मकान मालकिन भाभी ने दो लंड से अपनी प्यास बुझाई

डबल सेक्स का मजा दो लंड से लिया हमारी मकान मालकिन भाभी ने! मैं और मेरा दोस्त उनके किरायेदार थे. हम शुरू से उनकी चूत गांड का मजा लेना चाह रहे थे. हमें यह मौक़ा कैसे मिला?

फ्रेंड्स, मैं साहिल और मेरा दोस्त दानिश कानपुर में नए थे और हमें मोबाइल रिपेयरिंग का काम सीखना था.
इसमें हमें 6 महीने का पूरा कोर्स करना था.

वहां हमारी पहचान का कोई नहीं रहता था इसलिए हम दोनों दोस्त ने एक किराए का रूम ले लिया.

वहीं हमारी मुलाकात एक प्यारी सी अप्सरा से हुई जिनका नाम फ़ौजिया था.
उनकी उम्र 31 साल की थी. वो बहुत खूबसूरत और गोरी थीं.
उनको जो भी देख ले, बस चोद ही डाले.
उनके बड़े बड़े दूध और मोटी गांड उनके मादक फिगर की जान थे.

उनकी फिगर को सोच कर ही मेरा लौड़ा खड़ा हो गया.
भाभी का 36-32-38 का क्या मस्त फिगर था. यार वो एकदम माल़ थीं.
उनको देखते ही हम दोनों के लौड़े सलामी देने लगे थे.
बस ऐसा लग रहा था कि उन्हें वहीं पटक कर चोद दूं.

वो कोई और नहीं, हमारे मकान मालिक की बीवी फ़ौजिया भाभी थीं.

उनके पति डॉक्टर थे. उनका नाम डॉक्टर शकील था. उनकी लखनऊ में ड्यूटी लगी थी, वो सिर्फ महीने में एक बार ही कानपुर अपने बीवी बच्चों से मिलने आते थे.

फ़ौजिया भाभी के दो बच्चे थे. एक लड़का, जो 5 साल का थ और एक लड़की 4 साल की थी.
उनके दोनों बच्चे 8 बजे से 1 बजे तक स्कूल में रहते थे.

फ़ौजिया भाभी शकील भैया से नाराज रहा करती थीं क्योंकि शकील भैया उनको ज्यादा टाईम नहीं दे रहे थे.
उनकी शादी को 6 साल हो गए थे.
शकील भैया जब भी उनसे मिलने आते तो उनके बीच हमेशा लड़ाई हुआ करती थी.

हम दोनों की नजर तो फ़ौजिया भाभी पर ही अटक गई थी; हम दोनों उन्हें छुप छुप कर देखा करते.
जब भी हम उन्हें देखते थे, तो बस उन्हें चोदने के बारे में सोचा करते थे कि कब वो हमें उन्हें चोदने का अवसर देंगी.

भाभी की चुदाई की बात अभी दूर थी तो हम दोनों उन्हें देख कर मुठ जरूर मार लेते थे.

हम दोनों हरामियों को कानपुर में रहते हुए एक महीना हो गया था पर फ़ौजिया भाभी की चोदने का मौका अब तक नहीं मिला था.

एक दिन जब मैंने किराया देने उनके कमरे में गया, तब देखा कि वहां कोई नहीं है.
कमरे से लगे हुए बाथरूम से पानी गिरने की आवाज आ रही थी.

मैंने ध्यान दिया तो ये शॉवर की आवाज आ रही थी.
मतलब फ़ौजिया भाभी नहा रही थीं.

मैंने और ध्यान दिया तो देखा कि बाथरूम का दरवाजा अन्दर से बंद नहीं था और कुंडी न लगी होने से उनके बाथरूम का दरवाजा हल्का सा खुला हुआ था.
थोड़ी सी हिम्मत करके मैंने चुपके से देखा.

मेरे तो होश ही उड़ गए.
अन्दर भाभी पूरी नंगी थीं.
उनका पूरा बदन भीगा हुआ था और वो अपनी चिकनी प्यारी सी चूत को सहला रही थीं.
वे उसमें अपनी एक उंगली अन्दर बाहर डाल रही थीं और उनके मुँह से आह आह की कामुक आवाज़ें निकलना चालू थीं.

मुझसे ये सब बर्दाश्त नहीं हुआ और मैंने अपने फोन से दानिश को मैसेज करके उसे भी भाभी के कमरे में बुला लिया.

अब हम दोनों ने अपने अपने लंड निकाले और हिलाना चालू कर दिया.
उधर अन्दर भाभी जी चूत में उंगली कर रही थीं और इधर हम दोनों हरामी दोस्त अपने अपने लौड़े हिला रहे थे.

हम दोनों तो अपनी आवाज पर काबू किये हुए थे लेकिन अब भाभी के मुँह से निकलने वाली आवाजें बढ़ने लगी थीं.

तभी एक और खेल हुआ, भाभी ने अपनी चूत हम दोनों की तरफ कर दी थी.

आह … क्या चूत थी यार भाभी की … एकदम सफाचट और गुलाबी … सच में भाभी की चूत देख कर ही मजा आ गया.

हम दोनों और जोर जोर से लंड हिलाने लगे.
हमने करीब 15 मिनट तक लौड़े हिलाए और वहीं झड़ गए.

फिर भाभी ने शॉवर बंद किया तो मैं समझ गया कि अब वे बाहर आने वाली हैं.
ये देख कर हम दोनों वहां से भाग कर अपने कमरे में आ गए.

हम दोनों वहां पड़ा अपना वीर्य भी साफ नहीं कर पाए थे इसलिए गांड भी फट रही थी कि कहीं कोई बवाल न हो जाए.

शाम को फ़ौजिया भाभी हमारे कमरे में आईं.
आह … क्या कयामत लग रही थीं वो … उन्होंने काली साड़ी और लाल रंग का ब्लाउज पहना हुआ था.
उसमें उनका गोरा बदन, बड़े बड़े दूध बहुत मस्त दिख रहे थे और भाभी बड़ी ही खूबसूरत लग रही थीं.

उनको देख कर हमेशा की तरह हमारे लौड़े सलामी देना शुरू कर चुके थे.

इस बार उनकी नजर हमारे लौड़ों की तरफ थी.
उनको पता चल चुका था कि हम दोनों उनके कमरे में क्या करके आए थे.

चूंकि उनकी प्यास बुझाने वाले उनको मिल गए थे इसलिए उन्होंने हमसे प्यार से पूछा- क्यों आए थे मेरे कमरे में?

मैंने फटी हुई गांड को दबाते हुए धीमी आवाज में जवाब दिया- भाभी, हम दोनों आपको किराया देने आए थे. लेकिन वहां जो भी हुआ, उसके लिए हम दोनों आपसे माफी मांगते हैं … और ऐसी गलती दुबारा नहीं करेंगे. प्लीज भाभी, भैया को ये सब मत बताना.

भाभी ने मुस्कुराते हुए कहा- अगर तुम दोनों मेरा एक काम कर दो, तो मैं ये सब किसी से नहीं बताऊंगी और तुम्हारा किराया भी माफ कर दूँगी.

फ़ौजिया भाभी की नजर में कुछ बदलाव नजर आ रहा था इसलिए हम दोनों ने हां कर दी.

भाभी ने दरवाजा लॉक कर दिया और हमारे पास आ गईं.
उन्होंने कहा- आज मेरी तुम दोनों बरसों की प्यास बुझा दो.

हम दोनों ने कभी नहीं सोचा था कि ये पल हमारे नसीब में था … और जो पहले दिन से सोच रहे थे, वो दिन आ गया.

इसलिए देर न करते हुए हम दोनों कुत्ते की तरह उन पर टूट पड़े.

कुछ देर फोरप्ले करने के बाद मैंने उनकी साड़ी निकाल दी और दानिश ने उनके ब्लाउज के बटन खोल दिए.

फ़ौजिया भाभी एकदम मदमस्त हो गई थीं और सिसकारियां लेती हुई कह रही थीं- आह दानिश … साहिल आज तुम दोनों मुझे अपनी जान बना लो … और आज मुझे जम कर चोद दो!

उन्होंने अन्दर ब्रा नहीं पहनी थी.
ब्लाउज के बटन खोलते ही भाभी के दोनों कबूतर आजाद हो गए थे.

हम दोनों तो बस उन्हें देखते ही रह गए कि कितने बड़े और गोरे गोरे हैं.
हमने देर न करते हुए बंटवारा कर लिया और भाभी का एक एक दूध अपने अपने मुँह में भर लिया.

फ़ौजिया भाभी जोर जोर सिसकारियां ले रही थीं- आह आह ओउई मां ओईई आई मां मर गई … आह आज पी लो तुम दोनों मेरा दूध … आह जम कर पियो … आह आज मुझे तुम दोनों खुश कर दो.

दोनों के मुँह में दूध दबे थे और दोनों का एक एक हाथ उनकी चूत में जाने लगा.
करीब 10 मिनट तक हम दोनों ने उनका दूध पिया और उनकी चूत सहलाई.

वे जोर जोर चिल्ला रही थीं और आहें भर रही थीं- आह यस मर गई आह … साहिल दानिश चोद दो मुझे आह!

यह कहती हुई भाभी एक बार झड़ गईं और उनका सारा गर्म पानी हमारे हाथों में महसूस होने लगा.

हम दोनों ने उनका सारा पानी चाट लिया.

फ़ौजिया भाभी से अब और बर्दाश्त नहीं हो रहा था- साहिल, दानिश … आह!
उन्होंने बारी बारी से हमारा लौड़ा हमारी पैंट से निकाला और देखती ही रह गईं.

हम दोनों के लंबे मोटे लंड देख कर उनकी आंखें फट गईं क्योंकि आज उनके सामने दो लंबे मोटे लौड़े थे.
भाभी ने पहली बार इतने लंबे और मोटे लौड़े देखे थे.

वे बोलीं- वाह दानिश और साहिल … तुम दोनों के लौड़े तो बहुत ही लाजवाब हैं. आज तो मेरी चूत पक्के में फटने वाली है.

हम दोनों ने यह सुना तो खुश हो गए कि आज हमारे लंड उनकी चूत और गांड को फाड़ने वाले हैं.

दानिश और फ़ौजिया भाभी 69 पोजिशन में होकर मजा लेने लगे. दानिश उनकी चूत चाटने लगा और मैं उनकी गांड चाट रहा था.
पहले ही दिन से मैं उनकी गांड का दीवाना था और मुझसे भाभी की गांड छूट नहीं रही थी.

फ़ौजिया भाभी दानिश का लंड चूस रही थीं, जो 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा था.
कुछ मिनट बाद फ़ौजिया भाभी के मुँह में ही दानिश ने अपना पूरा पानी छोड़ दिया.

फ़ौजिया भाभी उसे पूरा पी गईं.

भाभी ने भी अपनी चूत रगड़ने की स्पीड बढ़ा दी- आह आह … तुम दोनों बहुत अच्छे से चाटते हो … आह वाह मेरे राजाओं. आज तक इतना मजा तुम्हारे भैया ने कभी नहीं दिया, जितना मजा आज तुम दोनों दे रहे हो … उई उई मर गई आह!
यह कहते हुए भाभी ने अपना पूरा पानी दानिश के मुँह में छोड़ दिया.

कुछ देर बाद मैंने भाभी को घोड़ी बनाया और एक क्रीम ले आया.
मैं उनकी गांड मारने जा रहा था.

भाभी ने मना किया.
पर मैं कहां मानने वाला था.
मैंने कहा- भाभी, पहले ही दिन से मेरी नजर आपकी गांड चोदने में अटकी थी. आज मौका मिला है. मैं नहीं छोडूंगा … आज मैं आपकी गांड मार कर ही रहूंगा.

दानिश को मैंने इशारे से कहा कि भाभी के मुँह में अपना लंड डाल दे, जिससे भाभी चिल्ला ना पाएं.
मैंने भाभी की गांड में बहुत सारी क्रीम लगा दी और अपने लौड़े में भी लगा ली.

अब मैंने उनके छेद में लंड टिका दिया.
फिर एक जोर का झटका दिया, तो आधा लंड घुस गया.
भाभी की गांड फट गई क्योंकि मेरा लंड 6 इंच लंबा 3 इंच मोटा था.

लेकिन भाभी की आवाज नहीं निकली क्योंकि उनके मुँह में दानिश का लंड मैंने पहले ही डलवा दिया था.

भाभी का पूरा बदन कराह उठा था और मुझे लंड निकाल के लिए दूर हटाने लगीं.

मैं भी इतनी आसानी से कहां मानने वाला था. मैंने स्पीड बढ़ा दी और जम कर चुदाई शुरू कर दी.

भाभी की आंखों से पता चल रहा था कि उन्हें कितना दर्द हो रहा है.
उनके आंसू निकलते जा रहे थे और मैं उन्हें चोदते जा रहा था.

मुझे बहुत मजा आ रहा था- साली रंडी फ़ौजिया … आज मैं तेरी गांड फाड़ कर ही रहूँगा.
अब भाभी भी मेरा साथ देने लगी थीं शायद उनका दर्द खत्म हो गया था.

फिलहाल वो मजे से मेरा साथ दे रही थीं- आह साले भड़वे, आज तूने मेरी गांड को एक बड़ी सुरंग बना दिया कुत्ते … आह मर गई … आ आ!
लगभग 15 मिनट मैंने उनकी गांड मारी और उसी में झड़ गया.

जब लंड निकाला तो वीर्य के साथ खून भी भाभी की गांड से निकलना शुरू हो गया.

कुछ देर बाद फिर दानिश ने भाभी की चूत जम कर चोदना चालू कर दिया.

भाभी अब पूरे जोश में दानिश का साथ दे रही थीं और डबल सेक्स का मजा दो लंड से लेती हुई उसे भी गाली दे रही थीं- आह … आज तुम दोनों भड़वों ने मिल कर मेरी प्यारी सी चूत और गांड को गुफा बना दिया कुत्तो … आह मुझे अब हमेशा तुम दोनों ऐसे ही चोदना आह आह.
वे चिल्ला रही थीं.

पंद्रह मिनट तक यह चुदाई चली और वो दोनों एक साथ झड़ गए.

एक घंटे बाद हम तीनों ने फिर से सेक्स किया.
अबकी बार उनके दोनों छेद हम दोनों ने एक साथ चोदे.

बीस मिनट बाद हम दोनों ने फ़ौजिया भाभी के मुँह में अपना वीर्य छोड़ा.
भाभी मजे से पूरा पानी पी गईं.

फिर भाभी ने हम दोनों का किराया माफ किया और वहां से चली गईं.
अब हर हफ्ते हमारी भाभी डबल सेक्स का मजा दो लंड से लेने लगी.

तो दोस्तो, ये सेक्स कहानी आप सबको कैसी लगी, कमेंट में जरूर बताना.