मेरी Xxx देसी मामी की चूत मारी मेरे दोस्त ने. हम दोनों मेरी मामी को चोदना चाहते थे. लेकिन मेरे दोस्त का लंड मुझसे ज्यादा बड़ा था. तो मैंने उसे ही मेरी मामी को पटाने को कहा.
दोस्तो, मेरा नाम आमिर है और मैं 22 साल का एक लड़का हूँ।
मेरी अम्मी और अब्बू बचपन में ही नहीं रहे।
मैं अपने नाना के यहाँ रहा।
अब नाना-नानी में भी कोई नहीं हैं।
तो अब मेरे परिवार में बस मैं, मेरे मामा और उनकी पत्नी यानी मेरी मामी हैं जिनका नाम निखत है।
उनकी दो बेटियां हैं, एक 2 साल की, एक 3 साल की।
मेरे मामा की शादी लगभग 15 साल पहले हुई थी, तब मैं किशोरावस्था में था।
तब से मुझे मेरी मामी के प्रति आकर्षण है।
वो बहुत हॉट हैं।
उनका फिगर है 36-24-32।
अब मैं कहानी शुरू करता हूँ।
यह कहानी है मेरे दोस्त द्वारा हुई मेरी Xxx देसी मामी की चूत चुदाई की।
मेरा बचपन का दोस्त, जिसका नाम विकास था, जो हमारे गाँव में ही रहता था।
विकास और मैं साथ-साथ पढ़ते, खेलते और एक-दूसरे के घर आना-जाना भी होता था।
हम अपने राज की बात, दिल की बात भी एक-दूसरे को बताते थे।
विकास अक्सर मेरे घर आता था।
मेरे घर में पिछले पांच साल से हम 5 लोग ही रहते हैं: मामा-मामी, उनकी बेटियां और मैं।
मामा काम पर चले जाते हैं, तब मामी और मैं बस।
यह घटना है 3 मार्च 2022 की।
उस सुबह को विकास मेरे घर आया, उस वक्त मैं रूम में था, मामी कुछ कर रही थी।
विकास ने दरवाजा खटखटाया तो मामी ने जा कर खोला।
वो नाईटी में थी और शायद अन्दर कुछ नहीं पहने हुई थी।
विकास उनको देखता ही रह गया।
और ये पहली बार नहीं था, हम दोनों दोस्त मेरी मामी को चोदना चाहते थे, लेकिन मामी भाव ही नहीं देती थी।
वो कुछ देर वैसे ही खड़ा रहा।
फिर मामी ने बोला, “अन्दर नहीं आईयेगा, आमिर से मिलने आये हो?”
तब वह सपने से बाहर आकर कहा, “हाँ, आमिर कहाँ है?”
मामी ने कहा, “रूम में जाओ और सुबह-सुबह आये हो तो नाश्ता कर के ही जाना!”
बोल कर मामी चली गयी।
विकास उनको पीछे से देख रहा था।
उनकी मटकती हुई गांड ने उसका लंड पूरी तरह खड़ा कर दिया।
वो मेरे रूम में आया, बोला, “आमिर उठ यार, आज तेरी मामी कहर ढा रही, मन कर रहा था वहीं पर घुसेड़ दूँ अपना ये औजार उनकी कोमल चूत में!”
मैंने कहा, “हिम्मत होती नहीं है उनके सामने बोलने की, तुझसे नहीं होगा?”
उसने कहा, “तुझसे कौन सा होगा, तेरी भी तो फटी रहती है उनके सामने!”
मैंने कहा, “यहाँ क्यों आया है वो बता यार, तुझसे नोट्स लेना था!”
मैंने कहा, “रुक, आता हूँ मुंह धो कर!”
फिर मैं मुंह धो कर आया, उसे नोट्स दिये।
हम डाइनिंग टेबल पर बैठ कर खाने का इन्तजार करने लगे और मामी का भी।
मामी खाना ले कर आई।
हम दोनों बस एक टक उनको ही देख रहे थे।
उन्होंने टाईट सलवार कमीज पहनी थी और हिजाब लगाया हुआ था।
हम दोनों का लंड पूरा खड़ा था।
मेरा लंड 6 इंच का है और विकास का 8 इंच का।
साले का पूरा काला मुसल है, जिसे घुसेड़ता है चीख पड़ती है, एक लड़की को तो बेहोश कर दिया था साले ने।
खाना रखकर मामी पानी लाने को गयी।
तब उनकी गांड देखते हुए विकास ने कहा, “यार आज तो चोदना ही है किसी तरह, तू मेरा साथ देगा!”
मैं बोला, “मैं भी चोदूंगा!”
वो बोला, “अभी मेरा साथ देगा, तभी अगली बार तू भी चोद पायेगा!”
तब मैंने कहा, “ओके, इस बार तू ले ले, लेकिन कैसे?”
उसने कहा, “बस तू हम लोग को अकेला छोड़ कर कही चला जा किसी बहाने!”
मैंने कहा, “ठीक है!”
हम लोगों ने खाना खाया।
खाते वक्त विकास ने मामी को कहा, “मामी जी, आप क्या खाती हैं या क्या लगाती है जो इतनी खूबसूरत हैं?”
मामी ने मुस्कुरा कर कहा, “कुछ नहीं!”
विकास ने कहा, “आप परदे वाली औरतें इतनी खूबसूरत क्यों होती हैं?”
मामी ने कहा, “तुम लोगों में भी खूबसूरत होती हैं! वैसे आज मेरी खूबसूरती आपको बहुत दिख रही है विकास जी, क्या बात है?”
विकास को लगा की मामी भी लाइन दे रही है।
उसने कहा, “आप तो रोज खूबसूरत ही लगती हो, बस कह नहीं पाया, मौका नहीं मिला इसीलिए!”
खाना खत्म हुआ, हम लोग बैठ गए।
मामी ने कहा, “विकास और कुछ लिजिएगा!”
इधर विकास ने हलकी आवाज में कहा, “लेना तो बहुत कुछ है, दीजिएगा?”
मामी ने कहा, “क्या कहा आपने? क्या चाहिए बोलो?”
विकास बोला, “कुछ नहीं!”
फिर मामी ने कहा, “चाय बनाऊं?”
तब विकास ने कहा, “हां मगर तुरंत निकाले गए दूध से!”
मामी ने कहा, “अभी मैं किसका दूध निकालू?”
हल्की आवाज में विकास ने कहा, “अपना और किसका!”
शायद मामी ने सुन लिया था क्योंकि वो हल्का मुस्कुरा कर चली गयी।
मैंने मामी को कहा, “मामी, मैं बाज़ार से आता हूँ, विकास के लिए नोट्स का फोटो कॉपी करके, आप इसको जाने नहीं दीजियेगा!”
लेकिन मैंने विकास को बोला था वह जो कुछ हो उसका वो रिकॉर्डिंग करेगा और मुझे दिखायेगा, तो उसने ऐसा ही किया।
मेरे जाने के बाद विकास ने रिकॉर्डिंग शुरू कर दी थी।
मामी चाय ले कर आई।
मामी और विकास चाय पी रहे थे।
तब विकास तो बस मामी को ही घुर रहा था और खासकर उनके बड़े-बड़े चुचों को।
मामी जानती थी की विकास की नज़र कहाँ है?
मामी ने कहा, “ऐसे क्या देख रहे हैं? और आपने उस वक़्त क्या कहा अपना दूध निकालिए, बहुत नटखट हैं आप!”
विकास ने कहा, “आपके दूध से ज्यादा ताकतवर और क्या हो सकता है? अच्छा मामी एक बात पूछूँ, बुरा नहीं मानोगी न?”
मामी ने कहा, “क्या?”
विकास ने कहा, “आमिर के मामा आपको संतुष्ट करते हैं बेड पर?”
“हायल्ला, ये कैसा सवाल है विकास जी?”
मामी हिचक रही थी।
विकास उनके पास गया और उनके जांघ पर हाथ रखा।
मामी ने विरोध नहीं किया।
विकास को पता चल गया अब ये मुल्ली पटेगी भी और चुदेगी भी।
विकास ने कहा, “आप मुझे अपना दोस्त मानिये और मैं आमिर को कुछ नहीं बताऊंगा और आमिर अभी है भी नहीं, आप दिल खोलकर मुझसे बाते कर सकते हैं, विश्वास कीजिए!”
तब मामी ने कहा, “आमिर के मामा का 4 इंच का है और वो एक मिनट में ही शांत हो जाता है!”
विकास ने कहा, “ओह!”
तुरंत मामी ने कहा, “लेकिन आपका तो बहुत बड़ा है, मैंने देखा था एक बार, जिस रात आप यहीं रुके थे, आप और आमिर दोनों अपने लंड से खेल रहे थे, तब मैं आई थी तो आपने चादर से ढक लिया था, याद है?”
विकास ने कहा, “हाँ!”
विकास ने कहा, “आपको मेरा लंड अच्छा लगा?”
निखत मामी ने कहा, “हां, लेकिन आप एक हिन्दू हो, मैं एक पाकीजा मोहतरमा, इसीलिए अपनी चाहत को मैंने दबा दिया, जबकि आज भी रात को आपका लंड सपने में आता है और मेरी पेंटी गीली हो जाती है! आपका तो आमिर से भी बड़ा है और आमिर के मामा से तो दुगना है! देखिये ये बात किसी को बताइयेगा नहीं!”
विकास ने कहा, “नहीं मामी, डोंट वोर्री!”
विकास ने कहा, “क्या आप इसे अपना बनाना चाहेगी?”
मामी ने कहा, “हाँ, लेकिन दुनिया क्या बोलेगी?”
विकास ने कहा, “अभी कोई भी कहाँ है और मैं किसी से कुछ नहीं कहूँगा?”
मामी को विकास पर विश्वास था और मामी जैसे सदियों की प्यासी थी।
उन्होंने इतना सुनते ही विकास को खींच लिया और उसके होंट से अपने पाकीजा होंट मिला दिए।
लगभग 15 मिनट तक दोनों एक दूसरे के होंट को काटते रहे जैसे दोनों भूखें हो।
फिर मामी ने विकास के कपड़े उतरवा दिये और उसके शरीर को चूमने लगी।
विकास बस अंडरवियर में था और उसका लंड अंडरवियर में से फुफकार रहा था।
ये देखकर मामी का मुह खुला रह गया।
मामी बोल पड़ी, “हाय कितना बड़ा है ये, आज तक इतना बड़ा लंड मैंने नहीं देखा!”
अब विकास की बारी थी।
विकास ने मामी की सलवार उतारी, फिर कमीज उतारी।
अब मामी बस ब्रा और पैंटी में थी।
उनके चुचे बाहर आने को बेताब थे.
तो विकास ने उनकी ब्रा फाड़ दी।
और जैसे ही उनके चुचे लटके, उसने अपना मुंह उनमें लगा दिया।
10 मिनट चुचों को खूब मसलने के बाद उसने मामी की पैंटी उतारी और अपनी जीभ उनकी चूत में लगा दिया।
मामी चरमसुख पा रही थी।
उनके मुख से निकल रहा था, “आआ आआआ … आह्ह्ह ह्ह! उई ईई … उम्म्म्म म्म … हायल्ला! उईई … उम्म्मा आआ … आआअ … आह्ह्ह ह्ह … चोद दो मुझे आह्ह! फाड़ दो इसे आआ आह्ह्ह्ह … कहाँ थे तुम विकास आ अहा आआ … ऐसी ख़ुशी कभी नहीं मिली आआ … आह्ह्ह ह्ह! तुम असली मर्द हो विकास उम्म्म म्म्म्मा!”
अब विकास तैयार था अपने 8 इंच के मूसल को मामी की कोमल पाकीजा चूत में डालने के लिए।
मामी भी तैयार थी, एक तरह से ये उनकी सील टूट रही थी क्योंकि मामी ने इतना बड़ा लंड लिया ही नहीं था कभी।
विकास ने चूत पर लंड सेट किया, हल्का धक्का दिया।
बस हल्का सा ही उसका लंड घुसा था कि मामी चिल्ला उठी, “आआ आईईइ … निकाल!”
विकास ने खुद को रोका।
अब इस बार फिर से हल्का ठुक लगा कर उसने धक्का दिया।
बस उसका टोपा ही घुसा Xxx देसी मामी की चूत में … मामी उछल गयी।
विकास को फिर रुकना पड़ा।
इस बार उसने मामी को चूमना शुरू किया, लंड को सेट किया हुआ था उनकी चूत पर।
चूमते-चूमते उसने मामी को कस के पकड़ा और होंठों से होंठों को बंद कर दिया और कस के धक्का मारा, उसका 8 इंच मामी की पाकीजा चूत में।
मामी कराह गयी लेकिन वो बेबस थी क्योंकि विकास ने उन्हें जकड़ा हुआ था।
जब उसने होंट हटाए, मामी सिसकारियां भर रही थी, “अईई … उईइ … मर गयी … माँ … आई … हाय … जालिम ने फाड़ दिया … उईईइ!”
थोरा रुक कर विकास ने हल्का-हल्का धक्का मरना शुरू किया।
विकास को मामी गाली देने लगी, “साले हरामी फाड़ दिया मादरचोद मेरी पाकीजा चूत को उईइ … हरामी निकाल … आआ ऐईई..!”
विकास भी जोश में आ गया, कहा, “चुप मल्ली रंडी साली, अब देख कैसे तेरे चूत का भोसड़ा बनाता हूँ!”
फिर उसने तेज झटके देने शुरू किये।
कुछ देर बाद दोनों में गलियों का आदान-प्रदान होते हुए दोनों को मजा आ रहा था।
मामी उसके लंड पर पक्की रंडी जैसी उछल रही थी और बोल रही थी, “आज आया चुदाई का मजा, ओह मेरे शौहर, आज से आप ही मेरे शौहर है, जब चाहो अपनी इस बीबी को चोदने चले आना, बस आमिर के मामा के सामने नहीं!”
विकास हंस के बोला, “बोल तो उसके सामने भी चोद दूँ तुझे, मेरी मल्ली रखैल! साली तू है बड़ी चुदक्कड़ लेकिन दिखती नहीं है!”
“आई … उईई … हाय अल्लाह … !” मामी मजे ले रही थी।
लगभग 15 मिनट विकास ने मामी की चुदाई की, फिर दोनों झड़ गए।
मामी विकास की बाँहों में ही लेती रही, फिर चुंबन शुरू हुआ।
फिर अब मैंने गेट खटखटाया।
मुझे तो पता था कि इनको 1 घंटा देना हैं।
तो मैं 1 घंटे बाद आया।
लेकिन फिर भी मामी ने 10 मिनट बाद दरवाजा खोला।
मामी के पूरे कपड़े पसीने से गीले था, मैं समझ चुका था कि मामी चुद गयी मेरे हिन्दू दोस्त से।
फिर विकास को मैंने नोट्स दिये और बाहर तक छोड़ने आया।
विकास बोला, “कल फिर आऊंगा, तैयार रहना मामी, अब चुदेगी रोज और तू भी चोद लेना आज ही. मैं रात को आता हूँ यहीं सोने!”
उस रात में ही मामी की प्यासी चुत चोदी मेरे दोस्त ने।
अगर आपको वो भी कहानी चाहिए तो कमेंट करके जरूर बतायें कि Xxx देसी मामी की चूत की कहानी कैसे लगी?
तब मैं वो कहानी भी लिखूंगा।
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