सेक्सी मामी के साथ रातें रंगीन की- 1

मामी न्यूड चैट कहानी में मैं मामा के घर गया तो मामी और उनके बच्चे ही घर पर थे. मामी बहुत ही हॉट और सेक्सी लग रही थीं, मेरी नजर उनकी चूचियों से हट नहीं रही थी.

दोस्तो, मेरा नाम अमन है, उम्र 20 साल है.
मैं दिल्ली में रहकर B.Sc. की पढ़ाई करता हूँ.

यह सेक्स कहानी एकदम सच्ची है. इस कहानी में सिर्फ नाम बदले गए हैं, लेकिन घटना पूरी तरह सत्य है.
यह मेरी पहली सेक्स कहानी है, इसमें अगर कुछ गलत लगे तो प्लीज नजरअंदाज करके माफ कर दीजिएगा.

अपने दूसरे साल के फाइनल पेपर देकर मैं कुछ महीनों के लिए छुट्टियां बिताने अपने गांव गया था.

कुछ दिन बाद मैं उसी गांव के नजदीक के शहर में रहने वाली मामी के घर चला गया था.

जब मैं उनके घर गया तो मुझे पता ही नहीं था कि आगे क्या होने वाला है, क्योंकि किस्मत को कुछ और ही मंजूर था.

दरअसल मुझे मामी के साथ सेक्स करने का मौका मिल गया था.
वह सब कैसे हुआ … उसी को मैंने इस मामी न्यूड चैट कहानी में लिखा है.

मेरी मामी का नाम उर्मिला है. उनकी उम्र 35 साल है.
वे पेशे से सरकारी अध्यापिका हैं.
उनके दो बच्चे हैं. एक बेटा और एक बेटी है.

उनके पति यानि मेरे मामा जी गांव में रह कर बिजनेस करते हैं.
जबकि मामी शहर में रह कर नौकरी करती हैं और उधर ही वे अपने ब/च्चों की पढ़ाई का भी देख रही हैं.

मामा जी ने शहर में किराए पर एक फ्लैट लिया हुआ था, जिसमें दो कमरे हैं … एक हॉल, किचन और बाथरूम आदि हैं.

मैंने मामी को फोन किया- मामी, मैं आज आपके यहां आ रहा हूँ, एक-दो दिन रुकने के लिए आ सकता हूँ क्या?
मामी बोलीं- हां हां आ जाओ, कोई दिक्कत नहीं है!

मैंने मम्मी से कहा- मम्मी, मैं दो दिन के लिए अंशी के पास जा रहा हूँ.
मम्मी बोलीं- जाओ, लेकिन अंशी को परेशान मत करना.
अंशी मेरी मामी की बेटी का नाम है.

अगले दिन शाम 4 बजे मैं मामी के फ्लैट पर पहुंच गया.
मेरा गांव शहर से सिर्फ 30 मिनट की दूरी पर है.

वहां पहुंच कर देखा कि मामी कुछ काम कर रही थीं.
अंशी और आशु अपने-अपने स्कूल से आ चुके थे.

मैं उन्हें ‘नमस्ते मामी’ कहकर अंशी और आशु के पास बैठ गया.

आशु मेरे मामी के बेटे का नाम है.

कुछ देर के बाद मैंने देखा कि मामी मामा को फोन कर रही थीं.
उन्होंने बताया- अमन आज आया हुआ है, एक-दो दिन के लिए घूमने … उसके बाद वह वापस चला जाएगा!

मामा ने उस तरफ से कुछ कहा, जो मुझे सुनाई नहीं दिया.
मामी ने स्पीकर ऑन करते हुए आगे पूछा- आप आज आएंगे न?

मामा बोले- ठीक है, आज मुझे आना तो था, पर किसी काम की वजह से मैं आज नहीं आऊंगा और हो सकता है कि मुझे दो दिन भी यहीं रुकना पड़ जाए. अब अमन उधर है ही, तो मुझे भी घर की कोई फिक्र नहीं रहेगी.
मामी ने कहा- ठीक है जी, जैसी आपकी इच्छा!

यह कह कर उन्होंने फोन रख दिया.
पता नहीं क्यों, यह सुनकर मैं खुश हो गया कि मामा नहीं आ रहे हैं.

हालांकि आज तक मेरे मन में मामी के लिए कोई गलत फीलिंग नहीं थी लेकिन आज उन्हें देखकर मैं पागल हो रहा था.

मामी बहुत ही हॉट और सेक्सी लग रही थीं, मामी का फिगर भी बहुत कातिलाना है.

रात 8 बजे मामी किचन में खाना बनाने गईं.
खाना तैयार होने के बाद वे मुझे बुलाने आईं- चलो अमन … खाना बन गया, आ जाओ खा लो.

मामी ने सबके लिए थाली लगाई और हम सभी साथ बैठकर डिनर करने लगे.
मामी भी हमारे साथ बैठीं.

खाना खाते वक्त मेरी नजर पहली बार मामी पर पड़ी.
वे मेरे बिल्कुल करीब थीं.

मैं उन्हें ध्यान से देखने लगा.
मामी ने गुलाबी साड़ी पहनी थी और उनके मम्मे ब्लाउज के ऊपर से ही दिख रहे थे.

यह देखकर मेरा मन हुआ कि अभी उनके दूध को चूस लूँ.

मेरी मामी के मम्मों की साइज बहुत ही मस्त है.
उनके रसीले मम्मे देखकर मेरा लंड खड़ा होने लगा.

मैंने लोअर पहना था, तो लंड फूल कर बाहर से ही उठा हुआ दिखने लगा.

मैंने जल्दी से एक हाथ से उसे दबा दिया.
लेकिन मामी की नजर मेरे खड़े लंड पर पड़ चुकी थी.

उन्होंने खुद को भी देखा तो पाया कि उनके मम्मे ऊपर से दिख रहे हैं.
शायद इसी वजह से मेरे लौड़े में उभार आ रहा है.

यह आभास होते ही मामी समझ गईं और वे शायद अन्दर ही अन्दर मुस्कुरा भी रही थीं.

मैंने खाना खाकर हाथ धोए और तुरंत बाथरूम में घुस गया.

वहां मैंने अपने मोबाइल में एक ब्लू फिल्म सर्च की.
उधर जल्दी जल्दी में मुझे मामी और भांजे की चुदाई तो नहीं मिली, लेकिन एक और सेक्स फिल्म मिल गई.
उसे देखने लगा.

तभी मैंने देखा कि बाथरूम में मामी की ब्रा और पैंटी टंगी थी.
मामी की ब्रा, पैंटी और चूचियों को याद करके मैं वासना से भड़कते हुए मुठ मारने लगा.

कुछ मिनट बाद मेरा लावा (वीर्य) निकल गया.

मुझे बाथरूम में काफी देर हो गई थी.

जब मैं बाहर निकला, तो मामी ने पूछा- सब ठीक है न अमन?
मैंने जवाब दिया- हां मामी, सब ठीक है!

फिर मैं अंशी के पास जाकर मस्ती करने लगा.
तभी मामी साड़ी बदलकर मैक्सी पहन कर आई और बोलीं- मैं दूध लेने जा रही हूँ!

मामी के बच्चे दूध से नफरत करते हैं, फिर भी उन्हें पीना पड़ता है.
बच्चे कुनमुनाते हुए बोले- हां ले आओ मम्मी.

फिर मामी ने मुझसे पूछा- अमन, आपको कौन सा दूध पीना है?

मेरा ध्यान मामी की चूचियों पर था क्योंकि मैक्सी के अन्दर उन्होंने ब्रा नहीं पहनी थी, जिससे उनके मम्मे साफ दिख रहे थे.

मैंने उनकी चूचियों की तरफ उंगली दिखाते हुए कहा- मीठा वाला पीना है!
यह कहने के बाद मैं सकपका गया कि यह मैंने क्या कह दिया.

तभी मैंने जल्दी से कहा- मेरा मतलब चीनी वाला दूध लूँगा मामी!
मामी समझ गईं कि मैंने क्या कहा.

वे हंसती हुई किचन की ओर चली गईं.
मैं समझ गया कि मेरा काम बन सकता है.

वह नियम है न कि लड़की हंसी, तो फँसी!
बस अब मुझे कोशिश नहीं छोड़नी थी.

रात के दस बज गए.
मामी सोने के लिए बिस्तर ठीक करने लगीं.

उन्होंने कहा- अमन मैंने तुम्हारे लिए दूसरे वाले रूम में बिस्तर लगा दिया है!

उस वक्त भी मेरा ध्यान फिर से मामी की चूचियों पर था.

मामी ने फिर से कहा- ठीक है न!
मैंने हड़बड़ाते हुए कहा- हां मामी … ठीक है … आप क्या बोलीं?

मामी बोलीं- तुम्हारा ध्यान कहां पर है … मैं सब समझ रही हूँ!
फिर वे दोबारा बोलीं- बिस्तर दूसरे रूम में लगा दिया है!

मैंने कहा- आपके मम्मे …
मामी चौंकी- क्या?

मैंने तुरंत बात संभाली- मम्मी याद आ रही थी!

मैं बाल-बाल बचा … ‘हे भगवान यह क्या हो गया है मुझे …’ मैं बुदबुदाते हुए अपने रूम में सोने चला गया.

इधर मामी और उनके बच्चे सोने की तैयारी कर रहे थे.

मैं रूम में गया.
उधर बैठ कर अपना फोन सर्च करने लगा कि मामी को कैसे पटाया जाए.

लगभग दो घंटे तक मैं मोबाईल में सर्च किया लेकिन कुछ खास नहीं मिला.

फिर रात बारह बजे मैं सेक्स वीडियो सर्च करके देखने लगा.

जैसे ही मैंने अपना हाथ लोअर में डाला, तभी अचानक दरवाजे पर मामी आ गईं.

मैंने जल्दी से सोने का नाटक किया.
मामी देखकर चली गईं.
मुझे अब मुठ मारना था तो मैं उठा और बाथरूम की ओर गया.

वहां देखा कि कोई पहले से ही बाथरूम में था.

मैंने आवाज़ नहीं की.
चारों तरफ शांति थी.

तभी बाथरूम से ‘आह बाबू … आह!’ की धीमी धीमी मादक आवाज़ आने लगी.

मैंने अन्दर झाँकने के लिए कोई छेद ढूँढा, लेकिन कोई छेद नहीं था.

दरवाजे के नीचे जरा सा खुला था, जहां से देखने के लिए काफी जगह थी.
बाहर की तरफ एक भी बल्ब नहीं जल रहा था, सिर्फ बाथरूम में रोशनी थी.

जब मैंने लेटकर देखा तो दंग रह गया.
मामी बाथरूम में नंगी बैठी थीं.
उनका नंगा जिस्म मेरी आंखों के सामने था.

उनकी चूचियां लटक रही थीं जिनके लिए मैं पागल था.
मेरे सामने एक-एक किलो के मटके लटक रहे थे.

मामी ने अपनी मैक्सी हटाई हुई थी.
उनके एक हाथ में फोन था और दूसरे हाथ से वे अपनी चूत में उंगली कर रही थीं.

मामी न्यूड चैट करती देखकर मेरा लंड फुफकारने लगा.
मामी की चूत बिल्कुल साफ थी, एक भी बाल नहीं था.

वे अपने कान में ईयरफोन लगाए हुई थीं.
यह देखकर मैंने भी अपने फोन से वीडियो बनाना शुरू कर दिया.

तभी मेरी नज़र मामी के बगल में पड़ी, जहां उन्होंने एक खीरा रखा था.

मामी को नंगी देखकर मेरा लंड बेकाबू हो गया.
मैं भी मुठ मारने लगा.

इधर मामी अपनी चूत में खीरा डालने लगीं.
फिर मैंने ध्यान दिया कि वे किसी वीडियो कॉल पर थीं और उसे अपनी चूत दिखाती हुई खीरा पेल रही थीं.

मेरा वीर्य निकल गया तो मैंने झट से अपनी चड्डी में ही वीर्य निकाल दिया.
उधर मामी का भी पानी निकलने लगा.

जब उनका पानी निकला, तो इतना तेज़ था कि मैं हैरान रह गया.

ऐसा लग रहा था जैसे ताजा ताजा बोरिंग हुई हो और मशीन ने जमीन का पानी बाहर की ओर फेंक दिया हो.

मुझे लगा कि मामी की बहुत दिनों से मामा ने चुदाई नहीं की थी इसलिए मामी खीरा डाल रही थीं.

पर फोन पर दूसरी तरफ कौन था, यह सवाल मेरे दिमाग पर चढ़ चुका था.
मामी अब अपनी चूत को पानी से साफ करने लगीं.

वे खड़ी हुईं तो मैं धीरे से उधर से उठा और अपने कमरे में जाकर लेट गया.

मामी पांच मिनट बाद मेरे कमरे में आईं, उन्होंने मुझे देखा और फिर अपने कमरे में चली गईं.

मैं तुरंत उठा और एक बार फिर से मुठ मारी.
पहली बार एक ही दिन में मैंने तीन बार मुठ मार ली थी और वह भी बस मामी के लिए!

फिर मैं फ्रेश होकर तीस मिनट बाद मामी के कमरे में गया.
मामी ने अपने कमरे में जीरो वाट का बल्ब जला रखा था.

मैंने देखा कि मामी ने अपनी मैक्सी को कमर तक चढ़ा रखा था जिससे मामी की चूत पर कोई पर्दा नहीं था और उनकी नंगी चूत साफ दिखाई दे रही थी.

अब मुझसे रहा नहीं गया.
मामी के बगल में एक व्यक्ति के लिए लेटने लायक जगह थी.
मैं जाकर बेखौफ लेट गया और उर्मिला मामी के पैर के ऊपर अपना पैर रखकर उन्हें निहारने लगा.

मामी को सुबह जल्दी उठना पड़ता था और वे रात को लगभग डेढ़ बजे सोई थीं, इसलिए वे गहरी नींद में थीं. जैसा कि मुझे दिख रहा था.

मैंने मामी के बालों को उनकी गर्दन से हटाकर उनके गाल पर एक चुम्बन किया.

फिर मैंने मामी की नंगी चूत को हाथ से स्पर्श किया.
स्पर्श मात्र से मुझे जन्नत मिल गई थी.
पहली बार किसी स्त्री की चूत को छूने का मजा आया.

मामी की चूत गीली थी. मन नहीं माना तो मैं उठ गया और एक बार बड़ी हिम्मत करके मैंने अपनी जीभ को मामी की चूत पर रख दिया.

मैंने फिर से मामी को देखा, वे अभी भी सो रही थीं.

अब मैं मामी की चूत को जीभ से चाटने लगा.
मामी की चूत के छेद को चाटने में मजा आ रहा था.

उनके छेद से पानी रिसने लगा था, तो मैं उस रस को चाटने लगा.

मैंने लगभग पांच मिनट तक मामी की चूत में जीभ फेरी और सारा रस चाटकर साफ कर दिया.

मामी अभी भी नहीं जागी थीं और न ही उन्हें अहसास हो रहा था कि उनके साथ क्या हो रहा है.
मैंने मामी की मैक्सी के ऊपर वाले बटनों को देखा. मामी की मैक्सी चिटकनी बटन वाली थी.

जैसे ही मैंने उनके ऊपर वाले तीनों बटन खोले, मामी एक बार फिर मेरे सामने ऊपर से पूरी तरह नंगी हो गईं.

दरअसल वे पूरी नंगी ही थीं क्योंकि नीचे से उनकी बिना पैंटी वाली चूत नंगी थी और अब ऊपर से दूध नंगे हो गए थे.
उनकी मैक्सी बस पेट पर सिमटी पड़ी थी.

मैंने एक पल उनके खूबसूरत दूध देखे और अगले ही पल अपने होंठों से मामी के एक निप्पल को चूसने लगा.
अपने एक हाथ से मैं उनके दूसरे मम्मे को मसलने भी लगा.

शायद मैंने उनके मम्मों के साथ कुछ ज्यादती कर दी थी, तो मामी एकदम से जाग गईं.
उन्होंने खुद को नंगी हालत में देखकर मुझे गुस्से से घूरा.

मैं डर के मारे काँप उठा. मुझे लगा कि अब मेरा काम लग गया!
मामी शायद पहले तो मेरे ऊपर चिल्लाने वाली थीं. मगर न जाने क्या हुआ कि उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और मुझे उठा कर अपने साथ मेरे कमरे में ले गईं.

उधर उन्होंने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया.
यह देखकर मैं और डर गया, मेरी गांड फट कर मेरे हाथ में आ गई.

अब उर्मिला मामी चिल्लाईं- यह क्या कर रहा था तू मेरे साथ, मेरी मैक्सी क्यों खोली? और तू मेरे पास कब आया? तेरी हिम्मत कैसे हुई मुझे छूने की, बदतमीज हरामी, मैं कल तुम्हारी मम्मी को सब बता दूँगी!
इतना सुनते ही मैंने मामी के पैर पकड़ लिए.

मामी अभी भी उसी अवस्था में थीं, जैसा मैंने उन्हें छोड़ा था.
मेरे सामने मामी के दूध भरे मटके लटक रहे थे और उनकी चूत फिर से गीली हो चुकी थी.

मैंने उनकी रसीली चूचियों को देखते हुए कहा- माफ कर दो मामी, मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था. पर आपने मुझसे रात को दूध की बातें की थीं, जिससे मेरा मन आपका दूध पीने को करने लगा. फिर जब आप दूध लाने गई थीं, तब मैक्सी में आपके मम्मे झलक रहे थे. वह सब देखकर मुझे नींद ही नहीं आ रही थी. माफ कर दो, मैं अब आपको नहीं छूऊंगा!

कुछ पल रुकने के बाद मामी की नजर अपनी चूत पर गई तो उन्होंने पूछा- तूने मेरी चाटी है ना?
मैंने कहा- नहीं मामी, यह कैसी बात कर रही हो? मुझे नहीं मालूम, मैंने तो बस आपके मम्मे ही चूसे थे!

मामी चूत दिखाती हुई बोलीं- बेटा झूठ मत बोल … तूने मेरा छेद भी चाटा है और यह साफ दिख रहा है. सच बोल, नहीं तो अभी मैं तुम्हारी मम्मी को फोन करती हूँ!
मैं समझ गया था कि मामी चुदास से भड़की हुई हैं और ये मेरी क्लास ले रही हैं.

मैंने खुल कर कहा- हां मामी, मैंने आपकी चूत भी चाटी है क्योंकि उस वक्त उसमें से रस टपक रहा था.

यह सुनते ही मामी के चेहरे पर हल्की मुस्कान आ चुकी थी.
पर वे मुझे ऐसा नहीं दिखा रही थीं.

उन्होंने अब अपनी मैक्सी के बटन लगा लिए.
मामी ने पूछा- क्यों चाटा? रस बहने देते तुम्हें क्या दिक्कत थी?

मैंने बोलना शुरू किया- मामी, मैं रात डेढ़ बजे टॉयलेट गया था. मुझे अच्छा नहीं लग रहा था, इसलिए आपके कमरे में आया कि अगर आपके बिस्तर पर जगह होगी तो मैं भी सो जाऊंगा. लेकिन मैंने आपको नंगी देखा, तो रहा नहीं गया. पहली बार मैं किसी स्त्री के गुप्त अंग को आंखों से देखा, तो मैं खुद को रोक नहीं पाया. आपकी चूत भी काफी गीली थी. उसे देख कर ऐसे लग रहा था कि कुछ देर पहले ही किसी ने आपकी चूत मारी हो!

मामी बोलीं- बदतमीज, इसीलिए आया था … यही सब करने?
मैंने कहा- गलती हो गई मामी जी, माफ कर दो!

मामी इतरा कर बोलीं- एक शर्त पर माफ करूँगी और वह शर्त मैं सोच कर बाद में बताऊंगी … और हां, मैं इस सबके बारे में किसी से कुछ भी नहीं कहूँगी. लेकिन तुम भी यह बात किसी को मत बताना, नहीं तो मेरी और तुम्हारे मामा की बदनामी होगी!
मैंने कहा- पक्का मामी, मैं अभी से सब भूल गया … ठीक है … और मैं कल वापस जा रहा हूँ?

मामी बोलीं- कल नहीं, उसके बाद चले जाना. फिर अभी मेरी शर्त भी बाकी है, पहले मुझे शर्त सोच लेने दे!
मैंने कहा- जैसा आप चाहो.

मामी बोलीं- आज मैं तुम्हारे साथ सो लेती हूँ, क्योंकि तुम्हें मेरे कारण नींद नहीं आ रही है न … तो आराम से सो जाना!
यह सुनकर मैं अन्दर ही अन्दर बहुत खुश था कि मामी का मुझसे चुदवाने का मन तो है, बस ये नाटक कर रही हैं.

मैंने कहा- ठीक है मामी … सो जाओ!

दोस्तो, मैं अमन आपको अपनी मामी के साथ की इस सेक्स कहानी के अगले भाग में बताऊंगा कि मामी मेरे लंड से कैसे चुदीं.
मामी न्यूड चैट कहानी पर आप अपने कमेंट्स और मेल से प्यार जरूर भेजें.
आपका अमन
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मामी न्यूड चैट कहानी का अगला भाग: