भाभी गरम सेक्स कहानी में मैं काम से किसी के घर गया तो वहां मौजूद भाभी मुझे लाइन देने लगी. उसने मौक़ा देखकर मुझे अपना फोन नम्बर भी दे दिया.
दोस्तो, मेरा नाम विक्की है और मैं बिहार का रहने वाला हूँ.
मेरी उम्र अभी 25 साल है.
यह भाभी गरम सेक्स कहानी आज से 3 साल पहले की है जब मुझे पहली बार एक बहुत अच्छी QR कंपनी में सेल्स की जॉब मिली थी.
तब मेरे साथ कुछ ऐसा हुआ, जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी.
चूँकि मुझे शुरू से ही सेक्स का बहुत शौक था और मुझे कामुक कहानियां पढ़ना बहुत अच्छा लगता था.
मेरे लौड़े का साइज़ दस इंच का है.
यह भारत में एक असामान्य लंबाई का लंड माना जाता है.
अमूमन भारत में मर्द के लौड़े की लंबाई 5-6 इंच से ज्यादा की नहीं होती है.
जिन लड़कियों को मेरे लंड की लंबाई पर संदेह हो, वे मेरे साथ वीडियो कॉल पर चैट कर सकती हैं.
लंबाई के साथ मोटाई की बात करें, तो यह लगभग 3.5 इंच होगी.
मैं एक शॉप के मालिक से बात कर रहा था कि उन्हें क्यूआर कोड लगवाना है.
मैं उनकी शॉप पर गया तो उन्होंने कहा कि डॉक्यूमेंट घर पर हैं. वहां भी एक दुकान है, आप वहीं चलो.
मैं उनके घर गया तो वहां उनकी वाइफ, यानि भाभी जी मिलीं, जो इस सेक्स कहानी की नायिका हैं.
मैं उन्हें देखते ही रह गया!
क्या खूबसूरत माल थीं!
उनकी उम्र लगभग 27 साल रही होगी. उनका नाम शबाना था.
भैया ने कहा- शबाना, सर के लिए चाय बना दो.
तभी मुझे पेशाब लगी, तो मैंने भैया से पूछा- बाथरूम किधर है?
उन्होंने बाथरूम बताया और कहा- लाइट नहीं आ रही है, तो थोड़ा अंधेरा होगा … आराम से जाना!
मैं बाथरूम की तरफ गया और टॉयलेट करने लगा.
आप लोग तो जानते ही होंगे कि जब टॉयलेट जोर से लगी हो तो लौड़ा अपने आप कड़क हो जाता है.
तभी लाइट आ गई और मैंने देखा कि कोई बाथरूम में है.
जैसे ही मैं पीछे मुड़ा, तो भाभी थीं.
मैं सकपका गया और डर भी गया!
लेकिन मेरी सोच से बिल्कुल अलग हुआ.
उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोलीं- आह … इतना बड़ा भी किसी का होता है क्या?
मैंने अपना हाथ छुड़ाकर बाहर भाग गया और भैया के पास बैठ गया.
मुझे डर लग रहा था कि कहीं पकड़ा गया तो बड़ी बेइज्जती होगी!
कुछ देर बाद भाभी चाय बनाकर लाईं और मुझे चाय देती हुई धीमे से बोलीं- अभी ताजा दूध निकाल कर बनाई है!
भैया को कुछ आभास भी नहीं हुआ.
मैं समझा कि भाभी ने अपने मम्मों को निचोड़ कर दूध निकाला है और उसी दूध से चाय बनाई है.
अब मैंने काम के लिए कहा तो भैया डॉक्यूमेंट लाने अपने कमरे में चले गए.
तभी भाभी ने मेरा फोन नंबर मांगा.
मैंने नंबर दे दिया और काम करके वापस आ गया.
रात को 10 बजे एक अनजान नंबर से कॉल आया.
उधर से एक लड़की की आवाज़ आई- मैं शबाना हूँ.
मैंने कहा- हां बोलिए भाभी जी क्या बात है?
उन्होंने कहा- मैं आपसे कुछ बात करना चाहती हूँ.
मैंने कहा- हां बोलिए न … क्या बात है?
मेरे यह कहते ही भाभी रोने लगीं.
मैंने उन्हें चुप कराया और पूछा- बात क्या है?
भाभी बोलीं- मुझे बच्चा नहीं हो रहा है!
मैं उनकी इस बात से एकदम हैरान था कि कोई लड़की पहली बार में इतना कैसे खुल सकती है!
मैंने पूछा- आप मुझसे इतना खुलकर कैसे बात कर रही हैं, जबकि मैं आपसे पहली बार ही मिला हूँ?
उन्होंने बताया- आप रेहाना को तो जानते ही होंगे, जो आपके साथ कॉलेज में थी … वह मेरी अच्छी दोस्त है.
मैंने हां में जवाब दिया.
वह बोली- उसने आपके बारे में सब बताया था और आपकी फोटो भी दिखाई थी. जब आप उसके साथ सेक्स कर रहे थे! वह वाला वीडियो भी मैंने देखा था! तभी से मैं आपसे ये बात करना चाहती थी, लेकिन उसने आपका नंबर नहीं दिया. आज जब आप मेरे घर आए, तो मुझे आशा की एक किरण दिखी. मेरे पति से कुछ नहीं होता. अगर आप मुझे मां का सुख दे दें, तो मैं आपकी आभारी रहूँगी. प्लीज़ मना मत करना!
मैंने सोचा कि चुत चोदने का मौका मिल रहा है, जाने कैसे दूँ!
मैंने हां बोल दिया, लेकिन डर भी था कि कहीं भैया को पता चल गया तो क्या होगा.
भाभी ने कहा- हम दोनों किसी होटल में सेक्स करेंगे. मैं मार्केट जाने के बहाने से आ जाऊंगी, आप भी आ जाना प्लीज़!
मैंने उन्हें एक होटल का पता दिया, जहां मैं हमेशा सेक्स का मज़ा लेता हूँ. कभी लड़कियों के साथ, तो कभी रंडियों के साथ.
आज मुझे कुछ अलग सा लग रहा था क्योंकि इस लड़की की प्यास कुछ ज़्यादा ही थी.
अगले दिन हम दोनों तय समय पर होटल पहुंचे.
ये मेरे दोस्त का ही होटल था तो कोई दिक्कत नहीं थी.
मैंने एक कमरे की चाबी ले ली और हम दोनों कमरे में आ गए.
सब कुछ इतनी जल्दी हो रहा था कि मुझे यकीन ही नहीं हो रहा था.
रूम में पहुंचते ही भाभी मुझसे चिपक गईं और चूमने लगीं.
मैंने भी उन्हें चूमा और अपने कपड़े उतार दिए. मैं सिर्फ़ चड्डी में रह गया.
तब तक भाभी ने भी अपने कपड़े उतार दिए.
भाभी के मम्मों का साइज़ लगभग 34 इंच का रहा होगा. एकदम कड़क दूध थे … तने हुए … मस्त माल थी यार!
भाभी ने मुझे बेड पर गिरा दिया और मुझे चूमने लगीं.
मैं भी साथ देने लगा.
कुछ मिनट तक स्मूच करने के बाद हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए और एक-दूसरे के अंगों के साथ खेलने लगे.
पहली बार किसी ने मुझसे पहले ऐसा किया था. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
कुछ ही देर में भाभी एक बार झड़ चुकी थीं और मैंने उनका सारा पानी पी लिया.
फिर मैं सीधा हुआ और चूत पर अपना लंड रगड़ने लगा.
भाभी से रहा नहीं गया और वे बोलीं- प्लीज़ तड़फाओ नहीं वसीम … जल्दी से अन्दर डाल दो!
जैसे ही मैंने लौड़े को अन्दर करने की कोशिश की, वह अन्दर नहीं जा रहा था.
भाभी की चुत एकदम कसी हुई थी और कुछ मेरे मोटे लौड़े की वजह से उनकी चुत संकरी लग रही थी.
फिर मैंने थोड़ी सी क्रीम लगाकर एक ज़ोर का शॉट लगाया.
भाभी रोने लगीं.
जबकि अभी मेरा सिर्फ़ 2 इंच ही गया था.
फिर मैंने उनकी चूचियों को दबाया और उन्हें शांत करने लगा.
मैंने देखा कि खून निकल रहा था.
मैंने उनसे पूछा, तो वे बोलीं- आज मेरी चुदाई पहली बार किसी सच्चे मर्द के साथ हो रही है.
मैंने उन्हें शांत देखा, तो सोचा एक और शॉट दे दूँ!
मैंने एक ज़ोर का शॉट मारा, तो लंड चिकनाहट के कारण एक ही बार में 7 इंच चला गया.
अब भाभी रोने लगीं.
मैंने उनके मुँह को बंद किया और एक और शॉट मारा.
इस बार मेरा पूरा लंड घुस गया और वे लगभग बेहोश हो गईं.
मैं घबरा गया और उनके गाल पर एक थप्पड़ मारा.
वे होश में आईं और मुझे दूर होने को बोलने लगीं.
लेकिन अब मैं रुकने वाला कहां था!
मैंने भाभी की चुत की चुदाई चालू कर दी.
कुछ मिनट बाद भाभी को भी मज़ा आने लगा.
लेकिन कुंवारी चूत को लेने के कारण मैं दस मिनट से ज़्यादा टिक नहीं पाया और ज़ोर-ज़ोर के धक्कों के साथ झड़ गया.
मैं भाभी पर ही ढेर हो गया.
कुछ मिनट तक मैं ऐसे ही पड़ा रहा.
फिर उठा, तो भाभी बोलीं- मुझे बाथरूम जाना है. लेकिन मुझसे चला नहीं जा रहा है!
मैंने भाभी को गोदी में उठाया और बाथरूम में ले गया.
वे खड़ी खड़ी ही सुसू करने लगीं.
तब तक मैंने अपने लंड को साफ किया और अपने दोस्त को फोन करके कहा- पेनकिलर ला दे!
फिर मैं भाभी की चुत को साफ करके उन्हें कमरे में ले गया.
तभी कमरे पर किसी ने दस्तक दी.
मैंने दरवाज़ा खोला तो मेरे दोस्त ने दवाई दी और बोला- साले क्या मार ही दिया तूने साली को … बहुत तेज आवाज़ आ रही थी!
मैं हंस दिया और उसे धक्का देकर भगा दिया व रूम बंद कर लिया.
मैंने शबाना भाभी को दवाई दी.
कुछ मिनट बाद भाभी को आराम मिला.
फिर हम दोनों ने एक बार और सेक्स किया.
इस बार भाभी को भी मज़ा आ रहा था. इस बार मैंने उन्हें देर तक रगड़ कर चोदा.
भाभी भी इस बार 3 बार झड़ीं.
चुदाई के बाद मैंने भी बहुत सारा पानी छोड़ दिया और लंड को उनकी चुत में ही डाले रखा ताकि भाभी पेट से हो जाएं.
कुछ मिनट बाद हम दोनों अलग हुए.
भाभी गरम सेक्स करके अब हम लोग होटल से निकल गए.
इसके बाद तो मैंने भाभी को एक महीने तक चोदा.
फिर भाभी प्रेग्नेंट हो गईं.
भाभी ने मुझे बताया कि वे प्रेग्नेंट हैं.
वे बहुत खुश थीं और मैं भी, क्योंकि बिना शादी के मैं बाप बन गया.
इसके बाद मैंने भाभी को और किस तरह से चोदा यह सब मैं अगली सेक्स कहानी में लिखूँगा.
उसमें उनकी उस ताजा दूध वाली चाय के बारे में भी लिखूँगा कि वे उस दिन किस के मम्मों को निचोड़ कर दूध निकाल लाई थीं और क्या वह चाय मुझे दुबारा से पीने मिली!
भाभी गरम सेक्स कहानी पर आप अपने मेल जरूर भेजें.
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लेखक की पिछली कहानी थी: बड़े लंड से क्लासमेट की कुंवारी चूत फाड़ी