पड़ोसन भाभी को दिन में दोबारा चोदा

पोर्न भाबी Xxx कहानी में पढ़ें कि रात की चुदाई के बाद सुबह भाभी ने मुझे फिर से बुला लिया. उन्होंने बताया कि उनकी मकान मालकिन को पता चल गया है. इसके बाद क्या हुआ?

दोस्तो, मैं राजा एक बार फिर पड़ोसन भाभी की चुदाई कहानी लेकर आया हूं.

इससे पहले की सेक्स कहानी
पड़ोस की गर्म भाभी की चूत चुदाई का मजा
को आपने पढ़ा था.

अब तक आपने पढ़ा था कि कैसे मैंने सावी भाभी को चोदा था और उनसे सुबह पाँच बजे ये कहकर आया था कि 10:00 बजे तक आ जाऊंगा.

अब आगे पोर्न भाबी Xxx कहानी:

मैं घर आकर सो गया था.

सुबह 9:00 बजे सो कर उठा और फ्रेश होकर नाश्ता कर करके सावी भाभी को मैसेज किया, मैंने पूछा- कब तक आऊं?
भाभी ने जवाब दिया- जब मैं कॉल करूं, तब आ जाना.

11:00 बजे तक भाभी का मैसेज आया- आप अभी आ जाओ.
मैं सावी भाभी के मकान मालिक से आंखें बचाकर सावी भाभी के घर में चला गया.

अन्दर गया तो देखा सावी भाभी तैयार होकर कुर्सी पर बैठी थीं.
वे मुझे देखते ही चहक कर बोलीं- आओ राजा … बैठो.

मैं भाभी के पास जाकर बैठ गया और पूछा- क्या कर रही हो?
भाभी कहने लगीं- कुछ नहीं, बस नाश्ता बना कर फ्री हुई ही थी और आपका इंतजार कर रही थी.

मैंने कहा- वाह … क्या बनाया?
भाभी बोलीं- क्या खाओगे?

मैंने भाभी के मम्मों की तरफ इशारा करके कहा- मुझे तो ताजा दूध पीना है.
भाभी इठला कर कहने लगीं- वो अभी नहीं … पहले कुछ खा-पी लो, फिर दूध पी लेना.
मैंने कहा- नहीं, मैं खाकर आया हूं. मुझे तो आपकी चुदाई का नशा अब तक उतरा ही नहीं है. मुझे अभी आपकी और चुदाई करनी है.

भाभी ने कहा- थोड़ा सब्र कर लो मेरी जान. वह भी कर लेना मगर मेरी एक बात सुन लो. आपको मेरे अलावा और किसी को चोदने का मौका मिले तो उसकी चुदाई करोगे या नहीं?
मैंने कहा- क्यों, क्या हुआ … ऐसा क्यों पूछ रही हो?
भाभी ने कहा- पहले बताओ!

मैंने भाभी की तरफ आंख मार कर कहा- एक साथ दो दो चूत मिल जाएं, तो कौन चूतिया इस मौके को छोड़ना चाहेगा?
भाभी ने कहा- ठीक है, मैं ये कहना चाहती हूँ कि मेरी मकान मालकिन भी आपसे चुदाई करने को बोल रही है.

मैंने कहा- क्यों … आपने उनको कुछ बता दिया क्या?
भाभी कहने लगीं- नहीं, कल कमरे से निकलते हुए उसने आपको देख लिया था. फिर जब मैं अन्दर आई, तब तुम्हारे जाने के बाद वो यहां अन्दर आई थी. वो बिस्तर की हालत देख कर कहने लगी कि राजा यहां क्यों आया था?
मैंने कह दिया कि वो ऐसे ही आया था. फिर क्या, वह तो सब समझ गई. मेरा बिस्तर देखकर उसने कहा कि मैं सबको बता दूंगी! तब मैंने कहा कि तुम क्या चाहती हो? मालकिन कहने लगी कि उसे भी एक बार करवा दो.

मैंने कहा- ठीक है, मैं बात करके बताती हूं.
इतना कह कर भाभी मेरी तरफ देखने लगीं.

मैं तो सावी की बात सुनकर घबरा गया, मैंने कहा- मैं उसके साथ नहीं जाऊंगा.
सावी भाभी कहने लगीं- अरे घबराओ नहीं मेरी जान … मैं तुम्हें कुछ नहीं होने दूंगी. एक बार मालकिन को भी चोद दो ना!

मैंने मना कर दिया- मैं कहीं नहीं जाऊंगा. उधर उसका हस्बैंड है, वह उसके साथ कर ले.
भाभी कहने लगीं- अरे यार, एक बार उसको भी खुश कर दो. उसे भी दे दो अपना लौड़ा. वो कोई अपने पति को थोड़ी बताएगी!

मेरे मन में तो लड्डू फूट रहे थे.
मैंने सोचा कि क्यों ना मालकिन के भी मजे ले ही लिए जाएं, मगर मैं ऊपरी मन से सावी भाभी को मना करता रहा.
भाभी मुझे मनाती रहीं.

फिर मैंने हार मानते हुए कहा- अच्छा ठीक है, उसको भी चोद दूंगा और दे दूंगा अपना लौड़ा उसकी चूत और गांड में भी!
भाभी मुस्कुरा दीं.

मैंने सावी भाभी से कहा- उसकी छोड़ो … अभी मुझे आपकी चुदाई करनी है.
सावी भाभी ने कहा- रोका किसने है. मैं तो आपको कब से आंखों से कह रही हूं आओ राजा डाल दो अपना लौड़ा मेरी चूत में … और कर दो मुझे खुश. हालांकि रात की चुदाई से अभी तक मेरी चूत में दर्द है, पर ये दर्द भी आपके लौड़े से चुदने के बाद ही खत्म होगा.

उनके इतना कहते ही मैंने भाभी को गोद उठा लिया और बिस्तर पर ले जाकर लेटा दिया.
मैं सावी भाभी के होंठों पर होंठ लगा कर किस करने लगा.

भाभी भी मेरा साथ देने लगीं.
हम दोनों के होंठ एक दूसरे के लड़ने लगे और हमारी जीभें भी आपस में लड़ने लगीं.

मैं धीरे से भाभी के एक बोबे को दबाने लगा और उनके होंठों पर किस करने लगा.
धीरे धीरे हम दोनों बिस्तर पर एक दूसरे के ऊपर नीचे होने लगे.

मैंने धीरे से भाभी की सलवार में हाथ डाल दिया और उनकी जांघों को मसलने लगा व च्यूँटी काटने लगा.

सावी भाभी आह आह करती हुई अपनी कमर उठा कर मेरा साथ देने लगीं.
वे कहने लगीं- मेरे राजा हाथ को जरा और ऊपर ले आओ ना!

मैं उनकी चूत पर हाथ फेरने लगा.
चूत पर हाथ लगाते हुए ही देखा और महसूस किया कि उनकी चूत काफी पनिया गई थी. चूत से इतना ज्यादा पानी टपक रहा था कि मेरा हाथ गीला हो गया और मेरा लंड भी आसमान की मुँह उठा कर छत फाड़ने को तैयार हो गया था.

मैंने भाभी की सलवार खोल कर चड्डी नीचे कर दी और उनकी चूत चाटने लगा.
मस्त नमकीन पानी का स्वाद मेरी जीभ को लगा और मैं मदहोश हो गया.
सावी भाभी का हाथ मेरे सिर में घूमने लगा.

मैं फुल जोश में आ गया था और सावी भाभी भी फुल मूड में गांड हिला रही थीं.
भाभी ने मेरा लंड पकड़ा और उसे आगे पीछे करने लगीं.

फिर वो उठीं और मेरे लौड़े को मसलने लगीं; उसको अपने होंठों से चूस कर गीला करके हिलाने लगीं.

वो बार बार मेरे लौड़े को अपने होंठों से चूमने लगीं और मुँह में भर कर गप्प गप्प और सुपड़ सुपड़ की आवाज करती हुई चूसने व चाटने लगीं.

भाभी मेरे लौड़े के नीचे की गोलियां भी चाटने लगीं.
उनकी इस हरकत से मैं तो सातवें आसमान में उड़ने लगा था.

मुझे बहुत मजा आ रहा था.
ऐसा लग रहा था कि यह अहसास कभी खत्म ही ना हो; बस हमेशा यही होता रहे.

बीच-बीच में भाभी मेरे लौड़े के टोपे को भी जीभ से चाटने लगतीं और जहां से अपना माल निकलता है, वहां दोनों हाथों से लौड़े को दबा कर चौड़ा करके चाटने लगीं.

मेरा थोड़ा सा प्रीकम निकलने लगा तो भाभी कहने लगीं- आंह राजा क्या स्वाद है तेरे लौड़े का … मजा आ गया इसे चाट कर!

तभी भाभी का मोबाइल बज उठा.
मैंने देखा कि भाभी की मकान मालकिन का फोन आ रहा था.

भाभी ने कहा- मालकिन का फोन है!
मैंने कहा- उठाओ और बात करो … क्या बोल रही है!

भाभी ने बात की और ओके बोल कर फोन काट दिया.

वे कहने लगी कि मालकिन भी आपसे सेक्स करने के लिए उतावली हो रही है.
मैंने कहा- ठीक है, बुला लो … उनको भी चोद देते हैं.
फिर भाभी ने मालकिन को फोन लगा कर कहा- अभी आ जाइए!

मालकिन ने कहा- ठीक है, आधा घंटा बाद आती हूं. जब तक आप खेलो.
भाभी ने ओके कह कर फोन रख दिया.

अब भाभी मुझ पर टूट पड़ीं, वे कहने लगीं- क्या मैं आपके लिए काफी नहीं हूं!
मैंने कहा- मेरी जान आपकी बात सबसे अलग है.

भाभी मेरा लौड़ा पकड़ कर आगे पीछे कर करके चूसने और चाटने लगीं.
वे कहने लगीं- राजा और दिल ना लगा … अब जल्दी से आ जा और चोद दे मुझे.

मैंने अपने लौड़े पर थूक लगाया और भाभी के ऊपर चढ़ गया.
उनकी चूत को मैंने थोड़ा सा चाटा और गीला कर दिया.

अपनी जीभ को भाभी की चूत के अन्दर डालकर लगा आगे पीछे करने लगा.

भाभी तड़प कर कहने लगीं- आह हां … करते रहो राजा … और तेज और तेज और तेज तेज करते रहो … बहुत मजा आ रहा है आह मसल डालो मेरी यह निगोड़ी चूत को … आअह आई आआह राजा बहुत मजा आ रहा है मेरी जान करते रहो.

यही कहती हुई भाभी अकड़ गईं और मेरे मुँह पर झड़ गईं.
मैं भाभी का सारा पानी चाट गया और पी गया.
क्या मस्त स्वाद था भाभी की चूत के पानी का.

फिर मैंने भाभी की टांगें उठाकर लौड़े को चूत पर रख कर एक ही बार में अन्दर डाल दिया.
भाभी चिल्लाना चाहती थीं, मगर चिल्ला ना सकीं.

मैंने अपने होंठ उनके होंठों पर रखकर 10-15 तेज तेज झटके मार दिए और लंड को उनकी बच्चेदानी तक पेल दिया.

भाभी ‘उऊ ईई आह ऊह …’ करने लगीं.
मगर मैंने उनकी आवाज बाहर नहीं निकलने दी.

मैं ऐसे ही लंड को अन्दर बाहर करता रहा और धीरे-धीरे अपनी स्पीड कम करके अन्दर बाहर करते हुए लंड से चूत की खुजली मिटाता रहा.
भाभी को मजा आने लगा था.
वे मेरे होंठों को चूसने चाटने लगीं और कहने लगीं- आअह … ऐसे ही धीरे धीरे रगड़ो … राजा बड़ा मजा भी आ रहा है और दर्द भी हो रहा है.

मैंने कहा- हां मेरी जान, इस दर्द में ही तो असली चुदाई का मजा है.
वे कहने लगीं- चूची चूसते हुए चोदो राजा … एक साथ दोनों जगह की रगड़ाई और चुसाई का मजा और भी ज्यादा मजा देता है.

मैंने कहा- ओके मेरी जान, तो जल्दी से मेरे लौड़े पर आ जाओ और लंड सवारी का मजा लो. उसी वक्त मैं भी चूचियों का रस चूस लूँगा.

भाभी मेरे लौड़े पर बैठ गईं और झुक कर मुझे अपनी दोनों चूचियों को बारी बारी से पिलाने लगीं.
इस पोज में वो अपनी जरूरत के हिसाब से अपनी चूत की रगड़ाई करवा रही थीं.

भाभी के साथ सेक्स करने का, लौड़ा पेलने का और उनकी चूचियों की चुसाई करने का ये अहसास क्या गजब का था. मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकता.

मैं भाभी को बीस मिनट तक चोदता रहा.
पोर्न भाबी Xxx मजा लेती हुई इस दौरान दो बार झड़ चुकी थीं.

मुझे उनकी चुदाई करने में बहुत मजा आ रहा था.
मेरी स्पीड अचानक से बढ़ गई और मैं तेज तेज भाभी की चूत में लौड़ा पेलता रहा.

भाभी को भी मजा आने लगा और वह अपनी गांड उठा कर मेरा लौड़ा लेने लगी थीं.

कुछ मिनट तक कमर चलाने के बाद भाभी फिर से झड़ने को हुईं और इस बार मैं भी अपनी चरम सीमा पर था.

हम दोनों एक साथ झड़ गए. मैं साइड में लेट कर हांफ रहा था और भाभी भी हांफ रही थीं.

हम दोनों को बेहद मजा आया था.
लेटे लेटे मुझे हल्की सी नींद लग गई.

कुछ मिनट बाद भाभी की मालकिन आ गईं.
उनके दरवाजे की घंटी बजी और मेरी नींद खुल गई.
भाभी भी सोई पड़ी थीं.

मैंने भाभी को उठाया और कहा- दरवाजे पर कोई है!
भाभी ने कहा- मालकिन ही आई होगी. साली अपनी चूत चुदवाने आई है.

भाभी अपनी मकान मालकिन को लेने चली गईं.
तो दोस्तो, अभी तक के लिए इतना ही काफी है.
आगे बताऊंगा कि मैंने भाभी की मकान मालकिन की और उसकी एक और सहेली को … तथा सावी भाभी को, तीनों की अलग-अलग तरह से कैसे चुदाई की.

मेरी पोर्न भाबी Xxx कहानी के लिए मुझे मेल करें.
धन्यवाद.
आपका राजा
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