ऑफिस की सेक्सी लड़की की चूत चोदी

देसी चूत फक स्टोरी में मेरे ऑफिस में एक नई लड़की आई. धीरे धीरे हम बात करने लगे. उसकी जवानी देखकर मेरा लंड उसकी चूत मांगने लगता था. मैंने उसे पहली बार कैसे चोदा?

दोस्तो, मेरा नाम केशव है और मेरी उम्र 22 साल है।

मैं आपको अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ।

देसी चूत फक स्टोरी आज से लगभग एक साल पहले की है।
मेरा दोस्त एक कंपनी में काम करता था तो मैंने भी उसी के साथ कंपनी में नौकरी शुरू की।

कुछ दिनों बाद वहाँ एक 19 साल की जवान लड़की अर्शिया से मेरी मुलाकात हुई।
उसकी जवानी अभी-अभी खिल रही थी।
वो देखने में अपनी उम्र से 2-3 साल कम की लगती थी और उसका फिगर 34-30-34 था।

धीरे-धीरे हम दोनों में बातचीत शुरू हुई।
जब भी मैं उसे देखता, मेरा लंड खड़ा हो जाता था।
मन करता था कि उसे अभी चोद दूँ।

मैंने पहले कभी किसी लड़की के साथ सेक्स नहीं किया था, न ही कभी चूत देखी थी।
जब मैं अपने रूम पर आता, तो उसकी याद बार-बार आती थी और कई बार मेरा लंड पानी छोड़ देता था।

समय बीतता गया।

फिर किसी तरह मैंने उसकी इंस्टाग्राम आईडी ढूंढ ली।
उसकी इंस्टाग्राम फोटो देखकर मेरा लंड फिर से पानी छोड़ने लगा।

अलग-अलग ड्रेस में उसकी हॉट-हॉट तस्वीरें थीं।

कई फोटो में शॉर्ट ड्रेस की वजह से उसके बूब्स साफ दिख रहे थे।

मैंने उसे मैसेज किया।
धीरे-धीरे हमारी बातें होने लगीं।

उसे भी मुझमें इंटरेस्ट आने लगा था।

मैंने उससे बॉयफ्रेंड के बारे में पूछा।
वो बोली, “नहीं है!”

फिर मैंने उसे प्रपोज किया।
उसने कुछ नहीं कहा.

लेकिन मैं समझ गया कि उसकी भी हाँ है।
इंस्टाग्राम पर हमारी इधर-उधर की बातें होने लगीं।

एक दिन ऑफिस में हम एक रूम में बैठे थे।

मेरा लंड खड़ा हो गया और मन करने लगा कि उसे अभी चोद दूँ।

मैंने धीरे से अपना हाथ उसके कंधे से होते हुए उसके बूब्स पर रखा।

वो सिहर गई जैसे उसे बिजली का झटका लगा हो।
लेकिन उसने कुछ नहीं कहा।
मैं समझ गया कि उसे भी जवानी का रस पीने की इच्छा है।

ड्यूटी खत्म होने के बाद हम दोनों अपने-अपने रूम चले गए।

मैंने उसे इंस्टाग्राम पर मैसेज किया, “कैसी हो?”
वो बोली, “ठीक हूँ!”

मैंने हिम्मत करके कहा, “तुम्हारे बूब्स मस्त हैं! कल जब मैंने छुआ, तो कैसा लगा?”

वो बोली, “अलग ही आनंद आया! मैं उस समय अपने आप को रोक नहीं पाई। मेरी चूत गर्म हो गई थी, जो पहले कभी नहीं हुई थी!”

मैंने कहा, “तुम्हारे बूब्स दबाने के बाद मुझे अभी नींद नहीं आ रही है। दो बार लंड हिलाकर पानी निकाल चुका हूँ!”

अब हम दोनों खुलकर सेक्स की बातें करने लगे थे।
अगले दिन जब वो ऑफिस आई तो उसने सेक्सी ड्रेस पहनी थी।

मैंने कहा, “आज तो बिल्कुल सेक्सी लग रही हो! बच्चे की जवानी में आग लगाओगी!”
वो बोली, “मेरी जवानी में आग लगी है, उसे बुझा दो!”
मैंने कहा, “ठीक है, अर्शिया जी!”

उस दिन ऑफिस में मीटिंग थी, और ज्यादातर लोग मीटिंग में थे।
मैंने मौके का फायदा उठाया और अर्शिया के रूम की तरफ गया।
वहाँ वो अकेली थी।

मैं उसके पास गया और उसके बूब्स दबाने लगा।

वो भी मेरा साथ दे रही थी।

फिर मैंने उसे किस किया।
वो गर्म होने लगी थी लेकिन ऑफिस में इससे आगे नहीं जा सकते थे क्योंकि कोई भी कभी भी आ सकता था।

हम दोनों पीछे स्टोर रूम में चले गए, जहाँ बहुत कम लोग आते थे।

वहाँ मैंने उसे फिर से किस किया और धीरे-धीरे उसका टॉप उतार दिया।

अब वो सिर्फ़ नीली ब्रा में थी।
मैंने उसके बूब्स दबाते हुए उसकी ब्रा भी खोल दी।

फिर मैंने अपनी शर्ट और बनियान उतार दी और उसके बूब्स चूसने लगा।
वो सिसकारियाँ भरने लगी।

फिर मैंने उसकी जींस खोल दी।
अब वो सिर्फ़ लाल रंग की पैंटी में थी।

मैंने धीरे से उसकी पैंटी में हाथ डाला और उसकी चूत को सहलाने लगा।

उसे ऐसा लगा जैसे बिजली का झटका लग रहा हो; उसका शरीर काँप रहा था।

फिर मैंने अपनी जींस और अंडरवियर उतार दिया।
मेरा 6.7 इंच का लंबा, मोटा लंड देखकर वो डर गई और मना करने लगी।

थोड़ा समझाने के बाद वो मान गई।
मैंने उसकी पैंटी उतार दी।

उसकी सेक्सी बॉडी देखकर मैं चोदने के लिए मचलने लगा।

मैंने उसे ऑफिस में रखे कार्टन पर लिटाया और उसे किस करने लगा।
धीरे-धीरे मैं उसकी चूत चाटने लगा।
वो सिसकारियाँ भरने लगी।

वो बोली, “जल्दी करो, बहुत देर हो चुकी है!”

मैंने तुरंत अपना लंड उसके मुँह में डाला और वो उसे चूसने लगी।
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।

फिर मैं उसकी चूत की तरफ बढ़ा और अपना लंड उसकी चूत पर रखकर उसकी चूचियाँ दबाने लगा।
दबाते-दबाते मैंने एक झटका मारा, तो मेरा लंड आधा उसकी चूत में घुस गया।
अर्शिया की चीख निकल गई।

मैंने अपना हाथ उसके मुँह पर रखा और फिर से एक झटका मारा।

इस बार मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया।
उसकी चूत की सील टूट गई थी।

वो रोते हुए बोली, “निकालो बाहर! जल्दी! दर्द हो रहा है!”
मैंने उसके होंठों पर अपना हाथ रखकर उसे किस करने लगा।

थोड़ा दर्द कम हुआ, तो मैंने चोदना शुरू किया।
लगभग 5 मिनट तक चोदने के बाद हम दोनों झड़ गए।

देसी चूत फक करके जल्दी से कपड़े से उसकी चूत साफ की और हमने ड्रेस पहनकर वहाँ से निकल गए।

अगले दिन मैंने देखा कि वो सुस्त हो गई थी।

मैंने पूछा, “क्या हुआ?”
वो बोली, “दर्द हो रहा है!”

मैंने कहा, “दर्द की दवाई ले लो!”
वो बोली, “ठीक है!”

तीन दिन बाद उसका दर्द ठीक हुआ।

मैंने पूछा, “चूत का क्या हाल है?”
वो बोली, “तुम्हारे लंड को याद कर रही है!”

मैंने कहा, “चलो, मिला देते हैं!”
वो बोली, “थोड़ा तड़पने दो, तब और मज़ा आएगा!”
मैंने कहा, “ठीक है!”

जब भी मेरा मूड होता, मैं जाकर उसके साथ सेक्स करता।
जब उसका मन होता, वो मुझे बता देती थी।
फिर हम अक्सर सेक्स करने लगे।

वो अब मेरे लंड का मज़ा लेने लगी थी।
जब भी उसकी चुदाई की इच्छा होती, वो उस दिन ब्रा नहीं पहनती थी, सिर्फ़ टी-शर्ट या टॉप पहनती थी।
मैं भी ऑफिस में ही उसके बूब्स दबा देता था।

हम अलग-अलग पोजीशन में सेक्स करते थे।
कभी वो मेरे ऊपर चढ़ जाती थी और मेरे लंड का मज़ा लेती रहती थी।

मेरी देसी चूत फक स्टोरी आपको कैसी लगी?
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