आपा की चूत में भाई का लंड

गरम बहन चोदी कहानी में पढ़ें कि मैं और मेरी बहन दोस्त की तरह रहते थे. एक दिन मैंने उसकी नंगी चूचियों को देखा तो मेरे मन में बहन की चूत मारने का ख्याल आया.

दोस्तो, उम्मीद है कि आप सब ठीक होंगे.
मेरा नाम समीर ख़ान है, मेरी उम्र 22 साल की है.

ये गरम बहन चोदी कहानी मेरी और मेरी बहन के बीच की उस समय की है जब मैंने आपा को सिनेमा हॉल में गर्म किया और घर लाकर चोदा.

चूंकि सेक्स कहानी में मैं अपनी बहनों को अपने लंड की लंबाई चौड़ाई बताना जरूरी समझता हूँ, तो मेरे लंड का साइज़ कुछ इस तरह है. ये 7 इंच तो लंबा है और 3 इंच मोटा है.

दीदी, आपकी चूत में ये मस्त काम करेगा. ये मेरा आपसे वादा है, बस एक बार कभी मौका मिले तो चैक जरूर कर लीजिए.

मेरे घर में 4 लोग रहते हैं.
मैं, मॉम डैड और मुझसे बड़ी मेरी बहन.

मॉम डैड का अपना बिजनेस है, वे दोनों एक प्रिंटिंग प्रेस चलाते हैं.
वे दोनों सुबह जाकर सीधे शाम को घर वापस आ पाते हैं.

मेरी बहन का नाम हुमा ख़ान है, वे मुझसे उम्र में 3 साल बड़ी हैं.

आपा की उम्र 25 साल है. आपा का फिगर बहुत अच्छा है. उनका 34-30-36 का बड़ा ही सेक्सी फिगर है और एकदम दूध सा सफेद रंग है.
आपा के लंबे बाल, गुलाबी होंठ … झील सी गहरी नीली नशीली आंखें हैं.

मैं हमेशा अपनी बहन हुमा को आपा कहकर बुलाता हूँ.

आपा ज़्यादातर जींस और टी-शर्ट पहनती हैं.
कभी कभी तो वो मेरे भी कपड़े पहन लेती हैं. उनका और मेरा कपड़ों का साइज़ एक सा ही है.

मैं भी टी-शर्ट ही पहनता हूँ.
हम दोनों पसंद काफी मेल खाती है.

मुझे और आपा को मूवी देखना बहुत पसंद है.
हम दोनों हमेशा मूवी सिनेमा हॉल में ही देखते हैं. फिल्म देखना इतना अधिक पसंद है कि हम दोनों भाई बहन हफ्ते में दो दिन तो फिल्म देखते ही हैं.

ऊपर वाले की मेहर से हमारे पास पैसे की कमी नहीं है इसलिए हम दोनों खूब मौज मस्ती करते हैं.
मॉम डैड की ओर से भी हमें कोई रोक-टोक नहीं है.

तो दोस्तो, आपा और मैं अपने एक दोस्त की तरह रहते हैं लेकिन ना ही मेरी कोई जीएफ रही और ना ही आपा का कोई बीएफ रहा है.
बस अगर रहा है तो हम दोनों भाई बहन का प्यार.

मुझे आपा को चोदने की कभी इच्छा नहीं हुई.

लेकिन एक दिन ऐसी घटना घटी कि मेरी हालत ही पलट गई.

उस दिन इतवार था. मैं संडे को देर तक सोता हूँ.
मॉम डैड भी घर होते थे.

उस दिन मुझे नहीं पता था कि मॉम डैड और आपा ने बाहर जाने का फैसला लिया है.
आपा मुझे उठाने मेरे रूम में आईं.

जैसे ही मैंने अपनी आँख खोलीं तो मैं देखता ही रह गया.

आपा झुकी हुई थीं और आपा ने एक पतली सी येल्लो टी-शर्ट पहनी हुई थी. ये वी-गले की थी और काफी खुली हुई थी.
नीचे उन्होंने एक चुस्त लोवर पहन रखा था.

मैंने जैसे ही आपा को देखा तो बस देखता रह गया.

मेरे सामने यह पहली बार था कि उनकी येल्लो टी-शर्ट का बड़ा गला होने के कारण से उसमें से उनकी काली ब्रा एकदम साफ साफ दिख रही थी.

मेरी आपा एकदम मक्खन सी गोरी और चिकनी.
उस पर ब्लैक ब्रा में उनके कसे हुए दूध … आह मैं तो बस देखता ही रह गया.

मेरा लंड खड़ा होने लगा था.

आपा ने मुझे जागा हुआ देखा तो कहा- ओ भाई … कहां खो गया है? चल, जल्दी से नहा ले. हमें बाहर घूमने जाना है.
मैं हड़बड़ा कर बोला- ओके … मैं रेडी होकर आता हूँ.

आपा जाने लगीं तो मेरी शातिर नजरों ने आपा की गांड का दीदार किया.
आगे से उनके मम्मों ने मुझे घायल कर दिया था और अब पीछे से आपा की गांड ने मुझे पागल बना दिया.
काले रंग के टाइट लोवर में से आपा की गांड बाहर आने को बेताब थी.

इधर मेरा मादरचोद लंड तन्नाने लगा था; साला बैठने का नाम ही नहीं ले रहा था.

फिर मैं बाथरूम में गया और मुठ मारने लगा.
मेरी आंखें बंद थीं और बंद आँखों में बार बार मेरे सामने आपा का वो रूप सामने आ जा रहा था.

कुछ 5 मिनट में मैं आपा को याद करके झड़ गया और मेरा इतना अधिक माल निकला कि मुझे कमज़ोरी महसूस हुई और 2 मिनट के लिए मैं वहीं बैठ गया.
फिर मैं तैयार होकर बाहर आ गया.

मॉम डैड और आपा सब एकदम तैयार थे … बस मेरा नाश्ते की मेज पर इंतजार कर रहे थे.
मेरी नज़र आपा पर गई.

आपा क्या माल लग रही थीं, आपा ने सफ़ेद शर्ट-पैंट पहन रखा था. शर्ट के अन्दर वही सुबह वाली काली ब्रा थी, जो आपा की शर्ट में से साफ नज़र आ रही थी.
मेरा तो अब आपा को देखने का नज़रिया ही बदल गया था.
फिर हम सभी ने नाश्ता किया और बाहर निकल गए.

हम दोनों ने ज़ू जाना पसंद किया और ज़ू में घूमने के बाद हम दोनों ने शॉपिंग करने की सोची तो हम सब मॉल में चले गए.

उधर से मॉम डैड अलग हो गए; मैं और आपा अलग हो गए.

मैंने कुछ कपड़े खरीदे. आपा की शॉपिंग बाकी रह गई.

अब आपा को मैं महिलाओं के सामान वाली शॉप पर ले गया.
आपा ने कुछ कपड़े लिए और आपा ने एक काले रंग की टी-शर्ट ले ली जो बहुत बड़े गले वाली थी.

यह कुछ ऐसी थी जिसमें एक कंधा दिखाना ही पड़ता है, जिस वजह से ब्रा की स्ट्रिप दिखती है.

उसके बाद हुमा आपा मेरे सामने बिंदास अपने लिए ब्रा देख रही थीं और मैं उन्हें देख रहा था.
उन्होंने दो सैट ब्रा पैंटी के भी ले लिए.

फिर हम दोनों घर आ गए.
मॉम डैड भी घर आ चुके थे.

सबने कुछ देर आराम किया, फिर सभी ने डिनर किया और सो गए.

सुबह मॉम डैड काम पर जा चुके थे तो आपा और मैंने मूवी देखने जाने का फैसला किया.
हम दोनों मूवी देखने निकल गए.

आपा ने आज वही बड़े गले की टी-शर्ट पहन ली थी और उसके अन्दर प्लास्टिक वाली ब्रा पहनी थी क्योंकि उनकी ब्रा की स्ट्रिप मुझे दिख रही थी.
हालांकि ये प्लास्टिक वाली ब्रा की स्ट्रिप ट्रांसपेरेंट होती है तो बहुत नजदीक से देखने पर ही दिखाई देती है.

पहले तो मुझे भी लगा कि आपा ने ब्रा नहीं पहनी है क्योंकि उनकी ब्रा की स्ट्रिप समझ ही नहीं आ रही थी.
मेरा तो ये सीन देख कर लंड बैठ ही नहीं रहा था.

हम दोनों ने दो डायमंड टिकट लिए और अपनी सीटों पर बैठ गए. कुछ ही देर में मूवी चालू हो गई.
हम दोनों मूवी देखने लगे.

मैंने अपना हाथ उठा कर आपा के कंधे पर रख दिया. ये वाला कंधा नंगा था.

आपा ने कुछ नहीं कहा. शायद उनका ध्यान मूवी में था.

मैं धीरे धीरे हाथ सरकाने लगा और आपा के बूब्स को टच करने लगा जो प्लास्टिक ब्रा से बहुत टाइट लगे.
तो उसी पल मैं आपा को चोदने का सोचने लगा.

मूवी भी बहुत रोमांटिक थी.
उसी समय एक सीन आया जब मूवी में हीरो किस कर रहा था और हम दोनों के आगे वाली लाइन में भी एक लवर कपल बैठा था.
वे दोनों आपस में चिपके हुए थे.

आपा उनकी तरफ भी देख रही थीं.
मैंने आपा के टॉप के अन्दर अपनी 2 उंगलियां डाल दीं.

प्लास्टिक ब्रा होने की वजह से आपा को शायद कुछ महसूस नहीं हो रहा था. इसलिए आपा ने कुछ नहीं कहा.
फिर मूवी खत्म हुई तो हम दोनों घर आ गए.

मैं बाहर घूमने चला गया और एक सिगरेट सुलगा कर अपनी आपा के बूब्स को याद करने लगा.
अब मुझको किसी भी हाल में आपा को चोदना था.

कुछ देर बाद मैं घर चला गया और देखा तो आपा अपने रूम में लेटी थीं.

मैंने उन्हें आवाज दी तो आपा बाहर आ गईं और हम दोनों ने डिनर किया.
हम दोनों अब टीवी पर मूवी देखने लगे.

आपा मूवी देखती देखती सो गईं, मेरी नज़र आपा की चूचियों पर अटक गई.
मस्त भरी हुई चूचियां देख कर तो मेरी हालत खराब हो गई.

आपा ने अभी भी वो ही ड्रेस पहनी हुई थी. वही बड़े गले वाली टी-शर्ट और प्लास्टिक वाली ब्रा पहन रखी थी. वो टी-शर्ट इस वक्त आपा के कंधे से उतर कर उनके मम्मों पर आ चुकी थी, आधे से ज्यादा दूध साफ दिखाई देने लगे थे.

मैंने हिम्मत करके आपा की टी-शर्ट आगे से पूरी नीचे कर दी और आपा की ब्रा को अलग कर दिया.
आपा अभी भी सो रही थीं.

मैं आपा के एक दूध को अपने मुँह में लेकर चूसने लगा.
इससे आपा की आँख खुल गई और उन्होंने मुझे धक्का दे दिया.
आपा ने कहा- अरे भाई ये तुम क्या कर रहे हो? दिमाग़ तो ठीक है ना?

वे उठ कर वहां से जाने लगीं.
लेकिन मैंने आपा का हाथ पकड़ कर बेड पर गिराया और उन्हें किस करने लगा.

कुछ ही देर में मामला बदल गया और आपा ने मेरे किस का जबाव देना शुरू कर दिया.

इसका मतलब साफ था कि आपा को भी मज़ा आने लगा था इसलिए उन्होंने किस में मेरा साथ देना शुरू कर दिया था.

अब मैंने आपा की टी-शर्ट को उतार दिया और मैंने भी अपनी शर्ट उतार दी.
आपा ब्रा और पैंट में रह गई थीं.

मैंने आपा की पैंट भी उतार दी और अपनी भी.
अब मैं न्यूड था.
आपा भी ब्रा पैंटी में थीं.

मैंने फिर से आपा को किस करना शुरूकर दिया. वे भी मेरे साथ लग गईं.
मेरी लगातार चूमाचाटी से आपा पागल होने लगीं.

मैंने आपा की ब्रा का हुक खोल दिया तो आपा के 34 के बूब्स बाहर आ गए.

आपा अब फुल न्यूड थीं.
मैंने आपा के बूब्स पीने शुरू कर दिए.

आपा ने कामुक आवाजों में सीत्कार भरना शुरू कर दीं ‘आह उहह …’
मैंने आपा को हर जगह चूमा, ऐसी कोई जगह नहीं बची, जिसे मैंने नहीं चूमा हो.

अब हम 69 की पोजीशन में आ गए.
मैं आपा की चूत चाटने लगा और आपा मेरा लंड.

फिर मैं खड़ा हुआ और आपा को किस करने लगा.

फिर मैंने आपा के बूब्स के बीच अपना लंड रखा और आपा के मम्मों को चोदने लगा.

कुछ मिनट बूब्स चोदने के बाद आपा इतनी गर्म हो गईं कि बोलने लगीं- भाई अब बस … चोद दो मुझे मेरी चूत को अपने लंड से फाड़ दो!
मैंने आपा को नीचे लिया और उनकी टांगें फैला कर चुदाई की अवस्था में आ गया.

मैंने अपना लंड आपा की चूत के होंठों पर लगा कर ज़ोर से शॉट मारा.
मेरा आधा लंड आपा की चूत में चला गया.

आपा की इतनी ज़ोर से चीख निकलने को हुई कि यदि समय रहते मैंने अपने हाथ से उनका मुँह ना पकड़ा होता तो पड़ोसी तक आ जाते.

तब आपा छटपटाने लगीं और छोड़ देने की भीख माँगने लगीं.
लेकिन मैंने उनकी बातों को अनसुना किया और अगले ही पल में दूसरा शॉट लगा कर अपना पूरा लंड घुसा दिया.

अब आपा की हालत बुरी थी और मैं उन्हें चोदे जा रहा था.

फिर आपा को भी मज़ा आने लगा और वो गांड उठा कर मेरा साथ देने लगीं.
मैं फुल स्पीड में चोद रहा था.

आपा झड़ने वाली थीं, वे मुझे भींच कर कह रही थीं- आह भाई … आह मैं आ रही हूँ … आह मैं गई.
बस इतना कहते हुए आपा झड़ गईं.

कुल मिला कर बीस मिनट की जोरदार चुदाई में मैं भी आपा की चूत में झड़ गया.

गरम बहन चोदी के बाद हम दोनों ऐसे ही नंगे लेटे रहे और पता ही नहीं चला कि कब हम दोनों को नींद आ गई और हम दोनों सो गए.

सुबह मेरी आँख खुली तो आपा बाहर जा चुकी थीं और मॉम डैड भी अपने काम पर निकल गए थे.

फिर मैं बाथरूम से फ्रेश होकर बाहर आया लेकिन आपा मुझसे नजरें नहीं मिला रही थीं.
मुझे अपने अन्दर से अपराध बोध हुआ तो मैंने आपा से रात के लिए सॉरी बोला.

इस पर आपा बोल पड़ीं कि भाई ग़लती दोनों की बराबर से है, हमें ऐसा नहीं करना चाहिए था. हम भाई बहन हैं.
मैंने कहा- आपा हम आगे से ऐसा नहीं करेंगे, जिससे हमें कोई अपराध महसूस हो.

इस पर आपा हंस कर बोलीं- भाई जो भी हो, मज़ा बहुत आया.
बस फिर क्या था हम दोनों तो डाइनिंग टेबल पर ही शुरू हो गए, किस करने लगे और चुदाई शुरू हो गई. कुछ देर बाद हम दोनों साथ में ही झड़ गए.

फिर मैं मेडिकल स्टोर से आपा को दवाई लाकर दी ताकि वो प्रेग्नेंट ना हो सकें.

अब आपा और मैं घर में नंगे ही रहते हैं.
मॉम डैड के आने पर आपा ब्रा पैंटी भी नहीं पहनती हैं वो बस टी-शर्ट और हाफ पैंट ही पहन लेती हैं.

अभी तक हम दोनों की लाइफ मस्त चल रही है. आगे का पता नहीं कि क्या होगा.
आपको गरम बहन चोदी कहानी कैसी लगी, प्लीज मुझे मेल करें.

मेरी मेल आईडी है
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