कम्पनी मीटिंग में मिली भाभी से यौन सम्बन्ध

हॉट सेक्सी भाभी की चूत का मजा खुद भाभी ने दिया. एक पार्टी में वह मुझे मिली थी. तब से वह मुझे पटाने का प्रयास कर रही थी. मैं भी आसानी से पट गया.

सभी पाठकों को प्रणाम!
मेरा नाम राहुल है.
मैं भिलाई छत्तीसगढ़ में रहता हूं.

ज़िन्दगी में किसी मोड़ पर ऐसी यादें बन जाती हैं जिन्हें भुलाने का मन नहीं करता; उन्हीं यादों में जीने और उसे आगे बढ़ाने का मन करता है.
कुछ ऐसा ही मेरे साथ हुआ था जब हॉट सेक्सी भाभी की चूत का मजा मुझे मिला था.

मेरा अपना खुद का काम है जिसके लिए मुझे कई लोगों से मिलना भी पड़ता है और कई राज्यों में जाना भी पड़ता है।

ऐसे ही मेरे काम के सिलसिले में मुझे साइट देखने और काम में लगने वाले जरूरी समान दिखाने के लिए एक प्रतिष्ठित कंपनी ने अपने पास बुलाया.
वहां पर और भी जगह से कई लोग आए थे.

कंपनी के मैनेजर ने मुझे होटल में रुकवाया और शाम को होटल में मीटिंग थी, मैं उन लोगों से मिलने लगा.

उनहीं लोगों में मेरी मुलाकात सोनिया से हुई।
वह अपने पति के साथ वहां आयी हुई थी.

साथ में बुफे में खाना लगा हुआ था.
उसका पति उस वक़्त खाना लेने गया और हम दोनों में बात शुरू हो गयी।

बहुत सी बातें हुई; फिर मैंने उसे बाई कहा और वह चली गयी।

पर किस्मत में कुछ और ही था.
उसके पति को अचानक कोई फ़ोन आया और वह मैनेजर को यह कहकर चला गया कि मुझे अभी कहीं जाना है, तुम छोड़ देना इन्हें।

मैं होटल में नीचे टहलने के लिए निकला तो वह जाने के लिए मैनेजर की कार का इंजतार कर रही थी।

उसने पूछने पर बताया कि उसके पति को काम आ गया है तो वह मैनेजर को घर छोड़ने बोलकर निकल गया।

अभी ज्यादा समय नहीं हुआ था तो मैं बोला- थोड़ी देर और रुक जाइये, आपसे बातें भी हो जायेंगी, इतनी हसीन मैडम का साथ भी मिल जाएगा इस शाम!
वह हंसी, फिर बोली- रूखी सूखी नहीं चलेगी बातें।
मैंने कहा- तो फिर गीली कर देते हैं.

और मैंने अपने रूम में बीयर मंगवा ली।

उसने मैनेजर को कह दिया- मैं जाऊंगी तो बता दूंगी. तुम कार तैयार रखना.

और फिर रूम में आकर बीयर और थोड़े चखने के साथ एन्जॉय करने लगे।
सोनिया ने कहा- आप दिखते सीधे हो … पर मजेदार हो।

मैंने कहा- अच्छा जी, मैंने अभी कुछ दिखाया ही कहाँ है जो पता चले आपको?
तो उसने कहा- मैं शादीशुदा हूँ.
मैंने कहा- मैं भी शादीशुदा ही हूँ।

सोनिया ने कहा- आपकी वाइफ बहुत खुश रहती होगी आपसे?
तो मैंने कहा- वाइफ को खुश रखने के लिए ही तो इतनी भागादौड़ी होती है।

मैंने उसकी भी थोड़ी तारीफ की।

अब थोड़ी थोड़ी दोनों को चढ़ने लगी.
तो मैंने कहा- आपको चलना चाहिए … वरना आपका पति मुझे नहीं छोड़ने वाला!

सोनिया ने कहा- पति से पहले मैं छोड़ूं तब न तुम्हें!
यह कहकर उसने गाल पे किस किया.

मैंने कहा- इसका कर्ज चुकाने में मुझे मेहनत करनी पड़ेगी.
और मैं उसके होंठों को किस करने लगा।

सोनिया ने बैकलेस ब्लाउज और ब्राइट साड़ी पहनी हुई थी.

किस करके हम दोनों अलग हुए।
मैंने कहा- तुम चली जाओ, देर हो गयी तो तुम्हें दिक्कत होगी.
फिर वह कुछ न बोली और चली गयी।

मैं गर्म तो हो गया था पर मेरे कारण वह दिक्कत में पड़ जाती।
मेरा यही अंदाज उसे अच्छा लगा और सुबह सुबह वो मुझसे मिलने होटल में आई।

उसने मेरे कमरे के दरवाजे को बजाया तो मैं गुस्सा होकर दरवाजे पे गया कि कौन परेशान करने आ गया.
और जैसे ही दरवाजा खोला, उसने अंदर घुसकर जल्दी से दरवाजा बंद किया और मुझे बिस्तर पर गिरकर मेरे ऊपर आकर मुझे चूमने लगी।

सुबह के समय लंड राजा वैसे ही उफान पर रहते हैं और हम इंसान भी!
तो मैं भी उसे चूमने लगा.

और तभी मैं उसके ऊपर आकर उसका पल्लू को अलग कर ब्लाउज के अंदर के बूब्स को दबाने लगा.

वह और गर्म हो गयी.
मैं बस चड्डी में था, मैंने उसे निकाल फेंका.

उसकी साड़ी भी मैंने निकाल दी और ब्लाउज भी निकाल कर ब्रा के ऊपर से ही निप्पल को चूसने लगा और दबाने लगा।

मेरे मुख की लार से उसकी ब्रा गीली हो चुकी थी.
मैंने उसकी ब्रा पैंटी निकाल दी और उसे भी नंगा कर दिया।

और अब मेरे लंड को देख कर उसने उसे ज़ोर से दबा दिया.
मैंने भी उसके निप्पल को काटा.
दर्द से उसने आह की और कहा- बहुत प्यार अंदाज है आपका!
मैंने कहा- तुम मुझसे ज्यादा हॉट हो सब्र नहीं कर पाई, सुबह सुबह आ गई।

फिर मैं उसके पैरों के पास गया और वह लेटी हुई मुझे देख रही थी कि मैं क्या कर रहा हूँ.

मैंने उसके पैरों के तलवों को चूमा और फिर दोनों पैरों को चूमते चूमते उसके घुटने तक आ गया।

फिर घुटनों के पास आकर पैरों को फैलाकर चूत की तरफ जाने लगा और चूत के चारों तरफ चूमने लगा।
उसे मज़ा आ रहा था.

फिर मैं उसकी चूत में अपनी जीभ डालकर चाटने लगा।

वह खुद को काबू नहीं कर पा रही थी.
फिर मैं उसकी चूत में उंगली अंदर बाहर करने लगा.

जब वह गीली हो गयी तो उसने कहा- मैं ऐसे नहीं झड़ना चाहती. चूत में लन्ड डालोगे तब निकलना चाहती हूँ.

मैंने कहा- मेरा लंड तुम्हारे होंठों से अपनी प्यास बुझाने को बेताब है.
तो उसने मना कर दिया- कभी लिया नहीं!

वह कहने लगी- मैं इसे अपने हाथों से अपनी चूत में खुद डालूंगी।
मुझे अच्छा लगा उसका ये कहना!

मैं उसके ऊपर आया तो उसने लंड पकड़ कर अपनी चूत में डाल लिया और मैं धक्के मारने लगा.
उसे बहुत मजा आने लगा. वह सिस्कारियां भर रही थी- उह हाहा हाँ आह सश्स शश!

कुछ मिनट बाद उसका भी निकलने वाला था और मेरा भी.
मैंने उससे कहा- कहाँ निकालूं?
उसने कहा- चूत में ही छोड़ दो।

और मैंने चुदाई करते करते अपना वीर्य उसकी चूत की गहरे में छोड़ दिया और निढाल होकर उसके ऊपर लेट कर दूध पीने लगा.
पर लन्ड को बाहर नहीं निकाला मैंने!

थोड़ी देर बाद टाइम देखा तो 11 बज चुके थे तो वह कहने लगी- अब मैं जाती हूँ.
तो मैं उसे बांहों में उठाकर शावर में ले गया और हम दोनों नंगे नहाये.

तब वहाँ भी अपने हाथों से उसके निप्पल को मसलकर उसकी चूत को चोदा.

तब मैंने उसकी चूत साफ़ की, फिर उसे चूमते चूमते साड़ी पहनाई और विदा किया।

तब से हम दोनों नियमित रूप से मिलने लगे.
बाद में उसने मेरा लन्ड मुख में लेकर चूसना शुरू भी कर दिया।
बहुत मज़ा आने लगा मुझे भी और उसे भी!

आज हमारे रिश्ते को 3 साल हो चुके हैं।
इन 3 साल में जब भी हम मिले, 3 महीने में या 6 महीने में … तो जमकर चुदाई करते हैं.
मैं उसके शहर जाकर उसे चोदता हूँ और दोनों मज़े लेते हैं।

हॉट सेक्सी भाभी की चूत की कहानी कैसी लगी आपको?
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