पाकीजा पर्दानशीं मामी को विधर्मी दोस्त ने चोदा

बड़ा लौड़ा सेक्स कहानी में मैं मामा के घर ही रहा हूँ हमेशा. मेरी सेक्सी मामी बहुत हॉट हैं. एक दिन मैंने उन्हें चोद दिया. लेकिन मेरी मामी की तसल्ली नहीं हुई अच्छे से.

नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम आमिर है.
मैं 22 वर्ष का हूँ और बिहार में रहता हूँ.

आज जो बड़ा लौड़ा सेक्स कहानी मैं आप सभी को सुनाने जा रहा हूँ वह मेरी मामी निकहत परवीन और मेरे खास दोस्त विकास के बीच घटी एक सच्ची घटना पर आधारित है.

मेरी मामी का फिगर 34-30-38 का है और उनकी हाइट 5 फीट 8 इंच है.
वे देखने में बिल्कुल मुनमुन सेन जैसी लगती हैं और हद से ज्यादा सेक्सी हैं.

मेरा दोस्त विकास भी 22 साल का है.
विकास और मैं पहली क्लास से ही दोस्त हैं.

उसके लंड का साइज़ मेरे लंड के साइज़ से 2 इंच बड़ा है.
मेरा 6 इंच का है और उसका 8 इंच का है.
हम दोनों दोस्ती में एक दूसरे को कभी कभी अपना अपना लंड दिखाते रहते थे.

मैं बचपन से ही अपनी नानी के घर रहा हूँ.
मेरे नाना-नानी अब इस दुनिया में नहीं हैं, बस एक मामा हैं और उनकी बीवी यानि निकहत परवीन हैं.
मामा की दो बेटियां हैं.

लगभग छह साल से मैं अपनी मामी को देखता आ रहा हूँ.
उन्हें देखते ही मेरे मन में कुछ-कुछ होने लगता है और मेरा लंड खड़ा हो जाता है … लेकिन मैं किसी तरह अपने आप को कंट्रोल कर लेता हूँ.
उनके बड़े-बड़े बूब्स और उभरे हुए चूतड़ मुझे पूरी तरह मोह लेते हैं.

यह बात लॉकडाउन की है.
वह दिन 22 सितंबर 2020 का था.

उस दिन मामी किचन में काम कर रही थीं.
मैं वहां गया और मैंने उन्हें पीछे से पकड़ लिया.

मेरे लंड का उभार उनके चूतड़ों के बीच फंस गया.
तभी वे पीछे मुड़ीं और मुझे एक जोरदार थप्पड़ जड़ दिया.

मामी बोलीं- शर्म नहीं आती तुम्हें? अब ऐसा किया तो मामा को बता दूँगी.
मैं चुपचाप नीचे अपने कमरे में आ गया.

थोड़ी देर बाद वे खाना लेकर मेरे कमरे में आईं और बोलीं- वह तो मैं बस तुम्हें आजमा रही थी. मुझे पता है तुम मेरे साथ क्या करना चाहते हो.
मैं उन्हें देखते ही खड़ा हो गया था और अपना सर झुकाए खड़ा था.

तभी उन्होंने मेरा लोअर नीचे खींच दिया.
मैंने अन्दर कच्छा नहीं पहना था तो मेरा 6 इंच का लंड बाहर निकल आया.

उस वक्त मैं अपने मोबाइल में एक सेक्सी सीन देख रहा था तो लंड पूरा खड़ा था.

अब जैसे ही मेरा लोअर नीचे हुआ तो मैं सकपका गया और अपने लोअर को ऊपर उठाने को झुकने लगा.

अभी मैं झुका ही था कि मामी ने मुझे रोक दिया.
फिर मेरे खड़े लौड़े को देखकर मामी बोलीं- काफी बड़े हो गए हो आमिर!

मैं सिटपिटाया सा खड़ा था.
मेरे लौड़े के तनाव में भी कमी आने लगी थी और वह ढीला होने लगा था.

अचानक से मामी अपने घुटनों पर बैठ गईं और उन्होंने मेरे लंड को अपने हाथ में पकड़ कर सहलाना शुरू कर दिया.
उनका हाथ लौड़े पर लगा तो मैं एक अजीब सी स्थिति में आ गया.

तभी वे मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगीं.
लंड ने उनके मुँह की गर्मी का अहसास पाया तो वह मस्ती में आने लगा और मेरी भी घबराहट खत्म हो गई.

मैं मस्ती से अपने लौड़े को उनसे चुसवाने लगा.
दो ही मिनट चूसने के बाद उन्होंने अपनी सलवार और कमीज़ दोनों उतार दिए.

उफ्फ … क्या गजब का सीन था. उनके बड़े-बड़े चूचे मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा में थे और उनकी गज़ब की उभरी हुई गांड और गुलाबी चूत के बीच बस उनकी पैंटी थी.

आह … ये दृश्य मैं पहली बार देख रहा था. मैं तो एकदम स्तब्ध रह गया.

फिर उन्होंने मुझे वासना से देखते हुए अपनी पैंटी और ब्रा भी उतार दी.

अब मामी ने मुझे गले से लगा लिया और चूमने लगीं.
मैंने भी उनके रसीले होंठों को खूब चूसा.

लगभग दस मिनट बाद मामी ने मेरे मुँह को अपनी चूत में घुसेड़ दिया और मैं उनकी गुलाबी चूत को चूमने लगा.

जल्दी ही वे चरम सुख के अंतिम बिन्दु पर पहुंच गईं और उनके मुँह से गजब की मादक सिसकारियां निकलने लगीं.

लगभग पाँच मिनट बाद उन्होंने कहा- अब अपनी मामी को और मत तड़पाओ … प्लीज़ जल्दी से अपना औजार मेरे छेद में डाल दो. मेरी चूत तुम्हारे लंड का इंतज़ार कर रही है आमिर!
मैंने अपने लंड को मामी की चूत पर सैट किया और एक झटका दे दिया.

मेरा पूरा 6 इंच लंबा लंड उनकी चूत में घुस गया.
उन्होंने हल्की-सी आह भरी.
ज्यादा दर्द इसलिए नहीं हुआ क्योंकि मेरे मामा का भी 6 इंच का ही है.
मैंने उन दोनों की चुदाई देखी है.

मेरी मामी मेरे साथ चुदाई में पूरी तरह से मस्त थीं लेकिन मैं तीन मिनट में ही झड़ गया.
मामी गुस्सा हो गईं क्योंकि वे बहुत प्यासी थीं. मामा भी दो मिनट में झड़ जाते हैं.

मामी बोलीं- साली मेरी किस्मत ही खराब है. मैंने सोचा था तू मेरी प्यास बुझाएगा लेकिन तू भी नहीं टिका.
मुझे यह सुनकर बहुत बुरा लगा.

मामी गुस्से में अपने कपड़े पहन कर ऊपर अपने कमरे में चली गईं.

इसके बाद मैं आपको उस घटना पर लेकर आता हूँ जो 15 मार्च 2023 को घटी.

उस दिन मेरा दोस्त विकास मेरे घर आया.
हम लोग एक-दूसरे के घर आया-जाया करते हैं.

मैं सोया हुआ था, तो मामी ने विकास को बैठाया और मुझे उठाने आ गईं.

एक बात और बता दूँ, मामी उस वक्त नाइटी में थीं और शायद उन्होंने ब्रा नहीं पहनी थी.

जैसे ही मैं विकास के पास गया, उसने कहा- यार, तेरी मामी तो क़यामत है.
मैं मुस्कुराया.

मामी ने पानी लाकर विकास को दिया और जैसे ही वे गिलास देने झुकीं, विकास सिर्फ़ उनकी उभरी हुई चूचियों को ही देख रहा था.
मामी ने उसकी मादरचोद नजरों को भांप लिया लेकिन कुछ कहा नहीं, वे बस हल्की सी मुस्कुरा दीं.

विकास को लगा कि रास्ता साफ़ है, तो उसने मजाक करते हुए कहा- मामी, मुझे भूख लगी है … कुछ खिलाओगी नहीं? कम से कम दूध ही पिला दीजिए.
मामी ने जवाब दिया- कम से कम क्यों? दूध भी पिलाऊंगी और जो खाना है … बताओ, वह भी खिलाऊंगी.

विकास ने धीमी आवाज़ में कहा- खाना तो आपको ही है.
मैंने तो सुन लिया था, लेकिन शायद मामी ने नहीं सुन पाया था.

मामी ने दूध लाकर उसे दिया.
विकास की नज़र मामी के चूचों पर गड़ी हुई थीं और मामी की नज़र विकास के पैंट के उभार पर.

विकास ने फिर फ़्लर्ट किया- मामी, मैंने तो ताज़ा दूध पिलाने को कहा था. ख़ैर … छोड़िए, आप नहीं पिलाने वालीं!

मामी मुस्कुराती हुई बोलीं- आप बहुत नटखट हैं. आप लोग बातें करो, मैं खाना बना देती हूँ. खाकर ही जाना.
जब मामी जा रही थीं, तब विकास बस उनकी मटकती हुई गांड को ही देख रहा था.

मामी ने खाना लगाया.
मैं, मामी और विकास ने खाना खाया.

हम तीन लोग ही घर में थे क्योंकि मामा सुबह ही ड्यूटी पर चले जाते हैं और सना स्कूल.

हम तीनों बैठे थे, तभी विकास को पेशाब लगी.
तो मामी ने उसे बाथरूम दिखाया. विकास चला गया.

तब मामी ने पूछा- तुम्हारे दोस्त का लंड तो बड़ा तगड़ा लगता है, कितना बड़ा है?
मैंने कहा- आठ इंच का है.

मामी के मुँह से निकला- हाय मर जावां.
मैंने कहा- हां आपको इतना बड़ा ही तो चाहिए था न!

मामी मुस्कुराती हुई बोलीं- आमिर, आज अपने इस दोस्त से मुझे चुदवा दे न!
मैंने कहा- मामी वह बहुत हरामी आइटम है, उसे देख कर रंडियां भी तौबा कर लेती हैं जबकि आप एक घरेलू महिला हो.

मामी ने कहा- उससे क्या फर्क पड़ता है. मेरी खुजली कौन समझ रहा है? बस तुम किसी को मत बताना, मैं तुम्हें भी प्यार दूँगी. तुमसे भी चुदवा लिया करूँगी.
मैंने कहा- तब तो मैं राज़ी हूँ.

विकास आया, तो मामी थोड़ा शरारती अंदाज़ में बोलीं- क्यों विकास जी, बहुत देर हुई. लगता है आपके औज़ार में पानी बहुत देर से भरा हुआ था!

यह सुनकर विकास का चेहरा खिल उठा क्योंकि अब शायद वह मामी का इरादा समझ गया था.
उसने भी कहा- कोई लेने वाली है ही नहीं मेरे पानी को अपने कुएं में … इसलिए बाथरूम में ही हल्का होना पड़ता है.

मैंने कहा- भाई खाने के बाद मुझे नींद आती है, मैं चला सोने. तुम लोग ही करो ये कुंए और पानी की बातें!

मैं चुपचाप वहां से चला आया
लेकिन छुपकर देखने लगा कि आगे क्या होता है.

विकास बोला- मामी, आप बहुत रसीली हो. लगता है आमिर के मामा ने आपको अभी तक सही से निचोड़ा नहीं है!
मामी ने कहा- सही कहा तुमने … मेरी तो क़िस्मत ही ख़राब है.

विकास ने कहा- आप चाहें तो आपकी क़िस्मत अच्छी हो सकती है.
मामी ने पूछा- कैसे?

विकास ने कहा- मुझे ट्राई करके देखिए, मतलब एक बार मुझसे चुदवाइए.
मामी ने नाटक करते हुए कहा- हाय मर जावां … तुम तो एक गैर मर्द हो और मैं एक पाकीज़ा पर्दानशीं हूँ.

विकास ने जवाब दिया- लंड का मतलब चूत से है और चूत का लंड से, इसमें दूसरा रिश्ता कहां से आया?

मामी ने लंड चुत की बात साफ साफ सुनी तो उन्होंने कहा- बात तो सही कह रहे हो, लेकिन कोई देखेगा तो मैं तो कहीं की नहीं रहूँगी!
विकास ने कहा- कोई नहीं देखने वाला और मैं किसी को नहीं बताऊंगा.

बस अब विकास ने मामी को खींचकर चूमना शुरू कर दिया.
एक हाथ से उनके बड़े-बड़े चूचे दबाने लगा और एक हाथ मामी की गांड पर सहलाने लगा.

लगभग 10 मिनट तक उसने मामी को खूब चाटा और उनके रसीले होंठों को खूब चूसा.

मामी वासना में मस्ती से अपनी चुत बहा रही थीं.
उनकी मादक आवाजें मेरे कानों में शहद घोलने का काम कर रही थीं ‘उम्म … आह … आह … विकास … आआआह … चूसो विकास … मेरे दूध निचोड़ लो आह!

दस मिनट बाद मामी ने कहा- विकास अब दिखा भी दो यार अपने लंड को!
विकास ने जवाब दिया- एक शर्त है, उसे चूसना होगा!
मामी तुरंत बोलीं- मुझे सारी शर्तें मंजूर हैं.

विकास ने कहा- पहले आप अपनी रसमलाई तो दिखाओ, मुझे उसका रसपान करना है.
मामी ने मुस्कुराते हुए कहा- अब तो मैं तुम्हारी हूँ, मेरा सब कुछ तुम्हारा ही है. खुद ही नंगी करके देख लो न!

विकास ने मामी की नाइटी उतार दी और उन्हें देखकर एकदम स्तब्ध रह गया.
मामी ने उसे हिलाकर सामान्य किया- क्या हुआ राजा!
वह बोला- मामी … यार आप तो कयामत हैं.

मामी ने हंसते हुए कहा- अब तारीफ ही करोगे या मेरी प्यास भी बुझाओगे!

विकास ने मामी के चूचों को दबाना शुरू किया, फिर उन्हें चूसने और काटने लगा.
इससे मामी एकदम कामुक हो गईं और चिल्लाने लगीं- हाय हाय विकास … खा जाओ … उम्म … उम्म … आह … आइईई.

लगभग 10 मिनट तक विकास उनके रसीले चूचों को काटता और चूसता रहा.

फिर मामी ने कहा- अब तो दिखा दो अपने लंड को, मेरी चूत तड़प रही है उसे अन्दर लेने को!
विकास ने जवाब दिया- खुद देख लीजिए.

तुरंत मामी ने उसका पैंट उतार दिया और अंडरवियर भी हटा दिया.

इस बार मामी स्तब्ध रह गईं क्योंकि उन्होंने इतना बड़ा लंड पहले कभी नहीं देखा था.
काला 8 इंच लंबा चमकदार बड़ा लौड़ा और एकदम लोहे जैसा सख्त!

मामी ने बिना कुछ कहे उसे चूसना शुरू कर दिया.
वे पागलों की तरह चूसने लगीं जैसे वह जन्मों से लौड़े की प्यासी हों.

विकास भी कामुकता में डूब गया और उनके पाकीज़ा मुँह को अपने मादरचोद लंड से धड़ाधड़ पेलने लगा.

उसने मामी को गालियां देना शुरू कर दिया- ले साली निकहत मेरी कुतिया साली रंडी कहीं की … ले भैन की लौड़ी छिनाल लंड चूस मादरचोद … तेरी मां को चोदूं आह मस्त रांड है तू!
मामी को गालियों से कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि वे तो मेरे दोस्त के लंड को चूसने में पूरी तरह से मस्त थीं.

दोनों अब चरम पर थे.

विकास ने मामी को सोफे पर बैठाया और अपने लंड को उनकी चूत पर सैट कर दिया.

मामी ने भी अपनी दोनों टांगों को फैला कर अपने हाथों से पकड़ लिया और मिया खलीफा जैसी अपनी चुत खोल दी.

विकास ने एक धक्का दिया लेकिन अभी उसका लंड हल्का सा ही अन्दर गया था कि मामी की मां चुद गई.
वे दर्द से चिल्लाने लगीं- आआइइइ मर गई अम्मी रे आह फट गई मेरी …

मामी ने विकास को रोक दिया.
विकास ने मामी को चूमा और इस बार ऐसा ज़ोरदार झटका दिया कि उसका 8 इंच लंबा लंड पूरा का पूरा मामी की पाकीज़ा कोमल चूत के छेद को चीरता हुआ अन्दर घुस गया.

मामी की चीख से घर गूंज उठा- आआइ इइ अम्मी रे मर गई उफ्फ.
मुझे वह सीन देख कर ऐसा लगा जैसे आज मामी की पहली बार चुदाई हो रही हो.

कुछ देर तक लंड को अन्दर घुसाए रख कर विकास ने मामी को छोड़ा और धीरे धीरे धक्के लगाने लगा.

मामी चिल्लाने लगीं- आई उई ईई … बहुत मोटा है आहह हह साले हरामी तूने मेरी पाकीज़ा कोमल चूत फाड़ दी … आआह … तेरा दोस्त सही कहता था कि तेरे लौड़े से रंडियां भी चुदने से कतराती हैं आईई मैं मर गई आज … साला शैतान का बच्चा!
विकास ने उनकी बातों का जवाब देना शुरू कर दिया- चुप साली … छिनाल … अभी तो तेरी चूत का भोसड़ा बनाया है … और तू जो अपनी गांड बहुत मटकाती है ना? उसका भी गड्डा बना दूँगा.

इसी तरह की बातों के बीच मस्त चुदाई चलने लगी.
अब मामी भी विकास का लंड आराम से लेने लगी थीं.

फिर विकास ने तंज कसते हुए कहा- हरामी बोली थी ना तू छिनाल … अब तू इसी हरामी के बच्चे की माँ बनेगी रंडी साली कुतिया!

उन दोनों की पंद्रह मिनट तक धड़ाधड़ चुदाई चलती रही.
मेरी मामी की चूत चोदने के बाद विकास उनकी चूत में ही झड़ गया.

फिर उसने अपना लंड मामी के मुँह में पेल दिया, जिससे उसका लंड दोबारा खड़ा हो गया.
इस बार बारी थी मामी की गांड की.

उस दिन विकास ने मेरी मामी को खूब चोदा.
उसने दो बार गांड की चुदाई की और तीन बार चूत की मलाई निकलवाई.

उस दिन से हर महीने विकास मेरी मामी को तीन या चार बार चोद देता है.
अब तो मामी पूरी तरह उसकी रंडी बन चुकी हैं.

मैं भी उन दोनों की चुदाई में मजा लेने लगता हूँ.
पहले मैं चोद देता हूँ और झड़ कर लंड अलग कर लेता हूँ.

मेरे बाद मेरी मामी विकास के लौड़े से अपनी चुत का भोसड़ा बनवाने लगती हैं.

आप लोगों को मेरी यह देसी बड़ा लौड़ा सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज अपने कमेंट्स जरूर करें.
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