मैरिड सिस्टर सेक्स कहानी में मैंने अपने मामा की सेक्सी बेटी की चूत का मजा लिया. हम दोनों फोन पर बातें किया करते थे. एक बार एक शादी में मिले तो खुद को रोक नहीं पाए.
रिश्तों में सेक्स हम हर रोज देखते हैं, करते हैं, सुनते हैं और यहाँ अन्तर्वासना पर पढ़ते भी हैं।
पाश्चात्य जगत की चकाचौन्ध में रिश्तों की मर्यादा बहुत पहले ही पीछे छूट चुकी है और चूत और लण्ड का मिलन घर में ही होने लगा है।
पहले मैं भी इस मर्यादा में सीमित रहता था और ऐसी बातें सुनकर ही परेशान हो जाता था.
लेकिन अन्तर्वासना पर पढ़ते पढ़ते मेरा भी मन इसमें लगने लग गया और रिश्तों में ही मैं भी चूत ढूंढने लग गया।
मजे की बात यह है कि रिश्तों में ही अभी तक 5-6 प्यासी चूतों को बजा चुका हूं जिनमें 3 मेरी भाभी और तीनों ही एक से बढ़कर एक, जिनके मैं हमेशा पैर छूता था, वे तो मेरे लण्ड की अरदास कर हीं थी.
इनके अलावा एक ममेरी बहन और एक साली ये करीबी रिश्तों में से एक हैं।
इसके अलावा भी हैं लेकिन थोड़े दूर के रिश्ते।
आज मेरी उम्र 33 साल है और मैं चंडीगढ़ में रहता हूं।
सेक्स मेरी जरूरत से ज्यादा आदत बन चुका है.
लेकिन केवल सामने वाले और मेरी दोनों की रजामंदी से ही मैं इस क्वालिटी टाइम को एन्जॉय करता हूँ।
सेक्स कोई भागदौड़ में करने वाली चीज नहीं, बल्कि खुद को और अपने पार्टनर को रिलैक्स करने का जरिया है.
इसलिए मैं सेक्स को एन्जॉय करना पसंद करता हूँ।
मेरी एक फैंटेसी भी है मुझे अधिक उम्र की किसी रईस औरत के साथ एक डेस्टिनेशन पर सेक्स करने का बहुत मन है.
लेकिन पता नहीं कब ये फैनटेसी पूरी होगी।
खैर मैं मैरिड सिस्टर सेक्स कहानी पर आता हूँ.
यह कहानी है मेरे और ममेरी बहन रिया के बीच सेक्स की!
तब मैं 30 साल का था, मेरी शादी को 3 साल हुए थे और उसकी शादी को 2 साल।
फ़ोन पर धीरे धीरे हमारी बातें होती ही थी लेकिन कभी कभी डबल मीनिंग भी जाती थी.
जैसे कि मैंने कभी पूछा कि क्या कर रही है, उसने बोला कि लेटी हुई हूँ.
तो मैं बोल देता कि किसके साथ.
या कभी वो बोलती कि नहाने जा रही हूँ.
तो मैं बोल देता कि अकेले अकेले …
तो वह शर्मा जाती।
इस तरह से चुटीली बातें होने लगी और धीरे धीरे आगे बढ़ती गयी।
फिर हम एक दूसरे को फ़ोटो भेजने लगे.
धीरे धीरे बात सेक्स के मजे तक पँहुच गयी कि कितना खुश रखता है, कब करता है।
ये सब हो तो अभी तक एक लिमिट में ही रहा था।
लेकिन जल्दी ही हमें मौका मिला मेरी एक बहन की शादी के समय।
वह शादी से कुछ दिन पहले ही आ गयी थी, आते ही जब उसने मुझे देखा हम दोनों ने एक दूसरे को गले मिलकर अभिवादन किया.
लेकिन इस बार गले मिलने का मजा कुछ और ही था.
उसने अपनी दोनों चूचियों को मेरी छाती पर गाड़ दिया और टाइट वाली झप्पी की।
हालांकि मैं थोड़ा सा शर्मा भी गया लेकिन आज उसके देखने का तरीका भी अलग था।
खैर शादी वादी के सब काम पूरे हो गए.
हम भी इतने दिन से नार्मल ही मिल रहे थे, बात कर रहे थे।
विदाई के बाद हम दोनों को मौका मिला एक दूसरे के और करीब आने का।
उस दिन घर में मेहमान काफी थे तो सोने की जगह कम पड़ गयी, मैं गद्दा लेकर बड़े कमरे में बेड के किनारे आकर लेट गया.
बाद में पता चला कि रिया भी इधर बेड पर आ गयी लेकिन मेरी वाली तरफ।
लाइट बंद हो चुकी थी.
एकदम से उसने ऊपर से ही मुझे अपनी टांग से हिलाया.
मैं जाग ही रहा था.
उसने पूछा- सो गया?
मैंने कहा- नहीं।
रिया ने कहा कि उसे भी नींद नहीं आ रही थी।
हम धीरे धीरे बात करने लगे.
मैंने उसकी तरफ मुँह कर लिया और उसकी कमर पर हाथ रख दिया और सहलाने लगा।
अब हमारी हरकतें बढ़ने लगी और बातें कम होती जा रही थी।
वह हल्का हल्का कसमसाने भी लगी लेकिन मेरा हाथ नहीं हटाया।
यह मेरे लिए ग्रीन सिग्नल था।
मैं नीचे से उसके टॉप में से हाथ ऊपर चूचियों की तरफ बढ़ाने लगा.
उसने भी मेरा साथ दिया और मेरी तरफ मुंह करके लेट गयी ताकि बेड के दूसरे किनारे पर सोये हुए को किसी हरकत का पता नहीं चले।
उसने ब्रा डाल रखी थी लेकिन मेरे हाथ उसका साइज नाप चुके थे।
मैं हैरान था, उसके चूचे मेरे अंदाज से ज्यादा बड़े थे; एक हाथ में पूरे ही नहीं आ रहे थे।
मैंने हल्के हल्के दबाते हुए उसकी निप्पल को दबा दिया जिससे वह एकदम से वो चिहुंक उठी और पूरी गर्म हो गयी।
मैंने थोड़ा सा ऊपर उठकर उसकी चूची को मुँह में ले लिया और चूसने लगा, साथ ही हाथ को खिसका कर नीचे उसकी चूत को लोअर के ऊपर से ही दबाने लगा।
उसकी सांसें बढ़ने लगी।
मेरा हाथ अपने हाथ से दबाकर वो अपनी चूत रगड़वाने लगी।
मैंने मौका देखते ही हाथ उसके लोअर और पैंटी से होते हुए अंदर डाल दिया।
गर्म हाथ का स्पर्श पाते ही रिया की सांसें ऊपर नीचे होने लगी।
चूत में पहले एक उंगली, फिर दो उंगली … मैं जोर जोर से रगड़ने लगा.
रिया ने दोनों टांगें खोल दी जिससे मुझे और आसानी हो गयी।
मेरे होंठ रिया के चूचों को और उंगलियां उसकी चूत को जबरदस्त रगड़ रहे थे।
रिया की चूत पानी छोड़े जा रही थी.
एक टाइम आया जब उसने दोनों टांगों से मेरे हाथ को दबा दिया और शरीर को कस लिया, उसका सारा पानी मेरे हाथ पर निकलने लगा।
उस दिन का काम इतना ही रहा.
लेकिन हमें मौका मिला 2 दिन बाद।
इन दो दिन में हम दोनों ने ऐसे ही मजे किये।
अब वह तो शांत होकर सो जाती … लेकिन मेरे लण्ड महाराजा रह जाते अधूरे!
2 दिन बाद जब लगभग मेहमान चले गए, तब उसी रूम में हम दोनों को एक ही बेड पर सोने का मौका मिला।
वह पहले ही सो गयी, या फिर सोने का नाटक कर रही थी।
मैंने उसके हाथ को धीरे धीरे दबाना शुरू किया, फिर सहलाना शुरू किया.
लेकिन वो गहरी नींद में सोने का नाटक कर रही थी।
हाथों के साथ साथ मैंने थोड़ा घूम कर अपनी टांग भी उसकी टाँग पर रख दी और सहलाने लगा।
उसने करवट पलट कर मेरी तरफ मुँह कर लिया लेकिन सोने का नाटक करती रही।
रिया ने ब्रा नहीं पहनी थी, ऐसा मुझे तब पता लगा जब मैंने उसकी चूचियों पर हाथ रखे।
उसकी चूचियाँ काफी बड़ी और सख्त थी।
मैं धीरे धीरे उन्हें टॉप के ऊपर से ही सहलाने लगा।
एक बारगी उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और यह कहते हुए दूर कर दिया कि शरारत मत कर सोने दे!
साथ ही वापिस से करवट लेकर सीधी हो गयी।
अब मैं थोड़ा पास आकर और अधिक विश्वास के साथ नीचे पैर के अंगूठे से उसकी चूत को सहलाने लगा और ऊपर एक हाथ से उसकी टॉप में हाथ डालकर चूचियों को!
उसे गर्म करने के लिए यह काफी था।
अब उसने भी साथ देना शुरू कर दिया।
दोस्तो, यह वास्तविकता है कि जो चूत हमें लाइफ में एक या दो ही बार मिले उसकी याद सबसे ज्यादा आती है।
उसकी चूत मैं बस 2 बार ही चोद पाया हूँ अभी तक!
हालांकि रिया 2 साल की शादीशुदा है लेकिन उसकी चूत और चूची दोनों ही टाइट थी.
उसने बताया कि उसका पति चोदता तो उसे रोज है लेकिन लण्ड मुझसे छोटा है और फोरप्ले वगेरा कुछ नहीं करता, सीधे चूत पर चढ़ाई करता है और पानी निकाल कर सो जाता है।
खैर चूत और चूचियों को सहलाते रिया पूरी गर्म हो चुकी थी.
मैंने अपनी करवट बदली और मुँह को उसकी चूत की तरफ लाकर एक झटके से उसका लोअर और पैंटी दोनों नीचे सरका दी.
ये सब अचानक से हुआ तो रिया को समझने का टाइम ही नहीं लगा।
रिया की चूत पर मेरी गर्म जीभ लगते ही वह तड़प उठी और मेरा लण्ड जो उसके मुंह की तरफ आ गया था, उसने लोअर के ऊपर से ही दबाना शुरू कर दिया।
मेरे लौड़े का साइज नार्मल से अधिक है और इस टाइम रिया की चुदाई को लेकर इतना खुश था कि पूरे जोश के साथ झटके मार रहा था।
मैं रिया की चूत में जीभ फेर रहा था और रिया मेरा लण्ड दबाते हुए कसमसा रही थी।
चूत के दाने पर एक बार जीभ लग जाये या उंगली से उसे रगड़ दो तो लड़की चुदवाये बिना नहीं रह सकती. ये सभी को पता है, मैं तो फिर भी खेला खिलाया हूँ।
अपनी टांगों को मेरे सिर के दोनों तरफ लपेट कर रिया चूत को चटवाने लगी.
नीचे से मेरी जीभ की स्पीड बढ़ती जा रही थी और ऊपर से मेरे हाथ उसकी चूचियों को मसल रहे थे.
और उसके हाथ मेरे लण्ड को दबा रहे थे।
मैंने मौका देखकर ऊपर बढ़ना शुरू किया, चूत से उसकी गहरी नाभि, पेट से होते हुए उसकी चूचियों तक पँहुच गया और उसकी निप्पल को मुँह में ले लिया।
टॉप खुला खुला सा ही था तो अपने आप से ऊपर होता चला गया और चूची चूसते हुए मैंने टॉप भी उसके शरीर से निकाल दिया।
रिया ने मेरे बालों को खींचा और कान में बोली- भाई, चूत में आग तो लगा दी अब जल्दी से लण्ड भी डाल दे।
मैंने कहा- चिंता मत कर … आज तू मेरी कुतिया बन कर चुदेगी। मेरा लौड़ा आज तेरी चूत को भोसड़ा बनाएगा. तेरे पति ने क्या ही चोदा है, आज से तू जब भी आपने पति से चुदेगी, मुझे ही याद करेगी।
मैरिड सिस्टर सेक्स करने के लिए बेचैन थी, उसने कहा- अब और ज्यादा न तड़पा, जल्दी से डाल दे।
मैंने थोड़ा और तड़पाने के लिए उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिये और किस करने लगा.
मेरी जीभ उसके मुँह भी थी, उसने भी जोर जोर से जीभ को होंठ को चूसना शुरू कर दिया।
इन सबके साथ हमारे सारे कपड़े भी एक एक कर के केले के छिलके की तरह कब उतर गए, पता ही नहीं चला।
मेरा लण्ड उसकी चूत पर लग रहा था और उसकी चूत बार उसे अंदर लेने की कोशिश कर रही थी।
दोस्तो, लण्ड को चूत में डालने से पहले चूत के ऊपर रगड़ो, लड़की की हाय न निकलवा दे तो मुझे कहना।
चूत के दाने को उंगली से धीरे धीरे रगड़ो, कितनी ही हरामी चूत हो या चुदेल हो, आपके लण्ड के आगे झुक जाएगी।
और अधिक टाइम खराब न करते हुए मैं धीरे से बेड से उतरा और उसे कुतिया स्टाइल में बैठाने लगा.
अब उसकी चूत पीछे निकल कर आ गयी.
चूत रस टपक रहा था, ऐसा लग रहा था एक बार झड़ चुकी है।
मैंने अपना लौड़ा सेट किया और धीरे धीरे उसकी चूत में डालना शुरू किया.
हल्की हल्की आह के साथ दोनों कामुक मुद्रा में वासना के पुजारी अपनी इहलीला को अंजाम दे रहे थे।
आज मेरी ममेरी बहन मुझसे चुदने जा रही थी.
वह भी यही सोच रही थी।
मेरा लण्ड उसकी चूत की दीवारों को भेदता हुआ अंदर रास्ता बनाता जा रहा था।
अपने पति से इतना चुदने के बाद भी अगर चूत टाइट हो तो सोचो दोस्तो … उसने चुदाई के क्या ही मजे लिए होंगे।
खैर लण्ड का काम होता है चोदना और चूत का काम होता है चुदना! जो शुरू हो चुका था।
रिया धीरे धीरे फुसफुसा रही थी और अपने चूचे भी दबा रही थी- जल्दी जल्दी कर साले, डाल दे … कब से तडपा रहा है. बचपन से सपने देखे है तेरे लण्ड के … चोद दे आज और मेरा सपना पूरा कर दे।
जल बिन मछली वाली हालत हो रही थी रिया की।
मैंने धीरे धीरे 8-10 बार लण्ड को अंदर बाहर किया और अब तक लण्ड चूत में पूरा समाने लग गया था, बस एक झटके ने लण्ड को जड़ तक बैठा दिया.
झटका लगते ही वह हल्के से चिहुंक उठी और उसकी सांस ऊपर की ऊपर रह गयी.
उसने चूत जोर से भींच ली।
मुझे लगा कि कहीं चीख न निकल जाए.
मैं रुक गया और अपने हाथों से उसके नीचे लटके हुए 36 साइज के चूचे सहलाने लगा।
धीरे धीरे वह नार्मल हो गई और बोली- भाई बता तो देता झटका मारने से पहले! मेरी जान निकाल दी. तेरा लण्ड तेरे बहनोई से बड़ा है. उसकी लुल्ली काम तो बहुत देर करती है लेकिन है बस छोटी।
अब मेरी कुतिया नार्मल हो गयी थी.
मैंने धीरे धीरे लण्ड आगे पीछे करना शुरू कर दिया और स्पीड बढ़ाने लगा.
उसके चूचे नीचे से जोर जोर से हिल रहे थे.
मेरी बहन पूरी रण्डी की तरह अब चुद रही थी- आहह हहह … आह हहह … ओहह हह … उम्म धीरे धीरे!
उसके मुंह से आहें निकल रही थी।
लण्ड अपनी पूरी स्पीड पकड़कर पिस्टन की तरह जा रहा था।
उसकी आंखें बंद होने लगी और कोई 25-30 जोरदार झटकों के बाद उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया।
वह निढाल होकर गिर गयी जिससे मेरा लंड बाहर आ गया।
लेकिन मैं अभी अधूरा था, मैंने रिया को जोर लगा कर सीधा किया, उसकी टांगें चौड़ी की और बेड से नीचे तक खींच लिया.
अब बेड उसकी कमर तक था और टांगें ऊपर मेरे कंधे पर!
2 मिनट रुकने को कहा उसने!
इतने में मैंने उसका टॉप उठाया और उससे उसकी चूत का पानी साफ कर दिया।
अंगूठे से मैं उसकी चूत के दाने को सहलाने लगा ताकि वह जल्दी तैयार हो जाये.
इधर मेरे लण्ड का सुपारा पूरा लाल हो रहा था।
मैंने उसकी टांगों को कंधे पर रखा और चूत में एक ही झटके में ही पूरा लण्ड पेल दिया.
इसके लिए वह तैयार नहीं थी लेकिन मैं वहशी हो चुका था।
लण्ड सीधा उसकी बच्चेदानी तक टकरा रहा था।
मैं बड़बड़ाये जा रहा था और बोले जा रहा था- चुद मेरी धन्नो, आज मेरे घोड़े से चुद! साली रण्डी छिनाल … बहुत तड़पाया है तेरी चूत ने!
तभी मैं बोला- बोल ये चूत किसके लिए है?
रिया- तेरे लिए मेरे चोदू भाई!
मैं- क्या है तू मेरी?
रिया- तेरी रण्डी हूँ, दिल लगाकर चोद!
मैं- पानी चूत में निकालू या मुँह में?
रिया- तेरा लण्ड रस पीना है, मुझे एक एक बूंद चाटनी है।
मैं घपाघप धक्के मारे जा रहा था.
भगवान ने भी क्या चीज बनाई है … चूत नाम का एक ऐसा इंजन जिसे केवल लण्ड नाम का पिस्टन ही संतुष्ट कर सकता है।
आज हम दोनों ऐसे चुदाई कर रहे थे जैसे जिंदगी की आखिरी चुदाई हो।
रिया ने बाद में बताया कि वह जब यहाँ हमारे घर रहकर पढ़ाई करती थी स्कूल टाइम में, तब से मेरे लण्ड की दीवानी थी.
बचपन में कई बार उसने मुझे नहाते हुए देखा है और मेरी फ्रेंची के उभार को देख कर अपनी चूत को रगड़ा है।
मुझे ये सब सुनकर बहुत अच्छा लगा।
उस समय वह बहुत पतली सी होती थी लेकिन आज उसके चुच्चे जुल्म ढा रहे हैं।
मिशनरी पोजीशन में उसकी दोनों जांघों के बीच मेरा लण्ड और उसकी चूत आपस में ठप्प ठप्प की आवाज कर रहे थे.
ऊपर उसके चुच्चे हिल हिल कर मेरा जोश बढ़ा रहे थे।
आंखें बंद किये हुए रिया होंठ दबा दबा कर चुद रही थी और मजे ले रही थी।
मैंने लण्ड से चोदते हुए अच्छे से देखा, बहुत ही सलीके से उसने अपने आप को मेन्टेन किया हुआ था.
हल्का सांवला रंग लेकिन चमक उसे बिपासा बसु की तरह सेक्सी बना रही थी।
ऊपर से टाइट तीखे खड़े हुए मम्मे और चुच्चे।
मेरा लण्ड अकड़ने लगा.
मैंने झटके से लंड बाहर निकाला और उसे बाल से खींचकर सीधा करते ही उसके मुंह में दे दिया.
मेरी मैरिड सिस्टर जीभ से खींच खींच कर चूसने लगी।
मैं उसके गले के अंदर तक लण्ड उतारकर उसके मुंह को चोदने लगा.
रिया की आंखों से आंसू आ गए लेकिन लण्ड को छोड़ने या मुझे रोकने का उसका कोई मन नहीं था.
12-15 जबरदस्त झटकों के बाद लण्ड का सुपारा फूला और झरना सा उसके मुंह में बह गया.
उसके मुंह की लार और लण्ड से निकला लावा दोनों मिल कर उसकी चूची पर गिरने लगे.
रिया कुल्फी की तरह सुपड़ सुपड़ कर सारा पी गयी और हम दोनों निढाल होकर एक दूसरे के ऊपर ही गिर गए।
रिया और मैं जोर जोर से सांस ले रहे थे.
उसने बोला- यह मेरा अब तक का सबसे मजेदार सेक्स एक्सपेरिएंस है।
आपको मेरी मैरिड सिस्टर सेक्स कहानी कैसी लगी जरूर बताइये।
सभी का लेखन अलग अलग होता है, शायद आपमें से किसी को पसंद आये, किसी को नहीं।
लेकिन आपके विचार मुझे आगे लिखने के लिए प्रेरित करेंगे।
[email protected]
मेरी पिछली कहानी थी- बीवी की सहेली संग हॉट सेक्स का मजा