हम दोनों भाइयों ने चाची को खूब चोदा- 4

पोर्न चाची फक़्ड इन हॉस्पिटल … मैं चाची को पटाने में लगा था कि एक रात मुझे उनके साथ अस्पताल में रुकना पड़ा. मेरे भाई ने भी चाची को अस्पताल में ही पहली बार चोदा था.

कहानी के तीसरे भाग
मेरे बड़े भाई ने चाची को चोदा
में आपने पढ़ा कि मेरा बड़ा भाई चाची को खूब चोद रहा था. लेकिन एक दिन वह पकड़ा गया. उसे बाहर भेज दिया गया.
अब मुझे कुछ उम्मीद बंधी चाची की चूत मिलने की.

मैंने चाची के बात करनी शुरू की.

अब आगे पोर्न चाची फक़्ड इन हॉस्पिटल:

मैंने कहा- मैं तो पहले से ही जानता था कि बलराम और आपके बीच में कुछ नहीं है। क्योंकि अगर ऐसा होता तो बलराम की गर्लफ्रेंड उसे जिन्दा नहीं छोड़ती।
चाची ने आश्चर्य से कहा- क्या? बलराम की कोई गर्लफ्रेंड भी है क्या?
“और नहीं तो क्या … अक्सर स्कूल से बंक मारकर दोनों गायब रहते हैं। पूरे साल बलराम ने पढ़ाई नहीं की इसीलिए तो फेल हुआ है।” मैंने कहा।

मोनिका चाची- अच्छा तो ये बात है।
चाची को भी लगा की मेरी बातें सही हैं क्योंकि एग्जाम से एक महीने पहले ही चाची और बलराम भाई का सेक्स शुरू हुआ था. बाकी पूरे साल तो बलराम ने पढ़ाई ही की होगी. आखिर फिर कैसे फेल हो गया?

अपना काम बनता देख मैंने मिर्च मसाला लगते हुए कहा- एक दिन बलराम भाई ने मुझे आपके बारे में सारी बातें बताई थीं. वो तो मैं आपकी बहुत इज्जत करता हूँ इसलिए किसी से कुछ कहा नहीं. वरना बलराम भाई ने तो मम्मी के साथ मिलकर आपको बदनाम करने का पूरा प्लान बना लिया था।

मेरे मुंह से इतना सुनकर चाची का तो दिमाग ही घूम गया।
उन्होंने भौहें चढ़ाते हुए कहा- अच्छा तो बलराम ने तुमसे क्या कहा था मेरे बारे में?
मैंने कहा- अब छोड़ो भी चाची। क्या फायदा पुरानी बातों पे बहस करने का।

मोनिका चाची ने गुस्से में कहा- नहीं बताओ न … मुझे जानना है कि क्या कहा उस कमीने ने?
मैंने आग में घी डालते हुए कहा- अब जाने भी दो चाची! अगर मैंने उसकी कही हुयी बातें आपको बता दीं ना … भूचाल आ जायेगा।

अब तो चाची जानने के लिए और उत्सुक हो गयीं और मुझसे बार बार पूछने लगीं.
तो मैंने नमक मिर्च लगाकर उनके और बलराम भाई के बीच में हुए सेक्स के बारे में खुल्लम खुल्ला बता दिया और ये भी कहा कि बलराम अपनी गर्लफ्रेंड के साथ हमेशा सेक्स करता है।

अब तो चाची का पारा सातवें आसमान पर पहुँच गया और मोनिका चाची की आँखों से आंसू गिरने लगे।

चाची को रोती देख मुझे बड़ा अफ़सोस होने लगा कि मैंने झूठे ही इतना मिर्च मसाला लगाकर बता दिया।

लेकिन अगले ही पल मैं चाची के करीब खिसक गया और जेब से रुमाल निकाल कार चाची के आंशू पौंछते हुए बोला- मुझे माफ़ करना चाची, मेरा इरादा आपको जरा सा भी दुख पहुँचाने का नहीं था। लेकिन क्या करूँ … आपकी बेइज्जती मुझसे जरा सी भी बर्दाश्त नहीं होती है क्योंकि अगर मैं पूरे घर में सबसे ज्यादा किसी को प्यार करता हूँ तो वो आप ही हो।

मेरे इतना बोलते ही चाची मेरे गले लगकर रोने लगीं.
तो मैंने भी चाची को अपने आलिंगन में भर लिया और धीरे धीरे उनकी पीठ सहलाने लगा।

मोनिका चाची काफी देर तक मेरे गले लगकर सुबकती रहीं.
तो मैंने धीरे से चाची के कान के पास किस कर लिया।

एक तो चाची इमोशन में बह रही थीं ऊपर से मेरा किस करना उनको बहुत सुकून दे गया जिससे चाची ने मुझे और कस के पकड़ लिया।

चाची की तरफ से रिस्पांस मिलता देख मैंने इस बार चाची के गाल पर किस किया तो चाची ने गाल की जगह अपना होंठ कर दिया और मेरे होंठों को अपने होठों में भरकर इतना कस के चूसा कि ऐसा लगा कि मेरे होंठ ही निकल जायेंगे।

चाची का इतना हवस भरा किस देखकर मेरे अन्दर तो जैसे भूचाल ही आ गया।
मैंने तुरंत ही चाची को बेड पर लिटाया और लगा धुआंधार उनके होठों को चूसने।

होठों को चूसते चूसते मैंने जैसे ही मोनिका चाची की चूचियों को दबाया तो उनसे दूध का फव्वारा फूट पड़ा और मोनिका चाची भी कराहने लगीं।

मैंने पूछा- क्या हुआ?
तो उन्होंने कहा- यार, मेरे स्तनों में दूध भरा हुआ है जो बहुत दर्द कर रहा है। तुम इन्हें पी कर खाली कर दो ना!

ये लफ़्ज इतने नशीले अंदाज में कहे चाची ने कि मैंने तुरंत ही चाची के होठों को अपने मुंह में भर कर जोर से काट लिया।

चाची ने मुझे अलग करने के साथ ही अपने ब्लाउज के बटन खोलने शुरू कर दिए।
जैसे ही बटन खुले, तुरंत ही दोनों चूचियां उछल कर मेरे सामने आ गयीं।

चाची ने अन्दर ब्रा नहीं पहनी थी, मैंने तुरंत ही दोनों हाथों से चाची की दोनों चूचियों को संभाल लिया और बारी बारी से खूब दबा दबा कर चूसने लगा।

मेरी इस हरकत पर चाची मदहोश होने लगीं और उनका हाथ धीरे धीरे मेरी पैंट की तरफ बढ़ने लगा।

मैंने जींस पहना था जिस वजह से चाची उसका बटन नहीं खोल पा रही थीं.
तो मैंने तुरंत ही बटन खोलकर जींस निकाल दी।

अब चाची ने मेरे अन्डरवीयर में सीधे हाथ डालकर मेरा खड़ा हुआ लंड पकड़ लिया और उसे दबाने लगीं।
मेरी हालत खराब होती जा रही थी.
मैं एकदम पागलों की तरह कभी चूचियों को दबा दबा कर चूसता तो कभी चाची के होठों को चूसता।

एक बार तो मैंने चाची के दूधू को जोर से काट लिया तो चाची चिल्ला उठीं।
चाची मेरा लंड पकड़ कर खीचते हुए अपने मुंह की तरफ ले जाने लगीं.
तो मैंने भी बिना देरी किये चाची के मुंह में तुरंत ही अपना लौड़ा पेल दिया और धकाधक चाची के मुंह को आह आह करते हुए चोदने लगा।

चाची के चूसने का तरीका इतना जबरदस्त था कि मैंने कुछ ही देर में अपना वीर्य चाची के मुंह में निकाल दिया जिसे चाची बहुत ही मस्ती से पी गयीं।

मैं तुरंत ही चाची के ऊपर से उतर कर नीचे आया और साड़ी ऊपर करके पैन्टी निकाल फेंकी और जी जान से मोनिका चाची की चूत चाटने लगा।

“आह्ह सूरज आह्ह … और कस के चूस, खा जा आज इसे, बहुत परेशान करती है मुझे … आज इसे इतना चूस की इसका सारा पानी निकल जाये … आह्ह्ह!!”

चाची ने मेरे सर को अपने दोनों हाथों से पकड़ कर अपनी चूत पर खूब कस कर दबा लिया और आह्ह्ह आह्ह्ह करते हुए मेरे मुंह में ही अपना सारा रस निकाल दिया।
मैंने चाट चाट कर चाची की चूत को साफ़ कर दिया।

चाची ने कहा- आह सूरज … आज तो तूने बहुत मजा दिया यार!
मैंने कहा- चाची जान, अभी तो असली मजा तब आएगा जब मैं आपकी चूत में अपना लंड डालकर आपकी चूत फाड़ दूंगा।

मोनिका चाची- मुझे चाची मत कहो सूरज, मुझे मोनिका या पिंकी कहो और आज से इसी नाम से बुलाना!
“ठीक है पिंकी डार्लिंग!” मैंने चाची के होठों को चूसते हुए कहा।

“इससे पहले कभी चोदा है कभी किसी को?” मोनिका ने पूछा।
मैंने कहा- चोदा तो नहीं है यार लेकिन आपको ऐसा चोदूँगा जैसी चुदाई आजतक नहीं हुयी होगी आपकी!
मोनिका- ठीक है जान देखती हूँ आज! तुम्हारी पहली चुदाई और कुंवारा लंड लेने की ख्वाहिश सुनकर ही मेरी चूत पानी फेंकने लगी है। अब आ जाओ और चोद दो मुझे!

चाची को मैंने खूब कस कर जकड़ लिया और कस कस के लगा चूसने, कभी होंठ तो कभी गाल, कभी चूची तो कभी पेट पर अपनी जीभ से चाटने लगा।

मोनिका तो बिन पानी की मछली की तरह छटपटाने लगी।
मैंने फिर से चूत चूस चूस कर लाल कर दिया।

अब मोनिका बदहवास होकर मुझे अपने ऊपर खींचने लगी।
तो मैंने भी लंड को पकड़ कर मोनिका की चूत पे रख दिया और खूब जोर से धक्का मारा।

तो मेरा लंड मोनिका की चूत को फाड़ता हुआ बच्चेदानी से जा टकराया।
मेरे इस घातक प्रहार से मोनिका का शरीर एक हाथ ऊपर खिसक गया और वो मुझे गाली देने लगीं- साले हरामी, आराम से नहीं पेल सकता है क्या? लगता है मेरी चूत से खून निकल रहा है?
इतना बोलते बोलते मोनिका की आँखों में आंसू आ गए।

मैंने इन सब बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया और लगातार मोनिका की चूत पेलता रहा।
लगातार दस मिनट तक धक्का मारने पर मोनिका ने मेरी कमर को कस कर पकड़ लिया ऐसा लगा कि वे मुझे अपनी चूत के अन्दर सोख लेना चाहती हैं।

“आह्ह जान आह्ह जान” कहते हुए मोनिका की चूत से पानी निकलने लगा।
तो फ़च फ़च की आवाज से चुदाई का मजा और आने लगा।

मोनिका ने मुझे रुकने को कहा।
लेकिन मैं और कस कस के ठाप लगाये जा रहा था जिससे मोनिका अन्दर तक हिल जाती थीं।

थोड़ी देर बाद फिर से मोनिका मेरा साथ देने लगीं।
जब मैं लंड को बाहर खींचता तो मोनिका भी अपनी कमर पीछे कर लेती और जब मैं फिर से धक्का मारता तो उसी स्पीड से मोनिका भी अपनी चूत को मेरी तरफ धकेलती।

वाह! क्या मंजर था!
ऐसी धुआंधार चुदाई सिर्फ हार्डकोर सेक्स विडियो में ही देखने को मिलती है।

लेकिन यह चुदाई शायद उससे भी ताबड़तोड़ चल रही थी।
न जाने कितने धक्के मारे जिससे पूरा बेड हिल गया।

मेरे लंड के धक्कों से मोनिका ऊपर खिसकते खिसकते इतना ऊपर खिसक गयी कि मुझे थोडा सा रुक कर मोनिका को नीचे खींचना पड़ा।

नीचे खींच कर मैंने अपने लौड़े से ऐसे झटके मारे की मोनिका की चूत से पानी और आँख से आंसू टपकने लगे।

काश यह चुदाई यहीं रुक जाये … काश मोनिका मेरी बाहों में ऐसे ही नंगी लेटी रहे!

मोनिका मेरी पीठ पर अपने लम्बे लम्बे नाखूनों से खरोंच मार रही थी।
मैं लगातार धक्के मारे जा रहा था।

मैंने पूरी ताकत से आखिरी के कुछ धक्के मारे और मोनिका की चूत का भोसड़ा बनाते हुए उसकी चूत में अपने वीर्य को भर दिया।

ठीक इसी समय मोनिका की चूत से भी वीर्य निकल पड़ा जो मेरे वीर्य से मिलकर मोनिका की चूत से होते हुए बाहर निकल रहा था।

हम दोनों बहुत देर तक चिपक कर लेटे रहे और लेटे लेटे ही सो गए।

कुछ देर बाद मोनिका ने मेरे होठों को चूसते हुए मुझे जगाया तो मैंने मोनिका की चूत से अपने लंड को बाहर निकाला तो मोनिका की चूत से वीर्य बहता हुआ दिखायी दिया।

मोनिका ने अपने पेटीकोट से चूत को साफ किया और पैंटी खोजकर बाथरूम की तरफ सुसु करने चली गयी।

कुछ देर बाद मोनिका वापस आई तो फिर से मेरे होठों को चूसने लगी।

मैंने भी मोनिका को बाहों में कस के भर लिया और उसके होठों को अपने होठों में भर कर चूसने लगा।

कुछ ही देर में चुदाई का एक और आंधी वाला दौर चला जिसमें मैंने मोनिका की चूत का पानी निचोड़ कर निकाल दिया।

पोर्न चाची फक़्ड इन हॉस्पिटल … दूसरे राउंड के बाद मोनिका की उठने भर की हिम्मत नहीं थी।
सुबह के चार बज चुके थे।

हमने थोड़ी देर आराम किया और डाक्टर के आने बाद काव्य को डिस्चार्ज करवा कर घर ले आये।

अब तो जब भी मन करता मैं मोनिका को खूब हचक कर चोद देता।

मैं चालाकी से रहता था जिससे किसी को शक भी नहीं होता था।

कुछ दिनों के बाद मेरे रमेश उर्फ़ कल्लू चाचा छुट्टी लेकर वापस आ गए तो मेरी चुदाई बंद हो गयी।

रमेश को पता चला कि मोनिका दोबारा प्रेग्नेंट हो गयी है तो वे वापस चले गये।
लेकिन उस लौड़े को क्या पता कि वो बच्चा मेरे वीर्य से पैदा हो रहा था।

इसी बीच बलराम भाई भी आ गए।
तो हम दोनों मिलकर बारी बारी से मोनिका को चोदने लगे लेकिन मोनिका को ये पता नहीं चलने दिया कि यह बात हम दोनों भाई जानते हैं।

मोनिका को लगता था कि जब बलराम चोदता है तो सूरज को नहीं पता और जब सूरज चोदता है तो बलराम को नहीं पता।

लेकिन हम दोनों भाई ने मोनिका की जवानी को भरपूर चोदा।

रमेश के जाने के बाद सात महीने में ही दूसरे बेटे का जन्म हो गया।
तो पिंकी ने बहाना बनाया कि यह बच्चा तो साथ महीने में ही पैदा हो गया!
जैसा कभी कभी हो जाता है।

रमेश को शक तो था लेकिन वह कर भी क्या सकता था।

कुछ दिनों के बाद बलराम मोनिका को चोद रहा था, तभी दादी वहां पहुँच गयीं।
दादी ने मोनिका को चुदवाते हुए देख लिया।

एक बार फिर हंगामा हुआ।

पापा ने दुकान के पास ही एक किराये का कमरा ले लिया और बलराम, मैं और मम्मी सब लोग उसी किराये के कमरे में रहने लगे।

बलराम साले के चक्कर में अब मैं भी चाची को नहीं चोद पा रहा था।

कुछ दिन बाद रमेश चाचा आये और जौनपुर शहर में ही जमीन ले कर वहां घर बनवा लिया।

चाची मोनिका ने जौनपुर में ही ब्यूटीपार्लर खोल लिया और अब वो वहीँ रहने लगी है।

मोनिका के जाने के बाद हम लोग किराये का मकान छोड़कर अपने घर रहने लगे।

आज भी रमेश चाचा बाहर ही नौकरी कर रहे हैं।
मोनिका वहीं अपना ब्यूटीपार्लर चला रही है।

जब मोनिका के बच्चे स्कूल में रहते हैं तो कभी कभी मैं मोनिका को चोद लेता हूँ.
लेकिन रमेश का हमारे परिवार से कोई भी मतलब नहीं है।

धीरे धीरे मेरा भी जौनपुर जाना कम हो गया क्योंकि मोनिका अपने उसी ब्यूटीपार्लर में कई लोगों को बुलाकर चुदाई करवा लेती है।

अब तो उसका पुराना यार और उसके जीजा भी आते हैं उसकी चुदाई करने!

ब्यूटीपार्लर के बहाने मोनिका का चुदाई वाला अच्छा खासा बिज़नस चल रहा है।

तो मेरे प्यारे पाठक पाठिकाओ, जैसा की मैंने ऊपर लिखा था- आजकल मैं भी मुट्ठ मारकर ही काम चला रहा हूँ।

पोर्न चाची फक़्ड इन हॉस्पिटल कहानी पर आप अपने कीमती सुझाव मेरी मेल आई डी अथवा हैंगआउट [email protected] पर दे सकते हैं।
मुझे मेरी प्यारी पाठिकाओं की मेल का भी इन्तजार रहेगा।

नोट: कहानी में पात्रों के नाम एवं स्थान बदले गए हैं परन्तु कहानी बिलकुल सत्य है।
यदि इस कहानी के पात्रों के नाम अथवा कहानी किसी और के वास्तविक जीवन से मेल खाती है तो उसे एकमात्र संयोग ही कहा जायेगा जिसके जवाब में कोई भी कार्यवाही स्वीकृत नहीं होगी।