ममेरा भाई मेरे जिस्म का दीवाना- 2

कजिन सेक्स अफेयर पोर्न कहानी में मेरा ममेरा भाई मुझे चोदना चाहता था. पर मैं अपने शौहर से पहली बार चुदना चाहती थी. मैंने शादी के बाद भाई को अपनी चूत दे दी.

नमस्कार दोस्तो! मैं समायरा इस कहानी के दूसरे भाग में आपका स्वागत करती हूँ!
जैसा कि मैंने कहानी के पहले भाग
भाई को चूत देने का वायदा करके शौहर से सील तुड़वाई
में बताया था कि अब मेरी शादी हो चुकी थी और मैंने अपने ममेरे भाई रिजवान से चुदने का वादा किया था।

अब आगे कजिन सेक्स अफेयर पोर्न कहानी:

लेकिन मैं भूल गई थी क्योंकि मेरी चुदाई तो हो रही थी।

इसी सिलसिले में एक दिन मुझे एक कॉल आया।
मैंने फोन उठाया और “हेलो” बोला.
तो सामने मेरी मामी का लड़का रिजवान था।

उसने कहा, “हाय, आपा! आप तो भूल गई अपना वादा!”
मैंने कहा, “नहीं, मैं नहीं भूली! लेकिन मैं कैसे मिलूँगी तुझसे, यही सोच रही थी। क्योंकि मैं वहाँ अभी नहीं आ सकती।”

रिजवान बोला, “तो ठीक है, आपा! मैं आ जाता हूँ वहाँ!”
मैंने कहा, “हाँ, ठीक है! तू आ जा, पर यहाँ घर मत आना। तू हमारे शहर में आ जा और कोई होटल ले ले। मैं वहाँ कोई बहाना बनाकर आ जाऊँगी!”

रिजवान बोला, “ठीक है, मेरी जान! आज रात ही निकल जाता हूँ! बड़ा बेताब हूँ तेरी चूत बजाने के लिए!”
मैंने कहा, “हाँ-हाँ, आ जा! वैसे भी मैं एक लंड खा-खाकर बोर हो गई हूँ। मुझे नया लंड चाहिए! आ जा जल्दी!”

रिजवान बोला, “आपा, अपनी दो-चार अच्छी-सी तस्वीर भेज दो ना! अब कैसी दिखती हो, आप कितनी सेक्सी हो?”

मैं अपने पोर्न सेक्स अफेयर को सोच कर मन ही मन हँसी और अपनी तीन-चार सेक्सी फोटोज, सलवार-सूट वाली, जिसमें मैं अलग-अलग पोज़ दे रही थी, भेज दीं।
साथ ही अपनी इंस्टाग्राम ID भी अपने भाई को भेज दी।

बाद में रिजवान ने बताया कि उसने पूरी रात उन फोटोज को देखकर मुठ मारी।

अगले दिन दोपहर को उसका कॉल आया कि वो बद्दी हिमाचल, मेरे ससुराल, पहुँच गया है और एक होटल भी ले चुका है।
उसने मुझे उस होटल की लोकेशन भेजी।

मैंने घर में सब से बहाना बनाया कि पास के ब्यूटी पार्लर जा रही हूँ।
जैसा कि मैंने आपको बताया था कि मैं ब्यूटी पार्लर का काम जानती हूँ, तो इससे अच्छा बहाना नहीं मिला।

मैंने एक टाइट लाल कलर का सलवार-सूट पहना था, जिसमें मेरी लंबी कमर पर मेरे बाल लहराते हुए बड़े सेक्सी लग रहे थे।
मेरी गांड और चूचियाँ भी काफी उभरी हुई थीं।

ऊपर से टाइट सूट, बाजुएँ एकदम साफ और गोरी, और मेरे चेहरे का मेकअप और होंठों पर लिपस्टिक मुझे एक अप्सरा बना रहे थे।

अचानक मेरे शौहर अंदर आ गए।
उन्होंने मुझे इस रूप में देखा और मुझे बाहों में भर लिया, फिर गोद में लेकर बैठ गए।

उनकी मज़बूत पकड़ से मैं खुद को नहीं छुड़ा सकी।
वे मुझे चूमने लगे।

मैंने उन्हें रोका और कहा, “प्लीज छोड़िए मुझे! अभी मैं पार्लर जा रही हूँ!”

वे बोले, “अरे, इतना सज-धजकर कौन पार्लर जाता है? तुम तो पहले ही इतनी सेक्सी माल हो! आ जाओ, मेरी जान!”
मैंने कहा, “नहीं, मैं पार्लर सजने नहीं, किसी और काम से जा रही हूँ! सजना मुझे अच्छे से आता है!”

उन्होंने पूछा, “क्या काम?”
मैंने कहा, “वहाँ पार्लर में एक नई लड़की आई है और वो अनुभवी नहीं है। तो उसे कुछ काम अच्छे से सिखाने जा रही हूँ!”

वो बोले, “अरे, तुम क्यों इन चक्करों में पड़ती हो? तुम्हें क्या कमी है पैसे की? तुम तो मुझ पर ध्यान दो, मेरी जान!”
इतना कहकर मेरे शौहर मुझे चूमने लगे।

मैं मन ही मन सोचने लगी कि तैयार तो रिजवान के लिए हुई थी, पर ये तो मेरा शौहर ही मुझे बजा देगा अगर मैं थोड़ी और देर यहाँ रुकी!

इसलिए मैं फटाक से उनकी गोद से उठ खड़ी हुई और बोली, “छोड़िए मुझे! अभी जाना है! रात को खूब मज़े करेंगे!”

इतना बोलकर मैं वहाँ से चली गई।

घर से कुछ दूर जाकर मैंने एक ऑटो लिया और उस लोकेशन पर पहुँच गई।

मेरे भाई ने एक बड़े होटल में कमरा बुक कर रखा था।
एक 3 स्टार होटल था।

मैंने रिजवान को फोन लगाया और बोला, “मैं आ गई हूँ!”

वो बाहर आ गया और मुझे होटल के रिसेप्शन पर ले गया, जहाँ उसने मेरी ID माँगी और रिसेप्शन पर दे दी।

होटल में एक अनजान लड़की को लाने पर लड़के और लड़की की ID चेक की जाती है।
इसके बाद वो मेरी कमर में हाथ डालकर मुझे कमरे में ले जाने लगा।

मैं भी कजिन सेक्स अफेयर की खुशी में चल दी क्योंकि आज मुझे अपने ममेरे भाई रिजवान से चुदना था।

कमरे में पहुँचकर उसने मुझे बेड पर बैठाया और बातें करने लगा, “क्या, आपा! इतने समय में एक बार भी फोन नहीं किया?”
मैं बोली, “अरे, भाई! क्या करूँ? तेरा जीजा मुझे चुदाई में खुश रखता है!”

इसके बाद उसने मुझे पानी दिया और मैं पीने लगी।

वो बोला, “आपा, आपने बहुत इंतज़ार कराया! आपको पता है, मैंने आपके जाने के बाद एक बार भी मुठ नहीं मारी। मैं बहुत भरा हुआ हूँ अंदर से! आपको चोदने के लिए!”

मैंने बोला, “क्या, अब बातें ही करेगा या कुछ करके भी दिखाएगा?”

इतना बोलने पर उसने मुझे लाल सूट और सलवार में देखा।
मेरे सिल्की बाल, जो काफी पतले और स्मूथ थे, मेरी कमर पर लटक रहे थे।
मेरी जाँघों को देखा और उन पर हाथ फिराता हुआ मुझे बेड पर धीरे-धीरे लिटाने लगा।

मैंने उसे रोका और कहा, “नहीं, मेरे भाई! आज मैं तुझे सिड्यूस करूँगी!”
और मैंने उसे बिठाया।
मैंने दोनों पैर खोलकर उसके दोनों तरफ डाल दिए और उसके मुँह को पकड़कर बैठ गई।

पहले मैंने उसका मुँह अपनी चूचियों में दबाया और उसे अपने अंदर भींच लिया।
मैं खुद सिसकारियाँ भरने लगी, “हम्म… हम्म…”

वो मेरी चूचियाँ दबाने लगा।
फिर मैंने उसका मुँह पकड़ा और किस करने लगी।
मैं पागलों की तरह अपने भाई को चूमने लगी।

उसकी जीभ अपने मुँह में ली और फिर अपनी जीभ उसके मुँह में डाल दी।
किस करते-करते उसने मुझे कमर से पकड़कर और ज़्यादा भींच लिया और मुझे अपने ऊपर लेकर लेट गया।

वो मुझे और ज़ोर-ज़ोर से किस करने लगा और मेरे चूतड़ों को पकड़कर किस करने लगा।

मैं मदहोश होने लगी और आहें भरने लगी, “अह्ह्ह… अह्ह्ह… अम्म्म… याह्ह… किस मी, बेबी! ओह्ह, बेबी!”

उसने मेरी गांड को पीछे से नंगा कर दिया और पैंटी नीचे सरका दी।
मेरे बड़े-बड़े कूल्हों पर चाटे मार-मारकर मुझे किस करने लगा।

मुझे आज उसके साथ अपने शौहर से भी ज़्यादा मज़ा आ रहा था।

उसने मुझे किस करते हुए कहा, “आपा, मैं आपको कब से चोदने की फिराक में था! आप नहीं जानती। आप अब और भी गदराया हुआ माल बन चुकी हो! मेरा लौड़ा लेगी रानी? मेरी समायरा आपा! आह, मेरी समायरा आपा! आयी लव यू, आपा!”
मैंने कहा, “आई लव यू, मेरे भाई! आज चोद डाल मुझे!”

इतना कहते ही उसने मुझे उलट दिया और मेरी सलवार ऊपर से फाड़ दी।
उसने ब्रा खींचकर निकाल दी और मेरी चूचियाँ उछाल मारकर बाहर आ गईं।

वो मेरी चूचियों को दबा-दबाकर चूसने लगा।
मेरी सिसकारियाँ ज़ोर-ज़ोर से निकल रही थीं।

मैंने कहा, “आराम से कर!”

पर वो करता भी क्या? मुझे देखकर तो मुर्दे का लंड भी बाहर आ जाए!
इसलिए वो कुर्ता उतारने का वेट नहीं कर पाया।

करीब 20 मिनट तक मुझे ताबड़तोड़ किस करने के बाद वो मेरी चूचियाँ पी रहा था।
फिर मेरी पूरी कुर्ती निकाल फेंकी और मेरी नाभि पर किस करने लगा।

मैं तिलमिला गई और आहें भरने लगी।
फिर उसने मेरी चूत पर हाथ लगाया और चाटना शुरू कर दिया।
वो मेरी चूत पर अपनी जीभ फिरा रहा था।
मैं पागल हो रही थी।

करीब 15 मिनट तक वो मेरी चूत चाटता रहा।
अब मैं बिल्कुल चुदने के मूड में आ गई।

इसके बाद उसने अपना लंड बाहर निकाला और 69 की पोजीशन में आने को बोला।
मैं उसका लंड चूसने लगी।

पिछले एक साल में उसका लंड और मोटा और लंबा हो गया था।
मैं उसे देखकर बेचैन हो गई और हफर-हफर करके अपने ममेरे भाई रिजवान का लौड़ा चूसने लगी।

कुछ देर बाद उसने मुझे उठाया और लंड पर बैठने को कहा।
वो नीचे लेट गया और मैं उसके लंड पर बैठकर उसे अंदर लेने लगी।

मैंने अपनी चूत उसके लंड पर सेट की और बैठने लगी
एक बार में पूरा लौड़ा मेरी चूत में समा गया और बच्चेदानी तक पहुँच गया।

मैं कई बार अपने शौहर से चुद चुकी थी, इसलिए लौड़ा लेने में ज़्यादा परेशानी नहीं आई।
पर उसका लंड लेने में मुझे दर्द हो रहा था और मेरी जान-सी निकल रही थी।

पर जैसे ही पूरा लौड़ा मेरी चूत में समा गया, रिजवान ने मुझे कमर से पकड़कर अपनी तरफ खींच लिया और धीरे-धीरे स्पीड बढ़ाकर चोदने लगा।

मुझे दर्द हुआ, पर धीरे-धीरे मैं मज़े से उसका लंड लेने लगी और ज़ोर-ज़ोर से गांड उसके लंड पर मारने लगी।

ऐसे ही लंड पर बिठाकर आधे घंटे तक वो मुझे चोदता रहा।

फिर मैं लेट गई और वो मेरे ऊपर आ गया, मेरी दोनों टाँगें कंधों पर रखकर चूत में लंड सेट किया और चोदने लगा।

इस तरह वो मुझे आधे घंटे तक चोदता रहा।

फिर उसने मुझे घोड़ी बनाकर पीछे से मेरे बाल पकड़ लिए और मुझे चोदने लगा।
मेरे शौहर कभी-कभी इस तरह से नहीं चोदते थे।

रिजवान का स्टैमिना भी मेरे शौहर से ज़्यादा था।
मुझे तो आज असली सेक्स का मज़ा आ गया।
आज मुझे पता चल गया कि मेरे शौहर विपिन राणा चोदने में उतने माहिर नहीं थे।

रिजवान ने मेरी सलवार नहीं उतारी थी क्योंकि उसने सलवार के ऊपर से ही उसे फाड़कर चूत के पास छेद बना दिया था और पैंटी भी खींचकर निकाल दी।
ये उसकी फैंटेसी थी; उसे ऐसे ही चोदना पसंद था।

इसके बाद रिजवान ने मुझे अपने आगे लेटाया और खुद मेरे पीछे आकर चिपककर लेट गया।
उसने अपना लौड़ा मेरी चूत में दे दिया और अपने हाथों से मेरा गला पकड़कर घचाघच चोदने लगा।

मुझे सबसे ज़्यादा मज़ा इस पोजीशन में आया।
उसने इस पोजीशन में ही मेरी टाँग सीधा ऊपर उठा दी और अब अच्छे से उसका लंड मेरी चूत की गहराई तक जा रहा था।

सच में मेरा भाई चोदने में माहिर था।

इस पोजीशन में आधा घंटा चोदने के बाद उसने मुझे अपने ऊपर उल्टा बिठाया यानी मेरी पीठ अपनी तरफ करके बिठाया।

मैंने अपने पैर उसके पैरों पर फैलाए।
अब उसका लंड सीधा मेरी चूत के नीचे था।

उसने बिना देर किए अपना लंड मेरी चूत में घुसा दिया और उसका लंड पूरी तरह मेरे अंदर समा गया।

अब वो ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा।
इस पोजीशन में मेरी चूचियाँ लगातार ऊपर-नीचे हिल रही थीं।

मुझे चोदते हुए वो मेरे पूरे जिस्म से खेल रहा था।

कसम से, मेरा भाई रिजवान दूसरा कामदेव था।
इस पोजीशन में वो मुझे देर तक चोदता रहा।
इस पूरे संभोग में मैं तीन बार झड़ चुकी थी।

आख़िर में लगातार चोदते हुए वो मेरी चूत में ही झड़ गया और अपना माल मेरी चूत की जड़ तक पहुँचा दिया।
मैं भी एक बार और उसके साथ ही झड़ गई।

उसने मुझे बहुत देर तक लगातार चोदा था।

फिर हम दोनों एक-दूसरे को बाहों में लेकर लेट गए।

मैंने उससे पूछा, “तुझमें तो बड़ा दम है रे! कहाँ से सीखी ऐसी चुदाई? सच में, आज बहुत मज़ा आया! तू तो मेरे शौहर से भी मस्त चोदता है!”

वो बोला, “आपा, आपके लिए एक-एक बूँद वीर्य संभालकर रखा था और आज सारा आपकी चूत में डाल दिया। आयी लव यू, आपा! मेरी जान हो आप!”

मैंने उसे एक ज़ोरदार किस होंठों पर दिया और बोला, “आई लव यू टू, मेरे लाल! मेरे भाई!”

फिर वो बोला, “मैं तो यहाँ आ गया। अब आपको भी दिल्ली आना पड़ेगा अपनी चूत देने!”

मैंने कहा, “हाँ, बाबा! मैं पक्का आऊँगी और आराम से 10 दिन के लिए तेरे पास! और हम जमकर चुदाई करेंगे!”
उसके बाद मैंने कहा, “चल, अब मैं चलती हूँ और तू भी वापस दिल्ली चला जा!”

उसके बाद उसने मुझे थोड़ा किस किया और जमकर गले से लगाया और जाने दिया।

दोस्तो, इसके बाद तो मैं दिल्ली में भी 15 दिन तक उसके साथ रही और अलग-अलग होटल में चुदती रही।

उसने मुझे इन 15 दिनों में कुल 20 बार चोदा और मेरी चूत फाड़ दी।

पर मैं लगातार अपने शौहर से भी चुद रही थी।
लेकिन अब शौहर की चुदाई में वो मज़ा नहीं मिल पा रहा था।

फिर कुछ साल बाद मेरी एक बेटी हुई।

अब मैं ये नहीं समझ पा रही हूँ कि इसका बाप कौन होगा … मेरा भाई या मेरा शौहर। और मैं हँस पड़ती हूँ।

धीरे-धीरे शौहर से चुदाई कम हो गई।
पर रिजवान महीने में एक बार ज़रूर हिमाचल आता है और मुझे चोदता है।

मैं उससे लगातार चुद रही हूँ।

पर अब मेरे शौहर को शक होने लगा है।
तो सोच रही हूँ, अब रिजवान से थोड़ा कम मिला करूँ।

मेरे शौहर समझ चुके थे कि मेरा चक्कर है, क्योंकि उन्होंने खुद एक बार मेरा पीछा किया था।
पर वो कुछ कर नहीं सकते क्योंकि मैंने अपने शौहर को काबू में कर रखा है।

इसलिए मुझे कोई डर नहीं है।
मैं खुलकर अपने भाई से चुदती हूँ।
मेरा शौहर मेरी तेज़ आवाज़ से डरता है।
इसलिए वो मेरे आगे चुप रहता है।

मैं खुलकर उसे बता भी चुकी हूँ कि मेरा सेक्स अफेयर अपने ममेरे भाई रिजवान के साथ है।
मैंने कहा, “वो मुझे तुमसे बेहतर चोदता है! और अगर तुमने कुछ कहा, तो मैं तुम्हें छोड़कर चली जाऊँगी। इसलिए चुप रहो!”

इसलिए वो मुझे कुछ नहीं बोलता।
और मैं और मेरा ममेरा भाई रिजवान आज भी खूब सेक्स करते हैं।

आपको मेरी कजिन सेक्स अफेयर पोर्न कहानी कैसी लगी?
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