Xxx देवर भाभी स्टोरी में भाई की शादी हुई, भाभी बहुत मस्त माल आई. एक दिन भाभी मुझे जगाने आई तो उन्होंने मेरा खड़ा लंड देख लिया. शायद भाभी को मेरा लंड पसंद आ गया था.
मैं राज, जयपुर से, LLB कर रहा हूँ।
मेरे घर में मैं, मेरे मम्मी-पापा, भैया और भाभी रहते हैं।
भाभी का नाम सुनते ही देवर लोगों के मन में कामवासना जाग जाती है, और जागे भी क्यों ना, भाभी तो दूसरी पत्नी होती है!
दोस्तो, मेरे पापा गवर्नमेंट जॉब से रिटायर हैं, और मम्मी हाउसवाइफ हैं।
मेरे भैया स्कूल टीचर हैं, और भाभी बैंक में कैशियर हैं।
भैया और भाभी की शादी को 8 महीने हो चुके हैं।
भाभी के बारे में बताऊँ तो, वो मस्त माल हैं! उनकी बूब्स 36 की, क्या बड़े-बड़े चूचियाँ हैं! और गांड 38 की, मानो सेक्स की देवी हों!
भैया और भाभी दोनों साथ अपने-अपने ऑफिस जाते थे, और अपनी लाइफ में खुश भी थे।
Xxx देवर भाभी स्टोरी का मजा लें.
दोस्तो, दोनों की लाइफ अच्छी चल रही थी।
रविवार का दिन था, तो मेरी भी छुट्टी थी, और भैया-भाभी भी घर पर थे।
मैं सो रहा था, संडे जो था! मैं अपने रूम में सिर्फ़ चड्डी में सोता हूँ।
भाभी मेरे रूम में आईं और मुझे जगाने लगीं, “राज, उठो! मुझे घर में बहुत काम है, थोड़ी हेल्प चाहिए!”
मैंने कहा, “भाभी, सोने दो ना! अभी काम करवा दूँगा!”
भाभी मुझे जगाने की कोशिश करने लगीं, और मैं चादर ताने मस्त सो रहा था।
इतने में भाभी ने चादर हटा दी, और मेरा 7 इंच का लंड एकदम टाइट था!
सुबह-सुबह तो सबका ऐसा ही होता है!
वो देखकर चुपचाप वहाँ से चली गईं।
फिर मैं भी निक्कर पहनकर बाहर आया।
बाहर आया तो भाभी मुझे देखकर हँस रही थीं।
मैंने पूछा, “क्यों हँस रही हो?”
वो बोलीं, “तू कपड़े पहनकर सोया कर!”
मैंने कहा, “यार भाभी, कपड़े पहनकर क्या सोना!”
वो बोलीं, “एक निक्कर डालकर सोया कर!”
मैंने पूछा, “क्यों?”
वो हँसकर मेरे लंड की तरफ़ इशारा करके बोलीं, “मुझे सुबह-सुबह ये सब नहीं देखना जो तेरी चड्डी में है!”
मैं शरमा गया और बोला, “आपने क्या देख लिया?”
भाभी बोलीं, “तेरा लंड!”
मैं एकदम शॉक्ड हो गया!
मैंने कहा, “ठीक है, आगे ध्यान रहेगा!”
फिर मैं घर का काम करने लगा भाभी के साथ, और वो भी काम में व्यस्त हो गईं।
मम्मी, पापा और भैया तीनों मेरे मामा के घर घूमने चले गए।
घर पर सिर्फ़ मैं और भाभी थे।
भाभी स्टूल पर चढ़कर अपने रूम की अलमारी साफ़ कर रही थीं।
तभी उनका बैलेंस बिगड़ा, और वो गिर गईं!
मैं भागकर गया, उन्हें उठाया और सहारा देकर बेड पर बैठाया।
मैंने पूछा, “कहाँ लगी, भाभी?”
वो बोलीं, “कहीं नहीं!”
मैंने कहा, “सही बताओ!”
वो नहीं बता रही थीं।
मेरे ज़िद करने पर बोलीं, “मेरी जाँघ के पास बहुत दर्द हो रहा है!”
मैंने कहा, “भाभी, तेल लगा लो, सही हो जाएगा!”
वो बोलीं, “मेरे हाथ में भी चोट लगी है!”
मैंने कहा, “तो मैं मालिश कर दूँ?”
वो बोलीं, “हाँ, कर दे, मेरे हाथ नहीं उठ रहे!”
मैं तेल लेकर आया।
भाभी ने साड़ी उतार दी और बोलीं, “मैं लेट जाती हूँ, तू मेरी मसाज कर! बहुत तेज़ दर्द हो रहा है!”
वो मेरे सामने पेटीकोट और ब्लाउज में थीं।
मैं उनके हाथ की मसाज करने लगा, ऊपर-नीचे हाथ फेरने लगा।
फिर धीरे-धीरे मैंने कहा, “भाभी, आप अपना ब्लाउज निकाल दो, नहीं तो तेल लग जाएगा!”
भाभी ने वैसा ही किया, ब्लाउज उतार दिया।
मैं उन्हें देखता ही रह गया, मानो जन्नत देख ली हो!
मैंने कहा, “भाभी, आप बहुत अच्छी लग रही हो!”
वो बोलीं, “क्या?”
मैंने कहा, “आपकी पिंक ब्रा बहुत अच्छी लग रही है!”
वो बोलीं, “बुरा मत देख! मेरे हाथ में बहुत दर्द हो रहा है, मसाज कर!”
मैं तेल से उनके कंधों की मालिश करने लगा।
उन्हें आराम लग रहा था।
फिर मैंने कहा, “भाभी, पीछे घूम जाओ!”
वो पीछे घूम गईं।
मैं उनकी कमर की मालिश करने लगा।
वो बोलीं, “कमर में क्यों कर रहा है?”
मैंने कहा, “भाभी, तेल है, मसाज कर दूँगा तो कोई दिक्कत नहीं होगी। नहीं तो अंदरूनी चोट लगी होगी, तो दिक्कत होगी!”
वो बोलीं, “अच्छा, ठीक है, कर दे!”
मैं उनकी पेट की मालिश करने लगा।
उन्हें मज़ा आ रहा था और मेरा अपने ऊपर कंट्रोल ही नहीं हो रहा था!
मेरे निक्कर में मेरा लंड टेंट बनाकर खड़ा हो रहा था.
मैंने कहा, “भाभी, आपकी जाँघ में भी तो चोट लगी थी ना?”
वो बोलीं, “हाँ, बहुत दर्द हो रहा है!”
मैंने कहा, “भाभी, मैं आपकी जाँघ की भी मसाज कर देता हूँ, आपको आराम मिलेगा!”
वो बोलीं, “तू करेगा?”
मैंने कहा, “हाँ भाभी, क्यों नहीं, आप मेरी भाभी हो!”
मैंने कहा, “उठाओ भाभी, मैं करता हूँ!”
भाभी बोलीं, “रुक, मैं अपना पेटीकोट निकाल देती हूँ!”
भाभी की काली चड्डी देखकर मेरा मन सातवें आसमान पर था!
मैं तेल लेकर उनके पैरों की मालिश करने लगा।
हाथ को उनकी गांड के ऊपर ले जाने लगा; धीरे-धीरे उनकी जाँघ की मसाज करने लगा।
उन्हें मज़ा आने लगा.
और मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था उनके जिस्म के साथ खेलते हुए!
मैंने कहा, “भाभी, अब पीछे हो जाओ!”
भाभी पीछे हो गईं।
उनकी मस्त फूली-फूली गांड देखकर मेरा मन किया कि मैं अपना मुँह उनकी गांड में दबाकर चाट लूँ!
उनकी गांड में मुँह दबाकर उनका पानी निकाल दूँ!
लेकिन मैं कंट्रोल कर रहा था।
मैं मसाज कर रहा था और उनके गांड की तरफ़ अपने हाथ ले जा रहा था।
मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था।
मैं उनकी गांड को टच करने लगा।
भाभी बोलीं, “क्या हुआ?”
मैंने कहा, “कुछ नहीं भाभी, आपकी मसाज करता हूँ!”
वो बोलीं, “कोई दिक्कत हो तो बताना!”
मैंने कहा, “भाभी, कोई दिक्कत नहीं है! मुझे तो अच्छा लग रहा है! आपको कैसा लग रहा है?”
वो बोलीं, “मुझे भी मज़ा आ रहा है!”
मैंने कहा, “भाभी, ऐसे ही मसाज करवा लीजिए, दर्द में आराम मिलेगा!”
मैं उनकी गांड के ऊपर हाथ फेरने लगा।
भाभी भी छूने के लिए तड़प रही होंगी, मुझे ऐसा लग रहा था।
तभी भाभी ने अचानक मेरा लंड अपने हाथों से पकड़ लिया और बोलीं, “ये क्या है!”
मैंने कहा, “भाभी, ये मेरा लंड है, जो तेरी गांड देखकर खड़ा हो गया है!”
वो बोलीं, “है, क्या बात है! तेरा लंड तो बहुत लंबा है, साले!”
मैंने कहा, “भाभी, देखोगी क्या?”
भाभी बोलीं, “चुप, मज़ाक नहीं! चुपचाप मेरी मालिश कर!”
मैं चुपचाप मालिश करने लगा।
मालिश करते-करते मैंने उनकी गांड की मालिश शुरू कर दी।
उनकी चड्डी के ऊपर से उनकी गांड को दबाने लगा।
भाभी कुछ नहीं बोल रही थीं।
फिर मैं अपनी उंगली से उनकी गांड की दरार में फेरने लगा।
धीरे से एक उंगली उनकी गांड के अंदर डालने लगा।
भाभी ने कुछ नहीं बोला, बस कराह रही थीं, “अह … अच्छा लग रहा है!”
मैंने कहा, “भाभी, मालिश करने में दिक्कत हो रही है, अपनी चड्डी उतार दो!”
भाभी बोलीं, “चल, ठीक है, मैं चड्डी भी उतार देती हूँ!”
तब भाभी ने अपनी चड्डी उतार दी।
फिर भाभी बोलीं, “अरे, तू तो निक्कर पहने है!”
मैंने कहा, “जी!”
वो बोलीं, “निकाल दे, नहीं तो तेरा निक्कर तेल से खराब हो जाएगा, और फिर मुझे ही धोना पड़ेगा! मुझे चोट लगी है, मैं कपड़े नहीं धो पाऊँगी!”
मैंने तुरंत अपना निक्कर निकाल दिया।
मेरा 7 इंच का लंड खड़ा था, और भाभी के सामने आ गया।
चड्डी के अंदर से मेरा लंड मानो टेंट बना हुआ था!
भाभी ने देखते ही मेरे लंड को पकड़ लिया और बोलीं, “ये क्या, साले! तेरा तो लंड खड़ा हो गया!”
मैंने कहा, “भाभी, बहुत तेज़ी से खड़ा हो रहा है! अब तुम मेरा क्या करूँ?”
भाभी बोलीं, “तो कुछ मत कर! जो करना है, मैं करूँगी!”
भाभी ने अपने हाथ से मेरे लंड को सहलाया, फिर चड्डी के ऊपर से अपने मुँह में ले लिया।
मेरी चड्डी को चाट-चाटकर गीला कर दिया।
मैं भी भाभी की चूचियों को दबाने लगा, ब्रा के ऊपर से उनकी निपल्स चबाने लगा।
भाभी बोलीं, “मादरचोद, मुझे चोदना चाहता था!”
फिर बोलीं, “साले, बहुत पहले से तेरी नीयत को मैं जानती थी!”
मैंने कहा, “हाँ रंडी, तुझे तो मैं कब से चोदना चाहता था! लेकिन तू मादरचोद चुदवाती क्यों नहीं मुझसे?”
वो बोलीं, “साले, तेरा भाई माँ चुदाकर घर में रहता है! कैसे चुदवाऊँ तुझे!”
मैंने कहा, “ठीक है, मादरचोद, तेरी गांड मार के मैं खूब मज़े लूँगा!”
भाभी ने अपनी गांड मेरे मुँह पर दे मारी और बोलीं, “ले मादरचोद, मेरी गांड को चाट-चाटकर मेरी गांड से पानी निकाल दे आज!”
मैं भाभी की गांड को अपनी जीभ से चाटने लगा।
उनकी गांड के अंदर मैंने अपनी जीभ घुसा दी।
भाभी बोलीं, “आई… हई… हई!”
मैंने कहा, “मेरी जान, आज मैं तुझे खूब चोदूँगा!”
मैं भाभी को किस करने लगा।
तब भाभी ने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया।
मैं भाभी के मुँह में अपना लंड देकर उन्हें चुसवाने लगा।
भाभी खूब अच्छे से मेरा लंड चूस रही थीं, मानो मादरचोद सनी लियोन की दूसरी बहन हों! रंडी की तरह चूस रही थीं, साली!
मैंने कहा, “मादरचोद, चूसती रहेगी या मेरा लंड अपनी गांड और चूत में लेगी?”
भाभी बोलीं, “हाय, रुक मादरचोद! तुझे बताती हूँ! आज चोद मुझे, देखती हूँ कितनी ताकत है तेरे लंड में!”
मैंने कहा, “रुक साली, अभी तुझे बताता हूँ!”
उनके मुँह से मैंने अपना लंड निकाला और भाभी की चूत पर रगड़ने लगा।
मैंने थूक लगाकर उनकी चूत के अंदर एक जोरदार शॉट मारा।
लंड उनकी चूत को चीरता हुआ अंदर घुस गया।
भाभी बोलीं, “हा… हा… कोई… मर गई मादरचोद! आराम से कर! आज मैं तेरी बन जाऊँगी! आराम से, साले!”
वो बोलीं, “एक काम कर, जा, किचन से तेल लेकर आ! तेल लगाकर अपने लंड पर फिर मुझे चोद!”
मैं गया, अंदर से कड़वा तेल लेकर आया और अपने लंड पर लगाया।
उनकी चूत पर भी थोड़ा तेल लगाया ताकि लंड आराम से चूत के अंदर जा सके।
मैंने धक्के लगाना शुरू कर दिया और भाभी की दोनों चूचियों को अपने हाथों से दबाने लगा।
अंदर से फच-फच की आवाज आने लगी।
बहुत मज़ा आ रहा था उन्हें चोदने में!
मैं उनकी गांड पर खींच-खींच के तमाचा मारने लगा।
फिर मैं उनकी चूत को मज़े से बजाने लगा और खूब चोदने लगा उनकी चूत को।
मैंने खूब चोदा भाभी को।
फिर उसके बाद हम लोग दो-तीन दिन तक ऐसे ही चुदाई करते रहे।
फिर वो प्रेग्नेंट हो गईं।
उसके बाद मैंने उन्हें चोदना बंद कर दिया।
बाद में पता चला कि जो लड़का हुआ, वो मेरा ही था!
तो दोस्तो, कैसी लगी आपको Xxx देवर भाभी स्टोरी?
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