न्यू बुर टीन सेक्स कहानी में मैं और मेरा भी दोनों मम्मी पापा की चुदाई देखकर हाथ से सेक्स का मजा लेते थे। एक दिन भाई ने मेरे चुची दबाई और मेरी बुर में उंगली की।
मैं पुष्पा कुमारी, 2012 में मेरी उम्र 18 साल की हो गई थी.
उसी बरसात के समय मेरा मासिक चक्र आया था.
मेरे भाई की उम्र उस समय 19 साल थी.
मेरे पापा बाहर काम करते थे और मेरी मम्मी घरेलू औरत थीं.
मेरा घर एक कच्चा मकान था, जिसमें मेरे परिवार में मम्मी-पापा और मेरा एक भाई रहते हैं.
सन 2012 में पापा काम करके घर आए थे.
बारिश होने की वजह से हम सब एक साथ एक ही कमरे में सोए थे.
मेरी मम्मी की उम्र उस समय 39 साल थी और पापा 42 साल के थे.
पापा महीने में 2 से 3 दिन के लिए घर आते थे, सिर्फ़ मम्मी को चोदने के लिए क्योंकि पापा को छुट्टी नहीं मिलती थी.
जितने दिन काम करते, उतने दिन का पैसा मिलता.
ये भाई बहन की न्यू बुर टीन सेक्स कहानी 2012 के बरसात के महीने की यानी जुलाई-अगस्त के बीच की है.
जब पापा घर आए, उस दिन रात को बारिश हो रही थी.
इस वजह से एक कमरे में, एक पलंग पर मम्मी-पापा सो गए और दूसरे पलंग पर हम भाई-बहन सो गए.
रात को 12 बजे मुझे महसूस हुआ कि मम्मी-पापा का पलंग हिलने लगा.
मुझे लगा कि पापा मम्मी को चोदने लगे हैं.
पापा ने मम्मी को लगभग आधे घंटे तक चोदा और फिर अपना वीर्य गिराकर सो गए.
लेकिन ये सब देखकर मेरी नींद उड़ गई!
मैंने एक घंटे तक अपनी बुर में उंगली की … धीरे-धीरे … ताकि मेरे भाई को पता न चले.
फिर मुझे आभास हुआ कि मेरा भाई भी जाग रहा है और अपने लंड को ऊपर-नीचे कर रहा है.
किसी तरह सुबह हो गई.
उस दिन पापा घर पर रुके हुए थे.
मैं और मेरा भाई स्कूल चले गए.
दिन भर पापा ने मम्मी को चोदा.
शाम को स्कूल और कोचिंग खत्म करके 5 बजे घर आए तो देखा कि पापा काम पर जाने के लिए तैयार हो रहे हैं और मम्मी किचन में खाना बना रही हैं.
रात 7 बजे पापा ट्रेन से खाना लेकर घर से निकल गए.
मम्मी ने हम दोनों भाई बहन को 8 बजे तक खाना खिला दिया और भाई को सोने के लिए कह दिया.
उसके बाद मम्मी ने मुझे सरसों के तेल से उनके बदन की मालिश करने को कहा.
मैं मम्मी की मालिश करते-करते थक गई और मम्मी सो गईं.
मुझे पता था कि मम्मी क्यों सो गईं … क्योंकि पापा ने दिनभर मम्मी को चोदकर उनकी फुद्दी का भोसड़ा बना दिया था.
उस रात मैंने फ्रॉक पहनी थी, वह भी बिना पैंटी के … मेरी चुत में आग लगी हुई थी.
भाई दूसरे पलंग पर सो रहा था.
मुझे नींद नहीं आ रही थी इसलिए मैं अपनी बुर में उंगली करके सो गई.
लेकिन रात को 12 बजे मुझे लगा कि कोई 2 मिनट के लिए मेरे स्तन दबा रहा है और मेरी बुर में उंगली कर रहा है.
मुझे अच्छा लगा इसलिए मैं सोई रही.
मेरा भाई मेरी बुर में उंगली करता रहा और मेरे दूध भी मसलता रहा.
मैं झड़ गई और शायद भाई भी अपने लंड का पानी निकाल कर ढीला हो गया था.
हम दोनों कब सो गए, कुछ पता ही न चला.
फिर सुबह हो गई.
सुबह होने के बाद हम भाई-बहन स्कूल चले गए.
स्कूल और कोचिंग खत्म करके शाम 5 बजे घर आए, तो देखा कि मम्मी तैयार होकर मार्केट जा रही हैं.
हम दोनों भाई बहन घर आ गए और मम्मी बाज़ार चली गईं.
मम्मी को बाज़ार से घर आने में 7 बज गए.
मम्मी के घर पर न होने की वजह से हम भाई-बहन बैठकर टीवी देखने लगे.
टीवी पर मूवी का नाम मुझे नहीं मालूम … लेकिन उसमें हीरो सैफ अली खान और अजय देवगन थे.
हम भाई-बहन फिल्म देखने लगे.
उसमें मस्त सेक्स सीन आ रहे थे, जिसे देख देख कर मेरी बुर से पानी टपकने लगा था.
शायद भाई को सेक्स चढ़ रहा था, उसके पजामे में लंड फूलने लगा था जो सामने से साफ दिखाई दे रहा था.
फिर 7 बजे मम्मी घर आईं और टीवी बंद करके पढ़ाई करने को बोलीं.
हम दोनों ने एक घंटे तक पढ़ाई की.
उस समय मम्मी किचन में खाना बना रही थीं और मेरा भाई मुझे घूर रहा था.
मेरा ध्यान कभी किताब पर था, तो कभी भाई पर.
मैंने देखा कि भाई के पैंट के बीच में आकार कुछ बड़ा दिख रहा था.
फिर रात 9 बजे खाना खाकर मैं मम्मी के साथ सो गई और भाई मेरे रूम में दूसरे पलंग पर सो गया.
शाम को जब हम टीवी पर फिल्म देख रहे थे, तब भाई ने पूछा- रात को नींद आती है?
मैंने उसकी बात का मर्म समझ लिया था कि ये मुझसे ऐसा सवाल क्यों कर रहा है!
मुझे शर्मिंदगी हुई!
फिर भी मैंने सामान्य भाव से कहा- हां भाई, लेटने के 5 मिनट बाद ही मुझे नींद आ जाती है.
वह मुस्कुरा दिया.
मैं समझ गई कि इसको मेरी गीली बुर बता देती है कि मैं उस वक्त जाग रही होती हूँ, जब ये मेरी बुर में उंगली करता है.
फिर मैंने भाई से पूछा- तू रात को सोता नहीं और अपने पैंट में हाथ डाल कर ऊपर-नीचे क्या करता है?
भाई थोड़ा हंसा, लेकिन कुछ बोला नहीं.
फिर भाई ने पूछा- रात को मेरे साथ सोएगी?
मुझे लगा कि मम्मी को बुरा लगेगा।
तो मैंने कहा- रात को नहीं, लेकिन दिन में तेरे साथ रहूँगी, जब मम्मी नहीं होंगी.
भाई बहुत खुश हो गया.
वह समझ गया था कि मैं चुदने को राजी हूँ.
इसके बाद 7 बजे मम्मी घर आ गईं.
रात 9 बजे सोने के बाद लगभग 11 बजे मुझे फिर लगा कि कोई मेरे स्तन दबा रहा है और मेरी बुर में उंगली डालकर अन्दर-बाहर कर रहा है.
मैं नींद से जाग गई और देखा कि भाई ये कर रहा था.
मुझे अच्छा लगा लेकिन मम्मी के डर से मैं उठी नहीं.
फिर भाई ने 25 मिनट तक अपने पैंट में हाथ डालकर ऊपर-नीचे किया और अपने पलंग पर सो गया.
सुबह होने के बाद हम भाई-बहन उठे.
उस दिन रविवार था।
नाश्ता करके मैं पढ़ाई करने बैठ गई.
मम्मी सुबह 9 बजे जन वितरण दुकान से अनाज लेने निकल गईं.
भाई नहा-धोकर मेरे साथ पढ़ने बैठ गया.
मम्मी के जाने के 10 मिनट बाद भाई ने मेरे माथे पर हाथ रख दिया.
मैंने कुछ नहीं कहा.
फिर भाई ने मेरी पीठ पर हाथ रखकर सहलाना शुरू कर दिया.
मुझे आभास हुआ कि मेरी बुर में कुछ गीला-सा महसूस हो रहा है.
भाई की हिम्मत बढ़ गई और उसने मुझे खड़ी किया और गले लगा लिया.
भाई ने मेरे चूतड़ों को दबाते और सहलाते हुए पूछा- कैसा लग रहा है?
मैंने इशारे से कहा- अच्छा लग रहा है.
फिर भाई ने पूछा- मम्मी कब तक घर आएंगी?
मैंने कहा- 12 से 1 बजे दोपहर तक आ सकती हैं.
अब भाई ने दरवाज़ा बंद किया और मेरे पास आकर मेरे सामने बिल्कुल नंगा खड़ा हो गया.
उसने मेरे सलवार-सूट को उतारकर अलग कर दिया.
मैं भी अपने भाई के सामने बिल्कुल नंगी थी.
भाई ने मेरे छोटे-छोटे स्तन देखे और कहा- मम्मी के दूध बड़े हैं!
मैंने हंस कर कहा- मेरे भी शादी के बाद बड़े हो जाएंगे!
फिर भाई ने मेरे दूध दबाने शुरू कर दिए.
वह मुझे नंगी करके मेरे दूध चूस रहा था तो मुझे बहुत अच्छा लग रहा था.
मैं खुद उसे अपने निप्पल देती हुई चुसवा रही थी.
वह बोला- अच्छा लगा?
मैंने कहा- हां बहुत अच्छा लग रहा है!
करीब 20 मिनट तक दूध दबाने और चूसने के बाद भाई मुझे चोदने के लिए मनाने लगा।
लेकिन मुझे डर लग रहा था कि चोदने से बुर में दर्द न होने लगे.
मेरे भाई ने वैसलीन लाकर अपने लंड पर अच्छी तरह मालिश की.
उसने मेरी बुर को भी वैसलीन से अच्छे से मालिश की.
फिर उसने मुझे चित लिटाया और मेरी बुर पर अपने लंड को सैट करते हुए एक झटके में अपने लंड को मेरी बुर में डाल दिया.
मैं छटपटाने लगी और बहुत रोने लगी.
किसी तरह भाई ने अपना लंड मेरी बुर से बाहर निकाला. मेरी बुर में बहुत दर्द होने लगा था.
बुर से हल्का खू.न भी आ गया था.
वह बोला- सील टूट गई तेरी!
मैंने कहा- हां दर्द भी बहुत हो रहा है!
उस दिन मैंने भाई को चोदने नहीं दिया!
भाई ने मेरे शरीर को तेल से मालिश कर दी, मेरे दोनों स्तनों को बहुत दबाया और मेरे मुँह और गालों पर ढेर सारे चुम्बन किए.
फिर भाई ने अपने लंड को हाथ से ऊपर-नीचे करके 5 मिनट बाद कुछ निकाला, जो पानी की तरह था, अंडे के उजले भाग जैसा.
भाई का लंड शांत हो गया.
भाई ने दरवाज़ा खोला और मैं पढ़ाई में बैठ गई.
इसके बाद दोपहर 12 बजे मम्मी घर आ गईं.
मेरी बुर में बहुत दर्द हो रहा था.
किसी तरह रात हुई.
मैंने भाई से कहा- आज रात मेरे पलंग पर मत आना. मेरी बुर में बहुत दर्द है!
मैं मम्मी के साथ पलंग पर सो गई.
इस तरह सोमवार निकल गया, फिर मंगलवार भी बीत गया.
बुधवार को मेरी बुर का दर्द खत्म हो गया.
उधर भाई ने फिर से दाना डालना शुरू कर दिया.
बुधवार को जब हम स्कूल जा रहे थे, भाई ने पूछा- चूत का दर्द खत्म हुआ?
मैंने इशारे से कहा- हां, दर्द खत्म हो गया!
फिर भाई ने पूछा- रात को फिर तुझे चोदना है?
मैंने कहा- ठीक है! मम्मी के सोने के बाद चोद लेना, लेकिन अगर मम्मी को पता चल गया तो?
भाई बोला- मम्मी के सोने के बाद खपरैल वाली झोपड़ी में आ जाना, वहां तुझे चोदूँगा!
मैंने कहा- ठीक है।
रात हुई.
खाना खाकर मैं मम्मी के साथ सो गई।
लेकिन भाई झोपड़ी में सोने चला गया.
मम्मी ने मना भी किया पर भाई नहीं माना.
रात को मैं उठ नहीं सकी जिसके कारण भाई के पास नहीं जा पाई और भाई मुझे चोद नहीं सका.
भाई गुस्सा हो गया.
मैंने भाई से कहा- सॉरी!
भाई ने मुझे किस किया और माफ कर दिया.
फिर भाई बोला- आज स्कूल-कोचिंग के समय शहर जाएंगे, सिनेमा हॉल में सिनेमा देखने!
मैंने कुछ देर बाद कहा- ठीक है, चलते हैं सिनेमा हॉल!
हम 11 बजे से 2 बजे तक सिनेमा हॉल में सिनेमा देखने चले गए.
सिनेमा हॉल में सीट पर बैठकर भाई ने मेरे साथ रोमांस शुरू कर दिया.
उसने मेरे दोनों स्तनों को दबा-दबाकर चटनी बना दिया और मेरी बुर में उंगली डाल-डालकर न जाने कितनी बार पानी गिरा दिया.
चुम्बन ले-लेकर मेरा मेकअप उतार दिया!
जब हम दोनों सिनेमा हॉल में गए थे, तब मैं कैटरीना बन कर गई थी और जब हॉल से बाहर निकली, तो भाई ने मुझे यूपी की एक्स सीएम म।यावती बना दिया था.
फिर मैंने भाई से कहा- मुझे बाथरूम जाना है मेकअप के लिए!
भाई मुझे पब्लिक बाथरूम ले गया.
वहां मैंने हल्का-सा मेकअप किया और फिर हम घर आ गए.
आगे की सेक्स कहानी फिर कभी लिखूँगी।
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