मजदूरों के लौड़ों से चूत और गांड मरवाई

हॉट भाभी Sexx कहानी एक गर्म भाभी की है जिसमें गली में काम करते एक मजदूर से चूत चदवा ली थी. अगले दिन फिर से भाभी की चूत में खुजली मची तो वह उसी को बुलाने गयी.

हाय दोस्तो, मेरा नाम अजय है. मैं 23 साल का हूँ और गुजरात के अहमदाबाद का रहने वाला हूँ.

पहले मैं अपने बारे में बता दूँ.
मेरी हाइट 5 फुट 7 इंच की है और मैं औसत दिखने वाला बंदा हूँ.

ये सेक्स कहानी रश्मि नामक मेरी महिला पाठक की है और 4 साल पहले की है.
आप उसी की जुबानी इस हॉट भाभी Sexx कहानी का मजा लें.

दोस्तो, मैं रश्मि आपकी सेवा में फिर से हाजिर हूँ!

आप सभी का धन्यवाद करती हूँ कि आपने मेरी कहानी
चूत की आग मजदूर के लौड़े से बुझी
पसंद की.

उम्मीद करती हूँ ये कहानी भी आपको पसंद आएगी!

जैसा कि आपने मेरी पहली कहानी में पढ़ा कि मैंने मजदूर से चुदवाया था.

अगले दिन, मेरे पति के जाने के बाद मैं उसका इंतजार कर रही थी.

जब मुझसे रहा नहीं गया, तो मैं बाहर जाकर देखने लगी.
वह मजदूर वहां नहीं था.
मैं उदास होकर घर में वापस आ गई.

थोड़ी देर बाद गेट पर आवाज़ हुई.
मुझे लगा कि कोई और आया होगा.

मैं देखने गई तो वही मजदूर रामू आया था!
उसे देखते ही मैंने उसे अन्दर आने को कहा और कमरे में ले गई.

अन्दर जाते ही मैंने उसे बेड पर बैठने का मौका भी नहीं दिया, सीधे उसकी धोती खोली और पागलों की तरह उसका लंड चूसने लगी!

रामू बोला- अरे इतनी बेताबी क्या है … लंड लेने को तड़प रही थी क्या?

मैंने लंड मुँह से बाहर निकाला और जीभ नीचे से ऊपर तक फेरते हुए आंखों से हां का इशारा किया.

उसने मुझे ऊपर उठाया और बोला- चल मेरी रांड, अब जल्दी से नंगी हो जा!
मैं हंस दी.

‘आज तेरा नंगा नाच देखूँगा मैं!

मैंने सारे कपड़े उतारे, टीवी ऑन किया, गाने लगाए और नंगा नाच शुरू कर दिया.

कभी गांड मटकाती उसके सामने, कभी झुककर बूब्स हिलाती.

रामू बोला- क्या मस्त नाचती है तू! आजा, अब रहा नहीं जाता!

मैं रामू की गोद में जाकर बैठ गई.
उसने मेरे होंठ चूसने शुरू कर दिए.

वह मेरे बूब्स एक हाथ से दबा रहा था और एक उंगली मेरी चूत में डाल रखी थी.

मैं खुद को रोक न सकी, रामू को सीधा लिटाया और झट से उसका लंड अपनी चूत में ले लिया.

‘आह्ह्ह ओह्ह्ह! मेरे राजा, क्या लंड है तेरा! दिल करता है ये हमेशा मेरी चूत में रहे!’

रामू बोला- जब बोलेगी, तब-तब चोदूँगा तुझे साली छिनाल!
यह कह कर उसने नीचे से धक्के लगाने शुरू कर दिए.

अब मेरे बूब्स हवा में झूल रहे थे.

थोड़ी देर में हम दोनों झड़ गए.

इतने में उसके ठेकेदार का कॉल आया- कहां है रामू?
उसने कहा- आ रहा हूँ!

फोन कट करके रामू बोला- मौका मिलते ही आऊंगा!
मैंने कहा- ठीक है!

फिर मैं वॉशरूम जाकर नहाई और आकर उसी बेड पर लेट गई.

खिड़की में जाली और शीशा लगा था.
मैंने शीशा खोल दिया और जाली रहने दी.

इतने में रामू आया और वही काम करने लगा.
उसके साथ एक 55-60 साल का आदमी था, जो बहुत काला था.

मैं अनजान बनकर लेट गई.

उस काले आदमी का नाम कालू था.

वह बोला- रामू, माल देख खिड़की से!
रामू बोला- ये तो मेरी रांड है!

मैं अनजान बनकर सोने का नाटक कर रही थी.

कालू बोला- इसकी चूत दिला दे यार!
रामू बोला- कल छुट्टी ले ले, तू भी और मैं भी मिल कर चोदेंगे इसे … पर मेरी शर्त है!

कालू बोला- क्या?

रामू बोला- तू मुझे कल रात को दारू पिलाएगा और 1000 देगा!

ये सुनकर मुझे शर्म भी आई कि रश्मि तू 1000 वाली रंडी बन गई!
पर बातें सुनकर मेरी चूत से पानी निकलने लगा.

कालू मान गया और बोला- पर ये देगी भी या नहीं?
रामू बोला- वह सब तू मुझ पर छोड़ दे!

फिर रामू ने मुझे कॉल किया और बोला- सुन, तुझे कल मैं आंखों पर पट्टी बांधकर चोदूँगा!
मैंने कहा- जैसा तेरा दिल करे, मेरे राजा!

अगले दिन मैंने चूत के बाल साफ किए, तैयार होकर बैठ गई और सोचने लगी कि आज जबरदस्त चुदूँगी!

इतने में रामू और कालू दोनों आए.

मैंने रामू से पूछा- ये कौन है?
वह बोला- ये बाहर ध्यान रखेगा बस, कहीं ठेकेदार न आ जाए!

कालू मुझे ऐसे देख रहा था जैसे मुझे खा ही जाएगा.

मैंने कहा- ठीक है!

मैं अन्दर कमरे में चली गई.
रामू अन्दर आया तो मैं दरवाजा बंद करने लगी.

तो वह बोला- तू लेट, मैं बंद करता हूँ!
मैं लेट गई.

रामू ने कहा- कोई कपड़ा दे, आंखों पर बांधने को!

मैंने कहा- वह काली चुनरी रखी है, मैंने पहले से रख दी!

रामू ने चुनरी मेरी आंखों पर बांध दी.

वह बोला- मैं पेशाब कर लूँ जरा, तू लेटी रह!

वह बाहर गया. इतने में मैंने चुनरी थोड़ी सी नीचे कर ली.

अब कालू अन्दर आया और मेरे गले पर चूमने लगा.

मैंने जो नाइटी पहनी थी, उसमें शर्ट जैसे बटन थे. उसने सारे बटन खोल दिए.

ब्रा, पैंटी सब निकालकर मुझे देखने लगा.

मैंने देखा, उसकी आंखें खुली रह गईं!

अब उसने अपने कपड़े उतारे. मेरी नजर उसके लंड पर गई. क्या घोड़े जैसा काला लंड था!

सोचा, ये तो आज मेरी चूत का भोसड़ा बना देगा!

वह मुझ पर टूट पड़ा, पागलों की तरह मेरे होंठ चूस रहा था.
मैं भी उसका पूरा साथ दे रही थी.

उसने मेरी टांगें खोलीं और नीचे हाथ डालकर मेरे बूब्स पकड़ लिए.

फिर एक झटका मारा, आधा लंड अन्दर चला गया.

मैं दर्द से कराह उठी- आह्ह्ह! राजा, आराम से! ये तो बहुत मोटा हो गया है!

वह मेरे बूब्स मसल रहा था.

अब उसने धक्के लगाने शुरू किए और एक धक्के में पूरा लंड अन्दर डाल दिया.

मैं चिल्लाई- आह्ह्ह ओह्ह! रुको आह्ह्ह! मर गई!

पर वह नहीं रुका.

थोड़ी देर में मेरा दर्द खत्म हो गया और मैं उसका साथ देने लगी.

उसने मुझे उठाया और अपने ऊपर ले आया.
वह बिना कुछ बोले मुझे चोद रहा था.

इतने में रामू आया, पीछे से चुनरी खोल दी.
मैं शर्मा गई.

रामू बोला- चुद ना मेरी जान, अच्छे से! ये शर्म का पर्दा हटा दे!

अब मैं कालू के लंड पर उछलने लगी.

रामू बोला- रुक!

मैं रुकी.
उसने मेरी गांड के छेद पर लंड रखा और सीधा अन्दर कर दिया.

मैं कराही और उसे रोकने लगी, पर मेरा दिल भी एक साथ दो लंड से चुदने का कर रहा था.

वह मुझसे बोला- चुप रह रंडी … चल कालू, आज दोनों एक साथ धक्के मारेंगे!

दोनों के लंड अन्दर आपस में टकरा रहे थे.

मैं चिल्लाई- आह्ह ओह्ह! बस करो! आह्ह!
पर वे दोनों मुझे चोदने में लगे रहे.

पहले कालू झड़ा, फिर रामू.

हॉट भाभी Sexx करके 15 मिनट तक लेटी रही.

वे दोनों बोले- चल कुतिया आज हम दोनों के लंड चूस!

मैंने दोनों के लंड चूस-चूसकर साफ किए.

उस दिन दोनों ने मुझे 4 बार चोदा.
मैं थक जरूर गई थी पर उन दोनों ने मुझे सातवें आसमान की सैर करा दी थी.

जब तक वे दोनों यहां रहे, कभी एक चोदता, कभी दूसरा … और मौका मिला तो दोनों मिलकर चोद देते!

आपको मेरी हॉट भाभी Sexx कहानी कैसी लगी, प्लीज जरूर बताएं.
आपकी चुदासी रश्मि
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