 10 मिनट तक भाभी की चुदाई की.
अब मैं झड़ने वाला था तो मैंने भाभी को जोर से पकड़ लिया.

तभी मेरे लंड ने भाभी की चूत में ही पिचकारी छोड़ दी.

झड़ने के बाद मैं भाभी के पास आकर लेट गया और भाभी से बोला- भाभी अब आप मेरा लंड चूसो.
भाभी ने मना कर दिया, वो बोलीं कि मैंने आज तक कभी लंड को मुँह में नहीं लिया.

मैं भाभी से बार बार जिद करने लगा तो उन्होंने मेरे लंड को सिर्फ टोपा ही अपने मुँह में लिया और चूसने लगीं.

मैंने भाभी का सर पकड़कर पूरा लंड उनके मुँह में दे दिया और उनके मुँह को चोदने लगा जिससे मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.

इस बार मैंने भाभी को घोड़ी बनाया और लंड को उनकी चूत पर सैट करके जोर से झटका दे दिया.
लंड भाभी की चूत में घुसता चला गया.

मैं लगातार भाभी की चूत चोदने के बाद उनकी गांड में लंड डालने लगा तो भाभी एकदम से खड़ी हो गईं.

वो बोलीं- देवर जी, गांड में नहीं. मुझे दर्द होता है. मैंने कभी गांड में नहीं लिया.
मैं बोला- भाभी, बस धीरे धीरे करूंगा और आपको दर्द भी नहीं होगा.

भाभी चुप हो गईं.
मैं रसोई से सरसों का तेल ले आया और उनकी गांड के छेद पर लगा दिया.
फिर अपने लंड की भी तेल से मालिश करने लगा.

फिर मैंने अपना लंड भाभी की गांड पर रखा और धीरे धीरे घिसने लगा.
चिकनाई होने से मेरा लंड आराम से भाभी की गांड में फिसल गया.
सुपारा फंसते ही भाभी की आवाज निकलने लगी.

मैंने लंड रोक कर तेल टपकाया और लंड के सुपारे से तेल को अन्दर डालने लगा.
चिकनाई बढ़ गई तो दर्द कम हो गया.

इस तरह से मेरा आधा लंड भाभी की गांड में घुस गया था.

फिर मैंने एक झटका दिया और पूरा लंड भाभी की गांड में घुसा दिया.
तभी भाभी की जोर से चीख निकल गयी.
मैं रुक गया और भाभी की चूचियां मसलने लगा.

उनके शांत होते ही मैं भाभी की गांड में झटके मारने लगा.
भाभी भी गांड मरवाने का मजा लेने लगीं.

दस मिनट बाद मेरे लंड ने एक पिचकारी छोड़ी और मैं भाभी की गांड में ही झड़ गया.
इस तरह से उस रात हम दोनों ने 4 बार सेक्स किया.

भाभी बोलीं- देवर जी, आपके भैया ने कभी मुझे इतनी बार नहीं चोदा. उनका तो 2 मिनट में ही झड़ जाता है.
मैंने कहा- अब तो आपको अपने देवर के केले से मुहब्बत हो गई होगी!

भाभी हंस दीं और मेरा लंड पकड़ कर सो गईं.

इस तरह से मैंने भाभी को सैट कर लिया था और उनके साथ कई बार सेक्स किया.

जब भाभी पीहर जातीं तो हम दोनों फ़ोन पर ही नंगे होकर वीडियो चैट करते थे.
मुझे भाभी पोर्न फोटो और वीडियो भेजती थीं क्योंकि उन्हें पता था कि मैं घर की इज्जत की वजह उन फोटो और नंगी वीडियो को वायरल नहीं कर सकता.

किन्तु एक दिन भैया ने भाभी के मोबाइल ने वो फोटोज देख लीं और हम दोनों पकड़ में आ गए.
तब काफी लड़ाई हुई और तब से मैंने भाभी से दूरी बना ली.

दोस्तो, कैसी लगी आपको मेरी प्यासी भाभी पोर्न कहानी … प्लीज़ मेल करें.
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