जवान भतीजी को रात में राजी किया

हॉट यंग गर्ल सेक्स कहानी में मैंने अपनी जवान कमसिन टीनएज भतीजी की चूत का मजा लिया. मैं पढ़ाई करके कई साल बाद घर आया तो वह मेरे गले लग गयी.

दोस्तो, मेरा नाम अमन है और मैं आज जो कहानी सुनाने जा रहा हूं वो 100% सच है.
मैं आज भी जब वो दिन याद करता हूं तो लंड में पानी उतरने लगता है.

दोस्तो, मेरी उमर 26 साल की है.
और यह हॉट यंग गर्ल सेक्स कहानी तब की है जब मैं अपनी पढ़ाई पूरी करके अपने घर वापस आया था.

जैसे ही मैं अपने घर आया, सब लोग बहुत खुश थे.

फिर मेरी नजर मेरी भतीजी दिशा पर गई तो वह अचानक मेरे गले आकर लग गई और बोली- चाचू, आप पूरे चार साल बाद घर वापस आए हो. मेरे लिए क्या लाए?
तो मैंने बोला- सॉरी दिशा … मैं तो भूल गया तुम्हारे लिए कुछ भी लाना!

इस पर वह गुस्सा होने लगी.

दोस्तो, मैं आपको बता दूँ कि मेरी भतीजी का नाम दिशा है.
वह उस समय 19 साल की थी और उसका शरीर पूरी जवानी पकड़ चुका था.
वह एकदम दूध सी गोरी है.
उसकी हाइट 5’8″ की है.

मैंने उससे बोला- यार, तू तब पतली थी, अब मोटी हो गई है!
तो मेरी मम्मी बोली- अमन, तू ऐसा कर कि इसको बाहर घूमने ले जा और वहां पर इसको कुछ अच्छा सा खिलवा देना!

मम्मी के इतना कहते ही मेरी भतीजी बोली- अच्छा ठीक है, आप मुझे शाम को अच्छे वाले रेस्टोरेंट ले चलना.

इसके बाद शाम हुई तो मैंने बोला- दिशा, चल बाहर नहीं चलेगी क्या?
तो उसी टाइम वह अपने घर से आई.

मैं तो बस उसको देखता ही रह गया.
उसने इतना हल्का टॉप पहना था जिससे उसके बूब्स पूरी तरह से साफ साफ शेप में नजर आ रहे थे.
और उसने नीचे, आजकल जो लड़कियां छोटा सा निक्कर पहन लेती हैं, वह पहनी थी.

लेकिन उसका निक्कर हल्के सूती कपड़े का था, जीन्स का नहीं था।

उसके गोरे गोरे पैर और जांघें देख कर मेरे मन में अजीब से ख्याल आ रहे थे.

फिर मैंने पापा की बाइक चालू की और वह मेरे कंधे पर हाथ रख कर बैठ गई.

हम घूमते घूमते बहुत दूर आ चुके थे.

दिशा बोली- चाचू, चलो अब कहीं कुछ खा पी लेते हैं.
मैं बोला- ठीक है.

हम कोई रेस्टोरेंट ढूंढ ही रहे थे कि अचानक मौसम बारिश जैसा होने लगा और दूर दूर तक अंधेरा होने लगा.

तो मैं बोला- दिशा, चल अभी कहीं भी खा पी के सीधे घर चलते हैं. कल दुबारा आ जायेंगे.

इस पर वह नाराज़ होने लगी.

मैंने रास्ते में एक पुराना सा ऐसा रेस्टोरेंट देखा जहां ठहरने की भी व्यवस्था थी.
तो मैं बोला- चल यहां चलते हैं.
वह बोली- ओके चाचू!

जैसे ही हमे रेस्टोरेंट में खाना खाने बैठे, वैसे ही तेज़ बारिश होने लगी.

दिशा बोली- चाचू अब घर कैसे जायेंगे?
तो मैं बोला- रुक, कुछ करता हूं.

उस होटल को एक अधेड़ उम्र की औरत चला रही थी.
और उस वक्त वहां केवल मैं, दिशा और वो औरत थी.

मैंने उस रेस्टोरेंट वाली औरत से पूछा- क्या हम लोग आज यहाँ रुक सकते हैं?
तो वह बोली- रुक जाओ. लेकिन मैं एक रात रुकने के 1000 ₹ लूंगी.
मैं बोला- अच्छा ठीक है.

उसने हमें कमरा दिखाया.
उस कमरे में हम दोनों बैठ गए.
कमरे में एक ही छोटा बेड था.

रात बहुत हो गई थी तो मैं बोला- दिशा, चल एक साइड तू सो जा, दूसरी तरफ मैं!
तो वह बोली- चाचू, मुझे हाथ पैर रखने की आदत है.

मैं बोला- चल कोई बात नहीं!
फिर हम दोनों एक साथ लेट गए.

दोस्तो, जैसे ही उसने मेरी तरफ पीठ करी मैं तो बस उसकी गान्ड को देखता ही रह गया.
उसकी नई कच्ची और उठी हुई गांड मेरी तरफ थी.
मैं उसकी गांड को घूर ही रहा था कि तभी गलती से मेरा लंड उसकी गान्ड पर टच हो गया.

और जैसे ही टच हुआ, मेरा लंड अचानक से खड़ा हो गया.
उसने मुझे हल्के से अपने हाथ से दूर किया तो उसका हाथ भी मेरे लंड पर आ गया.
इस पर वह हंसने लगी.

तो मैंने पूछा- क्या हुआ?
वह हंसती हुई बोली- कुछ नहीं!

मैंने पूछा- बताओ तो?

तब वह बोली- आपकी बीवी का पता नहीं क्या होगा!
तो मैं बोला- मतलब?

वह बोली- आपका वो बहुत बड़ा है!
इतना कह कर वह चुप हो गई और फिर से हंसने लगी.

तो हम दोनों मजाक मजाक में एक दूसरे से लड़ने लगे.

अचानक मेरा गर्म लंड पूरी तरह उसकी गान्ड से कसकर टच हो गया.
दोस्तो वह जो कपड़े पहनी थी, उससे उसकी गान्ड मुझे पूरी तरह महसूस हो रही थी.
और उसको भी मेरा लंड पूरा महसूस हो रहा होगा.

मेरा मन अचानक से उसको चोदने का करने लगा.
इसलिए मैं अब जानबूझकर बार बार खेल खेल में अपना लंड उसकी गान्ड से रगड़ रहा था.

मेरे ऐसे करने पर अब वह भी मेरा साथ देने लगी क्योंकि उसने अपना एक पैर मेरे पैर के ऊपर रख लिया था मैं भी अब अपना लंड कसकर उसकी गान्ड से रगड़ने लगा.

इससे दिशा बहुत ज्यादा गर्म हो गई तो सिसकारियां भरने लगी.
उसकी सांसें बहुत तेज़ चलने लगी.

मैंने भी सोच लिया था कि आज मैं अपनी भतीजी की कच्ची चूत फाड़ के ही रहूंगा.

फिर मैंने हल्के से उसकी निक्कर नीचे की तो वह बोली- चाचू, अगर पापा को पता लगा तो वे बहुत नाराज़ होंगे!

इस पर मैंने दिशा से कहा- अगर तू चाहेगी तो कभी किसी को कुछ पता नहीं चलेगा!

और यह कहते ही मैंने उसकी निक्कर (शॉर्ट्स) नीचे कर दी.

ऐसा करने पर वह अचानक मेरे गले लग गई और मेरे लंड को पकड़ने लगी.
उसने मेरे लोवर में अपना हाथ डाल दिया और बोली- चाचू, ये बहुत गर्म है.

मैंने उसको सीधी लिटाया और उसके पूरे कपड़े एक बार में उतार दिए.
दोस्तो, उसकी चूत पर अभी बाल हल्के हल्के ही थे.
और उसके बूब्स गुलाबी और एकदम टाइट थे इतने बड़े थे कि एक पूरे हाथ में फिट हो जाए.

मैं अच्छे से जानता था कि अगर जल्दबाजी की तो चूत नहीं मिलेगी.
तो पहले तो मैं उसकी गुलाबी चूत चाट चाट कर उसको गर्म करता रहा, फिर मैंने उसके दोनों हाथ पकड़े और उसकी चूत में अपना लंड घुसेड़ने के लिए हल्के हल्के धक्का मारने लगा.

इससे वह और गर्म हो गई.

फिर अचानक से मैंने अपना पूरा लंड एक बार में ही उसकी चूत में घुसेड़ दिया.
इस पर वो चीख उठी और बोली- चाचू … प्लीज़ निकालो इसे … मैं मर जाऊंगी! केवल ऊपर ऊपर सैक्स करो, अंदर मत डालो!

तो मैं पहले की तरह ऊपर ऊपर से करने लगा.
लेकिन उसके चेहरे को देख कर मुझसे रुका नहीं गया और फिर से मैंने एक बार में अपना पूरा लंड उसकी चूत में घुसेड़ दिया.
इस बार वह भी समझ गई थी कि अब चाचा अपना लंड मेरी चूत में झाड़ के ही निकलेंगे.

तो उसने उसी वक्त मुझे गले लगा लिया और फिर मैंने भी उसके दोनों हाथ कसकर पकड़ लिए.

मैं लगातार बहुत देर तक उसे चोदता रहा.
हॉट यंग गर्ल सेक्स करती हुई बहुत तेज़ तेज़ सिसकारियां भरने लगी- आह … अम्म … ओह … आउच … बस बस बस … उफ्फ … ओह ..ओह … फक … अई!

मेरी भतीजी दिशा बार बार मुझे किस कर रही थी और बोल रही थी- अब बस करो, अब मैं थक गई.
लेकिन मेरा लंड उसकी टाइट चूत से बाहर ही नहीं आना चाह रहा था.

दोस्तो, मैं उस दिन अपनी भतीजी की चूत में कई बार झड़ा और वह भी तीन बार झड़ी.
उस दिन लगा कि शायद जन्नत ऊपर आसमान में नहीं बल्कि नीचे है.

इसके बाद हम रोज सेक्स करने लगे.

क्योंकि मैं उसे बिना कॉन्डम के ही चोदता हूं तो कई बार वह प्रेगनेंट भी हुई पर हर बार मैं उसको दवाई दे देता था.

अब मेरे भैया जब भी मेरी भाभी को लेकर बाहर जाते हैं तो दिशा मेरी भतीजी हर बार मेरे लिए घर पर रुक जाती और हम जी भर के सेक्स करते.
और सेक्स करते वक्त वह मेरे होंठों को अपने होंठों से कसकर पकड़े रहती है.

दोस्तो, मेरी ये सच्ची हॉट यंग गर्ल सेक्स कहानी अच्छी लगी होगई आपको!
तो कमेंट जरूर करना!