फैक्ट्री वर्कर और उसकी बहन भांजी की गुलाबी चूत

देसी मसाला चुदाई कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने फैक्ट्री की एक वर्कर को चोदा. उसके बाद उसकी बड़ी बहन और भांजी भी मेरे लंड के नीचे आयी. मजा लें.

हाय मेरे दोस्तो, मैं आपका असलम आपको फ्री सेक्स कहानी पर एक बार फिर से देसी मसाला चुदाई कहानी का मजा देने के लिए हाजिर हूँ.
मुझे उम्मीद है कि आप सब इस देसी सेक्स कहानी को काफी पसंद करेंगे.
मेरी पिछली कहानी थी: अम्मी और बाजी को रंडी बना कर चोदा
मेरी उम्र 32 साल की है. मेरे अन्दर चुदाई करने की स्टेमिना किसी से कम नहीं है. मेरे लंड का साईज 8 इंच है और ये 2.5 इंच मोटा है. मेरा लंड का रंग सांवला है.

मैं एक फैक्ट्री में मैनेजर था और सबसे सीनियर था.

मेरी फैक्ट्री में 40 लोग काम करते थे. इन चालीस आदमी के स्टाफ में से दस लेडीज स्टाफ थीं. फैक्ट्री में मेरी ही चलती थी क्योंकि मेरा बॉस विदेश में रहता था.
यहां मैनेजर के हाथ में ही सारा कारोबार था, तो सब कुछ मेरे हाथ में था.

मेरी फैक्ट्री में एक साउथ इंडियन वर्कर थी. उसका नाम जिया था.

आप सब जानते ही हैं कि साउथ इंडियन महिलाएं आमतौर पर काली होती हैं. वैसे जिया भी काली थी … लेकिन वो सेक्सी खूब थी. जिया का फिगर 36-34-38 का था और वो ज्यादातर चुस्त पोशाक पहनती थी. उसकी ख़ास पसंद टाईट लैगी और कुर्ती थी, जिसकी वजह से उसकी पूरी बॉडी उभर कर दिखती थी.

जिया की फूली हुई गांड देख कर मेरा लौड़ा दिन में जाने कितनी बार खड़ा हो जाता था. मैं बाथरूम में जाकर जिया की जवानी के नाम की मुठ मारता रहता या … घर पर अपनी बीवी को चोदते समय में उसमें जिया को देखता रहता था.

एक बार ऐसा हुआ कि जिया मेरे केबिन में आयी और बोली- असलम सर, मुझे आपसे एक हेल्प चाहिए.
मैं उसके दूध देखता हुआ बोला- हां जिया बोलो क्या हुआ?

जिया बोली- जी, मुझे 3 लाख रुपये का लोन चाहिए.
मैंने पूछा- क्यों … इतने रुपए क्यों चाहिए?

जिया बोली- असलम जी मेरे पति को एक नया काम शुरू करना है. उन्हें 10 लाख की जरूरत थी … पांच लाख तो पति ने इकट्ठे कर लिए हैं और दो लाख मेरे मायके वाले दे रहे हैं. लेकिन 3 लाख कम पड़ रहे हैं. इसलिए आप कुछ करवा देते. मैं हर महीने अपनी सैलरी से कटवा कर लोन चुका दूंगी.
मैं बोला- जिया … इतना बड़ा लोन नहीं हो सकता.

जिया बोली- असलम जी आप सब कर सकते हो … पिछली बार आपने आसमा को भी लोन दिया था.
तब मैं बोला- तो यह तुझे आसमा ने बताई है?

जिया बोली- हां.
मैं अपना अब लंड मसलते हुए बोला- तो आसमा ने ये नहीं बताया कि उसको लोन कैसे मिला था?

जिया बोली- जी जानती हूँ … मैं भी वो सब कर दूंगी.
मैं बोला- तू सब क्या देगी … खुल कर बोल न!

जिया बोली- जी, आसमा ने जो दी थी और …
मैं उसकी बात काटते हुए बोला- क्या … आसमा ने क्या दी थी … खुल कर बोल या तू रहने दे.

जिया बोली- सेक्स.
फिर मैं बोला- ठीक है … तो अभी अपने मम्मों की झलक तो दिखा.

जिया ने पहले तो मना किया, फिर वो मान गई. उसने अपनी कुर्ती ऊपर उठा कर दूध दिखाए. उसके 36 इंच के कसे हुए काले मम्मों और काले निप्पल देख कर मुझे ऐसा लगा कि अभी के अभी इसके चूचे चूस लूं. लेकिन ये फैक्ट्री का मामला था.

मैं जिया से बोला- होटल चलेगी?
तब जिया बोली- नहीं होटल नहीं … उधर खतरा रहता है. आप मेरे रूम पर आ जाना.

मैं बोला- कोई देख ले तो?
तब जिया बोली- जी मैं यहां अकेली हूँ. मेरे पति तो बाहर शहर में रहते हैं.

मैं बोला- ओके मैं कब आऊं?
जिया बोली- पहले 3 लाख का लोन तो पास करा दो और चाहो तो आज ही आ जाओ.

मैं बोला- तू लोन की चिंता मत कर … बस मुझे खुश कर. आज फैक्ट्री से छूट कर साथ में चलेंगे.
जिया बोली- ठीक है.

फिर 6 बजे शाम को फैक्ट्री से निकल कर जिया और मैं साथ में निकले और बस से लगभग 7 बजे तक जिया के रूम पर आ गए.
जिया डिनर रेडी करने लगी.

मैंने दारू की बोतल बैग से निकाली और उससे पानी, गिलास नमकीन आदि लाने का कह दिया.

वो एक ही गिलास लाई.
मैंने उससे पूछा- एक गिलास क्यों? तू नहीं पियेगी?

वो कुछ नहीं बोली, तो मैंने गिलास में पैग बनाया और मन ही मन बोला कि आज साली तुझे पूरी रात चोदूंगा.
वैसे भी मेरी बीवी मायके गई हुए थी, वो पेट से थी सो मुझे घर जल्दी जाने की कोई चिन्ता नहीं थी.

मैंने पैग को एक घूंट में ही खाली कर दिया और जिया को पीछे से पकड़ लिया.
मैं उसे किस करने लगा- ऊम … ऊह!

वो मस्ती भरी आवाजें लेने लगी.
मैं जिया को गोद में उठा कर कमरे में ले आया. मेरा लंड खड़ा हो चुका था.

मैंने जिया की ड्रेस उतार दी और अपने कपड़े भी उतार दिए. मैं जिया के काले बैगन से मोटे मम्मों को दबाने लगा और चूसने लगा.
मैं उसके निप्पलों को काट भी रहा था.

फिर जिया के हाथ में मैंने अपना लंड थमा दिया और मैं मम्मों को दबा दबा कर मजा लेने लगा.

जिया मेरा लंड हिला रही थीं और सिसकारी भर रही थी.

वो मुझसे बोली- तुम्हारा तो बहुत बड़ा लंड है.
मैं बोला- क्यों तेरे पति का नहीं है क्या साली?

जिया बोली- नहीं … वो कहां खुश कर पाते हैं.
मैं बोला- चल कोई बात नहीं … अब से मैं तुझे खुश कर दिया करूंगा.

मैं जिया की चूत में उंगली डालने लगा और जिया ‘आआआ … ईईईई … ऊऊऊ … आई आई ..’ कर रही थी.

दस मिनट तक मैंने जिया के मम्मों को मसला और निप्पल चूसे.

फिर मैं जिया से बोला- तुझे अब तक बच्चा क्यों नहीं हुआ?
जिया बोली- बच्चा नहीं हुआ असलम … शायद मेरे पति में कमी है.

मैंने पूछा- तेरे मर्द को अपनी कमी का पता है?
वो बोली- नहीं.

मैंने पूछा- क्या तुझे मुझसे बच्चा चाहिए?
इस पर वो कुछ नहीं बोली.
मैं समझ गया कि उसका जबाव हां ही है, मगर ये लज्जावश बोल नहीं रही है.

फिर मैंने जिया को सीधा लेटा दिया और जिया की काली और सफाचट चूत के गुलाबी छेद को चाटने लगा.

जिया ‘उफ उन्ह उम्म सी आई ..’ करते हुए मादक सिसकारी भर रही थी.
दस मिनट बाद मैंने 69 बना ली. अब जिया मेरा लंड मुँह में लिए चूस रही थी और मैं जिया की चूत चाट रहा था.

लगभग और दस मिनट बाद मेरा पानी जिया के मुँह में निकल गया और जिया भी झड़ गयी.

जिया मेरे वीर्य को चाट गई थी.
वो मुँह बनाते हुए बोली कि आज पहली बार लंड का पानी पिया है, तो अजीब सा स्वाद लग रहा है.
मैंने एक गिलास दारू से भरा और जिया को पिला दिया कि ले स्वाद ठीक हो जाएगा.

उसने आधा गिलास दारू पी ली.
बाकी की मैंने पी ली और सिगरेट जला कर एक कश लेकर सिगरेट जिया की तरफ बढ़ा दी.
उसने एक कश खींचा और मुझे सिगरेट वापस कर दी.

मैंने सिगरेट खत्म की और जिया को सीधा लेटा दिया.

वो चुत खोल कर लेट गई. मैंने जिया की चूत पर लंड सैट कर दिया और एक झटका दे दिया.

वो एक बार कराही और दर्द से आह आह करने लगी. मैंने उसकी कराहों को नजरअंदाज करते हुए फिर से दूसरा झटका लगा दिया.
मेरा पूरा लौड़ा चुत में घुस गया था.

जिया एकदम से चीख उठी- आह … अम्मा … मर गई … मुझे मार ही डालेगा क्या!
मैं लंड ठोकने लगा और बोला- साली, चुत चुदवाने से आज तक कोई लौंडिया नहीं मरी. चुत तो लंड के लिए ही बनी होती है.

उसे मैं ‘गच गचा गच ..’ चोदे जा रहा था.

कुछ देर बाद जिया भी गांड उठा कर चुदाई का मजा लेने लगी.

लगभग बीस मिनट बाद मैंने स्पीड बढ़ा दी.
अब मेरा पानी छूटने वाला था.
मैंने जिया से पूछा- चूत में छोड़ दूँ या मुँह में लेगी?
जिया बोली- आह चूत में ही छोड़ दो जी. वैसे भी मैं शादीशुदा हूँ … शायद आपके रस से बच्चा हो जाए.

फिर मैंने और तेज स्पीड की और लंड का पूरा पानी जिया की चूत में टपका दिया.
लंड झाड़ने के बाद मैं जिया के ऊपर ही लेटा रहा ताकि चूत से मेरा पानी नहीं निकले और बच्चेदानी तक चला जाए.

कुछ देर बाद मैंने जिया को चूमा, तो उसने पूछा- असलम जी, तुम्हारी बीवी को औलाद है?
मैं बोला- अभी मेरी बीवी पेट से है.

जिया बोली- तुम्हारी बीवी तुमको कैसे झेलती होगी … मतलब वो सेक्स के मजे देती है या नहीं?
मैं बोला- नहीं यार … साली लंड लेने में नखरे करती है और चुदाई में थक जाती है. वो तेरी जैसी मजबूत नहीं है.
जिया हंस दी.

मैं जिया से बोला- चल एक बार फिर से मेरा लंड हिला.

जिया ने लंड हिलाना शुरू किया और कुछ ही मिनट में मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.

मैं जिया से बोला- चल अब उल्टी लेट जा.

जिया औंधी लेट गयी. मैं जिया की दोनों टांगों के बीच में घुटने के बल बैठ गया और जिया की काली गांड पर थप्पड़ मारकर अपना लंड जिया की गांड में पेलने लगा.

लेकिन जिया की गांड एकदम कसी हुई और सीलपैक थी.
वो मुझे मना करने लगी.

मैंने कहा- साली लेकर तो देख. मजा आ जाएगा.

मैंने उसकी काली गांड में थूक लगाया और फिर से कोशिश की. लेकिन मैं नहीं पेल पा रहा था.

फिर मैंने जिया से तेल लाने के लिए कहा. वो तेल लाई तो मैंने जिया की गांड में उंगली से तेल लगा कर मालिश की तो वो मस्त हो गई.
मैंने उसे गांड ढीली रखने की हिदायत दी और लंड में तेल लगा कर गांड में पेल दिया.

मैं जिया की गांड मारने लगा. मगर जिया दर्द के मारे बेहद तड़फ रही थी.
उसकी आवाजें कमरे में गूंजने लगी थीं- आह मर गई … निकाल लो …

वो कोशिश कर रही थीं कि मैं लंड निकाल लूं.
मगर मैं जिया की कमर को पकड़े हुए उसकी गांड मारने में लगा रहा.

लगभग बीस मिनट तक गांड मारने के बाद मैंने जिया की गांड मेरे लंड का पानी टपका दिया और उसकी गांड चिकनी कर दी.

वो गांड मराने के बाद बड़ी खुश थी.
मैंने उससे इसका कारण पूछा तो बोली- मुझे बहुत दिनों से गांड मरवाने की इच्छा तथी मगर मेरा मर्द गांड मारने से मना कर देता था.

उसके बाद मैंने दारू का पैग बनाया और जिया के साथ 3 पैग ले लिए. उसके बाद खाना खाया और हम दोनों बिस्तर में आ गए.

उस दिन मैंने जिया की चुत चुदाई के 4 राउन्ड लिए और दो बार गांड मारी.

मैंने जिया का लोन पास कर दिया था वो मुझसे बहुत खुश थी. उसको औलाद और लोन की ख़ुशी ने मुझे बार बार चोदने का अवसर दे दिया था.

मैं भी जिया की पूरे महीने तक ऐसे ही देसी मसाला चुदाई करता रहा.

बाद में जिया का पति आया और 4 से 5 दिन रह कर गया.

जब जिया का पति चला गया तो मैं फिर से जिया की चुदाई करने लगा.

इस बार जिया की माहवारी नहीं हुई, तो उसने डॉक्टर से चैकअप कराया. वो पेट से हो गई थी और खुश थी.
लेकिन जिया मेरे वीर्य से पेट से हुई, यह बात सिर्फ मैं और जिया ही जानते थे.

जिया पेट से हुई तो डॉक्टर ने उसे आराम करने के लिए कहा.
तब जिया ने अपनी बड़ी बहन एडरिया को देखभाल के लिए बुला लिया.

एडरिया 40 साल की थी. जिया ने मुझे बताया कि उसकी बड़ी बहन का दो महीने पहले ही तलाक हो गया है.

जिया बोली- असलम जब तक में पेट से हूँ … मेरी बहन को काम पर रख लो. ये वो सब करेगी … जो मैं करती हूँ.
तब मैं हंस कर बोला- तू जो करती … वो सब!

जिया ने एडरिया को इशारा किया और एडरिया ने अपनी साड़ी का पल्लू हटा दिया.
फिर मैंने उससे पूछा- तुम्हारे बच्चे हैं या नहीं!

एडरिया बोली- मेरी 19 साल की बेटी है उसके एक्जाम है … इसलिए 15 दिन बाद वो भी यहां आ जाएगी.

मैंने मन में सोच लिया कि इसकी बेटी को भी चोदूंगा … तब तक इसी की चुत से काम चलाता हूँ.

अब जिया की बहन एडरिया से मैं जिया के सामने ही चुदाई कर लेता हूँ. लेकिन एडरिया में मजा नहीं आ रहा था. उसकी चूत काफी ढीली ढाली थी.
जैसे तैसे मैंने 15 दिन काम चलाया.

फिर 15 दिन बाद एडरिया की बेटी आ गयी. मतलब जिया की भांजी आ गयी.
उसका नाम आरिया था, वो क़यामत माल थी.
उसकी फिगर 32- 28-36 की थी.

मैं उसे देख कर ही समझ गया था कि जलेबी शीरा पी चुकी है मतलब ये लौंडिया अपने ब्वॉयफ्रेंड से चुद चुकी होगी. मैं उसे देख कर पागल हो गया था.
फिर मैंने जिया से आरिया को चोदने के लिए बात की कि तेरी बहन किसी काम की नहीं है. फैक्ट्री में काम भी नहीं करती है.

जिया समझ गयी और बोली- मेरी भांजी काम की लगती है, तो इसे काम पर रख लो.
मैं- जिया क्या वो भी सब काम करेगी … जो तू और तेरी बहन करती है?

यह बात एडरिया ने सुन ली और वो झट से बोली- हां हां क्यों नहीं … बस जिया की सैलरी से ज्यादा सैलरी आरिया को देनी होगी.
मैं मान गया.

एडरिया बाहर चली गयी, जिया उठ नहीं सकती थी क्योंकि वो पेट से थी.
कमरा एक ही था … इसलिए मैंने जिया के सामने ही उसकी भांजी को चोदना तय कर लिया था.

आरिया जींस और टॉप पहनी हुई थी. मैं सामने सोफ़े पर बैठ गया और आरिया को अपनी गोद में खींच लिया. उसे घुमा कर उसकी जींस के ऊपर से ही गांड दबा दी.

फिर उसकी गांड पर थप्पड़ लगा कर बोला- जैसी मस्त मौसी वैसी भांजी है.

आरिया हंस दी और उसने घूम कर मेरी तरफ अपना मुँह कर दिया.
मैंने उसे अपनी बांहों में ले लिया और आरिया को किस करने लगा.

‘उम उम उम्म्हा ..’ उसके किसिंग का मजा लिया, जीभ से जीभ लड़ाई और उत्तेजना में आरिया के होंठ काट लिए.

उसके टॉप के ऊपर से मम्मों को जोर से दबाया. फिर मैंने अपने कपड़े उतारे और आरिया की जींस टॉप उतार दी.

अब मैं सीधा लेट गया और आरिया से बोला- चल लंड चूस!
आरिया लंड चूसने लगी.

मैं बोला- आह बड़ा मस्त लंड चूसती है. तेरी मौसी भी इतनी ही मस्ती से लौड़ा चूसती है.
जिया बोली- हां क्यों नहीं … भांजी किस की है.

फिर मैंने आरिया को सीधा लेटा दिया और आरिया के ऊपर चढ़ गया. आरिया के मम्मों के बीच लंड डाल कर मैं उसके मम्मों को चोदने लगा.
मैंने आरिया के मम्मों की कुछ मिनट रगड़ाई की और लंड का पानी आरिया के मुँह पर छोड़ दिया.

फिर आरिया की टांगें खोल कर अपना लंड आरिया की चूत पर सैट किया और आरिया की चूत चोदने लगा.
आरिया ‘आह … उई..’ करके चुदने लगी.

मैंने आरिया से पूछा कि कितनों से चुदवा चुकी है?
आरिया हंस कर बोली- अभी सिर्फ दो से … आप तीसरे हो.

यह सुन कर जिया भी दंग रह गई.

फिर मैं बोला- भोसड़ी वाली मादरचोद … आज से तू सिर्फ मुझसे चुदवाएगी समझी.
मैंने स्पीड बढ़ा दी और ताबड़तोड़ चूत चोदने लगा.

काफी देर बाद मेरा पानी निकलने को हुआ तो मैंने आरिया की चूत के बाहर ही वीर्य छोड़ दिया.
इस दिन मैंने आरिया की 4 राउन्ड चुदाई की.

कुछ दिन बाद जिया को लड़का हुआ और एडरिया और आरिया गांव चली गईं.

अब जिया को जब भी मौका मिलता है … वो मुझसे मस्त चुदाई करवा लेती है.

दोस्तो, कैसी रही काली चूतों की देसी मसाला चुदाई कहानी. मेरी ईमेल पर बताएं.
धन्यवाद.
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