सेक्सी मामी के साथ रातें रंगीन की- 3

ड्रिंक फक स्टोरी में मामी की चुदाई के बाद हम दोनों को इस खेल में मजा आने लगा. मैं बाजार से शराब ले आया और हम दोनों ने दारू पी कर चुदाई का मजा लिया.

दोस्तो, मैं अमन आपको अपनी मामी की चुदाई की कहानी में एक बार वापस स्वागत करता हूँ.
कहानी के दूसरे भाग
वासना भरी मामी ने चूत दे ही दी
में अब तक आप पढ़ चुके थे कि मैं सुबह सुबह फिर से अपनी मामी की चुदाई करने में जुट गया था.

अब आगे ड्रिंक फक स्टोरी:

काफी देर तक किस करने के बाद मैं मामी का दूध पीने लगा.
मैं मामी से बोला- आज तो आपका दूध निकल रहा है!

वे बोलीं- तो पी लो न मेरी जान … पूरा दूध निचोड़ लो!

मैं बच्चों की तरह मामी के मम्मों को दबा दबा कर पीने लगा.
उनका दूध नहीं निकल रहा था लेकिन ऐसी कल्पना करने से सेक्स में कामुकता आ जाती है.

मामी मेरी पीठ पर हाथ से सहला रही थीं और मदभरी सिसकरियां भरने लगी थीं.

उसी वक्त मुझे दरवाजे पर किसी आहट की आवाज सुनाई दी और मैं मामी से अलग हो गया.

मैंने ध्यान दिया तो मुझे मामी के बच्चों के उठने की आवाज आई.

उसी वक्त दोनों बच्चे मेरे कमरे के बाहर आ गए और दरवाजा पीटने लगे.

मामी फट से उठ गईं और जल्दी से अपनी मैक्सी पहन कर दरवाजा खोलने पहुंच गईं.

अंशी ने पूछा- मम्मी, दरवाजा क्यों बंद किया था?
मामी बोलीं- अभी मैं बाथरूम गयी थी तो जल्दी जल्दी में बंद कर दिया होगा.

अंशी ने फिर से पूछा- मम्मी रात में आप कमरे में नहीं थीं क्या?
मामी बोलीं- मैं जल्दी उठ गई थी तो छत पर ठहलने गयी थी. मुझे नींद नहीं आ रही थी.
वह चुप होती हुई बोलीं- अच्छा मम्मी!

इसके बाद अंशी बाथरूम में चली गयी.

इतने में मामी मेरे पास आईं और मेरे होंठों पर चूमा देकर बोलीं- तुम्हारे भाई बहन को स्कूल भेज देती हूँ … पहले उसके बाद अकेले में तुम्हें जो करना हो कर लेना!

मैं बोला- आप नहीं जाओगी स्कूल?
मामी बोलीं- हां अच्छा याद दिलाया.

मामी ने प्रिंसिपल को कॉल किया कि सर आज मैं स्कूल नहीं आऊंगी!

फोन स्पीकर पर था तो मुझे भी उस तरफ की आवाज सुनाई दे रही थी.
उधर से कोई बोला- कोई बात नहीं जान, मैं तुम्हारी अटेंडेंस लगा दूंगा!

मुझे बहुत गुस्सा आया कि बहन का लंड मेरी मामी को जान कह रहा है!

फोन करने के बाद मामी चली गईं और नाश्ता तैयार करने लगीं और बच्चों के टिफिन रेडी करने लगीं.

सुबह 8 बजे बच्चे नाश्ता करके स्कूल चल गए.

तभी मामा का कॉल आ गया.
वे पूछने लगे कि कहां हो बेबी?

मामी बोलीं- स्कूल ही जाने के लिए निकल रही हूँ और अमन अपने दोस्त के यहां जा रहा है, वह शाम को ही वापस आ पाएगा!

मामा ने पूछा- चाभी किधर है?
मामी बोलीं- मेरे पास ही रहेगी!
मामा ने हम्म कहा.

मामी ने पूछा- क्या आप आज वापस आ रहे हो या अभी कुछ और काम बाकी है?
मामा ने कहा- नहीं आज नहीं आ पाऊंगा. कल शाम को ही आ पाऊंगा!

मामी बोलीं- हां कल अमन भी अपने गांव निकल जाएगा!
मामा बोले- ठीक है, अब तुम भी निकल जाओे स्कूल.

मामी के फ्लैट मे दो तरफ से दरवाजा था.
आगे का दरवाजा खुलता था और पीछे का दरवाजा हमेशा अन्दर से बंद रहता था.

तो वे उसी पीछे वाले दरवाजे से बाहर निकल कर गईं और आगे के मेन दरवाजे पर ताला लगा कर वापस पीछे से अन्दर आ गईं.
अब उन्होंने अन्दर से कुंडी लगा दी ताकि किसी को शक ना हो.

हम दोनों एकदम आजाद हो चुके थे.
मामी के चेहरे पर एक अलग ही खुशी थी.

मामी बोलीं- मैं नहाने जा रही हूँ!
मैं बोला- मैं भी चलता हूँ … साथ में नहा लूँगा.
वे मुस्कुरा दीं.

हम दोनों नंगे होकर बाथरूम में शॉवर के नीचे खड़े हो गए.

मैंने मामी के दूध दबाते हुए पूछा- मामी ड्रिंक करती हो?
वे बोलीं- नहीं.

‘आज आप ड्रिंक करो!’
वे हंस दीं.

मैं नहा कर तुरंत फ्लैट से निकला और पास में ही शराब की दुकान थी तो दो मैजिक मूवमेंट के हाफ ले लिए और फ्लैट पर आकर पीछे वाला दरवाजा बंद कर दिया.

मैं बोला- मामी, दो ग्लास और एक बोतल ठंडा पानी लेती आओ!

मामी बोलीं- पानी का क्या होगा, तेरे पास तो है!
मैं बोला- वह तो है, पर आप फ्रेश पानी लेकर आओ!

मामी ठंडा पानी लेकर आईं और हम दोनों बाथरूम में घुस गए.
बाथरूम में बाथटब लगा था तो हम दोनों नंगे होकर बाथटब में बैठ गए.

मैं मामी को अपनी बांहों में लेकर अधलेटा सा बैठ गया.
बाथटब में केवल पानी था, अभी साबुन का फैन नहीं था.

मामी और मैं साफ साफ नंगे दिख रहे थे.
तभी मामी ने साबुन का जैल डाल दिया और झाग बन गया.

फिर मैंने एक ही ग्लास में ड्रिंक बनाई और गिलास मामी को पकड़ा दिया.
मामी बोलीं- नहीं यह सब तुम ही पियो, मुझसे नहीं पी जाएगी!

मैं बोला- एक बार ट्राई तो कीजिए … फिर आप भी हमेशा पियेंगी!
मामी ने गिलास ले लिया और एक सांस में पूरा गिलास पी गईं.

वे बोलीं- इससे तो कुछ नहीं हुआ, बस जरा अजीब सा स्वाद था!
मैं बोला- हां तभी तो कह रहा था कि इससे कुछ नहीं होगा. बस कुछ मिनट बाद आपको इसकी मस्ती मालूम चलेगी!

वे बोलीं- क्या होगा?
मैं बोला- बस हल्का सा न/शा चढ़ेगा और एक घंटा बाद उतर भी जाएगा.

अब मैं मामी के मुँह में शराब गिरा कर उनके मुँह से अपने अन्दर ले रहा था.
वे भी इस खेल में मस्त होने लगी थीं.

फिर मैंने मामी के मम्मों पर वोदका गिराई और उनके निप्पल को अपने मुँह में लेकर शराब पीने लगा.
यह देख कर मामी को मस्त लग रहा था तो अपने दूध को पकड़ कर मुझे चूसने के लिए मेरे मुँह में दे रही थीं.

इसी बीच मैंने उनके लिए एक गिलास और बना दिया.
वे गटगट करके उसे भी पी गईं.

अब मैंने बाथटब के करीब रखी सिगरेट की डिब्बी उठाई और एक सिगरेट सुलगा कर मामी के मुँह में लगा दी.
वे सिगरेट पीने लगीं.
उनके अंदाज से साफ समझ में आ रहा था कि वे सिगरेट पीती रहती हैं.

मैंने उनकी तरफ मुस्कुरा कर देखा तो उन्होंने धुआं मेरे मुँह पर छोड़ते हुए कहा- तेरे मामा भी सिगरेट पीते हैं तो मैंने उनके साथ ही पी है.

अब मैं खड़ा हो गया और उनसे लंड चूसने के लिए कहने लगा.
मामी सिगरेट का धुआं छोड़ती हुई मेरे लौड़े को चूसने लगीं.

मैं बोतल से दारू को लौड़े पर टपका कर उन्हें दारू भी पिलाता जा रहा था.

इस तरह से खूब मस्ती करके हम दोनों ने मिल कर एक बोतल खत्म कर दी और बाथटब में 30 मिनट से ऊपर बीत गए.

अब मामी को न/शा चढ़ने लगा था.

तभी मामी एकदम से मेरे सीने पर, चेहरे पर किस करने लगीं और मेरे लंड के साथ खेलने लगीं.
वे नशे में लड़खड़ाती हुई आवाज में बोलीं- भांजे ने अपनी मामी को दारू पिला कर चोदा!

वे हंसने लगीं और आगे बोलीं- आज पहली बार कोई मामी अपने भांजे से चुदी होगी और मैं वह रांड बन गई हूँ!

मैं मस्ती से सिगरेट पी रहा था और उनकी हरकतों को इन्जॉय कर रहा था.

मामी बोलीं- मेरे जैसी हर मामी को अपने भांजे से चुदना चाहिए! जिसके पास भांजा है तो उसे बाहर मुँह नहीं मारना चाहिए!

मैं बोला- सही बोलीं मामी! अरे यार मामी … अब आप अंजू मामी का छेद भी दिला दो!
उर्मिला मामी बोलीं- नहीं, तू बस मेरा है. तुझे अंजू के पास नहीं जाना है. जो तुझे चाहिए, मैं सब दूँगी. तुझे कुतिया बना कर पेलना है, तुम आराम से पेल सकते हो … लेकिन मुझे छोड़ कर कहीं मत जाना अमन मेरी जान!

मुझे लगा मामी अब होश खो रही हैं. तो मैंने सोचा कि इससे पहले ये लुढ़क जाएं, मुझे इनकी चूत चुदाई का मजा ले लेना चाहिए.

अब हम दोनों बाथरूम से नहा कर नंगे ही बेडरूम में आ गए.

मैंने मामी को लेटा दिया,
फिर मैं बाथरूम जाने लगा, तभी मामी हाथ पकड़ खींच लिया और बोलीं- कहां जा रहे हो जानू!
मैं बोला- बाथरूम में कपड़ा …

मैं अपनी पूरी बात कह ही नहीं पाया कि मामी मेरे होंठों को अपने मुँह में लेकर चूसने लगीं और किस करने लगीं.
मैं भी मामी की जीभ को चूसने लगा.

कभी मामी मेरी जीभ को चूसने लगतीं, तो कभी मैं चूसने लगता.

फिर उन्होंने मुझे अपने ऊपर खींचा तो मैं उनके ऊपर ही लेट कर उन्हें किस करने लगा.

कुछ ही देर में मामी गर्म हो गईं और मेरे लंड से चुदवाने के लिए रेडी हो गई थीं.

वे उठीं और खड़ी होकर बोलीं- इस बार खड़े होकर सेक्स करेंगे. आओ मुझे चोदो.

ड्रिंक फक के लिए मैं खड़ा हो गया और घुटनों पर बैठ कर मैं मामी की चूत को चूसने लगा.
उनकी चूत गीली हुई तो मैं खड़ा हो गया और चूत के छेद पर अपने लौड़े का टोपा सैट करके एक करारा धक्का दे मारा.

मामी की चीख निकल गयी लेकिन वे हंसने भी लगीं.

मुझे यह देख कर बड़ा गुस्सा आया कि साली लंड खा कर भी हंस रही है.

मैं मामी की चूत को जोर जोर से चोदने लगा और उन्हें गाली देने लगा- बहन की लवड़ी रंडी साली … लंड खाकर हंस रही है … आज साली तुझे रुला दूंगा तब छोड़ूँगा!

मामी मेरे गाली देने से और ज्यादा उत्तेजित हो गईं और वे भी गाली देने लगीं- तो चोद ना साले भोंसड़ी वाले … आह तेरे लौड़े में जान बहुत है मेरी जान … आह चोद हरामी साले कुत्ते … अपनी मामी की चूत को आज फाड़ डाल!

कुछ ही देर में मामी की चीख निकलने लगी- आह आह मर गई … आह इतनी तेज मत करो … मैं मर जाऊंगी धीरे करो जानू!
इधर मैं उनकी गांड को दबा कर जोर जोर के झटके मारने लगा.

मामी कुछ देर बाद कहने लगीं- आह बाबू, अब मजा आ रहा है!
मैं बोला- साली रंडी आज तुझे बाजारू रांड बना कर पेलूँगा बहन की लौड़ी!

मामी न/शे में थीं, तो वे भी फुल इन्जॉय कर रही थीं.

अब मैंने मामी को बेड पर लिटा दिया और फिर से उनकी चूत को चोदना शुरू कर दिया- रंडी आज तेरी गांड को लाल कर दूंगा और उसी के साथ तेरी चूत का भोसड़ा बना दूंगा … आह ले!

मामी न/शे में मस्त चुद रही थीं.
मैं उन्हें गाली देते जा रहा था- मादरचोद रंडी तेरी चूत … आह आह बड़ी नमकीन है … आह भैरंट मजा आ रहा है!

कुछ देर बाद मैं झड़ गया और मामी का दूध पीने लगा.

हम दोनों इस ड्रिंक फक के खेल से काफी थक गए थे तो कुछ देर के लिए हम दोनों सो गए.

उसके बाद मामी एक बजे जागीं और उन्होंने उठ कर महसूस किया कि उनका सर घूम रहा था.

तो मामी ने मुझे उठाया और बोलीं- मुझे सही करो, बहुत चक्कर आ रहे हैं!

मैंने उन्हें नींबू का रस और ज्यादा सा नमक मिला कर पानी पिलाया.

कुछ मिनट बाद उन्होंने उल्टी की और मामी का सर घूमना बंद हो गया.

मामी बोलीं- बेडरूम में आने के बाद क्या हुआ, फिर अपनी चूत को देखा … तो छेद में वीर्य भरा पड़ा था!
उन्होंने पूछा- क्या तुमने मेरी चुदाई की थी?

मैं बोला- आपने ही शुरू की थी और मैंने खत्म की थी.
वे उठ कर जाने लगीं तो उनकी चूत में दर्द हो रहा था.

वे पूछने लगीं- नीचे दर्द क्यों होने लगा है?
मैंने कहा- कुछ ज्यादा रगड़ कर तेज तेज धक्के लगाए थे, तो परपरा रही होगी!

वे चुप रहीं.

फिर मैं बोला- आप फ्रेश हो जाओ!

मामी जब बाथरूम में जाने लगीं, तो मैंने देखा कि उनकी चाल बदल गयी थी.
वे पैर फैला कर चलने लगी थीं.

कुछ देर बाद मामी फ्रेश होकर आईं और दवा खाई. कुछ देर आराम किया.
फिर उठ कर बोलीं- ब/च्चों के आने का समय हो गया है, मैं खाना बना देती हूँ. हम दोनों ने भी नहीं खाया है.

मैंने ओके कहा.

मामी ने बच्चों के आने से पहले मेन दरवाजा खोल दिया और मुझसे बोलीं- कुछ देर के लिए तुम कहीं बाहर घूम आओे!
मैंने मामी का फोन लिया और छत पर चला गया.

मेरे जाते ही ब/च्चे आ गए.

मैंने छत पर जाकर मामी के फ़ोन से प्रिंसिपल को कॉल किया और उसे खूब गाली दीं.
मैंने कहा- आज के बाद मेरी बीवी से दूर रहना, नहीं तो नौकरी से तुम्हारा पत्ता कटवा दूंगा!

प्रिंसिपल डर गया और बोला- माफ कर दो सर … अब मैं परेशान नहीं करूँगा!
मैंने फोन रख दिया और एक घंटा बाद नीचे आ गया.

अंशी बोलीं- भईया, आप कहां गए थे?
मैं बोला- दोस्त के पास!

वह बोलीं- अच्छा … आप भी खाना खा लो!
मैंने पूछा- तुमने खा लिया?
वह बोलीं- हां!

मैं बोला- ओके मैं जाकर मामी से ले लेता हूँ … तुम आराम करो!
मैं किचन में गया और पीछे से जाकर मामी को पकड़ लिया, उनकी गर्दन पर किस करने लगा.
एक हाथ उनकी कमर पर और एक हाथ से मम्मे मसलने लगा.

मामी बोलीं- आ गए जी!
मैं बोला- हां जानू … और तुम्हारे प्रिंसिपल को भी डरा दिया है! अब वह आपसे बात नहीं करेगा!

मामी बोलीं- बढ़िया किया … नहीं तो कल मुझसे फिर बोलता कि चलो होटल!

मैं मामी से बात करने में व्यस्त हो गया … और इधर आशु ने हम दोनों की सब बात सुन ली.

आशु अन्दर आया और बोला- मम्मी, यह क्या कर रही हो?
उसकी आवाज सुनते ही हम दोनों सन्न हो गए.

मामी मुझसे से हट गईं और बोलीं- खाना परोस रही हूँ!
आशु बोला- पता है कि आप कितना खाना परोस रही हो!

यह बोल कर वह कमरे में चला गया.
मामी बोलीं- अब क्या होगा?

मैं बोला- मैं देखता हूँ!
मामी की आंख में डर भर गया था.

मैंने उनको तसल्ली दी कि कुछ नहीं होगा, मैं हूँ न … उसको मैं सब समझा दूंगा!

मैं आशु के पास गया और उससे कहा- क्या सोच रहा है?
वह बोला- आप मम्मी की गर्दन पर किस क्यों कर रहे थे और उनकी कमर भी पकड़े हुए थे?

मैं बोला- तुम्हें गलतफहमी हुई है, उन्हें कमर में दर्द हो रहा था तो मैं उन्हें थेरेपी दे रहा था.
वह चुप हो गया.

अब अगली बार मुझे मामी के साथ बहुत संभल कर चुदाई करना होगा, ऐसा सोच कर मैं अपने कमरे में जाकर लेट गया और फ्री सेक्स कहानी की एक मस्त स्टोरी पढ़ने लगा.

आपको मेरी ड्रिंक फक स्टोरी अच्छी लगी होगी.
प्लीज कमेंट्स व मेल जरूर करें.
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