गर्म चाचीजी की मालिश के बाद चूत चुदाई

चाची चूत फक स्टोरी मेरी चाची की चूत चुदाई की है. हम एक ही घर में रहते हैं. एक दिन चाची ने बताया कि मैंने उनका दूध पीया था. फिर चाची मुझे छेड़ने लगी.

नमस्कार मित्रो, मेरा नाम विक्की (काल्पनिक) है.

अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली सेक्स कहानी है.
इस चाची चूत फक स्टोरी में अपनी किसी भी भूल के लिए मैं पहले ही आप सभी से क्षमा मांगता हूं.

मैं गुजरात के सोमनाथ जिले के छोटे से गांव में रहता हूं. मेरी उम्र 19 साल है. मेरा लंड 7 इंच का है और ये 3 इंच मोटा है.

अब मैं अपनी चाची के बारे में आपको बता देता हूँ.
उनका नाम रेखा (काल्पनिक) है. उनकी उम्र 42 साल की है. रंग गेहुंआ, मम्मे ज्यादा बड़े नहीं हैं और ना ही ज्यादा छोटे हैं.

जब से मैंने होश सम्भाला है और मुझे चुदाई का ज्ञान हुआ है, तभी से मैं अपनी चाची की चुदाई करना चाह रहा था.

मैं घर में सबसे छोटा हूं, तो सब मुझे खूब प्यार करते हैं. मेरी चाची भी मुझसे प्यार करती हैं.
मुझे इस बात का भान ही नहीं था कि चाची जी खुद ही मुझसे चुदना चाहती हैं.

मैं उनके लाड़ प्यार को उनका निश्चल प्रेम ही समझता था.
वो मेरे सामने कपड़े आदि भी बदल लेती थीं तो मैं भी चूतिया बनकर सब देखता रहता था.

मैं समझता था कि चाची मुझे बच्चा ही समझ कर मेरे सामने अपने कपड़े बदल रही हैं.
मगर वो तो बाद में जब उन्हें चोद रहा था, तब उन्होंने खुद बताया था कि वो चाचा से खुश नहीं हो पाती थीं, इसलिए मुझे गर्म करने के लिए मेरे सामने ऐसी हरकतें करती थीं जिससे मैं उनके ऊपर चढ़ जाऊं.

मैं चाची से बहुत मज़ाक करता और वो भी मुझसे बहुत हंसी मज़ाक करती थीं.

असली मामला तब शुरू हुआ जब उन्होंने मुझे अपनी मालिश करने के लिए कहा.

दरअसल गांव में हमारे खेत हैं तो वहां पर अक्सर खेती का काम करने हमारे घर की औरतें जाया करती थीं.
उस दिन भी ऐसे ही हुआ था.

खेत में कुछ ज्यादा काम होने की वज़ह से चाची खेत पर गई थीं. उस दिन घर पर कोई नहीं था.
चाचा पापा मम्मी वगैरह सब लोग पास के गांव में एक शादी में गए थे.

उस दिन खेतों में कुछ कम ज्यादा था तो चाची ने मुझे भी रोक लिया था.

खेत से शाम को आते ही उनके पैर दर्द करने लगे.
उन्होंने मुझसे कहा- खाना खाने के बाद मेरे पैरों की मालिश कर देना ताकि मुझे थोड़ा आराम मिल जाए.
मैंने कहा- ठीक है चाची, मैं बस नहा कर अभी आता हूँ और आपकी सेवा कर देता हूँ.

तो चाची बोलीं- हां आज तेरी सेवा की बड़ी जरूरत है. मेरे पैरों की मालिश करके तू यहीं पर सो जाना.
मैं तो खुद यही चाहता था.

मैंने चाची को चिढ़ाने के लिए उनसे पूछा- मैं आपके पैरों की मालिश तो कर दूँगा, पर बदले में मुझे क्या मिलेगा?
उन्होंने मेरे गाल पर एक पप्पी दे दी और कहा कि ये ले तेरी एडवांस फीस.

मैंने गाल सहलाते हुए कहा- चाची, ये तो वन वे चुम्मी हुई है. असली मजा तो दोनों तरफ से चुम्मी का आदान-प्रदान करने से आता है.
चाची बोलीं- बेटा, वो भी हो जाएगा, पहले तू उसके काबिल तो हो जा!

मैंने लपक कर उनके गाल पर चुम्मी ले ली और पूछा- लो चाची, अब बताओ कि काबिलियत कैसी लगी.
वो अपने गाल से मेरा थूक पौंछती हुई बोलीं- अभी तो नाकाबिल ही है. तुझे चूमने की सही जगह ही नहीं मालूम है.

मैं बोला- मुझे मालूम तो सब है, पर अभी बस जरा फटती है.
चाची हंस दीं और बोलीं- मुझसे काहे फटती है?

मैं कुछ नहीं बोला और चाची के पैरों की मालिश करने लगा.
चाची ने मुझसे अपनी जांघों तक की मालिश करवाई और जगह जगह गांठें सी पड़ी थीं, उन्हें दबाने की कह कर वो मजा लेती रहीं.

मालिश के साथ साथ हम दोनों बातें भी कर रहे थे.

ऐसे ही बातों बातों में उनके मुँह से निकला कि तू पहले मेरे मम्मों से भी दूध पिया करता था.
मैं शर्मा गया.

मैंने कहा- ऐसा हो ही नहीं सकता चाची.
चाची अपने मम्मे सहलाती हुई बोलीं- क्यों ऐसा क्यों नहीं हो सकता है … क्या मेरे मम्मों में दूध नहीं आता था?

चाची ने बार बार मम्मों शब्द का प्रयोग किया तो मुझे कुछ अटपटा सा लगा.
मैं उस बात से बचने लगा.

इसी बात पर चाची मुझे चिढ़ाने लगीं और मैं और ज्यादा शर्माने लगा.
ये देख कर चाची मुझे और ज्यादा चिढ़ाने लगीं और मेरी कमर में चिकोटी काटने लगीं.

मैंने भी मौके का फायदा उठाने की सोची, मैंने चाची से कहा- तब तो मैं छोटा था, मुझे क्या पता था यह सब क्या होता है.
मेरी बात सुन कर चाची हंस दीं.

अंत में चाची ने अपनी वासना को रूप देने के लिए मुझसे कहा- क्या तुम बचपन के जैसे फिर से मेरा दूध पीना चाहोगे?

मैंने चाची की आंखों में झांका और उनसे कहा कि मुझे कोई दिक्कत नहीं है, पर मैं बड़ा हो गया हूं तो पहले जैसा नहीं चूसने वाला. अब मैं जवान हो गया हूँ तो दूध चूसने की मेरी स्टाइल अलग होगी.

इस पर वह हंस दीं और बोलीं- जैसे तुम चाहो, वैसे चूस लेना.
बस फिर क्या था … मानो मेरी तो लॉटरी ही लग गई थी.

मैं सीधा ही चाची के मम्मों पर टूट पड़ा और उनके दोनों मम्मों को उनके ब्लाउज के ऊपर से ही दबाने लगा.

ये देख कर चाची बोलीं- तू तो सही में बड़ा हो गया है.
मैंने भी अपनी शर्म छोड़ कर बोल दिया- हां, मैं भी बड़ा हो गया हूँ और मेरा वो भी बड़ा हो गया है, एक बार देखिए तो सही!

इस पर उन्होंने मुझे प्यार से गाल पर एक हल्का सा चांटा मार दिया और बोलीं- वो अपनी बीवी के लिए सम्भाल कर रख. उसी की में डालना.
मैंने कहा- अभी तो मैं आपको ही अपनी बीवी बनाना चाहता हूँ.

चाची हंस दीं और उन्होंने मुझे मेरे मन की करने की खुली छूट दे दी.

मैंने उनके ब्लाउज को खोल दिया और उनके मम्मों को आजाद कर दिया.

आह … गजब के मम्मे थे चाची के. एकदम भरे हुए … शायद चाचा ने चाची के मम्मे ज्यादा मसले ही नहीं थे इसलिए एकदम कसे हुए थे.

मैं उनके मम्मों को अपने हाथ में लेकर सहलाने लगा और देखने लगा.

चाची बोलीं- क्या देख रहा है?
मैंने कहा- पहली बार किसी के देखे हैं, तो विश्वास नहीं हो रहा है.

उन्होंने अपने एक हाथ को उठा कर मेरे हाथ पर रख कर अपने एक मम्मे को दबा दिया और आह करती हुई बोलीं- इन्हें चूसो.
मैंने चाची के एक मम्मे को मुँह में ले लिया और दूसरे को हाथ से दबाने लगा.

इससे वो गर्म हो गईं और तेज तेज सांसें लेने लगीं.
वो मेरे सर को अपने दूध पर दबाने लगीं और कामुक आवाजें निकालने लगीं.

मैं समझ गया कि आज चाची की चुदाई पक्की है.
मैंने यह प्रक्रिया कुछ 10 मिनट के लिए जारी रखी.

फिर मैं धीरे अपना दाहिना हाथ चाची के पेट को सहलाते हुए उनकी चूत पर ले गया और पेटीकोट के ऊपर से ही उनकी चूत सहलाने लगा.

इस पर चाची और भी गर्म हो गईं और उन्होंने मेरा लंड पकड़ लिया.
उनका हाथ मेरे लंड पर गया तो मैं एकदम से बौखला गया और मैंने देर न करते हुए उनके पेटीकोट का नाड़ा खींच दिया जिससे उनका पेटीकोट ढीला हो गया.

मैंने अपना हाथ उनके पेटीकोट के अन्दर डाला और उनकी चूत को पैंटी के ऊपर से ही सहलाने लगा.
उनकी पैंटी गीली हो गई.

अब मैंने पैंटी के बाजू से अपनी एक उंगली उनकी चूत में घुसा दी और आगे पीछे करने लगा.
इससे चाची तेज तेज सिसकारियां लेने लगीं.

उन्होंने भी मुझे भी नंगा करना चालू कर दिया.
पहले मेरी टी-शर्ट को उतारा, फिर लोअर.

अब मैं सिर्फ निक्कर पहने उनके सामने था और वो पैंटी में मेरे सामने थीं.

हम दोनों ने एक दूसरे के निक्कर व पैंटी उतार दिए और दोनों ही नंगे हो गए.
अब हम दोनों के होंठ एक दूसरे से मिल गए.

चाची मेरे होंठ चूमती हुई बोलीं- चूमने की सही जगह ये होती है. कब से तेरे साथ सेक्स करने का जी कर रहा था, आज मौका मिला.
मैंने कहा- हां चाची, मैं खुद आपको चोदना चाहता था. मगर संकोच में कुछ कह ही नहीं पाता था.

चाची बोलीं- अब देर न कर. मेरी आग बुझा दे.
अब मैं बिंदास उन्हें किस कर रहा था और चूमते समय उनकी चूत को सहला रहा था.

वो मेरे लंड को हिला रही थीं.
फिर मैं किस करते करते नीचे उनकी चूत तक आ गया और उनकी चूत को चाटने लगा.
वो अब मेरा लंड जोर जोर से हिलाने लगीं.

मैं अपनी जीभ को नुकीला बनाकर उनकी चूत की चुसाई कर रहा था जिससे वे कामुक सिसकारियां लेने लगीं.
कुछ मिनट और चूसने के बाद वो अपनी गांड उठाकर कर अपनी चूत मुझसे चुसवाने लगीं और जल्द ही झड़ गईं.

मैं उनका सारा पानी चाट गया.
अब वे मेरे लौड़े को पकड़ कर हिलाने लगीं और चूसने लगीं.

क्या बताऊं दोस्तो, मैं तो जैसे सातवें आसमान में था. कुछ देर चूसने के बाद जब मैं झड़ने को हुआ, तो मैंने उनका मुँह जोर से अपने लौड़े पर दबा दिया और अपना पूरा माल उनके मुँह में ही निकाल दिया जिसे वो पी गईं.
उन्होंने अपनी जीभ से चाट कर मेरा लंड साफ़ कर दिया.

हम दोनों फिर से किस करने लगे और मैं उनके मम्मों को दबाने लगा.

कुछ ही देर में मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.
चाची लंड देखती हुई बोलीं- इसे डाल दे अन्दर … अब रहा नहीं जाता.

मैंने भी चाची की गांड के नीचे तकिया लगा दिया जिससे उनकी चूत खुल गई.
मैं अपना लंड उनकी चूत पर रगड़ने लगा.

जब मुझसे रहा ना गया तो मैंने अपने लौड़े को उनकी चूत में धक्का देकर घुसा दिया जिससे उनकी आह निकल गई.

मैं अपनी कमर हिला कर उन्हें हचक कर चोद रहा था और वे आहें भर रही थीं.

मेरे हर धक्के के साथ ही उनके मम्मे हिल रहे थे.
थोड़ी देर में वो भी अपनी कमर उठाकर मेरा साथ देने लगीं.

हम दोनों की यह चुदाई करीब 20 मिनट तक चली.

चाची चूत फक के दौरान वे दो बार झड़ चुकी थीं जिससे पूरे कमरे में फच-फच की आवाज गूंज रही थी.
फिर मैं भी झड़ गया और उनके ऊपर ही लेट गया.

थोड़ी देर बाद मैं उनके बगल में लेट गया और उनके मम्मों से खेलने लगा.
कुछ देर बाद हम दोनों ने फिर से किस किया और चाची के थके होने की वज़ह से हम दोनों नंगे ही एक दूसरे से लिपट कर सो गए.

सुबह चाची ने मुझे 6 वजह उठाया और मैं कपड़े पहन कर सो गया.
चाची अपने काम में व्यस्त हो गईं.

फिर हमें जब भी मौका मिलता, हम चुदाई में लग जाते.
चाची ने मुझे उनकी बेटी की चूत भी दिलाई जो मैं आपको अगली सेक्स कहानी में बताऊंगा.

अभी तो मैं नाडियाड के एक कॉलेज में पढ़ने के लिए आया हूं और मुझे कोई चूत नहीं मिली है.
पर मैं चाची से अब भी फोन पर सेक्स चैट कर लेता हूं.

आशा करता हूं कि आपको चाची चूत फक स्टोरी पसंद आयी होगी.
प्लीज़ मुझे कमेंट्स में बताएं.