छोटी बहन की सीलपैक चूत की चुदाई

देसी भाई बहन सेक्स कहानी में मैंने अपनी छोटी बहन की सील तोड़ कर चुदाई की. हम दोनों आपस में काफी खुले हुए थे, सेक्स की बात कर लेते थे. मेरी बहन भी सेक्स का मजा लेना चाहती थी.

मेरा नाम हमीद है. पर घर में मुझे सब सोनू कहते हैं.
मैं बिहार का रहने वाला हूँ. अभी मैं काम करने लगा हूँ और अभी अपने गांव में ही हूँ.

मेरे घर में मेरे पापा मम्मी, मेरी एक बहन भी है, जो मुझसे एक साल छोटी है.
मेरी बहन मेरे साथ ज्यादा रहती है.

देसी भाई बहन सेक्स कहानी मेरी उसी बहन के साथ की है.

एक दिन की बात है, मेरे मम्मी पापा शादी में गए थे.
वे दोनों मेरे मामा के घर गए थे.
उधर उन्हें दस दिन रुकना था.

इधर अपने घर में मैं अपनी छोटी बहन के साथ ही अकेला रह गया था.

पापा मम्मी के जाने के बाद हम दोनों अच्छे से रह रहे थे; कहीं कोई दिक्कत नहीं थी.

हम दोनों में आपस में खूब बनती थी, हम दोनों एक दूसरे से खुल कर बात कर लेते थे.

आजकल तो वैसे ही व्हाट्सअप पर दोस्तों में सेक्स जोक और सेक्सी क्लिप आदि का आदान-प्रदान होता रहता था तो सब लोग जवान होते ही सेक्स की बातें करने लगते थे.

मेरी बहन मुस्कान भी मुझसे ये सब दिखा कर हंसती थी.

एक दिन उसके मोबाईल पर किसी ने एक फ़ोटो भेजी.

उसमें एक हाथी पानी में खड़ा था और वह अपनी सूंड से पानी पी रहा था.
उस हाथी के बाजू में एक आदमी भी नंगा खड़ा था. उस आदमी का लंड का मुँह पानी में डूबा हुआ था और बाकी का लंड पानी से ऊपर दिख रहा था.

फ़ोटो में लिखा था कि हाथी उस आदमी से कह रहा था ‘इत्ती सी सूंड! … भोसड़ी के प्यास मर जाएगा.’

ये पढ़ कर मेरी बहन खूब जोर जोर से हंस रही थी.
उसे हंसती देख कर मुझे भी हंसी आ गई.

इस तरह के जोक्स अब हम दोनों आपस में खूब शेयर करते थे और खूब हंसते थे.

वे गर्मी के दिन थे तो रात को हम दोनों छत पर सोने चले जाते थे.

मेरी बहन को अंधेरे में बहुत डर लगता है इसलिए वह मेरे पास सो जाती थी.
उधर देर रात तक हम दोनों बातें करते और एक साथ लेट कर किसी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर कोई फिल्म या वेबसीरीज देखते.

वेबसीरीज में खुल कर गालियों का आदान प्रदान होता था तो हम दोनों उस वक्त एक दूसरे को देख कर मुस्कुरा देते थे.

उस दिन हम दोनों मिर्जापुर वेबसीरीज देख रहे थे और उसमें अपाहिज ससुर ने अपनी बहू को अपने लौड़े पर बिठा कर उसकी चुदाई की.
तो वह सीन देख कर मुस्कान गहरी सांसें भरने लगी थी.

उसने मेरी तरफ देखा तो मैंने कहा- ध्यान से देख, उसने अन्दर नहीं डाला.
वह हंसने लगी और बोली- तुम्हें क्या डालते हुए देखना है?
मैंने कहा- हां, डालते हुए दिखाते तो और मजा आता.

वह बोली- तो ये क्यों देख रहे हो … सनी लियोनी की कोई फिल्म देख लो न!
मैंने कहा- हां चल लगा, वही देखते हैं.

वह हंसने लगी और बोली- फिर जब कंट्रोल नहीं रहेगा, तब क्या करोगे भाई?
मैंने कहा- कांग्रेसी चुनाव चिह्न है न मेरे पास.

वह जोर जोर से हंसने लगी.

इस तरह से हम दोनों भाई बहन मस्ती करते हुए सो गए.

एक दिन रात को हम दोनों सो रहे थे.
मेरी बहन को पेशाब लगी.

तो उसने मुझे उठाया और बोली- भाई जरा मेरे साथ चलो, मुझे बाथरूम जाना है. तुम बस बाहर खड़े हो जाना.
मैंने कहा- चल.

वह मेरे साथ बाथरूम गई और अन्दर चली गई.

मैं बाहर खड़ा था.
मुझे अन्दर से उसकी पेशाब करने की आवाज आ रही थी.
इससे मेरा लंड एकदम खड़ा हो गया.

जब वह बाहर आई तो मैंने कहा- बड़ी तेज सीटी बजती है तेरी!
वह हंसने लगी और बोली- अब वो मेरे हाथ में थोड़ी न है.

मैंने कहा- तो तेरे हाथ में क्या क्या है?
वाह सिर्फ हंसती रही और कुछ नहीं बोली.

हम दोनों छत पर जाकर वापस सो गए.
उस दिन मुझे सही से नींद नहीं आई.

अब बस मुझे तो अपनी बहन को चोदने का मन कर रहा था.
मैं उससे कहता तो शायद वह मेरे साथ सेक्स करने के लिए मना नहीं करती लेकिन तब भी मैं कह नहीं पाया.

अगले दिन जब मेरी नींद खुली तो मैं नीचे आ गया.
मैंने इधर उधर नजर दौड़ाई और अपनी बहन को देखने लगा.

उसी समय बाथरूम में पानी गिरने की आवाज आई तो समझ आया कि मेरी बहन बाथरूम में नहा रही थी.

मैंने बाथरूम के करीब जाकर देखा तो पाया कि बाथरूम का दरवाजा जरा खुला हुआ था.
उस खुले हुए दरवाजे से मैंने झांका तो वह नंगी होकर नहा रही थी.

मैं बाहर से उसको नहाते देखने लगा.

उसकी चूचियां देख कर मेरे लंड में आग लगना शुरू हो गई, मेरा लंड एकदम से खड़ा हो गया.

मैं उसको नहाती देख कर मज़े से अपना लंड सहलाने लगा था.

वह भी अपनी चूचियों को मसल मसल कर उनको साबुन से मल रही थी.
एक दो बार उसने अपने दूध के निप्पल पकड़ कर भी खींचे और अपनी टांगों के बीच अपनी चूत को भी रगड़ा.

इससे मुझे भी समझ आ गया कि ये भी लंड की भूखी है.

फिर उस रात को मैं अपनी बहन के पास लेट गया.
मैंने उससे पूछा कि क्या सोच रही हो?
तो वह बोली- कुछ नहीं भैया.

कुछ देर बाद वह मेरे बाजू से उठ कर बाथरूम में चली गयी.
उसने मुझसे साथ आने का कहा.

मैं भी उसके पीछे पीछे चला गया.

मैंने देखा कि वह अपनी सलवार नीचे करके बैठी हुई थी और पेशाब कर रही थी.
मैं बाहर से दरवाजे की झिरी से देख रहा था.

झिरी से मुझे उसकी चूत नहीं दिख रही थी तो मैंने दरवाजे के नीचे से देखा.

अब मुझे उसकी गुलाबी चूत दिख गई.
सुबह उसकी चूत पर झांटें थीं और अभी चूत एकदम सफाचट थी.

बहन की चूत देख कर मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया.
तभी वह एकदम से उठी और अपनी सलवार को ऊपर चढ़ाती हुई बाहर आ गयी.

वह बार बार अपनी चूत को रगड़ रही थी.
शायद झांटें साफ करने से उसे चूत में खुजली हो रही थी.

मैं उसकी चूत को ही सोच रहा था और संभल ही न पाया था कि वह बाहर आ गई.
उसने मुझे नीचे से देखते हुए पकड़ लिया.

वह बोली- भाई यहां क्या कर रहे हो?
मैंने सकपकाते हुए कहा- कुछ नहीं.

वह मुस्करा दी और सोने चली गयी.

फिर कुछ देर बाद मैं भी छत पर आ गया और बहन के बाजू में लेट कर उससे पूछा- तुम्हारा कोई ब्वॉयफ्रेंड है तो बताओ मुझे!
वह बोली- नहीं भैया, कोई नहीं है.

फिर मैंने उससे पूछा- तुम 12 वीं के बाद क्या करोगी?
वह बोली- कोई डिग्री कोर्स करूँगी.

इस तरह की बातें करने के बाद हम दोनों सो गए.

कुछ देर बाद मेरी आंख खुली तो मैंने देखा कि मेरी बहन मुस्कान अपने मोबाईल में एक सेक्स वीडियो देख रही थी.

मैं भी पीछे से उस फिल्म को देखने लगा.

मुस्कान अपनी सलवार में हाथ डाल कर अपनी चूत को सहला रही थी और कसमसाती हुई लंबी लंबी सांसें ले रही थी. उसकी सी सी करके तेज आवाज निकल रही थी.

मैंने समझ लिया कि मेरी बहन मुस्कान अब पूरी तरह से गर्म हो चुकी है और इसको लंड की सख्त जरूरत है.

उसी समय मैंने जानबूझ कर करवट बदली.
तो मुस्कान ने मोबाईल पलट दिया और वह आंख बंद करके लेट गई.

एक दो मिनट बाद उसने मेरी तरफ देखा और उस समय मैंने अपने पजामे को नीचे सरका दिया था.

मेरा लंड फूला हुआ था और उसे लालायित कर रहा था.

मुस्कान ने धीरे से मेरे लंड पर अपना हाथ रख दिया और फेरने लगी.

मैं तो खुद यही चाह रहा था.
उसके हाथ फेरने से लंड ने फन उठाना शुरू कर दिया.

मुस्कान मेरे लंड को फनफनाता देख कर उठ कर बैठ गयी और मेरे लौड़े को हिलाने लगी.

मेरा सात इंच का लंड तन कर खड़ा हो गया.
वह मेरे लंड को गौर से देख रही थी और हाथ से सहला भी रही थी.

मैंने आंखें खोल दीं और उठ कर मुस्कान को उसके चेहरे पर एक किस दे दिया.
वह मुस्कुरा दी.

मैं उसके दोनों दूध दबाने लगा.
वह मेरे साथ चिपक गई.

हम दोनों में जवानी की आग भड़क चुकी थी.

मैंने उसको बोला, तो मुस्कान ने अपने कपड़े उतार दिए.
अब मेरे छोटी बहन मुस्कान सिर्फ ब्रा और पैंटी में मेरे सामने थी.

मैंने उसकी पैंटी को उतार दिया और उसकी चूत को चाटने लगा.
मुस्कान की चूत गर्म हो गई थी.

अब वह बैठ कर ‘ओह … आह भाई … मुझे पेल दो …’ कह रही थी.

मैंने उसको सीधा लिटाया और अपना लंड उसकी चूत में पेल दिया.

वह चिल्ला उठी और बोली- धीरे से डालो … बहुत दर्द हो रहा है.

मैं उसको आराम आराम से चोदने लगा.
उसकी चूत में अपना लंड एक एक इंच करके अन्दर डालने लगा.

मुस्कान की चूत में से खून निकलने लगा.
वह पहली बार चुद रही थी.

मुस्कान की सील टूट गई थी और उसको बहुत दर्द हो रहा था.
वह निरंतर ‘आह … ओह …’ कर रही थी.

इधर मुझे उसकी चूत में अपना लंड डालते ही ऐसा लगने लगा था कि मैं जन्नत में हूँ.

मैंने अपनी बहन को उस रात बहुत देर तक चोदा.

कुछ देर के दर्द के बाद उसने भी मेरे साथ चुदाई का खूब मजा लिया.

चुदाई के बाद मैंने अपने लंड का पानी बाहर टपका दिया.
वह भी संतुष्ट हो चुकी थी.

बाद में हम दोनों नीचे आए और बाथरूम में साफ सफाई करने लगे.
उसकी चूत फट गई थी और एकदम लाल पड़ गई थी.

मैं रसोई से पानी गर्म करके लाया और उसकी चूत की सिंकाई की.
उसे काफी आराम मिला और हम दोनों में प्यार और बढ़ गया.

उस रात को हम दोनों नीचे ही नंगे चिपक कर सो गए.

हमारी बातों में सिर्फ सेक्स चल रहा था कि मैंने कब कब मुठ मारी और कब कब झांटें बनाईं.

दूसरे दिन सुबह खाना खाने के बाद हम दोनों कमरे में लेटे हुए थे.
गर्मी लग रही थी तो हम दोनों ने कपड़े उतारे हुए थे.

मैं अपनी बहन को अपने ऊपर लिटाए हुए था.
मेरा लंड उसकी चूत से रगड़ खा रहा था.
उसकी चूत से भी पानी टपक रहा था.

हम दोनों होंठों से होंठ मिलाए हुए किस कर रहे थे.
हमारी जीभें आपस में लड़ रही थीं.

मैंने उसकी एक चूची को हाथ से मसला तो वह आह कर उठी.

फिर बोली- दूध पियो न भैया.
मैंने कहा- चल तू अपने हाथ से पिला.

वह जरा ऊपर को हुई और मेरे मुँह में अपना एक संतरा देने लगी.

मैंने उसकी चूची को पूरा अपने मुँह में भर लिया और खींचते हुए चूसने लगा.
वह आह आह कर रही थी.

कुछ देर तक मैंने अपनी बहन की दोनों चूचियों को जीभर कर चूसा.

फिर मैंने उससे कहा- अब तू केला खा.
वह शायद खुद ही लंड चूसने के मूड में थी पर जरा शर्मा रही थी.

उसने झट से लंड को मुँह में ले लिया और खूब चूसा.

चूत फटी हुई थी इसलिए न तो चूत को चूसने का मजा मिल सका और न ही चुदाई का मजा मिल सका.

मैंने उससे गांड में लेने के लिए कहा.
तो उसने कहा- अभी नहीं. एक छेद सही से वर्किंग में आ जाए, तब दूसरी तरफ की सोचना.

इस तरह से मैंने अपनी छोटी बहन के साथ सेक्स करना शुरू किया.
अब मैं रोज रात को मुस्कान को चोदता हूँ.

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