ओल्ड लेडी सेक्सX कहानी में मेरी चाची को मुझसे चुदकर बच्चा ठहर गया. दादी को पता चल गया. तो दादी ने एक रात मुझे चाची की चुदाई करते पकड़ लिया.
कहानी के पहले भाग
विधवा चाची की जवानी का मजा
में आपने पढ़ा कि मेरे घर में 4 खातून थी, चारों बेवा.
एक बार मैं चाची के साथ एक शादी में गया. वहां हम दोनों होटल के कमरे में रुकना पड़ा. वहां मैंने चाची को चोद दिया या सही कहूँ तो चाची ने मुझे चोद दिया.
अब आगे ओल्ड लेडी सेक्सX कहानी:
ऐसे ही एक महीना बीत गया।
एक दिन चाची किचन में काम कर रही थीं, तभी उन्हें उल्टी होने लगी।
वो भागकर बाथरूम गईं।
ये दादी ने देख लिया।
दादी तुरंत समझ गईं कि कुछ गड़बड़ है लेकिन उन्होंने चाची से कुछ नहीं कहा।
शाम को हम चारों खाना खा रहे थे।
दादी ने चाची से कहा, “क्या हुआ आलिया? सुबह से तू बहुत थकी-थकी सी लग रही है!”
चाची घबरा गईं और संभलते हुए बोलीं, “नहीं अम्मी, ऐसा कुछ नहीं है!”
अम्मी बोलीं, “अरे अम्मी, आलिया बेचारी पूरा दिन अकेले घर का काम करती है, तो थकेगी ही ना! आलिया, तू आराम कर ले, बाकी काम मैं कर लूँगी!”
चाची अपने रूम में चली गईं और सो गईं।
अम्मी ने बाकी काम किया और वो भी सोने चली गईं।
रात 11 बजे मैं अपने रूम से निकला और चाची के रूम में गया।
चाची मेरी आहट से जाग गईं।
वो बिस्तर से उठीं और मेरे सीने से लगकर रोने लगीं।
मैंने पूछा, “क्या हुआ?”
चाची बोलीं, “शोएब, मुझे लगता है मैं पेट से हूँ!”
पहले तो मुझे समझ नहीं आया कि क्या बोलूँ।
फिर मैंने उन्हें चुप करवाया और कहा, “इसमें रोने की क्या बात है? ये तो बहुत अच्छी बात है!”
चाची बोलीं, “मैं एक बेवा हूँ! मेरे शौहर को गुज़रे सालों हो गए। ये समाज मुझे बदज़ात कहेगा!”
मैंने उन्हें चुप करवाया और उनके गालों को चूमने लगा।
कुछ देर बाद वो चुप हो गईं।
मैंने उनके होंठों को अपने होंठों से लगाया और चूमने लगा।
फिर मैंने उनकी मैक्सी उतार दी और उन्हें बिस्तर पर लिटाकर उनकी ब्रा के ऊपर से बूब्स चूसने लगा।
तभी अचानक किसी ने रूम का दरवाजा खोल दिया।
चाची ने तुरंत चादर से अपने बदन को ढक लिया।
हमने देखा, वहाँ कोई और नहीं, मेरी दादी रजिया थीं।
उन्हें देखकर हम दोनों सन्न रह गए।
चाची नज़रें झुकाकर बिस्तर पर बैठी रहीं।
मैं भी नज़रें झुकाकर खड़ा रहा।
दादी बोलीं, “अरे कलमुही! अपने भतीजे पर डोरे डालते हुए तुझे शर्म नहीं आई, नासपीटी कहीं की!”
चाची ने कुछ नहीं कहा।
जैसे ही मैं बोलने लगा, दादी ने मेरा हाथ पकड़ा, वो बोलीं, “तू पहले बाहर चल! इस कलमुही से मैं सुबह बात करूँगी!”
दादी मुझे चाची के कमरे से बाहर ले आईं और अपने रूम में ले गईं।
वो बोलीं, “शोएब बेटा, तूने उस रंडी में ऐसा क्या देख लिया जो उसके बिस्तर में घुस गया?”
मैंने कहा, “दादी, मैं और आलिया चाची प्यार करते हैं! वो मेरे बच्चे की माँ बनने वाली है। मैं उनसे निकाह करना चाहता हूँ!”
दादी बोलीं, “बेटा, तू अभी जवान है! ये तेरा प्यार नहीं, जवानी की आग है!”
मैंने कहा, “दादी, हम दोनों सच्चे में एक-दूसरे से प्यार करते हैं!”
मेरा लंड तन गया था और लोअर में तंबू बना रहा था।
दादी मेरे लोअर को देखने लगीं और अपने होंठ काटने लगीं।
वो बोलीं, “अगर उसकी जगह तू मेरे साथ सोया होता, तो तुझे लगता कि तुझे मुझसे प्यार है!”
दादी की बात सुनकर मैं पहले चुप हो गया।
फिर मैंने देखा कि उनकी नज़र मेरे लंड पर है।
मैंने लोअर के ऊपर से अपना लंड मसलना शुरू किया, मैंने कहा, “तो आज आपके साथ भी सोकर देख लेता हूँ!”
ये बोलकर मैंने एक झटके में लोअर उतार दिया और अपना लंड दादी के सामने खड़ा कर दिया।
दादी ने मेरा लंड अपने हाथों में पकड़ा और बोलीं, “उस रंडी से ज़्यादा मज़ा मैं तुझे दे सकती हूँ!”
मैंने कहा, “तो रोका किसने है आपको!”
दादी मेरे और नज़दीक आईं।
मैंने मौका न गँवाते हुए उन्हें अपनी बाहों में जकड़ लिया और लिप किस करने लगा।
दादी भी मेरा पूरा साथ दे रही थीं।
फिर हमने सारे कपड़े उतार फेंके।
मैंने दादी को चेयर पर बिठाया और खुद घुटनों पर आकर उनकी चूत चाटने लगा।
दादी पागल सी हो गईं और कुछ ही देर में उन्होंने पानी छोड़ दिया।
उनका पानी बहुत नमकीन और स्वादिष्ट था।
मैं खड़ा हुआ और उनके मुँह पर अपना लंड फेरने लगा।
दादी आँखें बंद करके मज़ा ले रही थीं।
मैंने उनके मुँह में लंड डाल दिया।
वो बोलीं, “इसे तो मैं जमकर चूसूँगी!”
दादी ने मेरा लंड पूरा कड़क कर दिया।
फिर मैंने उन्हें दीवार से सटाकर खड़ा किया और उनकी एक टाँग चेयर पर रखकर उनकी चूत पर लंड फेरने लगा।
जैसे ही मेरा लंड उनकी चूत के दाने को छूता, दादी और कामुक हो जातीं।
उन्होंने खुद मेरा लंड पकड़ा, अपनी चूत पर रखा, और मेरी गांड पकड़कर मुझे अपने बदन से चिपका लिया।
मेरा पूरा लंड उनकी चूत में घुस गया।
मुझे जन्नत मिल गई।
दादी खुद अपनी चूत में मेरा लंड ले रही थीं।
कुछ देर बाद उन्होंने मुझे बिस्तर पर लिटाया और मेरे ऊपर चढ़ गईं।
वो अपनी गांड ऊपर-नीचे करने लगीं और मेरे हाथ उनके बूब्स पर रखकर दबवाने लगीं।
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।
दादी की चूत चाची की चूत से ज़्यादा सेक्सी और गर्म थी।
मैं ज़्यादा देर टिक न सका और पानी छोड़ने को तैयार हो गया।
मैंने दादी को झटके से नीचे लिया, उनकी दोनों टाँगें पूरी खोल दीं और जोर-जोर से धक्के लगाने लगा।
ओल्ड लेडी सेक्सX करती हुई पानी छोड़ने लगीं।
उनकी चूत ने मेरे लंड को जकड़ लिया।
मैं रुका नहीं और धक्के देता रहा।
हम दोनों एक साथ अंदर झड़ गए।
हम पसीने से भीग गए थे।
दादी की पसीने की महक ने मुझे फिर जोश से भर दिया।
मैंने उन्हें तुरंत घोड़ी बनाया और पीछे से उनकी चूत चोदने लगा।
दूसरी बार भी उनकी चूत में माल गिराकर उनके ऊपर लेट गया।
हम दोनों को कब नींद लग गई, पता ही नहीं चला।
सुबह 11 बजे चाची हमें जगाने दादी के कमरे में आईं।
वो बोलीं, “अरे अम्मी! रात में तो आप बड़ी-बड़ी बातें कर रही थीं! मुझे कलमुही और रंडी बोल रही थीं! अब क्या हुआ? आप रातभर शोएब के साथ नंगे सोईं!”
दादी बोलीं, “अरे, थोड़ा धीरे बोल! इसकी अम्मी सुन लेगी!”
चाची बोलीं, “वो तो कब से काम पर चली गईं! आपके बारे में पूछ रही थीं। मैं आपको उठाने आई, तो आप शोएब के साथ नंगे सो रहे थे! मैंने बहाना बनाकर उन्हें अंदर आने से रोका!”
दादी बोलीं, “अरे आलिया, तू इसके बच्चे की माँ बनने वाली है! ये कहीं बाहर किसी और को न चोदने लगे, इसलिए मैं इससे चुद गई! मैं तो तेरे बारे में सोच रही थी!”
चाची बोलीं, “अब ज़रा मुझे भी थोड़ा मज़ा लेने दीजिए! रातभर चुदाई करके आपको चैन नहीं आया?”
ये बोलकर चाची मुझे अपने रूम में ले गईं और हमने चुदाई की।
फिर हम तीनों नहाकर फ्रेश हुए और हॉल में बैठकर बात करने लगे कि अम्मी को कैसे बताएँ कि चाची मेरे बच्चे की माँ बनने वाली हैं।
दादी बोलीं, “शोएब, मुझे लगता है तेरी अम्मी भी मेरी तरह लंड की प्यासी है! तुझे उसे चुदाई के लिए मनाना चाहिए। एक बार वो तुझसे चुद जाए, तो सब बता देना। वो कुछ नहीं बोलेगी!”
चाची और मुझे दादी का आइडिया सही लगा। हमने अम्मी को चोदने का प्लान तैयार कर लिया।
रात होने का इंतज़ार था।
ओल्ड लेडी सेक्सX कहानी अभी बाक़ी है.
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